सामान्य ज्ञान
नेरेइड
12-Sep-2020 2:47 PM
नेरेइड नेपच्युन का तीसरा सबसे बड़ा चन्द्रमा है। इसकी कक्षा- 55 लाख 13 हजार 400 किमी नेपच्युन से है। वहीं व्यास - 340 किमी है।
नेरेइड सागरी जलपरी है, और नेरेउस और डोरीस की 50 पुत्रियों में से एक है। इसकी खोज काईपर ने 1949 में की थी। नेरेइड की कक्षा सौर मंडल के किसी भी ग्रह या चन्द्रमा से ज्यादा विकेन्द्रित है। इसकी नेपच्युन से दूरी 13 लाख 53 हजार 600 किमी से 96 लाख 23 हजार 700 किमी तक विचलित होती है। इसकी विचित्र कक्षा से लगता है कि यह एक क्षुद्रग्रह है या काईपर पट्टे का पिंड है।