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अलीगढ़/मेरठ (उप्र), 23 अप्रैल। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को आरक्षण का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी (सपा) नहीं चाहती कि अनुसूचित जाति (एससी)- अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ मिले।
मायावती ने दावा किया कि अगर उनकी पार्टी केंद्र की सत्ता में आयी तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने मेरठ में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की खंडपीठ बनाने का वादा किया।
बसपा प्रमुख ने मंगलवार को मेरठ के लोहिया नगर क्षेत्र के अलीपुर मैदान में पार्टी उम्मीदवार देवव्रत कुमार त्यागी और अलीगढ़ के महेश्वर इंटर कॉलेज में बसपा उम्मीदवार हितेन्द्र कुमार के समर्थन में अलग-अलग चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया।
उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व कांग्रेस पर निशाना साधा और आरक्षण के मुद्दे को लेकर सपा को कठघरे में खड़ा किया।
मायावती ने कहा, ‘‘सरकारी नौकरियों में दलितों, आदिवासियों के लिए आरक्षित पद सालों से भरे नहीं गए हैं।’’
मायावती ने कहा, ''उत्तर प्रदेश में जब सपा की सरकार थी तब एससी-एसटी वर्ग के सरकारी कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण बिल्कुल खत्म कर दिया गया था।''
बसपा प्रमुख ने आम मतदाताओं को सपा से सचेत करते हुए कहा '' क्या एससी-एसटी के कर्मचारी वर्ग ऐसी पार्टी (सपा) को वोट देकर अपना वोट खराब करेंगे, जो आपके आरक्षण को खत्म करने के लिए पूरे जी जान से लगी हुई है।''
उन्होंने आरोप लगाया, ''सपा नहीं चाहती है कि एससी-एसटी वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ मिले।''
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल पूछा, ''जब पदोन्नति में आरक्षण को प्रभावी बनाने के लिए राज्यसभा में बसपा संशोधन विधेयक लेकर आई तो सपा सांसदों ने संसद में इस विधेयक को फाड़ दिया था। आप खुद ही बताइए कि ऐसी समाजवादी पार्टी दलितों शोषितों का क्या भला कर सकती है?''
बसपा प्रमुख ने केंद्र में सत्ता में आने पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ की तरह मेरठ में भी एक खंडपीठ बनाने का वादा करते हुए कहा कि ''केंद्र की सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है, हमारी पार्टी केंद्र की सत्ता में आयी तो इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएगी।''
मायावती ने पश्चिमी क्षेत्र को मिलाकर अलग से राज्य बनाने का भी वादा किया।
उन्होंने याद दिलाया कि उनकी सरकार ने प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार के पास भेजा था लेकिन केंद्र सरकार ने उसे अमल में नहीं लाया।
मायावती सरकार ने 2011 में उत्तर प्रदेश को विभाजित कर पूर्वांचल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने का प्रस्ताव पारित किया था।
उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र में हमारी पार्टी सत्ता में आयी तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाया जाएगा।
मायावती ने मेरठ लोकसभा सीट से बसपा उम्मीदवार को चुनाव जिताने की अपील की।
मेरठ और अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण के अंतर्गत 26 अप्रैल को मतदान होना है।
मेरठ लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अरुण गोविल, समाजवादी पार्टी की सुनीता वर्मा और बसपा के देवव्रत कुमार त्यागी मुकाबले में हैं।
उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर मुसलमानों के उत्पीड़न और जुल्म ज्यादती का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बसपा सत्ता में आयी तो मुसलमानों का उत्पीड़न रोका जाएगा।
मौसम खराब होने की वजह से अलीगढ़ में कई घंटे देर से पहुंची बसपा प्रमुख ने कहा कि अलीगढ़ लोकसभा सीट से मतदाताओं ने कई बार भाजपा के ब्राह्मण समाज के प्रत्याशी को कामयाब बनाया, लेकिन जनता उनकी कार्यशैली से संतुष्ट नहीं रही।
उन्होंने कहा कि जनता को विकल्प नहीं मिलता तो मजबूरी में उन्हें ( अलीगढ़ के भाजपा सांसद सतीश शर्मा) जिता देते थे, लेकिन हमने यहां से ब्राह्मण समाज का उम्मीदवार देकर उसका विकल्प दिया है, जो जनता के सुख दुख में रहता है।
अलीगढ़ के बसपा उम्मीदवार हितेन्द्र कुमार उपाध्याय के बारे में उन्होंने कहा कि हितेन्द्र को टिकट देने के लिए सिर्फ ब्राह्मण ही नहीं, सर्व समाज और मुस्लिम समाज के लोग भी लखनऊ आकर मुझसे सिफारिश किये।
अलीगढ़ की सभा में ही उन्होंने हाथरस (आरक्षित) सीट के उम्मीदवार धनगर समाज के हेम बाबू को भी जिताने की अपील की। साथ ही मायावती ने मथुरा से जाट उम्मीदवार दिये जाने की वजह बताते हुए कहा कि मथुरा की जनता चाहती थी कि बाहरी नहीं बल्कि पढ़ा लिखा स्थानीय व्यक्ति उनका उम्मीदवार हो तो हमने मथुरा से सुरेश सिंह को उम्मीदवार बनाया है। (भाषा)
रायपुर, 24 अप्रैल। मंगलवार को सक्ती,धमतरी में सभा और राजभवन में रात्रि विश्राम के बाद पीएम मोदी 9 बजे अंबिकापुर रवाना हो गए । उन्होंने रास्ते में उन्हें देखने खड़े लोगों को हाथ हिलाकर विदाई ली।
10.35 बजे अंबिकापुर हेलीपैड पर उनका विमान उतरेगा। 10:40 बजे अंबिकापुर हेलीपैड से सड़क मार्ग से पीजी कालेज मैदान पहुंचेंगे। 10:45 से 11:25 तक आमसभा को संबोधित करेंगे। यहां से वे रायगढ़ एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जाएंगे। जहां से वे मप्र जाएंगे
रायपुर, 24 अप्रैल। वाट्सएप पर किसी दूसरी कंपनी का फर्जी आई.डी. व डीपी बना कर धोखाधड़ी करने वाले युवक को पुलिस ने बोकारो से गिरफ्तार किया है।
हिमांशु श्रीवास्तव 39 वर्ष निवासी पार्थिव प्रोविंस काॅलोनी सरोना, एसीबी इंडिया प्रा. लिमि. कम्पनी का कार्मिक है। उसने सिविल लाइंस साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था। इसके मुताबिक मोबाईल नम्बर 99555-18973 का धारक, एसीबी इंडिया कम्पनी के डाॅयरेक्टर रूद्र सेन सिंधु का डीपी व फर्जी आई.डी. बना कर कम्पनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाकर धोखाधड़ी कर रहा। इस रिपोर्ट पर विवेचना दौरान सायबर सेल से तथ्यात्मक जानकारी ले आरोपी का पहचान होने पर पुलिस टीम को झारखण्ड भेजा गया। जहां आरोपी अनंत कुमार सिंह पिता रविन्द्र कुमार सिंह 33 वर्ष निवासी प्रजापति पेट्रोल पम्प के पास, आल हेवेल्स अपार्टमेन्ट चिराचास, बोकारो, झारखण्ड को पकड़ा।उससे इस्तेमाल किए गए रियल-मी कम्पनी का फोन एवं सिम नम्बर 99555-18973 जप्त किया। उसे धारा 419, 420 भादवि 66(सी) 66(डी) आई.टी. एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूरत में बीजेपी के उम्मीदवार की निर्विरोध जीत को जनता का अपमान बताया है.
सूरत में कांग्रेस के उम्मीदवार का पर्चा निरस्त हो जाने और अन्य उम्मीदवारों के अपना नाम वापस लेने के बाद बीजेपी उम्मीदवार को विजेता घोषित कर दिया गया है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा है, “सूरत में जनता का अपमान हुआ है. वहां वोट ही नहीं डालने दिया गया. हम तो पहले से कह रहे हैं, भाजपा वोट डालने का अधिकार ही छीन लेगी. देखिए वही हुआ है. ये भी संविधान की हत्या है क्योंकि इस तरह धांधली से जीते हुए लोग, जनता के चुने हुए प्रतिनिधि नहीं हैं.”
अखिलेश ने लिखा, “भाजपा चुनाव आयोग को ठेंगा दिखा रही है. चुनाव आयोग को कम से कम अपनी मानहानि के लिए तो कार्रवाई करनी चाहिए.”
अखिलेश यादव ने चंडीगढ़ के मेयर पद के चुनाव का भी ज़िक्र किया जहां बीजेपी उम्मीदवार की जीत को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था.
अखिलेश ने कहा, “चंडीगढ़ मेयर चुनाव की तरह हमारी एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग से अपील है कि ‘सूरत’ की घटना का स्वत: संज्ञान ले और चुनाव रद्द करके सब षड्यंत्रकारियों को सख़्त से सख़्त सज़ा दी जाए. सूरत में नये सिरे से चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाए.” (bbc.com/hindi)
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के महिलाओं के मंगलसूत्र से जुड़े बयान पर तीखा जवाब दिया है.
रविवार को, राजस्थान के बांसवाड़ा में चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस महिलाओं के गहने और मंगलसूत्र लेकर पैसा ऐसे लोगों में बांट देगी जिनके अधिक बच्चे हैं, जो घुसपैठिए हैं.
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का उदाहरण देते हुए कहा था कि कांग्रेस के लिए देश के संसाधनों पर पहला हक़ मुसलमानों का है.
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर कांग्रेस ने कहा है कि ऐसे बयानों से वे देश में नफ़रत के बीज बो रहे हैं.
वहीं, कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए अब प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर तीख़ा जवाब दिया है.
प्रियंका गांधी ने कहा, “कैसी-कैसी बहकी-बहकी बातें की जा रही हैं. पिछले दो दिनों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आपका मंगलसूत्र, आपका सोना छीनना चाहती हैं. 70 सालों से ये देश स्वतंत्र हैं, 55 साल कांग्रेस की सरकार रही है, क्या किसी ने आपका सोना छीना, आपके मंगलसूत्र छीने. इंदिरा गांधी ने जब जंग हुई, अपना सोना इस देश को दिया. मेरी मां का मंगलसूत्र इस देश के लिए क़ुर्बान हुआ है.”
प्रियंका गांधी ने कहा, “मंगलसूत्र का महत्व समझते तो वो ऐसी अनैतिक बातें ना करते. किसान पर क़र्ज़ चढ़ता है तो उसकी पत्नी अपनी मंगलसूत्र को गिरवी रखती है. बच्चों की शादी होती है या दवाई की ज़रूरत होती है तो महिलाएं अपने गहने गिरवी रखती हैं.”
प्रियंका गांधी ने कहा, “ये बात ये लोग नहीं समझते और इसका प्रमाण ये है कि जब नोटबंदी हुई और जब महिलाएं की बचत इन्होंने ली और कहा कि बैंकों में पहुंचाओ, तब मोदी जी कहां थे. वो आपसे आपकी बचत का पैसा ले रहे थे.”
प्रियंका ने कहा, “जब देश में उन्होंने लॉकडाउन किया और सारे मज़दूर देश भर से, बेंगलुरु से, यूपी-बिहार और अलग-अलग स्थानों के लिए पैदल निकले, जब कोई सहारा नहीं मिल रहा था, तब महिलाओं ने अपने गहने गिरवी रखें, तब मोदी जी कहां थे? किसान आंदोलन हुआ, 600 किसान शहीद हुए, उनकी विधवाओं के मंगलसूत्र के बारे में सोचा मोदी जी ने.”
मणिपुर में जातीय हिंसा के दौरान महिलाओं को नग्न करके घुमाने और इस घटना पर प्रधानमंत्री के कोई प्रतिक्रिया ना देने पर सवाल करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “मणिपुर में एक जवान की बीवी का वस्त्रहरण करके पूरे देश के सामने घुमाया, मोदी जी चुप थे, उसके मंगलसूत्र के बारे में नहीं सोचा उन्होंने.”
प्रियंका ने कहा कि मोदी महिलाओं को डराकर उनका वोट हासिल करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, “पलक नहीं झपकाई उन्होंने, आज वो चुनाव के लिए, वोटों के लिए, ऐसी बातें कर रहे हैं, डरा रहें हैं महिलाओं को ताकि वो डरकर वोट करें, शर्म आनी चाहिए उन्हें.” (bbc.com/hindi)
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख ने कहा है कि वह इसराइली हमलों के बाद ग़ज़ा के नासेर और अल-शिफ़ा अस्पतालों में हुई तबाही और यहां सामूहिक क़ब्रें पाए जाने की ख़बरों से 'भयभीत' हैं.
वोल्कर तुर्क ने इन मौतों की स्वतंत्र जाँच कराए जाने की मांग की है.
फ़लस्तीनी अधिकारियों ने कहा है कि उन्होंने नासेर अस्पताल में मिली सामूहिक क़ब्रों से क़रीब 300 लोगों के शव बाहर निकाले हैं. हालांकि, ये स्पष्ट नहीं है कि इतने लोगों की मौत कब हुई या फिर इन्हें कब दफ़नाया गया.
इसराइल की सेना ने कहा है कि ये दावा कि इन शवों को उन्होंने दफ़नाया है, पूरी तरह 'बेबुनियाद' हैं.
लेकिन उसने ये ज़रूर कहा है कि फ़रवरी में ख़ान यूनिस शहर के अस्पताल में अपने दो सप्ताह के अभियान के दौरान, इसराइली सैनिकों ने फ़लस्तीनियों के दफ़नाए शवों की 'उन जगहों पर जाँच की', जहां बंधकों को रखने से जुड़े ख़ुफ़िया इनपुट मिले थे.
अब रिहा हो चुके 10 बंधकों ने कहा कि उन्हें क़ैद के दौरान लंबे समय तक नासेर अस्पताल में रखा गया.
नासेर अस्पताल में इसराइली कार्रवाई से पहले वहां के कर्मचारियों ने कहा था कि वे अस्पताल के परिसर में ही शव दफ़नाने को मजबूर थे क्योंकि बाहर जारी जंग की वजह से क़ब्रिस्तान तक पहुंचना मुमकिन नहीं था.
नवंबर में अल-शिफ़ा अस्पताल पर हुई पहली इसराइली कार्रवाई से पहले वहां भी ऐसी ही ख़बरें आई थीं. (bbc.com/hindi)
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने साल 2008 में हुए मुंबई हमलों को लेकर तत्कालीन यूपीए सरकार को घेरा है.
जयशंकर ने कहा कि 'यूपीए सरकार ने मुंबई आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई इस तर्क के आधार पर नहीं की क्योंकि पाकिस्तान पर हमला करना, कुछ न करने से ज़्यादा महंगा पड़ता.'
विदेश मंत्री ने 'फॉरेन पॉलिसी द इंडिया वे: फ्रॉम डिफिडेंस टू कॉन्फ़िडेंस' विषय पर आयोजित एक चर्चा के दौरान ये बातें कही.
इस दौरान उन्होंने यूपीए सरकार का ज़िक्र करते हुए कहा कि 'रक्षात्मक दौर में आतंकवाद स्वीकार कर लिया गया था.'
जयशंकर ने कहा, "मुंबई (हमले) के बाद, पिछली यूपीए सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने लिखा कि 'हम बैठे, हमने बहस की. हमने सभी विकल्पों पर विचार किया. फिर हमने कुछ नहीं करने का फ़ैसला किया.' ये महसूस किया गया कि पाकिस्तान पर हमला करने की कीमत, उस पर हमला न करने से कहीं अधिक है."
जयशंकर ने कहा कि 'अब फ़ैसला करने का अधिकार मैं आप पर छोड़ता हूं.'
उन्होंने कहा कि भारत के सामने सीमाओं पर कुछ चुनौतियां हैं और उनसे बचाव का तरीका केवल सार्वजनिक तौर पर अपनी छवि बनाना नहीं बल्कि बुनियादी ढांचे का निर्माण करना, सेना की मदद करना और एक ऐसा सिस्टम बनाना है जो सीमा पर ख़तरे की स्थिति में जवाब दे सके. (bbc.com/hindi)
हुबली, 23 अप्रैल। भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार छात्रा नेहा हिरेमथ की हत्या की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दे।
उन्होंने यहां नेहा हिरेमथ के परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
नेहा हिरेमथ (23) की 18 अप्रैल को धारवाड़ के बीवीबी कॉलेज परिसर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद आरोपी फैयाज खोंडुनाइक मौके से भाग गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
नेहा ‘मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन’ (एमसीए) पाठ्यक्रम की प्रथम वर्ष की छात्रा थी और फैयाज पहले उसका सहपाठी रह चुका था।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘मैं पीड़ित परिवार से मिला। राज्य सरकार जिस तरह से इस मामले से निपट रही है उससे वे भी खुश नहीं हैं। सरकार ने मामला सीआईडी को सौंप दिया है, लेकिन केवल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। हम यहां राज्य सरकार पर दबाव नहीं डाल रहे हैं, लेकिन मामले में जो अन्य व्यक्ति शामिल हैं, उनमें से किसी को भी जांच के लिए नहीं बुलाया गया है।’’
यहां नेहा के माता-पिता से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा नेता ने दावा किया कि इस मामले के संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, गृह मंत्री जी. परमेश्वर और कुछ मंत्रियों द्वारा दिए गए बयान ‘‘बहुत परेशान करने वाले हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘इस तरह के गंभीर मामले में मुख्यमंत्री कैसे कह सकते हैं कि हत्या व्यक्तिगत कारणों से हुई है? गृह मंत्री कुछ और बयान देते हैं और जिला प्रभारी मंत्री अप्रत्यक्ष रूप से अल्पसंख्यकों का समर्थन करते हैं।’’
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘अल्पसंख्यक या बहुसंख्यक का सवाल कहां है? यह हुबली में दिनदहाड़े हत्या का मामला है। महिलाओं की सुरक्षा सवालों के घेरे में है।’’
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को घोषणा की थी कि उनकी सरकार ने हुबली में हुई छात्रा की हत्या के मामले की जांच सीआईडी को सौंपने का फैसला किया है। साथ ही मामले का जल्द निपटारा करने के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया जाएगा। (भाषा)
छत्रपति, संभाजीतनगर, 23 अप्रैल। शिवसेना (यूबीटी) के नेता अंबादास दानवे ने मंगलवार को आरोप लगाया कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लिए पहले सरकार द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ियों का उपयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव प्रचार के लिए कर रही है।
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता ने यहां एक प्रेस वार्ता में कहा, “विकसित भारत यात्रा' के तहत सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में इस्तेमाल किये गए वाहनों का उपयोग अब भाजपा चुनाव प्रचार के लिए कर रही है। क्या यह 'चंदा दो, धंधा लो' है?”
उन्होंने कहा, “ यहां तक कि इन वाहनों के मार्ग भी वही हैं, जो विकसित भारत यात्रा के दौरान अपनाए गए थे।”
दानवे ने औरंगाबाद लोकसभा सीट से राज्य सरकार में मंत्री संदीपन भूमरे को मैदान में उतारने के लिए महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन पर भी निशाना साधा।
इस गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल है।
उन्होंने कहा, "महायुति के नेता अब विनोद पाटिल से बात कर रहे हैं और उन्हें चुनाव न लड़ने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं।"
पाटिल महायुति के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। अब उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
दानवे ने मांग की कि सत्तारूढ़ शिवसेना के 40 विधायकों को दी गई सुरक्षा हटाई जानी चाहिए। (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 अप्रैल। दिल्ली की एक अदालत ने कथित आबकारी नीति घोटाले से संबंधित धनशोधन मामले में मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता की न्यायिक हिरासत सात मई तक बढ़ा दी।
हिरासत अवधि समाप्त होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश किए जाने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मामलों की विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने केजरीवाल और कविता के साथ सह-आरोपी चनप्रीत सिंह की भी हिरासत बढ़ा दी।
सिंह ने कथित रूप से 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के लिए धन प्रबंधन किया था।
न्यायाधीश ने सीबीआई जांच के अधीन भ्रष्टाचार के एक संबंधित मामले में भी तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता की न्यायिक हिरासत सात मई तक बढ़ा दी।
इस बीच, अदालत ने धनशोधन मामले में कविता की जमानत अर्जी पर सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।
न्यायाधीश ने 22 अप्रैल को भ्रष्टाचार मामले में कविता की जमानत अर्जी पर अपने आदेश को दो मई के लिए सुरक्षित रखा था।
कविता ईडी और सीबीआई, दोनों से ही संबंधित मामलों में न्यायिक हिरासत में हैं।
उन्हें धनशोधन मामले में 15 मार्च को हैदराबाद में बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास से ईडी ने गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें सीबीआई ने 11 अप्रैल को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था।
केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। (भाषा)
भुवनेश्वर, 23 अप्रैल। ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा के लिए एक साथ हो रहे चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा 40 स्टार प्रचारकों की दी गई सूची में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा के नाम शामिल हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भाजपा द्वारा मंगलवार को सौंपे गए एक पत्र के अनुसार, सूची में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नाम भी शामिल हैं।
सूची में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को भी जगह दी गई है। इनके अलावा उड़िया फिल्मों के अभिनेता अनुभव मोहंती, श्रीताम दास, हरिहर महापात्र और पिंकी प्रधान को भी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया है।
ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा के लिए चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। राज्य में लोकसभा की 21 और विधानसभा की 147 सीट है। (भाषा)
रायपुर, 23 अप्रैल। कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य रंजीत रंजन के बयान पर भाजपा ने पटलवार किया है। रायपुर सांसद सुनील ने कहा की कांग्रेसी हमेशा से देश को लूटकर अपनी तिजोरियों को भरने के काम में लगे हुए हैं । कांग्रेस अपनी छत्तीसगढ़ और पूरे देश में हो रही हार से बौखला गई है। यही वजह है कि कांग्रेस के नेता अपना मानसिक संतुलन खोकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर अनर्गल टिप्पणी लगा रहे है। प्रधानमंत्री के रात्रि में राज भवन में रुकने को लेकर आपत्ति को हास्यास्पद बताया है। साथ ही कहा है कि प्रधानमंत्री के राजभवन में रुकने पर कांग्रेसियों के पेट में दर्द हो रहा है ।
सुनील सोनी ने कहा-पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुणगान करने वाले कांग्रेसियों को शर्म नहीं आती है। कांग्रेस भले ही भूल गई होगी लेकिन देश की जनता जानती है, किस तरीके यूपीए की कांग्रेस सरकार ने 10 सालों में देश को लूटने का काम किया। टूजी, थ्री जी, कामनवेल्थ गेम सहित आकाश, पाताल और अंतरिक्ष तक में भी घोटाला कर भ्रष्टचार का विश्व रिकार्ड बना दिया था।
सुनील सोनी ने कहा, कि प्रधानमंत्री ने महिला शक्ति का अपनी योजनाओं के जरिए सशक्त बनाया है। मोदी जी तो महिला शक्ति का वंदन और अभिनंदन करते हैं। राहुल गांधी ने तो हिंदू धर्म में महिला शक्ति का जिस तरीके से उपहास उड़ाया, उसे पूरे देश ने देखा। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रीया श्रीनेत ने जो एक ऐसी बेटी जिसने अपनी प्रतिभा के दम पर अभिनेत्री बनी कंगना रानौत पर भद्दी और शर्मनाक टिप्पणी करते हुए मंडी में क्या रेट चलने वाली बात कही थी, इसके कांग्रेस ने देश की महिलाओं से माफी मांगना तक उचित नहीं समझा।
श्री सोनी ने कहा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दलों की सोच कितनी संकुचित और संर्कीण हो चुकी है कि वे पीएम मोदी के 10 साल के काम को हिसाब मांगकर यूपीए के कांग्रेस सरकार से तुलना कर रही है। अपने इस हरकत के चलते इंडी गठबंधन के हंसी के पात्र बन गए हैं। आजादी के बाद कांग्रेस के भ्रष्टचारी रूपी दीमक ने देश को खोखला कर दिया था। लेकिन पीएम मोदी की सरकार ने आज देश को विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा कर दिया है।
श्री सोनी ने कहा भ्रष्टाचार का स्मारक बनने वाली कांग्रेस की भूपेश सरकार ने मां गंगा की सौगंध खाकर शराबबंदी नहीं महिलाओं के साथ विश्वासघात किया। भर्ती में घोटाला करने बेरोजगार युवाओं का हक छीनने वाली भूपेश सरकार की करतूतों पर कांग्रेसी नेता यहां पर्दा डालने और जनता को बरगलाने के आ रहे हैं। और अपने झूठे न्याय पत्र का झांसा दे रहे हैं लेकिन जनता इन्हें सबक सीखाने के मतदान के दिन का बेसब्री से इंतजार कर रही है। इस बार कांग्रेस के सभी 11 लोकसभा प्रत्याशियों की जमानत जब्त होने जा रही है।
चेन्नई, 23 अप्रैल । चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) ने इंडियन प्रीमियर लीग टी20 मैच में मंगलवार को यहां लखनऊ सुपरजायंट्स के खिलाफ चार विकेट पर 210 रन बनाये।
सीएसके के लिए कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने 60 गेंद में नाबाद 108 जबकि शिवम दुबे ने 27 गेंद में 66 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली।
सीएसके पारी :
अजिंक्या रहाणे का राहुल बो हेनरी 01
ऋतुराज गायकवाड़ नाबाद 108
डेरिल मिचेल का हुड्डा बो यश ठाकुर 11
रविंद्र जडेजा का राहुल बो मोहसिन 17
शिवम दुबे रन आउट 66
महेंद्र सिंह धोनी नाबाद 04
अतिरिक्त: 03
कुल योग: (20 ओवर में चार विकेट पर) 210 रन
विकेट पतन: 1-4, 2-49, 3-101, 4-205
गेंदबाजी
हेनरी 4-0-28-1
मोहसिन 4-0-50-1
बिश्नोई 2-0-19-0
यश ठाकुर 4-0-47-1
स्टोइनिस 4-0-49-0
कृणाल 2-0-15-0
जारी
(भाषा)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा में एक बार फिर मुसलमानों पर टिप्पणी करते हुए विपक्षी कांग्रेस और इंडिया अलायंस पर निशाना साधा है.
पीएम मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के टोंक में अपने भाषण में आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी दलितों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना चाहती है.
इससे पहले नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में कहा था कि कांग्रेस पार्टी देश के लोगों की संपत्ति लेकर ऐसे लोगों में बांटना चाहती है जो अधिक बच्चे पैदा करते हैं और जो घुसपैठिए हैं.
प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साल 2006 में दिया मनमोहन सिंह का बयान दोहराया.
इस बयान में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला 'दावा' दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों का है.
प्रधानमंत्री अपने चुनावी भाषणें में बार-बार ये कह रहे हैं कि मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला 'हक़' मुसलमानों का है.
हालांकि, तत्कालीन सरकार और कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आरोप को खारिज किया है.
टोंक की सभा में मोदी ने कहा, “इस देश में जब संविधान बना था तब धर्म के आधार पर आरक्षण का घोर विरोध हुआ था ताकि हमारे एससी-एसटी, ओबीसी समुदायों को सुरक्षा मिलती रहे, लेकिन मनमोहन सिंह जी ने भाषण दिया था और उस सभा में मैं मुख्यमंत्री होने के नाते मौजूद था."
"मनमोहन सिंह ने कहा था कि मुस्लिमों का देश के संसाधनों पर पहला हक़ है, ये मनमोहन जी का बयान हैं. ये संयोग नहीं था, ये अकेला बयान नहीं था. कांग्रेस पार्टी की सोच हमेशा तुष्टीकरण की रही है, वोट बैंक की राजनीति की रही है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “2004 में जैसे ही कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनीं, उसके सबसे पहले किए गए कामों में था- आंध्र प्रदेश में एससी- एसटी के आरक्षण में कमी करके मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास. ये एक पायलट प्रोजेक्ट था जिसे कांग्रेस पूरे देश में आज़माना चाहती थी."
"2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में चार बार मुसलमानों के लिए आरक्षण लागू करने की कोशिश की, लेकिन कानूनी अड़चनों की वजह से, सुप्रीम कोर्ट की जागरूकता के कारण वो अपना मंसूबा पूरा नहीं कर पाये. 2011 में कांग्रेस ने इसे देश में लागू करने की कोशिश की, एससी-एसटी और ओबीसी को मिला हुआ अधिकार छीनकर दूसरों को देने का खेल किया. कांग्रेस ने इतने प्रयास ये जानते-बूझते किए कि ये सब संविधान की मूल भावना के ख़िलाफ़ था. लेकिन कांग्रेस ने संविधान की परवाह नहीं की, बाबा साहेब अंबेडकर की परवाह नहीं की.”
पीएम मोदी ने कहा, “जब हमें मौका मिला तो हमने पहला काम किया, उन्होंने जो एससी-एसटी से छीनकर मुस्लिम कोटा निकाला था, उसे ख़त्म किया. जिनका हित था, उसे सुरक्षित किया. मोदी संविधान को समझता है, मोदी संविधान को समर्पित है, मोदी बाबा साहेब अंबेडकर की पूजा करने वाला व्यक्ति है.”
कांग्रेस पर मुसलमानों के तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा, “ये लोग दलितों-पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करके, वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए, अपनी ख़ास जमात को अलग से आरक्षण देना चाहते थे, जबकि संविधान इसके बिलकुल ख़िलाफ़ है. कांग्रेस और इंडी अलायंस वाले मज़हब के आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते थे.” (bbc.com/hindi)
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूरत में बीजेपी के उम्मीदवार की निर्विरोध जीत को जनता का अपमान बताया है.
सूरत में कांग्रेस के उम्मीदवार का पर्चा निरस्त हो जाने और अन्य उम्मीदवारों के अपना नाम वापस लेने के बाद बीजेपी उम्मीदवार को विजेता घोषित कर दिया गया है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा है, “सूरत में जनता का अपमान हुआ है. वहां वोट ही नहीं डालने दिया गया. हम तो पहले से कह रहे हैं, भाजपा वोट डालने का अधिकार ही छीन लेगी. देखिए वही हुआ है. ये भी संविधान की हत्या है क्योंकि इस तरह धांधली से जीते हुए लोग, जनता के चुने हुए प्रतिनिधि नहीं हैं.”
अखिलेश ने लिखा, “भाजपा चुनाव आयोग को ठेंगा दिखा रही है. चुनाव आयोग को कम से कम अपनी मानहानि के लिए तो कार्रवाई करनी चाहिए.”
अखिलेश यादव ने चंडीगढ़ के मेयर पद के चुनाव का भी ज़िक्र किया जहां बीजेपी उम्मीदवार की जीत को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था.
अखिलेश ने कहा, “चंडीगढ़ मेयर चुनाव की तरह हमारी एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग से अपील है कि ‘सूरत’ की घटना का स्वत: संज्ञान ले और चुनाव रद्द करके सब षड्यंत्रकारियों को सख़्त से सख़्त सज़ा दी जाए. सूरत में नये सिरे से चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाए.” (bbc.com/hindi)
ऋषिकेश, 23 अप्रैल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था से जुड़े नीति निर्धारण से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र तक में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी एक बड़े और अच्छे सामाजिक बदलाव की तस्वीर प्रस्तुत करती है।
यहां स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चौथे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन के दौरान मुर्मू ने कहा, ‘‘मुझे यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई कि यहां के विद्यार्थियों में छात्राओं की कुल संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है। पिछले सप्ताह मेरी मुलाकात भारतीय आर्थिक सेवा (इंडियन इकोनोमिक सर्विस) के अधिकारियों के बैच से हुई और उन अधिकारियों में भी लगभग 60 प्रतिशत संख्या महिलाओं की थी। भारत की अर्थव्यवस्था से जुड़े नीति निर्धारण से लेकर तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल (टर्शियरी हेल्थकेयर) जैसे क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी एक बड़े और अच्छे सामाजिक बदलाव की तस्वीर प्रस्तुत करती है।’’
राष्ट्रपति ने बेटियों की भागीदारी और सफलता के लिए एम्स ऋषिकेश, छात्राओं तथा उनके परिवार के लोगों को भी विशेष बधाई दी।
उन्होंने इस बात पर भी गर्व जताया कि दीक्षांत समारोह में पदक प्राप्त करने वाली छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक है।
मुर्मू ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध कराना एम्स ऋषिकेश सहित सभी एम्स संस्थानों की बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि हमारे देशवासियों के लिए एम्स का मतलब कम से कम खर्च में सबसे अच्छे चिकित्सकों से इलाज कराना है। उन्होंने कहा कि एम्स के इलाज का फायदा अधिक से अधिक लोगों को मिले तथा ज्यादा से ज्यादा मेधावी छात्र एम्स में शिक्षा प्राप्त कर सकें, इसके लिए देश के अनेक हिस्सों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की स्थापना की जा रही है।
मुर्मू ने नए चिकित्सकों से कहा कि उनके साथ के अनेक विद्यार्थियों का चिकित्सक बनने का सपना रहा होगा, लेकिन कुछ विद्यार्थी ही अपना यह सपना पूरा कर पाए होंगे।
उन्होंने कहा कि अपनी कड़ी मेहनत और परिश्रम के बल पर आपने यह सफलता अर्जित की है जिसके लिए मैं आपको बधाई देती हूं।
दीक्षांत समारोह में 598 विद्यार्थियों को उपाधि दी गयी जिसमें परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वालों को 14 स्वर्ण पदकों सहित 16 पदकों से नवाजा गया।
वर्ष 2012 से एम्स ऋषिकेश में एमबीबीएस पाठयक्रम शुरू हुआ था और पिछले 12 वर्षों में एम्स ऋषिकेश देश को 574 चिकित्सक दे चुका है।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह भी मौजूद थे। (भाषा)
चित्रदुर्ग (कर्नाटक), 23 अप्रैल। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ‘‘देश के सबसे बड़े नेता ने नैतिकता छोड़ दी है, वह लोगों के सामने नाटक करते हैं और सत्य के पथ पर नहीं चलते हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षियों की आवाज दबाकर, उनके बैंक खातों पर रोक लगाकर और दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डालकर विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
प्रियंका ने इस जिला मुख्यालय शहर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एक जमाना था जब देश में एक नेता खड़ा होता था तो देशवासी उससे ये आशा रखते थे कि वह एक नैतिक इंसान होगा। आज देश के ''सबसे बड़े नेता'' नैतिकता को छोड़कर आपके सामने नाटक करते हैं।’’
उन्होंने कहा, “एक जमाना था जब हम अपने नेताओं से ये उम्मीद रखते थे कि वे सत्य के पथ पर चलेंगे। आज देश के सबसे बड़े नेता अपनी सत्ता दिखाने निकलते निकलते हैं, अपनी शान, अपनी शोहरत दिखाते हैं, लेकिन सत्य के पथ पर नहीं चलते।”
कांग्रेस नेता ने अब खत्म हो चुकी चुनावी बॉण्ड योजना के बारे में कहा कि जिन कंपनियों पर छापे मारे गए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चंदा दिया और फिर उनके खिलाफ मामले बंद कर दिए गए।
उन्होंने आरोप लगाया, ''अब यह स्पष्ट हो गया है कि कैसे नोटबंदी के माध्यम से काले धन को सफेद किया गया और फिर इसे भाजपा के खाते में जमा किया गया।’’
प्रियंका ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि "जो कंपनियां 100 करोड़ रुपये भी कमाने में असमर्थ थीं, उन्होंने भाजपा को (चुनावी बॉण्ड योजना के तहत) 1,100 करोड़ रुपये का चंदा कैसे दिया।"
उन्होंने कहा, ''विपक्ष को भ्रष्ट कहकर निशाना बनाया जाता है लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा भ्रष्ट है और उसने पिछले 10 वर्षों में देश को गुमराह किया है।''
कांग्रेस महासचिव ने एक भाजपा नेता के संविधान बदलने संबंधी बयान को याद करते हुए लोगों से सावधान रहने को कहा।
उन्होंने कहा, "आपको उन लोगों की बात ध्यान से सुननी चाहिए जो संविधान को बदलने की बात करते हैं क्योंकि इसका सीधा असर आपके जीवन पर पड़ेगा।" (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 अप्रैल। भारत 2023 में 83.6 अरब डॉलर के खर्च के साथ अमेरिका, चीन और रूस के बाद विश्व स्तर पर चौथा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश था। एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
स्टाकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने अपनी रिपोर्ट इस महीने अपनी वेबसाइट पर साझा की और कहा कि पिछले साल वैश्विक सैन्य खर्च में ‘वृद्धि’ के लिए ‘मुख्य रूप से यूक्रेन में चल रहे युद्ध और एशिया तथा ओशिनिया व पश्चिम एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव’ को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया कि सभी पांच भौगोलिक क्षेत्रों में सैन्य खर्च बढ़ गया है और सबसे अधिक खर्च वृद्धि यूरोप, एशिया और ओशिनिया तथा पश्चिम एशिया में दर्ज की गई।
यह रिपोर्ट दुनिया के विभिन्न हिस्सों में चल रहे इजराइल-हमास, ईरान-इजराइल और रूस-यूक्रेन जैसे संघर्षों के अलावा लाल सागर क्षेत्र में अस्थिरता के बीच आई है।
इसके अनुसार, ‘‘विश्व सैन्य व्यय 2023 में लगातार नौवें वर्ष बढ़कर कुल 2443 अरब डॉलर तक पहुंच गया। 2023 में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि 2009 के बाद से साल-दर-साल सबसे तेज वृद्धि थी और इसने वैश्विक खर्च को सिपरी द्वारा अब तक दर्ज उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया।’’
‘विश्व सैन्य बोझ’ 2023 में बढ़कर 2.3 प्रतिशत हो गया, जिसे वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सैन्य खर्च की हिस्सेदारी को प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार सरकारी व्यय के हिस्से के रूप में औसत सैन्य व्यय 2023 में 0.4 प्रतिशत अंक बढ़कर 6.9 प्रतिशत हो गया। इसमें कहा गया है कि प्रति व्यक्ति विश्व सैन्य खर्च 1990 के बाद से सबसे अधिक 306 डॉलर था।
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत 2023 में 83.6 अरब डॉलर के सैन्य खर्च के साथ दुनियाभर में सैन्य खर्च के मामले में चौथे स्थान पर था।
सिपरी की रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारतीयों द्वारा खर्च 2022 से 4.2 प्रतिशत और 2014 से 44 प्रतिशत बढ़ गया है। इसमें कहा गया कि भारत के सैन्य खर्च में वृद्धि ‘मुख्य रूप से बढ़ती कार्मिक और परिचालन लागत का परिणाम थी’ जो 2023 में कुल सैन्य बजट का लगभग 80 प्रतिशत थी। (भाषा)
पूर्णिया (बिहार), 23 अप्रैल। बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने मंगलवार को राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनमें अपने पिता लालू प्रसाद जैसा ‘धैर्य’ नहीं है।
पप्पू यादव ने यह टिप्पणी तब की, जब संवाददाताओं ने तेजस्वी यादव के भाषणों की ओर उनका ध्यान आकृष्ट किया। तेजस्वी पूर्णिया में राजद उम्मीदवार बीमा भारती के लिए जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं।
पूर्णिया सीट से फिलहाल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता संतोष कुशवाहा सांसद हैं। पप्पू यादव 1990 के दशक में इस सीट से तीन बार जीत दर्ज कर चुके हैं, अब वह बतौर निर्दलीय चुनावी मैदान में होने के बावजूद प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने सोमवार को आयोजित रैली में कहा, ‘‘ चुनाव ‘इंडिया’ गठबंधन और राजग के बीच करना है। अगर आप बीमा भारती (राजद उम्मीदवार) का समर्थन नहीं करते, माना जाएगा कि आप राजग के साथ हैं।’’
तेजस्वी की इस टिप्पणी का एक वीडियो क्लिप वायरल हो गया है। राजनीतिक टिप्पणीकार इस कथन को तेजस्वी यादव की हताशा के संकेत के रूप में देख रहे हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने पप्पू यादव की पूर्णिया से ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की कोशिश को नाकाम करने में अहम भूमिका निभाई।
पप्पू यादव ने कहा, ‘‘वह इतने अधीर क्यों हो जाते हैं? ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें अपने पिता से धैर्य विरासत में नहीं मिला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं परेशान नहीं हूं। मैं एक पुरानी नीति कथा से प्रेरणा लेता हूं, जिसमें एक ऋषि बिच्छू के डंक से अप्रभावित रहे थे।’’
पप्पू यादव ने इस सवाल को नजरअंदाज कर दिया कि क्या उन्हें लगता है कि तेजस्वी यादव ने भारती की हार को स्वीकार कर लिया है, जो हाल ही में जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुई थीं। हालांकि, वह उनपर भाजपा की ‘बी टीम’ होने के संबंध में बार-बार लगने वाले आरोपों पर भड़क गए।
पप्पू यादव ने व्यंग्यात्मक रूप से कहा,‘‘ मैं आम आदमी हूं और राजा या राजकुमार पर टिप्पणी नहीं कर सकता। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह बी टीम की बात क्या है? क्या वह उन सभी वरिष्ठ राजद नेताओं पर भी यही लेबल लगाएंगे, जिन्होंने हाल ही में पार्टी छोड़ दी है?’’
उन्होंने कहा कि वह ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं।
पप्पू यादव ने कहा, ‘‘26 अप्रैल को मतदान के दिन पूर्णिया की जनता इतिहास रचेगी। इसके बाद मैं अमेठी और रायबरेली सहित अनेक जगहों पर ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार करूंगा।’’
पप्पू यादव ने कहा कि उन्होंने राजद के टिकट पर दो बार मधेपुरा सीट पर जीत दर्ज की। उन्होंने सवाल किया, ‘‘ क्या मैं उस समय भी भाजपा की बी टीम था?क्या कन्हैया कुमार भी भाजपा की बी टीम हैं? ’’
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को राजद के उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव के संभावित प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखा जाता है और यही वजह है कि पार्टी ने 2019 में बेगूसराय सीट पर उनके खिलाफ उम्मीदवार खड़ा किया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था।
पप्पू यादव ने संकेत दिया कि वह सिवान के बाहुबली दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब के लिए प्रचार करेंगे। राजद ने इस बार हिना को टिकट नहीं दिया है, लेकिन अबतक सिवान से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 अप्रैल। पतंजलि आयुर्वेद मामले में अपनी सुनवाई का दायरा बढ़ाते हुए उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को एफएमसीजी कंपनियों के भ्रामक विज्ञापनों पर कड़ा रुख अपनाया और तीन केंद्रीय मंत्रालयों से जनता के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले इस तरह के चलन को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी।
योगगुरु रामदेव और उनके सहयोगी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के बालकृष्ण ने न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ को बताया कि उन्होंने भ्रामक विज्ञापनों पर 67 समाचार पत्रों में बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगी है और वे अपनी गलतियों के लिए बिना शर्त माफी मांगते हुए अतिरिक्त विज्ञापन भी जारी करना चाहते हैं।
पीठ ने कहा कि अखबारों में प्रकाशित सार्वजनिक माफी रिकॉर्ड पर नहीं है और यह दो दिन के भीतर दाखिल की जाए। इसने मामले में अगली सुनवाई के लिए 30 अप्रैल की तारीख निर्धारित की।
पतंजलि मामले की सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि औषधि एवं जादुई उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम तथा उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के कार्यान्वयन और संबंधित नियमों की भी बारीकी से पड़ताल की जरूरत है।
इसने कहा कि यह मुद्दा केवल पतंजलि तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दैनिक उपभोग के सामान बनाने वाली (एफएमसीजी) सभी कंपनियों तक फैला हुआ है, जो "भ्रामक विज्ञापन जारी कर रही हैं और जनता को धोखा दे रही हैं तथा खासकर शिशुओं, स्कूल जाने वाले बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं जो उक्त गलत बयानी के आधार पर उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पीठ ने कहा, ‘‘हमें यह स्पष्ट करना चाहिए कि हम यहां किसी विशेष पार्टी या किसी विशेष एजेंसी या किसी विशेष प्राधिकारी के लिए बंदूक चलाने के लिए नहीं आए हैं। यह एक जनहित याचिका है और उपभोक्ताओं के व्यापक हित में जनता को पता होना चाहिए कि वह किस रास्ते पर जा रही है और उसे कैसे तथा क्यों गुमराह किया जा सकता है तथा अधिकारी इसे रोकने के लिए कैसे काम कर रहे हैं।
अदालत ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, सूचना एवं प्रसारण और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों से यह बताने को कहा कि उन्होंने उपभोक्ता कानूनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए क्या कार्रवाई की है।
इसने आयुष मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लाइसेंसिंग अधिकारियों तथा आयुष के दवा नियंत्रकों को अगस्त 2023 में जारी किए गए उस पत्र पर केंद्र से स्पष्टीकरण भी मांगा जिसमें उनसे औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन नियम 1945 के नियम 170 के तहत कोई कार्रवाई न करने को कहा गया था।
पीठ ने पतंजलि विज्ञापन मामले में याचिकाकर्ता इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) से भी "अपना घर व्यवस्थित करने" को कहा।
इसने कहा कि आईएमए के सदस्यों के कथित अनैतिक कृत्यों के बारे में कई शिकायतें की गई हैं जो अत्यधिक महंगी दवाएं और उपचार लिखते हैं।
पीठ ने अदालत को प्रभावी सहायता के लिए मामले में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) को भी प्रतिवादी बनाने का आदेश दिया।
शुरुआत में, रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक बालकृष्ण की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ को बताया कि उन्होंने अपनी ओर से हुई ''गलतियों'' के लिए सोमवार को बिना शर्त माफी मांगी है।
पीठ ने पूछा, "कहाँ? इसे दायर क्यों नहीं किया गया?"
रोहतगी ने कहा कि इसे सोमवार को देशभर के 67 अखबारों में जारी किया गया।
अदालत ने वरिष्ठ अधिवक्ता से जब यह पूछा कि प्रतिवादियों ने सार्वजनिक माफी प्रकाशित करने से पहले पूरे एक सप्ताह तक इंतजार क्यों किया, रोहतगी ने कहा, "इसकी भाषा बदलनी पड़ी।"
इसने उनसे विज्ञापनों के आकार के बारे में भी पूछा।
अदालत ने रोहतगी से पूछा, "क्या यह उसी आकार का विज्ञापन है जो आप आम तौर पर अखबारों में जारी करते हैं?"
वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा, ‘‘इसकी कीमत लाखों रुपये है।’’
पीठ ने आदेश दिया कि प्रकाशित माफी को रिकॉर्ड में दाखिल किया जाए। इसने कहा कि वह अखबारों में प्रकाशित वास्तविक विज्ञापन देखना चाहती है।
न्यायालय ने कहा, "उक्त विज्ञापन रिकॉर्ड पर नहीं हैं। यह प्रस्तुत किया गया है कि इन्हें एकत्र कर लिया गया है और पक्षों के वकील के लिए प्रतियों के साथ दिन के दौरान दाखिल किया जाएगा। पक्षों के वकीलों को प्रतियों के साथ दो दिन के भीतर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।"
वकील ने कहा कि रामदेव और बालकृष्ण द्वारा अपनी ओर से हुई गलतियों के लिए बिना शर्त माफी मांगते हुए अतिरिक्त विज्ञापन जारी किया जाएगा।
पीठ ने कहा कि औषधि एवं जादुई उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम तथा उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की पड़ताल करने के लिए तीन केंद्रीय मंत्रालयों को पक्षकार बनाना आवश्यक है।
इसने कहा कि ये मंत्रालय 2018 के बाद से प्रासंगिक डेटा के साथ इन कानूनों के दुरुपयोग/उल्लंघन को रोकने के लिए की गई कार्रवाई के बारे में हलफनामा दायर करेंगे।
पीठ ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लाइसेंसिंग अधिकारियों को भी मामले में सह-प्रतिवादी के रूप में शामिल किया जाएगा।
न्यायालय ने आईएमए के वकील से कहा कि जब वे पतंजलि पर उंगलियां उठा रहे हैं, तो "अन्य चार उंगलियां आप (आईएमए) पर भी उठ रही हैं।"
न्यायालय ने रामदेव और बालकृष्ण को 16 अप्रैल को हिदायत दी थी कि वे ‘‘एलोपैथी को नीचा दिखाने’’ का कोई प्रयास नहीं करें। न्यायालय ने उन्हें पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के भ्रामक विज्ञापन के मामले में एक सप्ताह के भीतर "सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और पछतावा प्रकट करने" की अनुमति दी थी।
शीर्ष अदालत 2022 में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही है, जिसमें कोविड टीकाकरण और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाने का आरोप लगाया गया है।
रामदेव और बालकृष्ण ने अपने उत्पादों की औषधीय प्रभावकारिता के बारे में बड़े-बड़े दावे करने वाले विज्ञापनों को लेकर पूर्व में शीर्ष अदालत के समक्ष "बिना शर्त माफी" मांगी थी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 अप्रैल। कांग्रेस ने मंगलवार को बिहार के पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद के खिलाफ पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के पुत्र अंशुल अविजित को उम्मीदवार घोषित किया और इसी के साथ महागठबंधन में पार्टी के कोटे की सभी नौ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित हो गए हैं।
बिहार में कांग्रेस ने कुछ वरिष्ठ नेताओं को टिकट देने के साथ ही कई सीटों पर नए चेहरों और दूसरे दलों से आए नेताओं पर दांव लगाया है जिसको लेकर पार्टी में स्थानीय स्तर पर कुछ नेताओं द्वारा सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं।
कांग्रेस बिहार में महागठबंधन के तहत कुल नौ सीट पर चुनाव लड़ रही है। उसने इन सभी नौ सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
अविजित पटना साहिब लोकसभा सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद को चुनौती देंगे। प्रसाद इस लोकसभा क्षेत्र से वर्तमान में सांसद हैं।
कांग्रेस बिहार में महागठबंधन के तहत कुल नौ सीट पर चुनाव लड़ रही है। उसने इन सभी नौ सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार बिहार की सासाराम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ती रहीं हैं और इस बार वह चुनावी मैदान में नहीं हैं। उनके पुत्र अविजित कांग्रेस के प्रवक्ता भी हैं।
मीरा कुमार ने सासाराम का चार बार प्रतिनिधित्व किया है। इस बार कांग्रेस ने इस सीट से मनोज कुमार को उम्मीदवार बनाया है। कुमार पिछला लोकसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर लड़े थे। वह कुछ समय के लिए मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) में भी रहे हैं।
कांग्रेस ने बिहार के मुजफ्फरपुर से अजय निषाद को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट से वर्तमान सांसद निषाद कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे।
बिहार की महाराजगंज लोकसभा सीट से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र आकाश प्रसाद सिंह को टिकट दिया गया है। आकाश पिछला लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के टिकट पर पूर्वी चंपारण से तत्कालीन केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह के खिलाफ लड़े थे, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस ने समस्तीपुर लोकसभा सीट से बिहार सरकार के मंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता महेश्वर हजारी के पुत्र सनी हजारी को उम्मीदवार बनाया है। पश्चिमी चंपारण से पार्टी के वरिष्ठ नेता मदन मोहन तिवारी को टिकट दिया गया है।
कांग्रेस ने कटिहार से पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर, किशनगंज से वर्तमान सांसद मोहम्मद जावेद और भागलपुर से कांग्रेस विधायक दल के पूर्व नेता अजीत शर्मा को टिकट दिया है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस के नेता किशोर कुमार झा का कहना है कि पार्टी ने कई सीटों पर दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट दिया है जिससे कार्यकर्ता निराश हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले लोकसभा चुनाव में भी यही फार्मूला अपनाया गया था। 2019 के लोक सभा चुनाव में पार्टी मुंगेर से नीलम देवी को जद(यू) से लाकर प्रत्याशी बनाया था लेकिन वह हार गई थीं। इसी प्रकार पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को भाजपा से लाकर कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया था और वह भी बुरी तरह पराजित हुए थे।’’
झा ने कहा, ‘‘आखिर कौन सा दबाव था कि एक बार फिर से वही फार्मूला अपनाया गया?’’
बिहार में महागठबंधन के तहत राष्ट्रीय जनता दल 23, कांग्रेस नौ, वीआईपी तीन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले), तीन और भाकपा एवं माकपा एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए देश भर में अब तक कुल 302 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। (भाषा)
पुणे, 23 अप्रैल। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार के बड़े बेटे पार्थ पवार और बारामती लोकसभा सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रत्याशी सुनेत्रा पवार को ‘वाई-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। पुणे पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अविभाजित शिवसेना के निवर्तमान सांसद श्रीरंग बारणे के खिलाफ 2019 में मावल लोकसभा सीट से पार्थ ने चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। पार्थ अपनी मां सुनेत्रा के लिये सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं।
‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि वाई-प्लस सुरक्षा दायरा प्रदान करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है।
राकांपा के एक स्थानीय पदाधिकारी ने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर पार्थ को यह ‘वाई-प्लस’ सुरक्षा प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा, “पार्थ पवार अपनी मां के लिए चुनाव प्रचार के तहत लोगों से संपर्क कर रहे हैं। वह एक आक्रामक नेता हैं और दूरदराज के इलाकों में घूमने के कारण उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं थीं।”
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए राकांपा (शरदचंद्र पवार) के रोहित पवार ने आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस राजनीतिक नेताओं के बच्चों, विधायकों और अभिनेताओं को सुरक्षा प्रदान करने को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि असामाजिक तत्वों से उत्पीड़न का सामना करने वाले आम आदमी की सुरक्षा चिंताओं की उपेक्षा कर रहे हैं। पार्थ और रोहित पवार रिश्तेदार हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए यह भी कहा कि पार्थ को सुरक्षा देने के लिए दो टैंक तैनात किए जाने चाहिए।
वाई-प्लस सुरक्षा कवर सुरक्षा का चौथा उच्चतम स्तर है जिसमें आम तौर पर एक या दो कमांडो के साथ 11 सदस्यीय दल शामिल होता है। (भाषा)
गोंडा (उप्र), 23 अप्रैल। गोंडा जिले में मंगलवार को हुए एक सड़क हादसे में एक ही मोटर साइकिल पर सवार तीन युवकों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य जख्मी हो गया।
गंभीर अवस्था में जख्मी युवक को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
इटियाथोक के प्रभारी निरीक्षक विवेक त्रिवेदी ने आज यहां बताया कि थाना क्षेत्र के नौशहरा गांव निवासी बिलाल (22), अहमद (21), शाहिद (22) तथा रिजवान (20) आज पूर्वान्ह एक ही मोटर साइकिल पर सवार होकर बिना हेलमेट लगाए खरगूपुर कस्बे से इटियाथोक की तरफ आ रहे थे।
तेज रफ्तार के कारण ग्राम बेंदुली के समीप मोड़ पर मोटर साइकिल का नियंत्रण बिगड़ गया और वे सड़क के नीचे एक पेड़ से टकरा गए। इसके परिणाम स्वरूप सभी चार युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
स्थानीय लोगों के सहयोग से तत्काल उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरगूपुर ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने बिलाल व अहमद को मृत घोषित कर दिया।
गंभीर रूप से जख्मी रिजवान और शाहिद को प्राथमिक उपचार के बाद जिला मुख्यालय भेजा गया। एम्बुलेंस से दोनों घायलों को मेडिकल कॉलेज ने जाया गया, लेकिन यहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने शाहिद को मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद गंभीर रूप से जख्मी रिजवान को बेहतर उपचार के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर भेजा गया।
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि युवकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 23 अप्रैल। सार्वजनिक क्षेत्र की टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) से सरकार को विशेष लाभांश के रूप में 3,443 करोड़ रुपये मिले हैं। कंपनी दूरसंचार मंत्रालय के तहत आती है।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘सरकार को विशेष लाभांश के रूप में टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) से लगभग 3,443 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।’’
वेबसाइट के अनुसार, वर्ष 1978 में स्थापित, टीसीआईएल, अपनी अपनी स्थापना के बाद से एक इंजीनियरिंग और परामर्शदाता और लाभ कमाने वाला संगठन है।
सरकार ने चालू वित्त वर्ष में केंद्रीय सार्वजनिक उद्यमों (सीपीएसई) से लाभांश के रूप में 48,000 करोड़ रुपये प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। (भाषा)
घरेलू विवाद पर पटिया मारा था
रायपुर, 23 अप्रैल। घरेलू विवाद पर छोटे भाई की हत्या करने वाले मंझले भाई को बड़े भाई की सूचना पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मंगलवार सुबह करीब 7.45 बजे मनोज क्षीरसागर निवासी कोटेश्वर शिव मंदिर के पास कोटा निवासी ने इसकी सूचना दी। मनोज ने बताया कि उसके छोटे भाई नीरज क्षीरसागर को उसके मझला भाई अजय क्षीरसागर के बीच सोमवार को रात्रि करीब 10 बजे घरेलू बात को लेकर लडाई - झगडा हुआ। उसी दौरान हत्या करने की नियत से लकडी का टुकडा (पटिया) से मारपीट कर सिर में चोट पहुंचाया है। मनोज ने नीरज का घरेलू इलाज किया। और मृतक नीरज को कमरे में सुला दिया सुबह चेक करने पर उसके छोटे भाई नीरज क्षीरसागर की मृत्यु हो गई थी। इस सूचना पर पहुँचे पुलिस को देख आरोपी अजय क्षीरसागर भाग रहा था जिसे घेराबंदी कर पकडा। औरघटना में प्रयुक्त लकडी का टुकडा (पटिया) जप्त किया गया। सरस्वती नगर पुलिस ने अजय के विरूध्द धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया।