सामान्य ज्ञान
पामारोजा का उपयोग इत्र बनाने में, विशेष रूप से तम्बाकू को स्वादिष्ट बनाने में और साबुन में सम्मिश्रण के रूप में किया जाता है। पामारोजा का तेल फूलों के शूट्स से प्राप्त होता है। इसे रोसा घास या रूसा घास भी कहा जाता है और इसके तेल में उच्च सिरेप्रियल (75.90 प्रतिशत) पाया जाता है जिसके कारण इसे जिरेनियम तेल या रूसा तेल कहा जाता है। पामरोजा का तेल सबसे महत्वपूर्ण आवश्यक तेलों में से एक हैं। यह एक खुशबूदार बारहमासी घास है। पामारोजा गर्म उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी तरह से बढ़ता है।
बौद्ध भिक्षुक संहिता -पतिमोक्ख
पतिमोक्ख एक पालि शब्द है जिसाक अर्थ है जो बाध्यकारी है। संस्कृत में इसका अर्थ है-प्रतिमोक्ष। यह बौद्घ भिक्षुक संहिता है, जिसमें 227 नियमों का संग्रह है, जो भिक्षुओं और साध्वियों के दैनिक जीवन की गतिविधियों पर नियंत्रण रखता है।
पालि धर्म विधान में पतिमोक्ख के निषेध अपराध की गंभीरता के अनुसार व्यवस्थित है- वे अपराध, जिनमें संप्रदाय से तुरंत और आजीवन निष्कासन आवश्यक है, अस्थायी निलंबन या विभिन्न अंशों में क्षतिपूर्ति अथवा प्रायश्चित से लेकर वह अपराध, जिनमें केवल स्वीकारोक्ति की आवश्यकता होती है। इसमें भिक्षुक समुदाय के आपसी मतभेदों के समाधान के लिए नियम भी दिए गए हैं। संपूर्ण भिक्षुक समुदाय के आपसी मतभेदों के समाधान के लिए नियम भी दिए गए हैं।
संपूर्ण पतिमोक्ख का पाठ उपोसथ अथवा थेरवाद भिक्षुओं की पाक्षिक सभा के दौरान किया जाता है। सर्वास्तिवाद (सभी सत्य है का सिद्घांत) परंपरा के संस्कृत धर्मविधान में भिक्षुक जीवन के 250 नियमों के एक तुलनीय समूह का वर्णन है, जो उत्तरी बौद्घ देशों में व्यापक रूप से प्रचलित है।
चीन और जापान में महायान मत ने उन नियमों को, जो स्थानीय तौर पर लागू करने योग्य नहीं है, सामान्यत: अस्वीकार कर दिया और उन्हें अनुशासनात्क संहिताओं से प्रतिस्थापित कर दिया, जो एक संप्रदाय से दूसरे संप्रदाय तथा कभी-कभी एक मठ से दूसरे मठ में भिन्न थे।