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दो दिन पहले ही भारी गाड़ियों पर रोक लगाने की मांग की गई थी कलेक्टर से
बिलासपुर, 6 अक्टूबर। मस्तूरी थाना क्षेत्र के गतौरा गांव में हाइवा के कुचलने से मॉर्निंग वॉक पर निकली मां और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में आक्रोश फैल गया और गुस्साए ग्रामीणों ने शवों को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया।
गतौरा गांव की 35 वर्षीय गायत्री बंजारे अपने सात वर्षीय बेटे पारस (परेश) के साथ सुबह की सैर के लिए निकली थीं। शनिवार सुबह लगभग 6 बजे जब वे मरघट के पास पहुंचे, तो राखड़ लोडेड एक तेज रफ्तार हाइवा ने उन्हें कुचल दिया। हादसा इतना भयानक था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद हाइवा चालक मौके से फरार हो गया।
इस दुर्घटना से नाराज ग्रामीणों ने शवों को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और गांव में भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उनका कहना था कि गांव से गुजरने वाले भारी वाहनों की तेज रफ्तार के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि राखड़ परिवहन में प्रतिस्पर्धा के चलते भारी वाहन बहुत तेज गति से चलते हैं, जिससे यह हादसे होते हैं। दो दिन पहले ही गांव के लोग इस समस्या को लेकर कलेक्टर से मिले थे, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ और यह दर्दनाक घटना हो गई।
पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश दी। हालांकि, शुरू में ग्रामीणों ने शव उठाने से इनकार कर दिया। करीब पांच घंटे की बातचीत के बाद मुआवजे का आश्वासन मिलने पर जाम समाप्त हुआ और पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है।