सामान्य ज्ञान
यूरो यूरोपीय संघ के 28 में से 18 सदस्य की आधिकारिक मुद्रा है, जिन्हें सामूहिक रूप से यूरोजोन कहा जाता है। इसमें आस्ट्रिया, बेल्जियम, साइप्रस, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, आयरलैंड, इटली, लग्ज़म्बर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया और स्पेन (2014) शामिल हैं। इसके अलावा पांच अन्य यूरोपीय देशों में आधिकारिक सहमति या बिना सहमति के भी यह प्रचलन में है।
अमेरिकी डॉलर के बाद यूरो दुनिया में दूसरी सबसे सुरक्षित रखने वाली और प्रचलन में रहने वाली मुद्रा है। यूरो नाम आधिकारिक रूप से 16 दिसंबर 1995 को अपनाया गया। वैश्विक बाजार में इसे यूरोपियन करेंसी यूनिट के स्थान पर सम मूल्य पर 1 जनवरी 1999 को जारी किया गया। यूरोपीय संघ के बाहर तीन देशों में भी यूरो का चलन है। मजबूत मुद्रा और आर्थिक मजबूती की वजह से यूरोप के ज्यादा से ज्यादा देश यूरो अपनाना चाहते हैं। 1 जनवरी 2015 से लिथुएनिया भी यूरो को करेंसी के तौर पर अपनाने जा रहा है। यूरो दुनिया में डॉलर के बाद सबसे बड़ी रिजर्व करेंसी है। साथ ही यह डॉलर के बाद कारोबार में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दूसरी मुद्रा भी है।