सामान्य ज्ञान
लाल रंग के गुबरैले को अक्सर अच्छी किस्मत से जोड़ कर देखा जाता है । साथ ही मिस्र में इस काले गुबरैले को इतना पवित्र माना जाता है कि किसी को दफनाने के दौरान कब्र में पत्थर के बने गुबरैले का ताबीज भी रखा जाता है ताकि मरने के बाद गुबरैला व्यक्ति की रक्षा कर सके ।
परीक्षणों से यह बात सामने आई है कि गोबर में पाया जाने वाला कीड़ा गुबरैला प्रकृति में सबसे ज्यादा ताकतवर प्राणी होता है। आधा इंच लंबा गुबरैला ने परीक्षणों के दौरान अपने वजन की तुलना में 1141 गुना अधिक वजन खींच सकता है। वह इतना अधिक वजन खींच सकता है कि उसकी तुलना में एक आदमी को छह भरी हुईं डबल डेकर बसें खींचनी पड़े।
ब्रिटिश शोधकर्ताओं का कहना है कि सींगदार नर गुबरैले की यह चमत्कारी ताकत उसकी सहवास रणनीति (मेटिंग स्ट्रेटजी) का एक हिस्सा होती है जिसके बल पर वह अपने लिए मादा को हासिल करता है। लंदन विश्वविद्यालय के क्वीन मैरी कॉलेज के एक शोधकर्ता डॉ. रॉब नेल का कहना है कि कीडों मकोड़ों में अपनी आश्चर्यजनक ताकत दिखाने की क्षमता होती है और यह उनके सेक्स जीवन का अभिन्न भाग होता है।
मादा गुबरैला गोबर के बड़े ढेर में सुरेंगें बनाती है, जिन सुरंगों में नर गुबरैले उनसे सहवास करते हैं। अगर किसी सुरंग में पहले से ही कोई नर और मादा मौजूद है और कोई दूसरा नर सुरंग में प्रवेश करता है तो उसे अपने सींगों के बल से दूसरे नर को सुरंग से बाहर निकालना होता है। इस लड़ाई में जो भी जीतता है, मादा उसी की हो जाती है।