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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 अगस्त। डायल 112 की तत्परता ने एक बार फिर से इंसानियत की मिसाल पेश की है। ग्राम सैदा की एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल ले जाने में असमर्थ परिजनों ने डायल 112 को मदद के लिए कॉल किया। वाहन में ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई।
थाना सिविल लाइन के ग्राम सैदा की एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी और उसके परिजन उसे अस्पताल ले जाने के साधन की तलाश में थे। समय की गंभीरता को देखते हुए, परिजनों ने डायल 112 को सूचना दी। सूचना मिलते ही, डायल 112 की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ने पर, परिजनों के निवेदन पर वाहन को रोका गया और आरक्षक धर्मेंद्र सूर्यवंशी और चालक ऋषभ ने मितानिन और परिजनों की सहायता से वाहन में ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महिला और उनके परिजनों ने डायल 112 और बिलासपुर पुलिस की इस मानवीय सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर ने आरक्षक के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए उनकी पीठ थपथपाई और पुरस्कृत किया।