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वाशिंगटन, 29 जून (दीप्रिंट)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक विवादित वीडियो पोस्ट कर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस वीडियो में उनका एक समर्थक 'व्हाइट पावर' का नारा लगाता दिख रहा है। यह एक नस्लीय नारा है जो श्वेत लोगों को सर्वश्रेष्ठ बताता है। ट्रम्प ने हालांकि थोड़ी देर में यह वीडियो हटा दिया।
व्हाइट हाउस ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने वीडियो में 'कही गई बात' को नहीं सुना था। ट्रम्प ने रविवार को ट्वीट किया, 'द विलेजेस के महान लोगों का शुक्रिया।' सीनेटर टिम स्कॉउट ने 'सीएनएन' से कहा, 'कोई प्रश्न ही नहीं है' कि ट्रम्प को उस वीडियो को रिट्वीट नहीं करना चाहिए था और 'उन्हें इसे हटा देना चाहिए'।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि इसका किसी भी तरह से बचाव नहीं किया जा सकता।' विवाद बढऩे के थोड़ी देर बाद ही ट्रम्प ने वह वीडियो हटा दिया। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जूड डीरे ने एक बयान में कहा, 'राष्ट्रपति ट्रम्प द विलेजेस के बड़े प्रशंसक हैं। उन्होंने वीडियो में कही गई बात को नहीं सुना। उन्होंने बस अपने समर्थकों का जोश देखा।'
ट्रंप के अपने समर्थक के बयान की निंदा करने के सवाल का व्हाइट हाउस ने कोई जवाब नहीं दिया। इस बीच, डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन ने मामले पर ट्रम्प की निंदा की। पूर्व उप राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, 'हम देश की आत्मा की लड़ाई लड़ रहे हैं और राष्ट्रपति ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। लेकिन यह जंग हम ही जीतेंगे।'
गौरतलब है कि मिनियापोलिस में श्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा काले व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद से अमेरिका में काले लोगों के खिलाफ अत्याचारों का मामला गर्माया है।