सामान्य ज्ञान
साहित्य अकादमी की स्थापना 12 मार्च 1954 में की गई। साहित्य अकादमी के प्रथम अध्यक्ष प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और उपाध्यक्ष डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे। जवाहरलाल नेहरू वर्ष 1954 से 1964 तक और डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन वर्ष 1954 से 1960 तक इन पदों पर रहे।
भारत की साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य के विकास के लिये सक्रिय कार्य करने वाली राष्ट्रीय संस्था है। इसके गठन का उद्देश्य उच्च साहित्यिक मानदंड स्थापित करना, भारतीय भाषाओं और भारत में होने वाली साहित्यिक गतिविधियों का पोषण और समन्वय करना है। साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए।
हिन्दी के आलोचक और कवि डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को साहित्य अकादमी का अध्यक्ष 18 फरवरी 2013 को निर्वाचित किया गया। वह साहित्य अकादमी के अध्यक्ष बनने वाले हिन्दी के पहले साहित्यकार हैं। विश्वनाथ प्रसाद तिवारी साहित्य अकादमी के 12वें अध्यक्ष हैं। इनका कार्यकाल 5 वर्ष निर्धारित है। विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने सुनील गंगोपाध्याय का स्थान लिया। सुनील गंगोपाध्याय का वर्ष 2012 में निधन हो गया था।