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लखनऊ, 23 जुलाई । केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में आम बजट पेश किया। इस आम बजट में कई बड़े ऐलान किए गए हैं। यूपी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि इससे विकसित भारत का संकल्प पूरा होगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है, वो आधुनिक भारत के निर्माण में सहायक सिद्ध होगा। इस बजट के जरिये 2047 तक विकसित भारत बनाने का सपना पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरा होगा। इस बजट में किसानों, छात्रों, मध्यम वर्ग के साथ सामान्य मानवीय जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कदम उठाए गए हैं। टैक्स स्लैब में छूट प्रदान की गई है।
छात्रों के ऋण की व्यवस्था की गई है। हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स सीमा में छूट देकर सरकारी कर्मचारियों को बढ़ा तोहफा भारत सरकार ने देने का काम किया है। इस बजट का स्वागत करते हुए हम पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार जताते हैं। वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मोदी सरकार का यह बजट बहुत शानदार है। इस बजट में गरीबों, महिलाओं, युवाओं और अन्नदाताओं के लिए अपना खजाना खोल दिया गया है। इनकम टैक्स सीमा में छूट जैसे 3 लाख की इनकम तक पर कोई टैक्स नहीं, इससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। 4 करोड़ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का इस बजट के माध्यम से ऐलान हुआ है। जो राशन मिल रहा था, वो मिलता रहेगा। 3 करोड़ नये आवास बनाए जाएंगे। हर क्षेत्र का इस बजट में ख्याल रखा गया है।
उन्होंने कहा कि यह बजट देश की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने का संकेत है। इस बजट के माध्यम से हम 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करेंगे। मोदी सरकार का बजट विकसित भारत की मजबूत इमारत, विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने, देश का सर्वांगीण विकास, युवाओं, महिलाओं, गरीबों के उत्थान के लिए समर्पित शानदार बजट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट का स्वागत करता हूं। -(आईएएनएस)
दुबई, 23 जुलाई । भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर और ओपनर शैफाली वर्मा श्रीलंका में चल रहे महिला एशिया कप में अपने हालिया प्रदर्शन के बाद आईसीसी महिला टी20 खिलाड़ी रैंकिंग में आगे बढ़ गई हैं। ताजा टी20 रैंकिंग में हरमनप्रीत और शैफाली संयुक्त रूप से 11वें स्थान पर हैं। हरमनप्रीत के पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद पांच और संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ 66 रन के स्कोर ने उन्हें एक स्थान हासिल करने में मदद की है, जबकि शैफाली के 40 और 37 के स्कोर ने उन्हें चार स्थान ऊपर उठाया है।
श्रीलंका की ऑफ स्पिनर इनोशी प्रियदर्शनी बांग्लादेश के खिलाफ दो और मलेशिया के खिलाफ एक विकेट लेने के बाद तीन स्थान आगे बढ़कर करियर के सर्वश्रेष्ठ चौथे स्थान पर पहुंच गई हैं। बल्लेबाजी रैंकिंग में भारत की विकेटकीपर ऋचा घोष चार पायदान ऊपर 24वें, बांग्लादेश की मुर्शिदा खातून छह पायदान ऊपर 47वें, श्रीलंका की विशमी गुणरत्ने सात पायदान ऊपर 51वें और थाईलैंड की नट्टाया बूचथम 10 पायदान ऊपर 76वें स्थान पर पहुंच गई हैं। गेंदबाजों में बांग्लादेश की नाहिदा अख्तर नौ पायदान ऊपर 21वें स्थान पर हैं जबकि मारुफा अख्तर एक पायदान ऊपर 26वें स्थान पर हैं।
श्रीलंका की उदेशिका प्रबोधनी चार स्थान आगे बढ़कर 30वें स्थान पर और भारत की श्रेयंका पाटिल 19 स्थान ऊपर चढ़कर 41वें स्थान पर पहुंच गई हैं। इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट, जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी घरेलू श्रृंखला के अंतिम मैच में 31 गेंदों पर नाबाद 46 रन की मैच विजयी पारी खेली, जिससे इंग्लैंड ने श्रृंखला 5-0 से जीत ली, दो स्थान हासिल करके शीर्ष 20 में फिर से प्रवेश कर गई है। उनकी टीम की साथी नई गेंद की गेंदबाज लॉरेन बेल तीन विकेट लेने के बाद शीर्ष 10 में पहुंच गई हैं। न्यूजीलैंड की अमेलिया केर बल्लेबाजी रैंकिंग में दो स्थान आगे बढ़कर 13वें स्थान पर पहुंच गई हैं, जबकि उनकी बहन जेस केर गेंदबाजी रैंकिंग में पांच स्थान ऊपर चढ़कर संयुक्त 42वें स्थान पर पहुंच गई हैं। -- (आईएएनएस)
कोलंबो, 23 जुलाई । भारत के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए चरिथ असालंका को श्रीलंका की कप्तानी सौंपी गई है। चयन समिति ने मंगलवार को तीन मैचों की सीरीज के लिए 16 सदस्यीय टी20 टीम की घोषणा की। टी20 मैच 27, 28 और 30 जुलाई को कैंडी के पल्लेकेले इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे। सदीरा समरविक्रमा और दिलशान मदुशंका को टीम से बाहर कर दिया गया है, जबकि चयनकर्ताओं ने उनकी जगह चामिंडू विक्रमसिंघे, बिनुरा फर्नांडो और अविष्का फर्नांडो को चुना है। अनुभवी दिनेश चांडीमल भी टीम में वापस आ गए हैं और फरवरी 2022 के बाद टी20 में वापसी करने के लिए तैयार हैं।
भारत के खिलाफ यह सीरीज सनथ जयसूर्या के लिए भी उनका पहला असाइनमेंट है, जिन्होंने अंतरिम कोच के रूप में जिम्मेदारी संभाली है। जयसूर्या को इस महीने की शुरुआत में पूर्व कोच क्रिस सिल्वरवुड के इस्तीफे के बाद नियुक्त किया गया था। टी20 विश्व कप 2024 में खराब प्रदर्शन के बाद श्रीलंका की नजर वापसी पर होगी, जबकि टी20 विश्व चैंपियन भारत नए कोच और कप्तान के साथ अच्छी शुरुआत करना चाहेगा। नए कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ भारतीय टीम सोमवार को श्रीलंका के लिए रवाना हुई। श्रीलंका की टीम: चरिथ असालंका (कप्तान), पथुम निसंका, कुसल जनिथ परेरा, अविष्का फर्नांडो, कुसल मेंडिस, दिनेश चांडीमल, कामिंडू मेंडिस, दासुन शनाका, वानिंदू हसरंगा,दुनिथ वेलालागे, महेश थीक्षाना, चामिंदु विक्रमसिंघे, मथीशा पथिराना, नुवान तुषारा, दुष्मंथा चमीरा, बिनुरा फर्नांडो -- (आईएएनएस)
कोलंबो, 22 जुलाई। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईसीसी) ने पिछले महीने अमेरिका और वेस्टइंडीज की सह मेजबानी में हुए टी20 विश्व कप के आयोजन की समीक्षा के लिए सोमवार को तीन सदस्यीय समिति गठित की।
समिति में न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज रोजर ट्वोज और आईसीसी के अन्य दो निदेशक लॉसन नायडू तथा इमरान ख्वाजा को जगह मिली है।
आईसीसी की विज्ञप्ति के अनुसार ,‘‘आईसीसी बोर्ड पुष्टि करता है कि आईसीसी टी20 विश्व कप के आयोजन की समीक्षा होगी। तीन निदेशक रोजर ट्वोज, लॉसन नायडू और इमरान ख्वाजा के मार्गदर्शन में यह होगा और ये इसी साल बोर्ड को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।’’
समझा जाता है कि आईसीसी को न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा और डलास में मैचों के आयोजन पर दो करोड़ डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है।
पता चला है कि टूर्नामेंट के अमेरिकी चरण के लिए आवंटित बजट लगभग 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर था और यह पाया गया कि बजट में काफी इजाफा हुआ जिस पर वैश्विक संस्था के कुछ प्रभावशाली बोर्ड सदस्यों ने आपत्ति जताई।
खराब स्तर की ‘ड्रॉप इन’ पिचों, टिकट प्रणाली और साजो-समान से जुड़े मुद्दों ने आईसीसी की परेशानी और बढ़ा दी। विभिन्न निविदाएं सौंपे जाने को लेकर भी चिंता जताई गई है।
समझा जाता है कि समिति आईसीसी के कुछ शीर्ष अधिकारियों की भूमिका की भी गहन जांच करेगी।
आईसीसी के प्रतियोगिता प्रमुख क्रिस टेटली ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है। हालांकि आधिकारिक कारण यह बताया गया था कि हर साल होने वाले आईसीसी के प्रमुख टूर्नामेंटों (पुरुष और महिला) का असर पड़ रहा है।
अमेरिका में क्रिकेट की संचालन संस्था यूएसएसी को औपचारिक तौर पर नोटिस पर रखा गया है और आईसीसी की एसोसिएट सदस्यता पात्रता का अनुपालन करने के लिए 12 महीने का समय दिया गया है।
आईसीसी एसोसिएट सदस्यता पात्रता के अनुसार यूएसएसी दो नियमों संचालन (2.2 बी एक) और प्रशासन तथा कार्यकारी ढांचे (2.2 बी दो) पर खरा नहीं उतरता।
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘अमेरिका क्रिकेट और क्रिकेट चिली को औपचारिक रूप से नोटिस दिया गया है और आईसीसी सदस्यता मानदंडों के अपने वर्तमान गैर अनुपालन को सुधारने के लिए उन्हें 12 महीने का समय दिया गया है।’’
मुख्य कार्यकारियों की समिति (सीईसी) ने 2026 टी20 विश्व कप के लिए आठ क्षेत्रीय क्वालीफाइंग स्थानों के आवंटन की पुष्टि की। इसमें अफ्रीका और यूरोप से दो-दो टीमें, अमेरिका महाद्वीप से एक और एशिया तथा ईएपी क्षेत्रीय फाइनल से कुल तीन टीमें क्वालीफाई करेंगी।
आईसीसी ने साथ ही पुष्टि की कि 2030 में आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 12 की जगह 16 टीम का टूर्नामेंट होगा।
महिला टी20 विश्व कप 2026 क्वालीफायर की कट ऑफ तारीख की भी पुष्टि की गई जो 31 अक्टूबर 2024 है।
सीईसी ने एलीट पैनल के प्रतिनिधि के रूप में पॉल रीफेल को क्रिकेट समिति में नियुक्त करने को स्वीकृति दी। (भाषा)
नई दिल्ली, 22 जुलाई । हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की को भरोसा है कि पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम स्वर्ण पदक जीत सकती है। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुटी हुई है। इस टीम में अनुभवी खिलाड़ियों और युवा जोश का मिश्रण है। कुछ ऐसे नाम भी हैं जिनका यह पहला ओलंपिक होगा, तो कुछ ऐसे भी हैं जिनके पास खेल के इस महाकुंभ का अच्छा एक्सपीरियंस है। भारतीय टीम ने ओलंपिक में देश के लिए 12 पदक (8 स्वर्ण, 1 रजत और 3 कांस्य) जीते हैं। टिर्की ने सोमवार को 'ग्लोरी ऑफ फाइव रिंग्स' कार्यक्रम में कहा, "टीम कॉम्बिनेशन अच्छी नजर आ रही है।
हमारे पास मजबूत डिफेंस और स्ट्राइकर हैं, जो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का लक्ष्य रखते हैं। हम सभी जानते हैं कि श्रीजेश क्या करने में सक्षम हैं और गोलकीपिंग की अगुवाई उनके हाथों में होगी। पिछले कुछ वर्षों में हरमनप्रीत सिंह का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। इसलिए हमें उनसे पदक की उम्मीद है और मुझे यकीन है कि पदक का रंग स्वर्ण होगा। हम अन्य टीमों को कड़ी टक्कर देने जा रहे हैं।" लंबे अरसे बाद टोक्यो 2020 में पदक का सूखा समाप्त करने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम की नजरें अब पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल पर है। भारत जिस ग्रुप में है, उसमें कई बड़ी टीमें शामिल हैं।
इसलिए यह सपना भारत के लिए पूरा करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा। भारत ने 1980 में मॉस्को ओलंपिक के बाद से इन खेलों में अब तक स्वर्ण नहीं जीता है। पेरिस ओलंपिक का काउंडटाउन शुरू हो चुका है और भारतीय टीम को पूरा भरोसा है कि वो शानदार प्रदर्शन करेगी। पेरिस 2024 ओलंपिक में, भारत को मौजूदा चैंपियन बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड और आयरलैंड के साथ पूल बी में रखा गया है।
क्वार्टर फाइनल में आगे बढ़ने के लिए, टीम को अपने पूल में शीर्ष चार में जगह पक्की करनी होगी। टिर्की ने कहा, "भारतीय टीम पेरिस पहुंच चुकी है और 27 जुलाई को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी। ओलंपिक से पहले भारतीय टीम काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। विश्व कप 2023 के बाद टीम ने एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन किया है। कोच क्रेग फुल्टन टीम के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि हम सफल होंगे।" -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 जुलाई । भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी गोलकीपर और पूर्व कप्तान पीआर श्रीजेश ने सोमवार को संन्यास का ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि पेरिस ओलंपिक 2024 उनकी आखिरी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता होगी। पीआर श्रीजेश ने अपने करियर में 328 अंतर्राष्ट्रीय मैच समेत तीन ओलंपिक, कई राष्ट्रमंडल खेल, विश्व कप और कई अहम टूर्नामेंट खेले, जिनमें उन्होंने भारतीय टीम के लिए दमदार प्रदर्शन किया।
श्रीजेश ने कहा कि वह आगामी पेरिस ओलंपिक के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले लेंगे। श्रीजेश ने 2006 के दक्षिण एशियाई खेलों के दौरान भारत के लिए अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया था। वह टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य थे। 41 साल बाद टोक्यो 2020 में पदक का सूखा समाप्त करने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम की नजरें अब पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल पर है, जिसमें श्रीजेश एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। इस मौके पर श्रीजेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए अपने परिवार, साथी, कोच, फैंस और हॉकी इंडिया का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने टोक्यो 2020 में जीते गए मेडल को सपना सच होने जैसा बताया और कहा कि उनका संन्यास एक अध्याय का अंत और एक नए रोमांच की शुरुआत है। श्रीजेश 2022 एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य भी रहे हैं, साथ ही उन्होंने चार मौकों पर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी जीती है और 2015 में एफआईएच हॉकी विश्व लीग फाइनल में कांस्य पदक जीता है। उन्हें 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। - (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 जुलाई । पेरिस ओलंपिक में अब महज कुछ दिन बाकी हैं। चाहे खेल कोई भी हो, सभी भारतीय खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनकी नजर टोक्यो से भी बेहतर प्रदर्शन करने पर है। पेरिस ओलंपिक के नजदीक आने के साथ ही, स्टार भारतीय पैडलर मनिका बत्रा ने कहा कि उन्होंने टोक्यो ओलंपिक के अपने अनुभव से बहुत कुछ सीखा है और उनका फोकस पदक नहीं, बल्कि एक समय में एक मैच पर ध्यान केंद्रित करने पर होगा। भारत पेरिस 2024 में टेबल टेनिस की व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा दोनों में प्रतिस्पर्धा करेगा। पेरिस ओलंपिक में 6 भारतीय पैडलरों की टीम उतरेगी जो किसी भी कीमत पर मेडल जीतना चाहेगी।
खासकर मनिका बत्रा और श्रीजा अकुला से काफी उम्मीदें हैं। 29 वर्षीय मनिका का मानना है कि भारत के पास 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाले पेरिस ओलंपिक में टेबल टेनिस पदक जीतने का मौका है। मनिका ने अल्टीमेट टेबल टेनिस (यूटीटी) के साथ एक साक्षात्कार के दौरान कहा, "मैंने पिछले ओलंपिक से बहुत कुछ सीखा है और मैं उन गलतियों को दोबारा नहीं करने जा रही हूं। तब से मेरी मानसिकता बदल गई है। "मेरा अंतिम लक्ष्य पदक के लिए चुनौती पेश करना है। लेकिन, मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ूंगी और पदक के बारे में सोचकर जल्दबाजी नहीं करूंगी। मैं अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी।"
"भारत ने टेबल टेनिस में पहली बार क्वालीफाई किया, यह एक बड़ी उपलब्धि है। मुझे लगता है कि हमारे पास पदक जीतने का मौका है और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए।" जब मनिका ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता, तो वह भारतीय महिला टेबल टेनिस की ध्वजवाहक बनी। पिछले छह वर्षों में, कई और भारतीय महिला पैडलर्स ने विश्व मंच पर अपनी छाप छोड़ी है। भारत में महिला टेबल टेनिस के विकास के बारे में बोलते हुए, विश्व की 28वें नंबर की खिलाड़ी मनिका ने यूटीटी को इसका श्रेय दिया और कहा कि इसने युवा भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी सितारों के साथ खेलने का मौका देकर उन्हें काफी अवसर प्रदान किया है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 जुलाई । पेरिस ओलंपिक के साथ खेलों का महाकुंभ 26 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। भारत के 117 खिलाड़ी भी ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं। पेरिस ओलंपिक की शुरुआत के साथ, उन ओलंपिक रिकॉर्ड पर भी नजर रहेगी, जिनका टूटना बहुत मुश्किल है। ओलंपिक के ऐसे ही 10 रिकॉर्ड पर नजर डालते हैं। वेनेजुएला की युलिमार रोजास ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिला ट्रिपल जंप प्रतियोगिता में 15.67 मीटर की जंप लगाकर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने रियो में सिल्वर मेडल जीता था। टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने तीन दशकों से कायम वर्ल्ड रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।
नॉर्वे के तेज दौड़ धावक कार्स्टन वारहोम ने भी टोक्यो ओलंपिक में पुरुष 400 मीटर बाधा दौड़ प्रतियोगिता में 45.64 सेकंड का समय निकालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। खास बात यह रही कि इस प्रतियोगिता में वारहोम का समय बाकी 18 प्रतिभागियों से काफी बेहतर था। टोक्यो ओलंपिक 2020 में अमेरिका की सिडनी मैकलॉघलिन-लेव्रोन ने भी 400 मीटर बाधा दौड़ प्रतियोगिता में 51.46 सेकंड समय निकालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। खास बात यह है कि सिडनी, ओलंपिक के बाद भी दो बार अपना रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं। लंदन ओलंपिक 2012 में केन्या के मध्यम दूरी के धावक डेविड रुडिशा ने पुरुषों की 800 मीटर दौड़ में 1:40.91 (1 मिनट 41 सेकंड) समय निकाल वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। यह प्रदर्शन आज तक बेजोड़ है। लंदन ओलंपिक 2012 में जमैका की टीम ने 4x100 मीटर रिले दौड़ में 36.84 सेकंड का समय निकालकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। उसैन बोल्ट इस चैंपियन टीम का हिस्सा थे। अमेरिका की फ्लोरेंस ग्रिफ़िथ जॉयनर उर्फ फ्लो-जो ने 1988 में सियोल में हुए ओलंपिक गेम्स में 200 मीटर रेस में जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, वह आज तक टूट नहीं सका है। फ्लो-जो ने 200 मीटर रेस में 21.34 सेकंड का समय निकाल इतिहास रच दिया था।
अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स ओलंपिक के इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में एक हैं। उनको सबसे महान ओलंपियन भी माना जाता है। उन्होंने बीजिंग ओलंपिक (2008) में इतिहास रच दिया, जब एक ही एथलीट के तौर पर सबसे ज्यादा पदक जीते। माइकल फेल्प्स ने इस खेलकुंभ में भाग ली गई सभी आठ स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने इनमें से सात स्पर्धाओं में विश्व रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिए। जमैका के उसैन बोल्ट भी सर्वकालिक महान ओलंपिक खिलाड़ियों में एक हैं, जिन्होंने बीजिंग ओलंपिक में पुरुष 100 मीटर दौड़ में 9.69 सेकंड का समय निकालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। बोल्ट इस रेस में इतना आगे निकल गए थे, कि लाइन पार करने से पहले ही जश्न मनाने लगे थे। बोल्ट ने बाद में 2009 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया।
अमेरिका के लंबी कूद खिलाड़ी बॉब बीमॉन ने 1968 में मैक्सिको सिटी में हुए ओलंपिक गेम्स में 8.90 मीटर (29.2 फीट) की छलांग लगाते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था। इस जंप ने उनको न केवल गोल्ड मेडल दिलाया, बल्कि वह तत्कालीन रिकॉर्ड से भी दो फीट आगे निकल गए थे। बीमॉन के इस रिकॉर्ड के नजदीक अब तक कोई नहीं पहुंच सका है। अमेरिका के तैराक कैलेब ड्रेसेल ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में पुरुषों की 100 मीटर बटरफ्लाई प्रतियोगिता में 49.45 सेकंड का समय निकाल वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था। उन्होंने पिछला वर्ल्ड रिकॉर्ड 0.05 सेकंड के समय से तोड़ दिया। -- (आईएएनएस)
मुंबई, 22 जुलाई । भारतीय टीम के नए मुख्य कोच गौतम गंभीर ने श्रीलंका दौरे पर रवाना होने से पहले अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बयान दिए हैं। उन्होंने वनडे विश्व कप 2027 के लिए कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली का समर्थन किया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। गंभीर ने कहा कि उन दोनों में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है और अगर वे अपनी फिटनेस बनाए रखते हैं तो वे अगले वनडे विश्व कप में खेल सकते हैं। रोहित और कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल में जीत के बाद टी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। हालांकि, दोनों खिलाड़ी खेल के अन्य प्रारूपों में खेलना जारी रखेंगे।
गंभीर को लगता है कि बड़े टूर्नामेंटों में प्रदर्शन करने की रोहित और विराट की क्षमता आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे और अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में देश के लिए महत्वपूर्ण होगी। गंभीर ने सोमवार को पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने दिखा दिया है कि वे बड़े मंच पर क्या कर सकते हैं। चाहे वह टी20 विश्व कप हो या 50 ओवर का विश्व कप, एक बात जो मैं बहुत स्पष्ट रूप से कह सकता हूं वह यह है कि उन दोनों खिलाड़ियों में बहुत क्रिकेट बाकी है। "अगर वे अपनी फिटनेस बनाए रख सकते हैं, तो 2027 वनडे विश्व कप भी खेल सकते हैं। लेकिन यह एक बहुत ही व्यक्तिगत निर्णय है।" 2027 का वनडे विश्व कप दक्षिण अफ्रीका में खेला जाएगा। दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया संयुक्त रूप से टूर्नामेंट की मेजबानी करेंगे। रोहित ने पिछले साल बहुत करीब पहुंचने के बावजूद वनडे विश्व कप गंवाया।
वह 2011 के वनडे विश्व कप विजेता टीम में शामिल नहीं थे। जबकि कोहली टीम का हिस्सा थे और उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में महत्वपूर्ण पारी भी खेली थी। इससे पहले रोहित ने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वह कम से कम कुछ समय के लिए वनडे और टेस्ट में खेलना जारी रखेंगे। ऐसे में गंभीर के बयान के बाद फैंस की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। गंभीर भारतीय टीम के साथ अपना पहला असाइनमेंट श्रीलंका दौरे से शुरू करेंगे। भारत को 27 जुलाई से तीन टी20 और इतने ही वनडे मैच खेलने हैं। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 जुलाई । भारत की ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर स्नेह राणा ने लंबे प्रारूप में टीम के शानदार प्रदर्शन में उनके योगदान के लिए मुख्य कोच अमोल मजूमदार की सराहना की है। स्नेह राणा ने कहा कि कोच अमोल मजूमदार टीम में जो सकारात्मकता का माहौल लाते हैं, वो अविश्वसनीय है। कोच हर खिलाड़ी को अच्छी तरह से जानते और समझते हैं। अक्टूबर 2023 में, मजूमदार ने भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच का पद संभाला और तब से टीम ने अब तक खेले गए सभी तीन टेस्ट मैच जीते हैं।
नवी मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ, मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और हाल ही में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय महिला टीम ने टेस्ट मैच जीते। स्नेह ने आईएएनएस के साथ एक खास बातचीत में कहा, "जब भी हम सर से बात करने जाते हैं, तो उनका खिलाड़ी पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिनसे आप टीम में कभी भी बात कर सकते हैं। अगर आपको कोई संदेह है, तो आप उनके पास जाकर अपनी बात शेयर कर सकते हैं। "वह हर खिलाड़ी की ताकत जानते हैं। उन्हें पता है कि कैसे खिलाड़ियों को प्रेरित कर सकते हैं। वो हर खिलाड़ी को उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद करते हैं।"
चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की जीत में 10 विकेट लेने वाली स्नेह ने टेस्ट मैचों में भारत की हालिया जीत के पीछे के कारणों पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, "इस प्रारूप में खेलना एक खिलाड़ी के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होता है। भारत में बहुत प्रतिभा है। इसलिए मुझे लगता है कि केवल गेंद के रंग में अंतर है, बाकी मानसिकता और कौशल एक जैसे होते हैं। "आपको बस अपने धैर्य में थोड़ा बदलाव करना होगा।,टेस्ट क्रिकेट में आपके धैर्य की परीक्षा होती है। साथ ही, पिछले साल से बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट कार्यक्रम समेत कई बदलाव किए हैं। इससे खिलाड़ी को यह भी पता चलता है कि उस स्तर पर प्रदर्शन कैसे करना है, साथ ही तीन या चार दिन क्रिकेट खेलने की तैयारी कैसे करनी है और उस मानसिकता को कैसे बनाना है।"
स्नेह ने कहा, "मेरा मानना है कि टेस्ट क्रिकेट सबसे शानदार प्रारूप है। मैंने टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए इतने सालों तक इंतजार किया है। 2014 में भारतीय महिला टीम ने भारत में आखिरी टेस्ट मैच खेला था। लंबे अंतराल के बाद अब टेस्ट मैच हो रहे हैं। सभी उभरते क्रिकेटरों और जिन्होंने अभी-अभी खेलना शुरू किया है, उनके लिए मैं कहूंगी कि टेस्ट क्रिकेट अपने कौशल को दिखाने और सुधारने के लिए सबसे अच्छे प्रारूपों में से एक है।" स्नेह राणा का मानना है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जैसे टूर्नामेंट महिला क्रिकेटरों को खेल के लंबे प्रारूप में खेलने के लिए प्रोत्साहित करेगी। -(आईएएनएस)
पाकिस्तान 2025 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेज़बानी करने के लिए तैयार है. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव के कारण भारत के पाकिस्तान का दौरा ना करने की ख़बरें सामने आ रही हैं, जिससे आयोजकों बड़ा झटका लग सकता है.
भारत के पाकिस्तान का दौरा ना करने की ख़बरों को लेकर पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी हसन अली ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि हम भारत के बिना ही खेलेंगे.
समा टीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा, “अगर हम भारत खेलने जा सकते हैं तो उन्हें भी पाकिस्तान आना चाहिए. कई लोग अनगिनत बार कह चुके हैं कि खेल को राजनीति से दूर रखना चाहिए. अगर आप अलग नज़रिए से देखें तो कई भारतीय खिलाड़ी भी अपने इंटरव्यू में कह चुके हैं कि वे पाकिस्तान में खेलना चाहते हैं.”
19 फ़रवरी 2025 से शुरू हो रहा ये टूर्नामेंट 9 मार्च तक खेला जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला लाहौर के गद्दाफ़ी स्टेडियम में खेला जाएगा.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक बीबीसीआई कथित तौर पर आईसीसी से भारत के मैचों को दुबई या श्रीलंका शिफ्ट करने का अनुरोध करने जा रहा है.
इन रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के क्रिकेटर हसन अली ने कहा है कि अगर भारत पाकिस्तान आने से मना करता है तो भारत के बिना ही यह टूर्नामेंट खेला जाएगा. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 21 जुलाई । इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में 8वें स्थान पर पहुंच गए। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी घरेलू टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में यह उपलब्धि हासिल की। रूट ने नॉटिंघम में हो रहे टेस्ट मैच की पहली पारी में केवल 14 रन बनाए थे, लेकिन दूसरी पारी में वह अर्धशतक लगा चुके हैं। जो रूट ने वेस्टइंडीज के दिग्गज शिवनारायण चंद्रपाल को पीछे छोड़ दिया है। चंद्रपाल ने 164 टेस्ट मैचों में 51.37 की औसत के साथ 11867 रन बनाए थे। रूट ने 142 मैचों ही यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए अब तक 11,869 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 49.87 है।
टेस्ट क्रिकेट में अब जो रूट से ऊपर 7 बल्लेबाज हैं, जिन्होंने उनसे ज्यादा रन बनाए हैं। वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा इस मामले में 7वें स्थान पर हैं, उन्होंने 52.89 की औसत के साथ 131 टेस्ट मैचों में 11953 रन बनाए हैं। रूट का अगला लक्ष्य इसी रिकॉर्ड को पछाड़ना होगा। हालांकि लारा का नाबाद 400 रनों का सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ना अभी भी बहुत मुश्किल है। इसके बाद श्रीलंका के बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार संगकारा हैं, जो छठे स्थान पर हैं। संगकारा ने 12,400 रन, 134 टेस्ट मैचों में 57.41 की औसत के साथ बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 319 रहा। जो रूट के पूर्व साथी और पूर्व इंग्लिश क्रिकेट कप्तान एलिस्टर कुक 5वें नंबर पर हैं। ओपनिंग बल्लेबाज कुक ने 12,472 रन, 161 टेस्ट मैचों में, 45.35 की औसत और 294 रनों के सर्वोच्च स्कोर के साथ बनाए हैं। टेस्ट के सर्वकालिक सर्वाधिक रनों के मामले में भारत के राहुल द्रविड़ नंबर चार पर हैं, जिन्होंने 164 मैचों में 13,288 रन, 52.31 की औसत और 270 रनों के सर्वोच्च स्कोर के साथ बनाए हैं।
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज पूर्व ऑलराउंडर जैक कालिस नंबर तीन पर हैं, जिन्होंने 13,289 रन, 166 मैचों में, 55.37 की औसत और 224 रनों के सर्वोच्च स्कोर के साथ बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग नंबर दो पर हैं, जिन्होंने 13,378 रन बनाए हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज पोंटिंग ने 168 मैचों में, 51.85 की औसत और 257 के सर्वोच्च रन स्कोर के साथ बनाए हैं। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए हैं, और वह इस लिस्ट में नंबर एक पर हैं। सचिन ने 53.79 की औसत और 248 नाबाद रनों के सर्वोच्च स्कोर के साथ यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है। --(आईएएनएस)
दांबुला, 21 जुलाई । महिला एशिया कप में भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने दूसरे ग्रुप मुकाबले में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 201 रन बनाए हैं। इस मैच में यूएई की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत कौर ने सर्वाधिक 66 रनों की पारी खेली। इसके अलावा विकेटकीपर ऋचा घोष ने भी तूफानी अंदाज में नाबाद 64 रनों की पारी खेली।
भारत को शेफाली वर्मा ने एक बार फिर से तेज शुरुआत देते हुए महज 18 गेंदों पर 37 रनों की पारी खेली। उन्होंने समायरा धरणीधरका की गेंद पर आउट होने से पहले 5 चौके और 1 छक्का लगाया। इससे पहले स्मृति मंधाना ने 9 गेंदों पर 13 रन बनाए थे और उनको कविशा एगोडागे ने आउट किया। भारत की नंबर तीन क्रम पर आईं बल्लेबाज दयालन हेमलता होतचंदानी की गेंद पर महज 2 रनों के निजी स्कोर पर आउट हो गई। जेमिमा रोड्रिग्ज ने भी 13 गेंदों पर 14 रनों का योगदान दिया। इस दौरान कप्तान हरमनप्रीत कौर और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने 75 रनों की तेज साझेदारी की। हरमनप्रीत कौर पारी के अंतिम ओवर में रन आउट हुईं, उन्होंने 47 गेंदों पर 66 रनों की पारी खेली, जिसमें 7 चौके और 1 छक्का लगाया। ऋचा घोष ने बेहद आक्रामक पारी खेलते हुए 29 गेंदों पर नाबाद 64 रन बनाए।
इस पारी में उन्होंने 12 चौके और 1 छक्का लगाया। हरमनप्रीत कौर और ऋचा घोष ने भारत का स्कोर 200 पार करने में अहम भूमिका निभाई। यूएई की गेंदबाजी की बात करें तो कविशा एगोडेगे ने चार ओवर में 36 रन देकर 2 विकेट लिए। वह सबसे सफल गेंदबाज रहीं। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने ग्रुप ए के अपने पहले मैच में पाकिस्तान महिला टीम को 7 विकेट से हराकर एशिया कप में अभियान की शुरुआत की थी। इस ग्रुप में भारत, पाकिस्तान, यूएई के अलावा चौथी टीम नेपाल है। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 जुलाई । भारत के पूर्व क्रिकेटर सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने इस महीने की शुरुआत में जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद श्रीलंका सीरीज से ऋतुराज गायकवाड़ को बाहर किए जाने और रिंकू सिंह को वनडे सीरीज से बाहर किए जाने पर चयनकर्ताओं पर तीखा हमला बोला है। गुरुवार को, चयनकर्ताओं ने श्रीलंका के आगामी सफेद गेंद दौरे के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की और गायकवाड़ को टी20 या वनडे के लिए नहीं चुना गया, जबकि रिंकू ने टी20 में अपना स्थान बरकरार रखा।
गायकवाड़ के बाहर होने के बाद, बद्रीनाथ ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें सुझाव दिया गया कि क्रिकेटरों को भारतीय टीम में स्थान सुरक्षित करने के लिए असाधारण प्रदर्शन से कहीं अधिक की आवश्यकता हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि टीम में लगातार चुने जाने के लिए खिलाड़ियों के लिए कुछ बॉलीवुड अभिनेत्रियों के साथ संबंध और खेल टैटू आवश्यक हो सकते हैं। वीडियो में बद्रीनाथ को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे आपको एक बुरे आदमी की छवि की ज़रूरत है जब रिंकू सिंह, रुतुराज गायकवाड़ और अन्य जैसे लोगों को भारतीय टीम के लिए नहीं चुना जाता है।
ऐसा लगता है कि आपको कुछ बॉलीवुड अभिनेत्रियों के साथ रिश्ते में रहने की ज़रूरत है, एक अच्छा मीडिया मैनेजर होना चाहिए और शरीर पर टैटू होना चाहिए।” गायकवाड़ ने जिम्बाब्वे के खिलाफ तीन पारियों में 7, 77 और 49 के स्कोर दर्ज किए और बाद में उन्हें श्रृंखला के अंतिम टी20 के लिए आराम दिया गया। इस बीच, रिंकू ने जिम्बाब्वे टी20 में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 जुलाई । पेरिस ओलंपिक का आगाज जल्द होने वाला है। भारतीय हॉकी टीम से देश को काफी उम्मीदें हैं। इस बीच पेरिस ओलंपिक से पहले भारतीय हॉकी फॉरवर्ड मंदीप सिंह की बहन भूपिंदरजीत कौर ने अपने भाई से जुड़े कई दिलचस्प किस्से 'हॉकी ते चर्चा' पर शेयर किए। मंदीप, एक फॉरवर्ड हैं, जो अपने कौशल और टीम में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए जाने जाते हैं। उनके नाम 2016 में जूनियर विश्व कप खिताब, 2017 में एशिया कप (स्वर्ण), 2018 और 2023 में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी खिताब, बर्मिंघम में 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों में रजत, 2023 में एशियाई खेलों में स्वर्ण और 2021 में टोक्यो ओलंपिक खेलों में ऐतिहासिक कांस्य पदक शामिल हैं।
भारतीय हॉकी फॉरवर्ड मंदीप सिंह की बहन भूपिंदरजीत कौर हॉकी के प्रति अपने भाई के अटूट समर्पण पर पुरानी यादें शेयर करती है। वह मंदीप के शुरुआती दिनों को याद करते हुए हॉकी के प्रति उसके बचपन के जुनून की दिलचस्प किस्से सुनाती हैं। हॉकी ते चर्चा: फैमिलिया पॉडकास्ट सीरीज़ में उन्होंने कहा, "वह हॉकी खेलने का इतना दीवाना था कि वह स्कूल से घर आता, खाना छोड़ देता और सीधे अभ्यास के लिए चला जाता। जैसे-जैसे मंदीप बड़ा होता गया, उसकी प्रतिबद्धता और गहरी होती गई।"
कौर ने खेल के प्रति मंदीप के समर्पण को उजागर करते हुए कहा, "अभी भी जब भी मैं ब्रेक के दौरान उससे बात करती हूं, तो वह कहता है कि उसे घर पर मज़ा आता है, लेकिन 15 दिनों के बाद उसे कैंप की याद आने लगती है।" अपनी पेशेवर प्रतिबद्धताओं के बावजूद, मंदीप अपनी जड़ों और परिवार से गहराई से जुड़ा हुआ है। मंदीप की बहन ने बताया कि कैसे उसे एक सेलिब्रिटी के रूप में व्यवहार किए जाने पर शर्म आती है।
उन्होंने कहा, "वह एक स्टार के बजाय एक साधारण लड़के के रूप में देखा जाना पसंद करता है।" इसके अलावा, कौर ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम के कांस्य पदक जीतने पर घर पर मनाए गए जश्न को भी याद किया। पेरिस ओलंपिक 2024 को देखते हुए, कौर ने टीम की क्षमताओं और स्वर्ण पदक जीतने की उनकी चाहत पर भरोसा जताया। -(आईएएनएस)
ह्यूस्टन, 21 जुलाई । भारत के लड़के और लड़कियां शनिवार को ह्यूस्टन में विश्व जूनियर स्क्वैश चैंपियनशिप की टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। लड़के क्वार्टर फ़ाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त दक्षिण कोरिया से और लड़कियाँ तीसरी वरीयता प्राप्त मलेशिया से भिड़ेंगी। लड़कों ने प्री-क्वार्टर फाइनल में कनाडा को 2-0 से हराया, जबकि लड़कियां अपने अंतिम लीग मैच में हांगकांग से 1-2 से हारकर ग्रुप डी में दूसरे स्थान पर रहीं।
व्यक्तिगत कांस्य पदक जीतने वाले शौर्य बावा ने पांच-गेम में यूसुफ सरहान को हराने के लिए रैली की, जबकि अरिहंत केएस ने प्रभावशाली जीत के साथ इवान हैरिस से अपनी व्यक्तिगत स्पर्धा में हार का बदला लिया। भारत परिणाम: लड़के (प्री-क्वार्टर): भारत ने कनाडा को 2-0 से हराया (अरिहंत केएस ने इवान हैरिस को 15-13, 12-10, 8-11, 11-2 से हराया; शौर्य बावा ने यूसुफ सरहान को 12-14, 9-11, 11- 7, 11-3, 11-1 से हराया। लड़कियां (ग्रुप डी): भारत हांगकांग से 1-2 से हार गया (निरुपमा दुबे हेलेन टैंग से 4-11, 10-12, 2-11 से हार गईं; अनाहत सिंह ने एना क्वांग को 11-8, 9-11, 11-5, 11-7 से हराया; शमीना रियाज़ का ह्युएन लेउंग से 4-11, 9-11, 10-12 से हार गईं। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 जुलाई । 1996 का ओलंपिक ऐतिहासिक रूप से भारतीय टेनिस के लिए यादगार था। तमाम चुनौतियों के बावजूद, 23 साल की उम्र में लिएंडर पेस ने कांस्य पदक जीता, जबकि एटीपी टूर की विश्व रैंकिंग में वे कोई बड़ी ताकत नहीं थे। हालांकि, इसके बाद अब तक ओलंपिक के मंच पर भारत को टेनिस में कोई पदक नहीं मिला। पेरिस 2024 ओलंपिक का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। ओलंपिक गेम्स 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होंगे। भारत को इस बार खिलाड़ियों से टोक्यो से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। खास तौर, पर भारत टेनिस में एक बार फिर ऐतिहासिक प्रदर्शन की उम्मीद लगाए हुए है। लिएंडर पेस ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले और एकमात्र भारतीय टेनिस खिलाड़ी थे।
2024 की बात करें तो टेनिस खिलाड़ियों का मुख्य उद्देश्य इस खेल में 28 साल से चले आ रहे पदक के सूखे को खत्म करना होगा। हालांकि, यह राह भारत के लिए इतनी आसान नहीं होगी, क्योंकि इस खेल में यूरोपीय देशों का दबदबा है। तीन सदस्यीय दल पेरिस ओलंपिक में टेनिस में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा। अनुभवी टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना, जिन्होंने 2012 (लंदन) और 2016 (रियो) में दो बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वो एन श्रीराम बालाजी के साथ पुरुष युगल में भाग लेंगे, जबकि टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी सुमित नागल पुरुष एकल में पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। 44 वर्षीय बोपन्ना ने पिछले साल नवंबर से युगल रैंकिंग में शीर्ष 10 में जगह बनाए रखते हुए भारत के लिए कोटा हासिल किया। वह पेरिस में भारतीय दल के सबसे उम्रदराज एथलीट भी हैं। सुमित नागल ने पिछले महीने एकल रैंकिंग में 18 पायदान की बढ़त लेते हुए कट-ऑफ में जगह बनाई, जो विश्व रैंकिंग के माध्यम से कोटा हासिल करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में अंतिम स्थान पर हैं।
सुमित के शानदार प्रदर्शन ने उन्हें लगातार दूसरी बार ओलंपिक एकल प्रतियोगिता में जगह दिलाई। भारतीय खिलाड़ी ने टोक्यो ओलंपिक के शुरुआती दौर में डेनिस इस्तोमिन को हराया, लेकिन दूसरे दौर में वह पूर्व विश्व नंबर 1 दानिल मेदवेदेव से हार गए थे और उन्हें बाहर होना पड़ा था। कोर्ट पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ी के पास पेरिस में अपनी छाप छोड़ने का अच्छा मौका है।
पेरिस 2024 में पुरुष और महिला एकल स्पर्धाओं में 64-64 खिलाड़ी भाग लेंगे। पेरिस 2024 में पांच अलग-अलग स्पर्धाएं होंगी: पुरुष एकल, महिला एकल, पुरुष युगल, महिला युगल, मिश्रित युगल 2024 ओलंपिक टेनिस स्पर्धाओं के सभी ड्रॉ 25 जुलाई को निकाले जाएंगे। 2024 पेरिस ओलंपिक में टेनिस मैच कहां होंगे? सभी टेनिस मैच रोलां गैरो में खेले जाएंगे, जो फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट का घर है। रोलां गैरो में 12 मैच कोर्ट होंगे, जिनमें विश्व प्रसिद्ध कोर्ट फिलिप चैट्रियर और कोर्ट सुज़ैन लेंग्लेन शामिल हैं।
पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए टेनिस कार्यक्रम: पुरुष एकल: 27 जुलाई से 4 अगस्त पुरुष युगल: 27 जुलाई से 3 अगस्त महिला एकल: 27 जुलाई से 3 अगस्त महिला युगल: 27 जुलाई से 4 अगस्त मिश्रित युगल: 29 जुलाई से 2 अगस्त आगामी पेरिस ओलंपिक में भारत की ओर से महिला टेनिस स्पर्धा में कोई खिलाड़ी भाग नहीं लेगा, क्योंकि सानिया मिर्जा के संन्यास लेने के बाद महिला टेनिस में भारत को कोई मजबूत क्षमता वाली खिलाड़ी नहीं मिली। -(आईएएनएस)
दांबुला, 21 जुलाई । श्रेयंका पाटिल चोट के कारण महिला एशिया कप से बाहर हो गई हैं। एशियन क्रिकेट काउंसिल ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 21 वर्षीय भारतीय ऑफ़ स्पिनर के बाएं हाथ की चौथी उंगली में फ्रैक्चर हुआ है। एशिया कप में भारत ने अब तक सिर्फ़ एक ही मैच खेला है, जो पाकिस्तान के ख़िलाफ़ था। उस मैच में श्रेयंका ने 3.2 ओवर की गेंदबाज़ी में 2 विकेट लेकर 14 रन दिए थे। भारत ने इस मैच को काफ़ी आसानी से 15वें ओवर में ही जीत लिया था। इसलिए श्रेयंका को बल्लेबाज़ी करने की जरूरत नहीं पड़ी थी। अब श्रेयंका की जगह 26 वर्षीय बाएं हाथ की स्पिनर तनुजा कंवर को टीम में शामिल किया गया है।
तनुजा ने अभी तक भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला है। वह डब्लूपीएल में गुजरात जायंट्स और घरेलू क्रिकेट में रेलवे के लिए खेलती हैं। श्रेयंका ने दिसंबर 2023 में डब्लूपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था। इस साल वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की टीम में थीं। उस टूर्नामेंट में उन्होंने 13 विकेट लिए थे। सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में वह पहले स्थान पर थीं। डब्लूपीएल में उन्होंने 12.07 की औसत और 7.30 के इकॉनमी रेट से गेंदबाज़ी की थी। श्रेयंका ने भारत के लिए 12 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिनमें से केवल दो मैचों में ही उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
इसके अलावा उन्होंने तीन वनडे मैच भी खेले हैं। हिमाचल प्रदेश की रहने वाली तनुजा ने भी डब्लूपीएल में काफ़ी बढ़िया प्रदर्शन किया था। उन्हें 2023 में जायंट्स ने 50 लाख रुपये में ख़रीदा था। डब्लूपीएल के ऑक्शन से एक हफ़्ते पहले उन्होंने वनडे ट्रॉफी के फ़ाइनल में रेलवे के लिए तीन विकेट लेते हुए, शानदार प्रदर्शन किया था और टूर्नामेंट में कुल 18 विकेट लिए थे। वनडे ट्रॉफ़ी में औसत 11.16 और इकॉनमी रेट सिर्फ़ 2.43 था। तनुजा ने 2024 डब्लूपीएल सीज़न के आठ मैचों में 10 विकेट लिए थे और उनका औसत 20.70 और इकॉनमी रेट 7.13 का रहा था। महिला एशिया कप में भारत का अगला मैच रविवार को दांबुला में यूएई के ख़िलाफ़ है। -- (आईएएनएस)
दांबुला (श्रीलंका), 21 जुलाई । डिफेंडिंग चैंपियन भारत महिला एशिया कप क्रिकेट के अपने दूसरे मैच में रविवार को यूएई से खेलेगा। अपने पहले ही मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराया था और अब टीम की नजर लगातार दूसरी जीत पर होगी। इस समय ग्रुप 'ए' की अंक तालिका में भारत शीर्ष पर है जबकि यूएई को अपनी पहली जीत का इंतजार है। भारतीय टीम ने पिछली बार 2022 के एशिया कप में यूएई को 104 रन से हराया था। उस मैच में जेमिमा रॉड्रिग्ज ने 45 गेंद पर 75 रन की धुआंधार पारी खेली थी।
भारतीय महिला टीम का एशिया कप में हमेशा दबदबा रहा है। यूएई के खिलाफ भारत की नजरें सेमीफाइनल में जगह पक्की करने पर रहेंगी। दूसरी तरफ, यूएई को अगर भारत के सामने चुनौती पेश करनी है तो उसे चमत्कारी प्रदर्शन करना होगा। स्मृति मंधाना इस समय बेहतरीन लय में हैं। पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में भी उन्होंने 45 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। ऐसे में रविवार को भारतीय टीम मंधाना से इस लय को बरक़रार रखने की उम्मीद करेगी। गेंदबाजी में पूजा वस्त्रकर अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। यूएई के बल्लेबाज़ी क्रम की सबसे मजबूत कड़ी उनकी कप्तान ईशा ओझा हैं। ऐसे में वस्त्रकर और ओझा की टक्कर भी देखने लायक होगी। पाकिस्तान के खिलाफ दीप्ति शर्मा और रेणुका सिंह भी गेंद से लय में नजर आईं। उम्मीद यही है कि गेंदबाजों को यह तिकड़ी यूएई के खिलाफ दमदार प्रदर्शन करे।
इस मैच का लाइव प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर देखा जा सकता है जबकि इसकी लाइव स्ट्रीमिंग डिज्नी प्लस हॉटस्टार के ऐप और वेबसाइट पर होगी। टीमें : भारत : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उपकप्तान), अरुंधति रेड्डी, शोभना आशा, ऋचा घोष, उमा छेत्री, जेमिमाह रॉड्रिग्स, दीप्ति शर्मा, राधा यादव, रेणुका सिंह, पूजा वस्त्रकर, शेफ़ाली वर्मा, श्रेयंका पाटिल, संजीवन सजना, दयालन हेमलता। यूएई : इशा ओझा (कप्तान), मेहक ठाकुर, एमिली थॉमस, ऋणीता रजीत, ऋतिका रजीत, ऋषिता रजीत, कविशा एगोडगे, लावण्या केनी, सुरक्षा कोट्टे, ख़ुशी शर्मा, तीर्था सतीश, समायरा धरनीधरका, इंदुजा नंदकुमार, वैष्णवी महेश, हीना होतचंदानी। -- (आईएएनएस)
पेरिस, 21 जुलाई । भारत ने टोक्यो में पुरुष हॉकी में ओलंपिक पदक के लिए 41 साल पुराना सूखा खत्म किया था। अब उसके सामने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीतने की चुनौती है। भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार 1968 और 1972 में लगातार दो ओलंपिक गेम्स में पदक जीते थे, जिसमें मैक्सिको और म्यूनिख में कांस्य पदक शामिल हैं। भारत ओलंपिक हॉकी में सबसे सफल देश है। टीम ने वर्ष 1928 से 1956 तक लगातार छह स्वर्ण पदक जीते हैं। इसके बाद 1964 और 1980 में भी उसने गोल्ड जीता था। 1960 के रोम ओलंपिक में भारत के हाथ रजत पदक आया था। वर्ष 1968 और 1972 में टीम ने कांस्य पदक जीता था।
वह भारतीय हॉकी का स्वर्णिम दौर था। टोक्यो ओलंपिक में 41 साल बाद टीम ने कांस्य पदक जीतकर पदकों का सूखा जरूर समाप्त किया, लेकिन इस बीच इस खेल की शैली, मैदान, नियम और तैयारी के तरीकों में बहुत कुछ बदल गया और लगातार दो पदक जीतना अब इतना आसान नहीं है। भारतीय पुरुष टीम को इस बार पूल 'बी' में मौजूदा चैंपियन बेल्जियम, पूर्व विजेता ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, आयरलैंड और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया है। पूल 'ए' में नीदरलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, मेजबान फ्रांस और अफ्रीकी चैंपियन दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
भारतीय टीम का पहला लक्ष्य क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए समूह में शीर्ष चार में जगह बनाना होगा। असली लड़ाई उसके बाद शुरू होगी। भारत के लिए तैयारी काफी निराशाजनक रही है, खासकर ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज, और बेल्जियम के एंटवर्प तथा लंदन में आठ प्रो लीग मैच। भारत इनमें से अधिकांश मैच हार गया, जिसके परिणामस्वरूप टीम प्रो लीग में नौ टीमों में सातवें स्थान पर रही। लगातार हार झेलने के कारण भारत की रैंकिंग एफआईएच रैंकिंग में शीर्ष पांच से गिरकर दुनिया में सातवें स्थान पर आ गई है। पेरिस ओलंपिक के लिए डॉ. आर.पी. सिंह, बलविंदर सिंह, मोहम्मद रियाज, एम.एम. सौम्या, सरदार सिंह और बी.पी. गोविंदा की चयन समिति ने एक अनुभवी टीम चुनी है जिसमें 11 खिलाड़ी टोक्यो में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। इनमें से गोलकीपर पी.आर श्रीजेश और टोक्यो में रजत पदक विजेता टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह का यह चौथा ओलंपिक होगा। पांच खिलाड़ी- जरमनप्रीत सिंह, संजय, राज कुमार पाल, अभिषेक और सुखजीत सिंह अपना पहला ओलंपिक खेलेंगे। टीम के पास पेरिस में चुनौतियों का सामना करने के लिए पर्याप्त अनुभव है।
टीम ने मुख्य कोच क्रेग फुल्टन के नेतृत्व में रणनीतियों में बदलाव किया है। आक्रमण की मानसिकता अब डिफेंस में बदल गई है। भारत ने हमेशा आक्रामक एशियाई शैली की हॉकी में विश्वास किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि टीम के पास मजबूत डिफेंस होना चाहिए जिसमें फॉरवर्ड से लेकर डिफेंडर तक सभी अपने हाफ में ही विरोधियों के हमले को रोकने में योगदान दें। लेकिन पूरी तरह रक्षात्मक दृष्टिकोण उन खिलाड़ियों के लिए ठीक नहीं हो सकता है जिनकी मानसिकता आक्रामक होने की है। भारत अपने अभियान की शुरुआत 27 जुलाई को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से करेगा।
इस मैच के अलावा, आयरलैंड के खिलाफ मुकाबला काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इन दोनों मैचों को जीतने से कम से कम यह सुनिश्चित हो जाएगा कि टीम अपने ग्रुप में शीर्ष चार में रहे और क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करे। अन्य मैचों में, भारत 29 जुलाई को अर्जेंटीना से भिड़ेगा। इसके बाद अगले दिन आयरलैंड और 1 अगस्त को गत विजेता बेल्जियम से भिड़ेगा। पूर्व विजेता ऑस्ट्रेलिया के साथ 2 अगस्त को भारत को खेलना है। ग्रुप: पूल ए: नीदरलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका। पूल बी: बेल्जियम, भारत, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड, आयरलैंड। -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । वेस्टइंडीज ने अपने मिडिल ऑर्डर और 10वें विकेट की साझेदारी के दम पर इंग्लैंड को पहली पारी में 41 रनों से पीछे कर दिया। वेस्टइंडीज की लीड का क्रेडिट जोशुआ दा सिल्वा और शमर जोसेफ के बीच अंतिम विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी को जाता है। इस अप्रत्याशित साझेदारी के दम पर शानदार रिकॉर्ड भी बने हैं।
जोशुआ दा सिल्वा और शमर जोसेफ के बीच यह पार्टनरशिप, इंग्लैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज की ओर से टेस्ट क्रिकेट में 10वें विकेट के लिए हुई दूसरी सर्वोच्च साझेदारी है। इसके अलावा यह टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज की ओर से 10वें विकेट के लिए 5वीं सबसे बड़ी साझेदारी है।
यह 10 साल बाद पहला मौका है जब वेस्टइंडीज ने टेस्ट क्रिकेट में 450 प्लस का स्कोर पार किया। वेस्टइंडीज ने 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ केंसिंग्टन ओवल में यह स्कोर पार किया था।
मैच की बात करें तो, इंग्लैंड के 416 रनों के जवाब पर वेस्टइंडीज की टीम 84 रन पर तीन विकेट खोकर मुश्किल में थी, लेकिन एलिक अथानाजे और केवेम हॉज की 175 रनों की साझेदारी ने टीम को संकट से बाहर निकाला। हॉज का शतक इस पारी की बड़ी उपलब्धि रही, जिन्होंने 171 गेंदों पर 120 रन बनाए।
इसके बाद, शनिवार सुबह जेसन होल्डर जल्दी आउट हो गए और इसके तुरंत बाद केविन सिंक्लेयर भी पवेलियन लौट गए। इस दौरान आसमान में बादल छाए हुए थे और इंग्लिश तेज गेंदबाजों को अच्छी स्विंग मिल रही थी। अल्जारी जोसेफ कुछ देर टिके रहे लेकिन क्रिस वोक्स ने उन्हें आउट किया और अगली ही गेंद पर जेडन सील्स को भी शिकार बनाया।
हालांकि, जोशुआ दा सिल्वा ने संघर्ष जारी रखा और कुछ शानदार शॉट्स खेले। उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया। उनके साथ नंबर 11 के बल्लेबाज शमर जोसेफ ने भी एक आक्रामक पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों ने रक्षात्मक और आक्रामक खेल का अच्छा संयोजन दिखाते हुए मेजबान गेंदबाजों को निराश किया। अंततः जोसेफ आउट हो गए और दोनों के बीच 78 गेंदों में 71 रनों की साझेदारी टूट गई।
जोशुआ दा सिल्वा ने 122 गेंदों पर 82 रनों की पारी खेली और वह अंत तक नाबाद रहे। शमर जोसेफ ने 27 गेंदों पर तेज 33 रन बनाए। वोक्स चार विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे, जबकि वुड ने भी शानदार गेंदबाजी की। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । श्रीलंका के आगामी सफेद गेंद दौरे के दौरान भारत के नए मुख्य कोच के रूप में गौतम गंभीर की नियुक्ति के बाद, अभिषेक नायर और रयान टेन डोशेट उनके साथ जुड़ने के लिए तैयार हैं, जबकि टी दिलीप फील्डिंग कोच बने रहेंगे। क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के लिए तीन वनडे मैच खेलने वाले नायर और टेन डोशेट को भारतीय टीम में सहायक कोच नियुक्त किया गया है।
जब कोलकाता नाइट राइडर्स टीम ने आईपीएल 2024 जीता था तब ये दोनों गंभीर के साथ थे और नाइट राइडर्स के कोचिंग स्टाफ में मेंटरशिप की भूमिका निभा रहे थे। 2018 से केकेआर के साथ अपने समय में, जहां वह कोच-सह-अकादमी प्रमुख थे, नायर को अपनी कोचिंग विधियों के माध्यम से श्रेयस अय्यर, रिंकू सिंह, वरुण चक्रवर्ती और वेंकटेश अय्यर जैसे विभिन्न खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने के साथ-साथ दिनेश कार्तिक का पुनरुत्थान के लिए भी श्रेय दिया गया। दिलीप के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अपनी जगह बरकरार रखी है क्योंकि उन्होंने न केवल एक प्रभावी फील्डिंग कोच के रूप में बल्कि ड्रेसिंग रूम में भी अच्छा सकारात्मक प्रभाव डाला है। रिपोर्ट में कहा गया है, "ऐसा माना जाता है कि वह टीम बॉन्डिंग अभ्यास में बहुत अच्छे हैं, जिसे अत्यधिक प्रतिस्पर्धी माहौल में खिलाड़ियों के लिए एक प्रमुख आवश्यकता माना जाता है।" दिलीप और नायर सोमवार दोपहर को मुंबई से एक चार्टर उड़ान पर भारतीय टीम के साथ श्रीलंका की यात्रा करने के लिए तैयार हैं, टेन डोशेट की यात्रा योजनाओं के बारे में यह स्पष्ट नहीं है।
नीदरलैंड के पूर्व क्रिकेटर वर्तमान में चल रहे मेजर लीग क्रिकेट (एमएलसी) में एलए नाइट राइडर्स के कोचिंग स्टाफ के हिस्से के रूप में यूएसए में हैं और सीधे श्रीलंका में भारतीय टीम में शामिल हो सकते हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि नया गेंदबाजी कोच कौन होगा इस पर कुछ सस्पेंस है, लेकिन मोर्ने मोर्कल अभी भी मजबूत उम्मीदवार हैं। मोर्कल ने आईपीएल 2022 और 2023 में लखनऊ सुपर जाइंट्स में गंभीर के साथ काम किया, जहां गंभीर मेंटर थे। भारतीय टीम के श्रीलंका रवाना होने से पहले, 22 जुलाई को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की योजना बनाई गई है, जिसमें गंभीर और टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव उपस्थित रहेंगे। - (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई। भारत के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने हालिया टी20 विश्व कप की खिताबी जीत में फाइनल को अपने करियर का पसंदीदा मैच बताया। तेज गेंदबाज ने बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला आईसीसी फाइनल खेला और अपने चार ओवरों में 2-20 के आंकड़े के साथ लौटे क्योंकि भारत ने रोमांचक मुकाबले में छह रन से मैच जीत लिया।
अर्शदीप पिछले साल नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे विश्व कप फाइनल खेलने वाली भारत की टीम का हिस्सा नहीं थे। 25 वर्षीय खिलाड़ी ने आईपीएल फाइनल में भी नहीं खेला था, लेकिन युवा खिलाड़ी ने कठिन परिस्थितियों के दौरान दबाव का कोई संकेत नहीं दिखाया और टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। वह टूर्नामेंट में 17 विकेट के साथ भारत के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। पंजाब के तेज गेंदबाज ने 'आईएएनएस' को बताया, "क्रिकेटरों के लिए, हर मैच महत्वपूर्ण है, लेकिन मेरा सबसे पसंदीदा हालिया विश्व कप फाइनल है।
ट्रॉफी जीतना एक अविस्मरणीय अनुभव था। मेरे साथियों के साथ कप उठाने का माहौल, तीव्रता और बेहद खुशी ने इसे अविश्वसनीय बना दिया।यह एक ऐसा क्षण है जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा, यह जानकर कि हमने इतने भव्य मंच पर अपने देश को गौरवान्वित किया है।'' 52 टी20 में, अर्शदीप ने 18.40 की औसत से 79 विकेट लिए हैं, जिसमें 5/37 का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन शामिल है। वह 27 जुलाई से शुरू होने वाले तीन टी20 और तीन वनडे मैच खेलने के लिए भारतीय टीम के साथ श्रीलंका जाएंगे। -- (आईएएनएस)
दांबुला, 20 जुलाई । ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा, जिन्होंने पाकिस्तान पर भारत की सात विकेट की आसान जीत में 3-20 विकेट हासिल कर 2024 महिला एशिया कप की शानदार शुरुआत की, ने कहा कि मैच के दौरान उनकी मानसिकता ऐसी थी और वह अपने रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। रंगिरी दांबुला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत ने पाकिस्तान को सिर्फ 108 रन पर आउट कर दिया, जिसमें दीप्ति शीर्ष गेंदबाज़ रहीं। दीप्ति ने 'बीसीसीआई महिला' एक्स हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा,“ हमें वास्तव में अच्छा लगा क्योंकि हम एक गेंदबाजी इकाई के रूप में लंबे समय से इस पर काम कर रहे हैं।
निजी तौर पर यह बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि मैंने योजना के मुताबिक गेंदबाजी की।'' दीप्ति ने कहा, “मेरे सामने आने वाली किसी भी चुनौती के लिए मानसिकता हमेशा तैयार रहती है। जब आप पहले से ही किसी भी चीज के लिए तैयार होते हैं तो गेंदबाजी करते समय कुछ चीजें आपके लिए आसान लगने लगती हैं। कार्यान्वयन के लिए, मेरे दिमाग में यह था कि परिस्थितियों के अनुसार और विकेट कैसा व्यवहार करेगा, उसके अनुसार गेंदबाजी करूं। मैंने सही क्षेत्रों में गेंदबाजी की, इसलिए यह वास्तव में अच्छा लगा।'' दीप्ति, जिन्होंने प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी लिया, ने कहा कि भारत की जीत में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया जाना उनके लिए दोहरी खुशी का क्षण था।
"जब मैं मैच से पहले अभ्यास में गेंदबाजी करती हूं, तो इससे मैच की पहली गेंद फेंकने से पहले दिमाग को तैयार रखने और आत्मविश्वास हासिल करने में बहुत मदद मिलती है।" उन्होंने कहा, “प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार प्राप्त करना एक अद्भुत एहसास था क्योंकि आप हमेशा टीम को जीत दिलाने के तरीकों की तलाश में रहते हैं। मैं हमेशा टीम को विजयी बनाने में योगदान देने की कोशिश करती हूं और इसके लिए पुरस्कार मिलने से दोहरी खुशी मिलती है।'' दस साल से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद, दीप्ति ने कहा कि उनके लिए एकमात्र बदलाव निर्णय लेने में त्वरित होने की उनकी क्षमता है। "मैं 19 साल की उम्र में आयी थी और अब मुझे लगता है कि मुझे बहुत सारे मैच खेलने का अनुभव मिल गया है - जैसे कि आपको मैच में किस तरह की गेंदें फेंकनी हैं और चुनौतियों का सामना करने पर कैसे प्रतिक्रिया देनी है।"
“मानसिकता भी बहुत बदल गई है, जैसे खेल और उससे जुड़ी चीजों के बारे में सोचना। मैंने बहुत कुछ नहीं बदला है; मैं बिल्कुल वैसी ही हूं - बस त्वरित निर्णय लेना ही एकमात्र बदलाव है।'' भारत एशिया कप के अपने दूसरे ग्रुप ए मैच में रविवार को नेपाल से भिड़ेगा। मैच समाप्त होने के बाद, तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर ने बताया कि 2-14 विकेट लेने के लिए परिस्थितियाँ उनके पक्ष में कैसे थीं। “हर कोई पाकिस्तान के खिलाफ टूर्नामेंट में हमारी अच्छी शुरुआत की उम्मीद कर रहा था और ऐसा ही हुआ। मेरा दृष्टिकोण बहुत सरल था. चारों ओर हवाएं चलने के साथ-साथ मौसम भी बहुत अनुकूल था।
मैं अपनी तैयारी को अच्छे से क्रियान्वित करने में सक्षम थी।” उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अक्टूबर में बांग्लादेश में होने वाले महिला टी20 विश्व कप को देखते हुए भारत के लिए एशिया कप में जगह बनाना कितना महत्वपूर्ण है। “यह एशिया कप निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमारे पास टी20 विश्व कप से पहले केवल यही श्रृंखला है। इसके बाद हमारे पास कोई और सीरीज नहीं है और हम फिर सिर्फ तैयारी पर ही ध्यान देंगे।' रेणुका ने निष्कर्ष निकाला, “हम यहां से बहुत कुछ सीखेंगे, क्योंकि बांग्लादेश में भी हमें ऐसी ही परिस्थितियां और विकेट मिलेंगे। हमारे लिए एशिया कप के माध्यम से विश्व कप के लिए यथासंभव तैयारी करना अच्छा होगा। '' --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । जैसे-जैसे पेरिस 2024 ओलंपिक नजदीक आ रहा है, भारत एथलीटों और सहयोगी स्टाफ की एक मजबूत टुकड़ी भेज रहा है, जो अत्यधिक अधिकारियों को भेजने की पिछली प्रथाओं में शामिल होने के बजाय प्रदर्शन को अधिकतम करने पर केंद्रित है। इस साल, भारत की ओलंपिक टीम में 117 एथलीट और 140 सहयोगी स्टाफ शामिल हैं, इस अनुपात ने भौंहें चढ़ा दी हैं और विवाद को जन्म दे दिया है। हालाँकि, करीब से देखने पर एथलीट समर्थन और प्रदर्शन को बढ़ाने के उद्देश्य से दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव का पता चलता है।
रेव्ज़स्पोर्ट्ज़ के अनुसार, पिछले ओलंपिक में, आलोचना अक्सर भारतीय दल के साथ जाने वाले अधिकारियों और गैर-आवश्यक कर्मियों की संख्या पर केंद्रित थी। इससे निजी विलासिता यात्राओं के लिए सरकारी खर्चों के दुरुपयोग के आरोप लगे। हालाँकि, पेरिस 2024 के लिए परिदृश्य स्पष्ट रूप से भिन्न है। सहायक कर्मचारियों की सूची की व्यापक समीक्षा से पता चलता है कि 85 प्रतिशत से अधिक आवश्यक कर्मचारी हैं, जिनमें कोच, खेल वैज्ञानिक, चिकित्सा दल और फिजियोथेरेपिस्ट शामिल हैं। यह परिवर्तन एथलीटों को उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक व्यापक समर्थन प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस नए दृष्टिकोण का एक उल्लेखनीय उदाहरण जसपाल राणा जैसे प्रशिक्षकों को शामिल करना है, जिन्होंने मनु भाकर के प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह सुनिश्चित करने का मतलब है कि भाकर के पास पेरिस में उनका भरोसेमंद कोच है, इसका मतलब है कि वह एक परिचित और आरामदायक माहौल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकती हैं। इसी तरह, बैडमिंटन में, मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद के साथ कोच प्रकाश पादुकोण और विमल कुमार का होना सुनिश्चित करता है कि पीवी सिंधु जैसे एथलीटों को निरंतर समर्थन मिले। सिंधु ने सार्वजनिक रूप से अपने प्रदर्शन पर पादुकोण के प्रभाव को स्वीकार किया है और इस तरह की विशेष कोचिंग के महत्व पर प्रकाश डाला है। रियो 2016 की दर्दनाक स्मृति, जहां पहलवान विनेश फोगाट को चोट लगने के बाद पर्याप्त चिकित्सा सहायता के बिना छोड़ दिया गया था, एक अच्छी तरह से तैयार सहायता टीम के महत्व को रेखांकित करती है। इस बार, भारत की टुकड़ी में ऐसी कठिनाइयों से बचने और यह सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत मेडिकल टीम शामिल है कि एथलीटों को आवश्यक चिकित्सा देखभाल तक तत्काल पहुंच हो। सुधार का एक अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र उपकरण और परिधान की गुणवत्ता है। अतीत में, भारतीय एथलीटों को घटिया जर्सियों के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ा था जो प्रतियोगिता के दौरान टिक नहीं पाती थीं। इस वर्ष, जेएसडब्ल्यू के वस्त्र भागीदार और प्यूमा के जूते उपलब्ध कराने के साथ, इन समस्याओं का समाधान किया गया है। एथलीटों के पास अब उच्च गुणवत्ता वाले गियर होंगे, जो उनके आराम और प्रदर्शन में योगदान देंगे।
खेल वैज्ञानिक एथलीटों को प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने, प्रशिक्षण, पुनर्प्राप्ति और प्रदर्शन अनुकूलन में अंतर्दृष्टि प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालाँकि खेल वैज्ञानिकों का एकीकरण अपेक्षाकृत हाल ही में हुआ है, लेकिन उनकी उपस्थिति से सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। ध्यान दीर्घकालिक एथलीट विकास पर है, इस समझ के साथ कि देर से किए गए हस्तक्षेप से भी फर्क पड़ सकता है। विवाद के बावजूद, वास्तविकता यह है कि इस साल का ओलंपिक सपोर्ट स्टाफ पेरिस की यात्रा का आनंद ले रहे नौकरशाहों का समूह नहीं है। इसके बजाय, सहायता टीम के लगभग 120 सदस्य सीधे तौर पर एथलीटों की तैयारी और प्रदर्शन में शामिल होते हैं। यह बदलाव मान्यता के योग्य है और इसे भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) द्वारा एक सकारात्मक कदम के रूप में उजागर किया जाना चाहिए। -- (आईएएनएस)