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नागपुर, 10 सितंबर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के बेटे संकेत की कार से नागपुर में कई वाहनों को टक्कर मारे जाने की घटना के बाद पुलिस ने लग्जरी कार के चालक को गिरफ्तार कर लिया। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ऑडी कार चला रहे अर्जुन हावरे को सोमवार रात को गिरफ्तार किया गया और बाद में (स्थानीय थाने में) जमानत पर छोड़ दिया गया।
नागपुर के सीताबल्डी थाने के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि संकेत बावनकुले और मनकापुर पुल पर घटनास्थल से कथित तौर पर भागने वाले दो अन्य लोगों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि जितेंद्र सोनकांबले की शिकायत पर रविवार देर रात हुए हादसे के बाद लापरवाही से गाड़ी चलाने और अन्य अपराधों में मामला दर्ज किया गया है। सोनकांबले की गाड़ी को ऑडी कार ने टक्कर मार दी थी।
अधिकारी ने बताया कि ऑडी कार में सवार लोग धरमपेठ इलाके में एक बीयर बार से लौट रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय परीक्षण में आरोपियों के रक्त का परीक्षण भी किया जाएगा ताकि पता लगाया जा सके के दुर्घटना के समय वे कहीं नशे में तो नहीं थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सीसीटीवी फुटेज खंगालकर घटनाक्रम का पता लगा रहे हैं जिसके बाद सभी पहलुओं पर कार्रवाई होगी।’’
बावनकुले के बेटे संकेत की ऑडी कार ने रामदासपेठ इलाके में कई वाहनों को टक्कर मार दी थी। जिसके बाद पुलिस ने हावरे और गाड़ी में दुर्घटना के समय सवार रहे रोनित चित्तमवार नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया।
नागपुर के सीताबल्डी थाने के एक अधिकारी के अनुसार, ऑडी कार ने पहले शिकायतकर्ता जितेंद्र सोनकांबले की कार को रविवार देर रात एक बजे टक्कर मारी और फिर एक मोपेड को टक्कर मार दी, जिससे उस पर सवार दो युवक घायल हो गए।
अधिकारी के अनुसार ऑडी कार ने पहले सोनकांबले की कार को टक्कर मारी और फिर एक मोपेड से टकरा गई जिस पर सवार दो युवक घायल हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘ऑडी कार ने मनकापुर इलाके की ओर जा रहे कुछ और वाहनों को टक्कर मारी। वहां टी-प्वाइंट पर वाहन ने एक पोलो कार को टक्कर मार दी। इसमें सवार लोगों ने ऑडी कार का पीछा किया और मनकापुर पुल के पास उसे रोक लिया। उन लोगों ने ऑडी चालक अर्जुन हावरे और रोनित चित्तमवार नामक दो लोगों को रोक लिया।”
अधिकारी ने बताया कि दोनों को तहसील थाने ले जाया गया जहां से उन्हें आगे जांच के लिए सीताबल्डी पुलिस को सौंप दिया गया।
घटना के बाद चंद्रशेखर बावनकुले ने स्वीकार किया कि ऑडी कार उनके बेटे संकेत के नाम पर पंजीकृत है।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस को बिना किसी पक्षपात के दुर्घटना की गहन और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। जो लोग दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। मैंने किसी पुलिस अधिकारी से बात नहीं की है। कानून सभी के लिए समान होना चाहिए।’’ (भाषा)