सामान्य ज्ञान
भारतीय कानून ब्रितानी कानून पर आधारित है। अंग्रेज़ों ने इसे पहली बार अपने शासनकाल के दौरान लागू किया। अंग्रेज़ों द्वारा लागू किये कई कानून आज भी प्रभावशील हैं।
भारतीय सविंधान के लेखन के दौरान इसमें आयरलैंड, संयुक्त राष्ट्र अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस के कानूनों को समाहित किया गया था। भारतीय कानून संयुक्त राष्टï्र के मानवाधिकार और वातावरण संबंधी दिशा-निर्देशों के अनुरूप है। इसमें कुछ अंतरराष्टï्रीय कानूनों, जैसे बौद्धिक अधिकारों आदि, को भारत में लागू किया गया है।
भारतीय नागरिक कानून एक जटिल कानून है जिसमें प्रत्येक धर्म-विशेष के अपने कानून हैं। अधिकांश राज्यों में विवाह और तलाक के लिए पंजीकरण आवश्यक नहीं है। हिंदू, मुसलमान, ईसाई, सिख व अन्य धर्मों के अपने कानून हैं। इसका अकेला अपवाद गोवा राज्य है जहां पुर्तगाली कानून का असर है, और सभी धर्मों के लिए विवाह, तलाक, और (बच्चा) गोद लेने संबंधी एक जैसे कानून हैं।