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रायपुर, 20 नवंबर। राजधानी रायपुर में बाल अधिकारों पर जागरूकता लाने के लिए शहर के मुख्य स्थलों को सजाया गया। नीली रोशनी से, प्तत्रशक्चद्यह्वद्ग यूनिसेफ की पहल है। तेलीबांधा तालाब, बूढ़ा तालाब, जयस्तंभ चौक, घड़ी चौक और भगत सिंह चौक नीली रोशनी से जगमगा रहे है।
कलेक्टर डॉ.एस भारतीदासन ने बताया कि इन सार्वजनिक स्थलों की सजावट नीले रंग में करने का मुख्य उद्देश्य लोगों में बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। इस पहल के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि हमे बच्चों को कोरोना माहमारी के प्रभाव से सुरक्षित रखने की जरूरत है।
छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ के चीफ श्री जॉब जकारिया ने इस अवसर पर कहा कि प्तत्रशक्चद्यह्वद्ग यूनीसेफ की एक विश्व-स्तरीय पहल है जिसका उद्देश्य लोगों में कोरोना के प्रभाव और पर्यावरणीय परिवर्तन के प्रति जागरूकता पैदा करना है। कोरोना के सामाजिक और आर्थिक प्रभावों के कारण बाल मृत्यु दर, कुपोषण, बाल विवाह, बाल मजदूरी और बच्चों से जुड़े अपराधों में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है, जिसे रोकने के लिए सभी को प्रयास करने की जरूरत है।
नवम्बर 20, 1989 को कन्वेंशन ऑफ चाइल्ड राइट्स को अपनाए जाने के उपलक्ष्य में विश्व बाल दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर भारत में पूरे सप्ताह विभिन्न आयोजन किए गए। आयोजनों का यह सिलसिला राष्ट्रीय बाल दिवस यानी नवंबर14 से शुरू किया गया।