सामान्य ज्ञान
अबू सिंबल मिस्र के दो प्राचीन मंदिर हैं, जिन्हें फैरो रैमजिज द्वितीय ने ईसा से पहले तेरह सौ साल पहले बनवाया था। ये मंदिर चट्टïानों को काटकर बनाए गए थे।
बड़े मंदिर के भीतर रैमजिज द्वितीय और तीन अन्य देवताओं की प्रतिमाएं हैं, लेकिन मंदिर का अग्रभाग बड़ा ही भव्य है। इसमें बैठे हुए फैरो की चार प्रतिमाएं बनी हुई हैं, जो बीस- बीस मीटर ऊंची हैं। ये मंदिर रैमजिज द्वितीय को समर्पित हैं। इसी के पास एक छोटा मंदिर है , जो रैमजिज द्वितीय की पत्नी नैफरतारी को समर्पित है। इसके मुख्य द्वार के दोनों तरफ तीन-तीन प्रतिमाएं खड़ी हैं, जो दस - दस मीटर ऊंची हैं।
अबू सिंबल के ये मंदिर आसवान बांध से कोई 280 किलोमीटर दूर थे, लेकिन जब बांध बनकर तैयार हुआ तो नासिर झील में पानी चढऩे लगा, जो इन मंदिरों के लिए खतरनाक साबित हो सकता था।
संयुक्त राष्टï्र की मदद से इन मंदिरों के एक- एक हिस्से को अलग करके उसी चट्टान पर 60 फीट ऊपर दोबारा जोड़ा गया। ये काम 1964 में शुरू होकर 1968 में पूरा हुआ।