सामान्य ज्ञान
वेधशाला, उज्जैन
21-Oct-2020 1:41 PM

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उज्जैन शहर में दक्षिण की ओर क्षिप्रा के दाहिनी तरफ जयसिंहपुर नामक स्थान में बना यह प्रेक्षा गृह यानी वेधशाला जंतर महल के नाम से जाना जाता है। इसे जयपुर के महाराजा जयसिंह ने सन् 1733 ई. में बनवाया। उन दिनों वे मालवा के प्रशासन नियुक्त हुए थे। जैसा कि भारत के खगोलशास्री तथा भूगोलवेत्ता यह मानते आए हैं कि देशांतर रेखा उज्जैन से होकर गुजरती है। अत: यहां के प्रेक्षागृह का भी विशेष महत्व रहा है।
यहां चार यत्र लगाये गये हैं -- समरात यंत्र, नाद वलम यंत्र, दिगांरा यंत्र तथा मिट्टी यंत्र। इन यंत्रों का सन् 1925 में महाराजा माधवराव सिंधिया ने मरम्मत करवाया था।
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