राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 2 अगस्त । दिल्ली के रोहिणी स्थित आशा किरण होम में बच्चों की मौत को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने कहा है कि जैसे ही मामला सरकार के संज्ञान में आया, पूरे मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दे दिए गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा पूरे मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कदम उठाया गया ताकि सच्चाई सामने आ सके। मैं उन लोगों से भी अनुरोध करूंगा जिनके पास इस एनजीओ की जिम्मेदारी संभालने और कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है कि वे इस मामले में तत्परता दिखाएं, जांच करें और सच्चाई सामने लाएं। साथ ही, इस मामले में जो भी आरोपी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि मामला सामने आने के बाद दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एसीएस राजस्व को पूरे मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट से जांच शुरू करने और एक रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली सरकार की मंत्री ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया जिनकी लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सही कदम उठाने को भी कहा गया है। जारी किए गए जांच पत्र में आतिशी ने इस बात का जिक्र किया कि आज, मुझे एक खबर (प्रतिलिपि संलग्न) मिली, जिसमें दिल्ली के रोहिणी में स्थित मानसिक रूप से विकलांगों के लिए सरकारी आवास (आशा किरण) में जनवरी, 2024 से 14 मौतों की घटना के बारे में बताया गया है। कथित तौर पर ये मौतें स्वास्थ्य समस्याओं और कुपोषण के कारण हुईं और यह कैदियों को अपेक्षित सुविधाओं की उपलब्धता की कमी का संकेत देते हैं। राजधानी दिल्ली में ऐसी बुरी खबर सुनना बेहद चौंकाने वाला है और अगर यह सच है तो हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते।
यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए ऐसे सभी घरों की स्थितियों में सुधार करने के लिए पूरी प्रणाली को सुधारने और कठोर कदम उठाने के लिए इसकी गहन जांच की जानी चाहिए। आतिशी ने अपने पत्र के जरिए एसीएस, राजस्व को निर्देशित किया है कि पूरे मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट से जांच शुरू करें और 48 घंटों के भीतर उस पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जिनकी लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करें। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उठाए जाने वाले सुझावात्मक उपायों की सिफारिश करें। -(आईएएनएस)