कारोबार
बालकोनगर, 14 सितंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने बालको अस्पताल में हाइड्रोसेफलस और फेकोइमल्सीफिकेशन के न्यूरोसर्जरी प्रक्रियाओं के लिए उन्नत चिकित्सा तकनीकों को शामिल किया है। ऐसे जटिल बीमारी के लिए अक्सर उन्नत देखभाल की आवश्यकता होती है जिसके लिए मरीज को उपचार के लिए शहर जाना पड़ता है। ये तकनीक अस्पताल की सेवा क्षमताओं को बढ़ाएँगी और समुदाय में उन्नत स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के सहायक होंगी। हर साल बालको अस्पताल की कुशल चिकित्सा टीम छत्तीसगढ़ के कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर और जांजगीर चांपा जिलों के 2,10,000 से अधिक रोगियों की सेवा करती है।
बालको अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि हाइड्रोसेफलस के लिए एक्सटर्नल वेंट्रिकुलर ड्रेन (ईवीडी) का उपयोग करके न्यूरोसर्जरी की। यह ऐसी स्थिति जिसमें मस्तिष्क की गुहाओं में तरल पदार्थ जमा होने से मस्तिष्क क्षति का कारण बन सकता है। फेकोइमल्सीफिकेशन एक मोतियाबिंद सर्जरी है जो दृष्टि स्पष्टता में तेज़ी से सुधार प्रदान करती है। यह तकनीक सटीक लेंस प्लेसमेंट की करता है, जिससे दृश्यता बहुत बेहतर होता है। पारंपरिक तरीकों की तुलना में पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल और रिकवरी समय को कम करता है, जिससे मरीज को बेहतर उपचार मिलता है।
उन्होंने बताया कि फेकोएमल्सीफिकेशन एक आधुनिक, सिलाई-मुक्त मोतियाबिंद सर्जरी है जो दृष्टि स्पष्टता में तेजी से सुधार प्रदान करती है। यह तकनीक सटीक लेंस प्लेसमेंट की अनुमति देती है, जिससे दृश्य परिणाम काफी बेहतर होते हैं। इसके अलावा, यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल और रिकवरी के समय को कम करता है, जिससे रोगियों को तेज़ और अधिक कुशल उपचार मिलता है।
उन्होंने बताया कि बालको अस्पताल ने आर्थ्रोप्लास्टी भी शुरू की है जो जोड़ों के प्रतिस्थापन पर केंद्रित एक उन्नत सर्जिकल प्रक्रिया है। इसका उद्देश्य गठिया, फ्रैक्चर या जोड़ों के अध:पतन जैसे जोड़ों के विकारों से पीडि़त रोगियों के लिए गतिशीलता तथा पुराने दर्द को कम करना है।