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बेटियां हम सभी के घरों की शान है. उनके खुशी से आंगन खिल उठता है. आज यानी रविवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस है. साल 2008 में भारत सरकार नेशनल गर्ल चाइल्ड डे मनाने की शुरुआत की थी. अगर आपके घर में भी छोटी बच्ची है तो भारत सरकार की एक शानदार स्कीम आपके लिए है. मोदी सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना बेहद पॉपुलर स्कीम है. यह स्कीम बेटियों के सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है. सुकन्या समृद्धि अकाउंट्स पोस्ट ऑफिस की सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीम है.
सुकन्या स्कीम पर मौजूदा ब्याज दर 7.6 फीसदी है. इतना ज्यादा ब्याज पोस्ट ऑफिस की किसी भी स्कीम में नहीं मिल रहा है. पोस्ट ऑफिस के अलावा इस स्कीम का फायदा सरकारी, प्राइवेट बैंक और दूसरी सरकारी योजना के तहत उठाया जा सकता है. इस योजना की खास बात ये है कि इसकी मैच्योरिटी 21 साल है, लेकिन इसमें अभिभावक को 14 साल ही निवेश करना होता है.
एकाउंट खोलने के लिए 250 रुपये काफी
इस योजना में आपकी ओर से जितना निवेश होगा, मैच्योरिटी पर तीन गुना मुनाफा मिलेगा. इस स्कीम के जरिए मौजूदा ब्याज दर 7.6 फीसदी सालाना के हिसाब से 64 लाख रुपए तक की रकम जुटाई जा सकती है. साल 2014 में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत हुई थी. इस योजना का उद्देश्य बेटियों की पढ़ाई और उनकी शादी पर आने वाले खर्च को आसानी से पूरा करना है.
सुकन्या समृद्धि योजना एकाउंट खोलने के लिए 250 रुपये काफी हैं. अकाउंट्स खोलने के लिए पोस्ट ऑफिस जाकर फॉर्म लेना होगा. इसके लिए बेटी का बर्थ सार्टिफिकेट होना जरूरी है. अभिभावक के आईडी प्रूफ की भी जरूरत होगी. जिसमें पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट कोई भी डॉक्यूमेंट्स लगा सकते हैं. अभिभावकों को एड्रस प्रूफ के लिए भी डॉक्यूमेंट्स सब्मिट करने होंगे. इसमें भी ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बिजली बिल या फिर राशन कार्ड मान्य है.
बैंक या पोस्ट ऑफिस से आपके डॉक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन होने के बाद आपका अकाउंट खुल जाएगा. अकाउंट खुलने के बाद अकाउंट होल्डर को पासबुक भी दी जाती है. सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना न्यूनतम 250 रुपए जमा किया जा सकता है. इससे पहले सालाना मासिक जमा राशि 1000 रुपये थी. योजना के तहत सालाना कम से कम 250 रुपए और अधिकतम 1.50 लाख रुपए जमा किया जा सकता है.
मिलेगा तीन गुना मुनाफा
अभी सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 7.6 फीसदी है. इसमें सालाना 1.50 लाख रुपए जमा करना होगा. अगर यह ब्याज दरें बरकरार रहती हैं और 14 साल तक आप हर महीने साल 1.50 लाख रुपए सालाना जमा करते हैं. तो 14 साल तक 1.50 लाख रुपए सालाना निवेश पर आपकी ओर से कुल योगदान 21 लाख रुपए का होगा. 14 साल में 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से यह रकम 37,98,225 रुपए हो जाएगी. इसके बाद 7 साल तक इस रकम पर 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा. 21 साल यानी मेच्योरिटी पर यह रकम करीब 63,42,589 रुपये होगी.
किस उम्र से बेटी कर सकती है खाते को ऑपरेट
बेटी को 10 साल की उम्र से खाते को ऑपरेट करने की पहले इजाजत थी, लेकिन नए नियमों के मुताबिक बेटी 18 साल के होने पर ही अब खाता ऑपरेट कर सकेगी. तब तक अभिभावक खाते को ऑपरेट करेंगे. बेटी के 18 साल का होने पर उस बैंक/पोस्ट ऑफिस में आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे जहां खाता खुला है.
कब निकाल सकते हैं पैसा?
बेटी के 18 साल के होने से पहले आप पैसे नहीं निकाल सकते. उसके 21 साल के होने पर अकाउंट मैच्योर हो जाता है. बेटी के 18 साल पूरे करने के बाद आपको आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है. मतलब आप खाते में जमा रकम का 50 फीसदी तक निकाल सकते हैं. दुर्भाग्य से अगर बच्ची की मृत्यु हो जाती है तो खाता तुरंत बंद हो जाएगा. ऐसे मामले में खाते में पड़ी रकम अभिभावक को दे दी जाती है. (tv9hindi.com)