सामान्य ज्ञान
10 जनवरी सन 1623 ईसवी को इटली के वेनीज़ नगर में गाज़ेता नामक विश्व का पहला समाचार पत्र प्रकाशित हुआ। चूंकि इसका मूल्य एक गाज़ेता था इस लिए इसका नाम भी गाज़ेता पड़ गया। गाज़ेता, वनीज़ की मुद्रा का नाम है। इसके बाद बहुत से देशों में समाचार पत्रों को गाज़ता कहा जाने लगा था। हालांकि सबसे पहला ज्ञात समाचारपत्र 59 ई.पू. का द रोमन एक्टा डिउरना है। जूलिएस सीसर ने जनसाधरण को महत्वपूर्ण राजनैतिज्ञ और समाजिक घटनाओं से अवगत कराने के लिए उन्हे शहरों के प्रमुख स्थानों पर प्रेषित किया। 8वी शताब्दी मे चीन में हस्तलिखित समाचारपत्रों का प्रचलन हुआ।
भारत में समाचार पत्रों का इतिहास यूरोपीय लोगों के भारत में प्रवेश के साथ ही प्रारम्भ होता है। सर्वप्रथम भारत में प्रिंटिग प्रेस लाने का श्रेय पुर्तग़ालियों को दिया जाता है। 1557 ई. में गोवा के कुछ पादरी लोगों ने भारत की पहली पुस्तक छापी। 1684 ई. में अंग्रेज़ ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने भी भारत की पहली पुस्तक की छपाई की थी। 1684 ई. में ही कम्पनी ने भारत में प्रथम प्रिंटिग प्रेस (मुद्रणालय) की स्थापना की।
भारत में पहला समाचार पत्र कम्पनी के एक असंतुष्ट सेवक विलियम वोल्ट्स ने 1766 ई. में निकालने का प्रयास किया, लेकिन अपने इस कार्य में वह असफल रहा। इसके बाद भारत में प्रथम समाचार पत्र निकालने का श्रेय जेम्स ऑगस्टस हिक्की को मिला। उसने 1780 ई. में बंगाल गजट का प्रकाशन किया, किन्तु इसमें कम्पनी सरकार की आलोचना की गई थी, जिस कारण उसका प्रेस जब्त कर लिया गया।
इस दौरान कुछ अन्य अंग्रेज़ी अख़बारों का प्रकाशन भी हुआ, जैसे- बंगाल में कलकत्ता कैरियर, एशियाटिक मिरर, ओरियंटल स्टार, मद्रास में मद्रास कॅरिअर, मद्रास गजट, बम्बई में हेराल्ड, बांबे गजट आदि। 1818 ई. में ब्रिटिश व्यापारी जेम्स सिल्क बर्किघम ने कलकत्ता जनरल का सम्पादन किया। बर्किघम ही वह पहला प्रकाशक था, जिसने प्रेस को जनता के प्रतिबिम्ब के स्वरूप में प्रस्तुत किया। प्रेस का आधुनिक रूप जेम्स सिल्क बर्किघम का ही दिया हुआ है। हिक्की तथा बर्किघम का पत्रकारिता के इतिहास में महत्पूर्ण स्थान है। इन दोनों ने तटस्थ पत्रकारिता एवं स्वतंत्र लेखन का उदाहरण प्रस्तुत कर पत्रकारों को पत्रकारिता की ओर आकर्षित किया।
पहला भारतीय अंग्रेज़ी समाचार पत्र 1816 ई. में कलकत्ता में गंगाधर भट्टाचार्य द्वारा बंगाल गजट नाम से निकाला गया। यह साप्ताहिक समाचार पत्र था।