अंतरराष्ट्रीय
रिपब्लिकन पार्टी के चार दिवसीय कन्वेंशन में बोलते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे राष्ट्रपति पद के नामांकन को स्वीकार करते हैं.
ट्रंप ने कहा कि मैं आप लोगों के सामने उम्मीद, ताक़त और विश्वास के संदेश के साथ खड़ा हूं. उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी आने वाले चार महीनों में अतुलनीय जीत हासिल करने जा रही है.
उन्होंने कहा कि जीत हासिल करके अमेरिका के इतिहास के महानतम चार वर्षों की शुरुआत करेंगे.
ट्रंप ने अपने भाषण में यूक्रेन-रूस युद्ध और इसराइल में चल रहे युद्ध को लेकर मौजूदा सरकार पर निशाना साधा.
ट्रंप ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति होता तो रूस और यूक्रेन के बीच चल रही यह भयावह जंग और इसरायल पर हुए हमले के कारण शुरू हुई जंग भी हुई नहीं हुई होती.
ट्रंप ने कहा कि मैं मौजूदा सरकार द्वारा पैदा की गई सभी अंतरराष्ट्रीय समस्याओं को खत्म कर दूंगा.
डोनाल्ड ट्रंप अपने ऊपर हुए हमले के दौरान मारे गए व्यक्ति कोरी कंपेरेटर को श्रद्धांजलि दी और कन्वेंशन में उनके लिए मौन भी रखा. (bbc.com/hindi)
इसराइली सेना ने कहा है कि वह शुक्रवार सुबह सेंट्रल तेल अवीव में हुए ड्रोन हमले की जांच कर रही है.
सेना ने अपने बयान में कहा है कि शुरुआती जांच से लग रहा है यह हवाई हमला है. इलाक़े में हवाई गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
इसराइली आपातकालीन सेवाओं का कहना है कि धमाके में एक व्यक्ति की मौत हुई है और कई लोग घायल हुए हैं.
ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा है कि वो तेल अवीव को निशाना बनाकर किए गए अपने सैन्य अभियान के बारे में और जानकारी देंगे.
यह घटना इसराइली सेना द्वारा दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह के एक वरिष्ठ कमांडर को मारने की पुष्टि करने के बाद हुई है.
पिछले साल अक्टूबर महीने में इसराइल के हमास के ख़िलाफ़ ग़ज़ा में कार्रवाई शुरू करने के बाद से ही हिज़बुल्लाह और इसराइली सेना के बीच गोली बारी जारी है. (bbc.com/hindi)
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जे़लेंस्की ने कहा है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो उनके साथ काम करना आसान नहीं होगा .
बीबीसी से बात करते हुए जे़लेंस्की ने कहा कि चुनाव के बाद जिसके पास भी अमेरिका की कमान आएगी, वो उसके साथ काम करने के लिए तैयार हैं.
कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने ओहायो के सीनेटर जेडी वेंस को अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया था. 39 वर्षीय जेडी वेंस पहले ही कह चुके हैं यूक्रेन के साथ क्या होता है, उसकी उन्हें कोई परवाह नहीं है. वेंस यूक्रेन को युद्ध के लिए फंड दिए जाने के ख़िलाफ़ रहे हैं.
अमेरिका के चुनावों में नामांकन के बाद फिर से यह आशंका जताई जा रही है कि अगर नवंबर में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति का चुनाव जीतते हैं तो यूक्रेन को लेकर अमेरिका की नीति बदल जाएगी.
जे़लेंस्की ने बीबीसी से कहा है, शायद उन्हें यह नहीं पता कि यूक्रेन में वास्तव में चल क्या रहा है इसलिए हमें अमेरिका के साथ काम करने की ज़रूरत है.
ज़ेलेंस्की अभी ब्रिटेन में हैं. जहां उन्होंने गुरुवार को भाषण भी दिया.
जे़लेंस्की ने इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर से भी मुलाक़ात की थी, प्रधानमंत्री स्टार्मर ने यूक्रेन के साथ जब तक संभव हो तब तक खड़े रहने की बात कही है. (bbc.com/hindi)
लंदन, 18 जुलाई । क्रिकेट जगत ने इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट को गले के कैंसर (थ्रोट कैंसर) की सफल सर्जरी के बाद शुभकामनाएं दी और उनकी तेज रिकवरी की कामना की। इस महीने की शुरुआत में बॉयकॉट को पता चला कि उनके गले का कैंसर, जिसके लिए उन्हें 2002 में कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के जरिए इसका इलाज भी कराया था, एक बार फिर से उभर आया है और इस बार उन्हें इसकी सर्जरी की आवश्यकता है।
बॉयकॉट के एक्स अकाउंट के माध्यम से एक अपडेट में उनकी बेटी एम्मा ने बताया, "मेरे पिता ज्योफ्री की सर्जरी सफल रही। गले के कैंसर को सही करवाने के लिए तीन घंटे का ऑपरेशन सफल रहा।" इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी और मुख्य कोच डेरेन लेहमन ने लिखा, "अपडेट के लिए धन्यवाद, कृपया हमारे विचार पूरे परिवार तक पहुंचाएं। हमें खुशी है कि सर्जरी सफल रही।" इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी एलन बुचर ने लिखा, 'बहुत अच्छी खबर', जबकि पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने लाल दिल वाला इमोजी पोस्ट किया। बॉयकॉट ने 1964 से 1982 तक 108 टेस्ट मैचों में 8,114 रन बनाए। 1978 में चार मौकों पर इंग्लैंड की कप्तानी भी की, जब माइक ब्रेयरली चोटिल हो गए थे। उन्होंने 1977 में हेडिंग्ले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना 100वां प्रथम श्रेणी शतक बनाया।
उनका टेस्ट करियर 108 मैचों का था, जिसमें उन्होंने 47.72 की औसत से 8114 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 42 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में यॉर्कशायर का प्रतिनिधित्व किया, जहां उनके रनों की संख्या 48,426 रही, जो अब तक की पांचवीं सबसे अधिक है। बाद में वे यॉर्कशायर के अध्यक्ष बने और 2020 तक 14 साल तक बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल कमेंट्री टीम से जुड़े रहे। क्रिकेट पर कई किताबें लिखने के अलावा उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स और टॉक स्पोर्ट्स रेडियो के साथ भी काम किया। -(आईएएनएस)
काठमांडू, 18 जुलाई नेपाल के चितवन जिले में पिछले सप्ताह दो बसों के भूस्खलन के मलबे के साथ नदी में बहने के बाद बचावकर्मियों ने अब तक 19 शव बरामद किए हैं, जिनमें चार भारतीय भी शामिल हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
भूस्खलन की यह घटना शुक्रवार को चितवन जिले के नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग पर सिमलताल इलाके में हुई थी। 54 लोगों में से तीन लोग घटना के तुरंत बाद तैरकर सुरक्षित निकल गए।
बीरगंज से काठमांडू जा रही पहली बस में सात भारतीय नागरिकों समेत 24 यात्री थे। काठमांडू से गौर जा रही दूसरी बस में 30 लोग सवार थे। भारी भूस्खलन की वजह से दोनों बसें त्रिशूली नदी में गिर गई थीं।
दोनों बसों से जुड़े हादसे में दुर्घटना स्थल से अब तक 19 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। सशस्त्र पुलिस बल (एसएसबी) के सूत्रों के अनुसार, 19 में से चार शव भारतीय नागरिकों के हैं।
पांच पुरुष शवों की अभी तक पहचान नहीं हुई है।
पुलिस के अनुसार नेपाल के स्थानीय अधिकारी बचाव कार्य के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश के भारतीय अधिकारियों के साथ समन्वय बना रहे हैं। खोज और बचाव कार्य बृहस्पतिवार को भी जारी रहा।
बुधवार को चले अभियान के दौरान 27 वर्षीय भारतीय नागरिक विवेक कुमार का शव बरामद किया गया।
इससे पहले ऋषि पाल शाह (28), जय प्रकाश ठाकुर (30) और सज्जाद अंसारी (23) समेत कुल तीन शव बरामद किए गए।
अधिकारियों ने बचाव कार्यों में सहायता के लिए उच्च गुणवत्ता वाले सोनार कैमरे, शक्तिशाली चुंबक और जल ड्रोन का उपयोग किया।
दोनों बसों में सवार यात्रियों के शव त्रिशूली नदी में 100 किलोमीटर दूर तक बह गए।
पहाड़ी इलाकों की वजह से नेपाल की नदियों का बहाव आम तौर पर तेज होता है। पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के कारण जलमार्ग भी उफान पर हैं और कीचड़ तथा मलबे की वजह से उनका पानी का रंग गहरा भूरा हो गया है, जिससे मलबे को देख पाना और भी मुश्किल हो गया है।
मानसून के मौसम में जून से सितंबर तक नेपाल में भारी बारिश होती है, जिससे अक्सर इस पर्वतीय हिमालयी देश में भूस्खलन की घटनाएं होती हैं। (भाषा)
संयुक्त राष्ट्र, 18 जुलाई नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कहा है कि भारत सार्वजनिक सेवा और डिजिटलीकरण समेत विभिन्न क्षेत्रों में समाधान की एक कुंजी साबित हो रहा है।
बेरी ने यह भी कहा कि जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत ने सतत विकास लक्ष्यों को केन्द्र में रखकर स्वीकार किया है कि यह वैश्विक समुदाय की अपनी वंचित आबादी के प्रति एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
बेरी ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘भारत विभिन्न क्षेत्रों में समाधान की कुंजी साबित हो रहा है, चाहे वह सार्वजनिक सेवा हो, डिजिटलीकरण हो, यहां तक कि बहुराष्ट्रीय निगमों और तथाकथित वैश्विक केंद्रों के लिए भी...।’’
उन्होंने कहा, “मैं वास्तव में एसडीजी को सरकारों द्वारा उनकी आबादी के प्रति प्रतिबद्धता के रूप में देखता हूं। 21वीं सदी में, यह एक तरह से सभ्य जीवन के प्रति प्रतिबद्धता है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में बेरी ने कहा कि मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि आगामी 25 वर्ष में एक जगह ध्यान केंद्रित करके कितना कुछ हासिल किया जा सकता है।
बेरी सतत विकास उच्च स्तरीय राजनीतिक फोरम (एचएलपीएफ) में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्यूयॉर्क में थे, जो आर्थिक और सामाजिक परिषद के तत्वावधान में 8 जुलाई से 17 जुलाई तक संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित किया गया। (भाषा)
संयुक्त राष्ट्र, 18 जुलाई । रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाने वाली "एक महान शक्ति" है और मॉस्को के साथ उसके संबंधों को लेकर उस पर "पूरी तरह से अनुचित" दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "भारत एक महान शक्ति है, अपने राष्ट्रीय हितों को खुद तय करता है, अपने दोस्त खुद चुनता है, और हम जानते हैं कि भारत पर पूरी तरह से अनुचित दबाव डाला जा रहा है।"
उन्होंने पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉस्को यात्रा की आलोचना के खिलाफ रूस के साथ भारत के संबंधों, विशेष रूप से ऊर्जा सहयोग का बचाव करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि भारत जो कर रहा है सही कर रहा है।" लावरोव ने प्रधानमंत्री मोदी की मॉस्को यात्रा के बारे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की की टिप्पणी को "बहुत अपमानजनक" कहा। उन्होंने कहा कि भारत ने यूक्रेन के नई दिल्ली स्थित राजदूत ओलेक्सांद्र पोलिशचुक को विदेश मंत्रालय में बुलाया और ज़ेलेंस्की की टिप्पणी पर विरोध जताया था। ज़ेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट किया था, "यह शांति प्रयासों के लिए बड़ा झटका है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता ने मॉस्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को ऐसे दिन गले लगाया जब कीव में बच्चों के अस्पताल पर रूसी मिसाइल से हमला हुआ था।" भारत के साथ चीन को भी जोड़ते हुए, लावरोव ने "एशियाई दिग्गजों" की पश्चिमी देशों की ओर से हो रही आलोचना पर हमला किया। उन्होंने कहा, "मल्टीपोलर दुनिया एक वास्तविकता है। यह काल्पनिक नहीं है।"
उन्होंने कहा, "यह सच है कि पश्चिम चीन जैसी शक्तियों के प्रति अपनी नाराजगी दिखाता है, यह कूटनीति की विफलता को भी दर्शाता है।" उन्होंने कहा, "इस तरह से व्यवहार करना वास्तव में ओछी बात है, खास तौर पर तब जब वे इन दो दिग्गजों से इस तरह से बात कर रहे हैं।" अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने प्रधानमंत्री मोदी की मास्को यात्रा के दौरान कहा था, "हमने भारत के रूस के साथ संबंधों के बारे में अपनी चिंताओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है। भारत एक रणनीतिक साझेदार है जिसके साथ हम स्पष्ट बातचीत करते हैं, और इसमें रूस के साथ संबंधों के बारे में हमारी चिंताएं भी शामिल हैं।"
लावरोव ने भारत के विदेश मंत्री द्वारा रूस से ऊर्जा उत्पाद खरीदने के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, "मेरे सहयोगी सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने पश्चिमी देशों के दौरे के बाद रूस से अधिक तेल खरीदने के सवालों के जवाब में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा था कि पश्चिमी देश भी रूस से गैस खरीद रहे हैं, प्रतिबंधों के बावजूद।" लावरोव ने कहा, "और फिर उन्होंने कहा था कि भारत खुद तय करेगा कि उसे किसके साथ व्यापार करना है और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा कैसे करनी है।" (आईएएनएस)
वाशिंगटन, 18 जुलाई । अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावी सरगर्मियों के बीच जो बाइडेन कोविड-19 संक्रमित हो गए हैं। हालांकि लक्षण हल्के बताए जा रहे हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने बुधवार को एक बयान में कहा, "आज लास वेगास में अपने पहले कार्यक्रम के बाद, राष्ट्रपति बाइडेन का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया।" उन्होंने आगे कहा, " वो वैक्सिनेटेड हैं और उन्होंने बूस्टर खुराक भी ली है तथा उनमें हल्के लक्षण हैं।"
कोरोना की वजह से नेवादा में उनका चुनाव प्रचार कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। जिसके बाद राष्ट्रपति अपने गृह राज्य डेलावेयर के लिए रवाना हो गए, जहां वे स्वयं को खुद को सेल्फ क्वारंटीन करेंगे और स्वास्थ्य लाभ लेंगे। बुधवार को बाइडेन की फिर से चुनाव लड़ने की कोशिश को सबसे बड़ी चुनौती प्रतिनिधि सभा में वरिष्ठ डेमोक्रेटिक सदस्य एडम शिफ ने दी। वो अमेरिकी सीनेट के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, और राष्ट्रपति को पद से हटाने की मांग करने वाले सबसे नए डेमोक्रेट्स में शामिल हो गए हैं। शिफ पूर्व स्पीकर नैन्सी पेलोसी के बहुत करीबी हैं, जो पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मिलकर राष्ट्रपति को बाहर निकालने की कोशिश कर रही हैं। शिफ ने एक बयान में लिखा, "जो बाइडेन हमारे देश के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रपतियों में से एक रहे हैं, और सीनेटर, उपराष्ट्रपति और अब राष्ट्रपति के रूप में उनकी आजीवन सेवा ने हमारे देश को बेहतर बनाया है।" "लेकिन हमारा देश एक दो राहे पर खड़ा है। ट्रम्प का दूसरा राष्ट्रपति बनना हमारे लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर देगा, और मुझे इस बात की फिक्र है कि क्या राष्ट्रपति नवंबर में डोनाल्ड ट्रम्प को हरा पाएंगे?" बाइडेन ने पद छोड़ने की किसी भी सलाह को अस्वीकार कर दिया है और दौड़ में बने रहने की कसम खाई है, लेकिन उनकी उम्र को देखते हुए उनका कोविड-19 संक्रमण उनके संकल्प को गंभीर रूप से चुनौती दे सकता है।
व्हाइट हाउस के डॉक्टर केविन ओ कॉनर ने जीन-पियरे द्वारा जारी किए गए उसी बयान में कहा, "बाइडेन में अभी हल्के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, जैसे नाक बहना और खांसी। उन्हें थकान भी महसूस हो रही है। कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद बाइडेन को एंटी वायरल दवा पैक्सलोविड दी गई है। उन्होंने अपनी पहली खुराक ले ली उन्हें दिन के अपने पहले कार्यक्रम के लिए ठीक लगा, लेकिन यह देखते हुए कि वह बेहतर महसूस नहीं कर रहे थे, एहतियातन कोविड 19 टेस्ट किया गया जो पॉजिटिव आया।" डॉक्टर ने कहा, "उनके लक्षण हल्के बने हुए हैं। उनका तापमान सामान्य रूप से 97.8 है और उनकी पल्स ऑक्सीमेट्री सामान्य रूप से 97 प्रतिशत है। राष्ट्रपति को पैक्सलोविड की पहली खुराक मिल गई है। वह रेहोबोथ में अपने घर में खुद को अलग रखेंगे।" -(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 18 जुलाई अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा कि वह लागत में वृद्धि और प्रक्षेपण में देरी होने के कारण, पानी की खोज के लिए चंद्रमा पर रोवर भेजने के मिशन को रद्द कर रहा है।
अंतरिक्ष एजेंसी ने बुधवार को कहा कि ‘वाइपर’ रोवर को ‘एस्ट्रोबोटिक टेक्नोलॉजी’ द्वारा उपलब्ध कराए गए एक लैंडर के जरिये 2023 के अंत तक प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन अतिरिक्त परीक्षण और लागत बढ़ने के कारण इस मिशन में देरी होती रही जिससे अन्य परियोजनाओं पर खतरा मंडराने लगा है।
नासा ने बताया कि रोवर का उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर खोजबीन करना था। इसके विकास पर अभी तक करीब 45 करोड़ डॉलर खर्च किए जा चुके हैं।
अपोलो 11 मिशन की 55वीं वर्षगांठ से कुछ दिन पहले यह घोषणा की गयी है। अपोलो 11 नील आर्मस्ट्रांग और बज आल्ड्रिन को लेकर 20 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर पहुंचा था। नासा ने बताया कि उसकी योजना अन्य परियोजनाओं के जरिए चंद्रमा पर बर्फ की मौजूदगी का अध्ययन करना है।
एस्ट्रोबोटिक की अब भी अगले साल के अंत तक अपने ग्रिफिन चंद्रमा लैंडर को प्रक्षेपित करने की योजना है। (एपी)
न्यूयॉर्क/सिएटल, 18 जुलाई अमेरिका में भारतीय छात्रा की मौत के बाद असंवेदनशील टिप्पणियां करने और हंसने वाले एक पुलिस अधिकारी को बर्खास्त कर दिया गया है।
वाशिंगटन के नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी की छात्रा जाह्नवी कंडुला (23) जब 23 जनवरी को सड़क पार कर रही थी, तब पुलिस के एक वाहन ने उसे टक्कर मार दी थी। इस वाहन को केविन डेव नाम का अधिकारी चला रहा था और वह एक अन्य मामले की जांच के लिए तेजी से वाहन चलाते हुए जा रहा था। वाहन के टक्कर मारने के बाद कंडुला 100 फुट दूर जा कर गिरी थी।
सिएटल पुलिस विभाग द्वारा जारी ‘बॉडीकैम फुटेज’ में अधिकारी डैनियल ऑडरर भीषण दुर्घटना पर हंसते हुए और यह कहते सुनाई दिया कि ‘‘ओह, मुझे लगता है कि वह बोनट पर आ गिरी, आगे के शीशे से टकराई और फिर जब उसने (पुलिस वाहन के चालक ने) ब्रेक मारे तो कार से दूर जाकर गिरी... वह मर चुकी है।’’
अनुशासनात्मक कार्रवाई रिपोर्ट में कहा गया कि ये असंवेदनशील टिप्पणियां करने के बाद ऑडरर ‘‘चार सेकंड तक जोर-जोर से हंसा।’’
सिएटल पुलिस विभाग की कार्यवाहक प्रमुख स्यू राह ने एक ई-मेल में कहा कि ऑडरर की टिप्पणियों से कंडुला के परिवार को जो पीड़ा पहुंची उसे ‘‘दूर नहीं जा सकता। पुलिस अधिकारी के कृत्य ने सिएटल पुलिस विभाग और हमारे पूरे पेशे को शर्मसार कर किया है, जिससे हर पुलिस अधिकारी का काम और अधिक कठिन हो गया है।’’
राह ने कहा कि संस्था की प्रमुख के रूप में उनका कर्तव्य है कि जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए उच्च मानकों को बरकरार रखा जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस अधिकारी को हमारे बल में बने रहने देना पूरे विभाग का अपमान होगा। इस कारण से मैं उसे बर्खास्त कर रही हूं।’’ (भाषा)
मिलवाउकी, 18 जुलाई अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने देशवासियों से राजनीतिक हिंसा को खारिज करने का आह्वान किया और यह भी कहा कि देशवासियों को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में क्या दांव पर लगा है, इसके बारे में एक ‘स्वस्थ चर्चा’ को ‘स्वीकार’ करना चाहिए।
अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं।
मिशिगन में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में हैरिस ने कहा, “अमेरिकी लोकतंत्र की खूबी, किसी भी लोकतंत्र की खूबी विचारों और नीतियों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा तथा भविष्य के लिए मजबूत दृष्टिकोण है। जिस तरह हमें राजनीतिक हिंसा को खारिज करना चाहिए, उसी तरह हमें इस चुनाव में क्या दांव पर लगा है, इसके बारे में एक स्वस्थ चर्चा को अपनाना भी चाहिए।”
हैरिस ने पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हाल ही में हुए जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा, “जैसा कि हम सभी जानते हैं, यह एक जघन्य, भयानक और कायरतापूर्ण कृत्य था। मैं और मेरे पति डग (एम्हॉफ) इस बात को लेकर शुक्रगुजार हैं कि वह गंभीर रूप से घायल नहीं हुए। उस दिन, जैसे ही हमने देखा कि क्या हो रहा है, हमने उनकी सलामती के लिए दुआ की। हमारा ध्यान तुरंत मेलानिया (ट्रंप) और उनके परिवार पर चला गया, जिनसे हम मिल चुके हैं।”
हैरिस ने कहा कि सबसे अहम यह है कि किसी को भी अपने प्रियजन की सुरक्षा को लेकर इसलिए चिंतित नहीं होना चाहिए, क्योंकि वे किसी सार्वजनिक पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अमेरिकी खुफिया विभाग, प्रवर्तन एजेंसियों और स्थानीय प्राधिकारियों का आभार भी जताया।
उपराष्ट्रपति ने कहा, “मेरा मानना है कि अमेरिका दुनिया का सबसे महान लोकतंत्र है। लेकिन पिछले सप्ताहांत हुई गोलीबारी की घटना के बाद हमारे सामने जो सवाल खड़े हुए हैं, उनमें से एक यह है कि हमें इस अभियान में एक-दूसरे के साथ किस तरह जुड़ना चाहिए।”
हैरिस ने रविवार शाम राष्ट्रपति जो बाइडन के एकता का आह्वान करने की बात को रेखांकित किया।
उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, “हमारी एकता इस विचार के इर्द-गिर्द केंद्रित होनी चाहिए कि हमारे देश का इतिहास राजनीतिक हिंसा से कलंकित रहा है, लेकिन हिंसा कभी भी स्वीकार्य नहीं है। इस संबंध में कोई दो राय नहीं हो सकती।”
हैरिस ने कहा कि लोकतंत्र की ताकत की पुष्टि करने का सबसे अच्छा तरीका विचारों का जोरदार और सहज आदान-प्रदान करना है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 17 जुलाई। कला इतिहासकार मधु खन्ना ने अपनी पुस्तक “तंत्र ऑन द एज” के लिए ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर आर्ट बुक प्राइज का दूसरा संस्करण जीता है।
भारत और श्रीलंका में नॉर्वे की राजदूत मे-एलिन स्टेनर द्वारा मंगलवार को आयोजित पुरस्कार समारोह में खन्ना और पुस्तक के प्रकाशक डीएजी को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और एक लाख रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
खन्ना ने कहा, “इस पुस्तक को लिखना जुनून और समर्पण की यात्रा रही है। जैसे-जैसे हम हिंसा और पारिस्थितिकीय क्षरण से त्रस्त 21वीं सदी में प्रवेश कर रहे हैं, हमें अतीत के गुमनाम शिल्पी-योगियों और ऋषि-विद्वानों से विरासत में मिली तंत्र और योग की आध्यात्मिक विरासत को पुनः प्राप्त करना होगा।”
उन्होंने कहा, “उनकी विरासत के कारण ही हम आज तंत्र कला और उसके दर्शन की कालातीत आधुनिकता का जश्न मना पा रहे हैं।”
निर्णायक मंडल में स्टेनर के अलावा कला इतिहासकार अलका पांडे और ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर्स की प्रीति पॉल शामिल थीं। निर्णायक मंडल ने विजयी पुस्तक के अतिरिक्त - दो अन्य पुस्तकों की भी सराहना की जिसमें नियोगी बुक्स द्वारा प्रकाशित शिल्पा शाह और रोजमरी क्रिल की “द शूमेकर्स स्टिच: मोची एम्ब्रॉयडरीज ऑफ गुजरात इन द तापी कलेक्शन” तथा एलेफ बुक कंपनी द्वारा प्रकाशित “थोटा वैकुंठम्स थोटा वैकुंठम: ए सेलिब्रेशन” शामिल हैं। (भाषा)
कीव, 17 जुलाई। यूक्रेन और रूस ने 95-95 युद्धबंदियों की अदला-बदली की है। दोनों देशों के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इससे पूर्व, तीन सप्ताह पहले भी युद्धबंदियों की इस तरह की अदला-बदली की गई थी। यह बंदी बनाए गए सैनिकों को वापस भेजने के लिए कभी-कभार होने वाले समझौतों का हिस्सा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस अदला-बदली की सूचना दी।
फरवरी 2022 में रूस के यूक्रेन पर हमले की शुरुआत के बाद से 54 बार युद्धबंदियों की अदला-बदली हो चुकी है। ना तो रूस और ना ही यूक्रेन ने युद्धबंदियों की संख्या का खुलासा किया।
जेलेंस्की ने ‘टेलीग्राम’ पर एक पोस्ट में कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने फिर से समझौतों की मध्यस्थता की है। यूएई ने कहा कि उसका रूस और यूक्रेन दोनों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध कायम है।
जेलेंस्की ने पोस्ट में लिखा, ‘‘चाहे यह कितना भी मुश्किल क्यों न हो, हम उन सभी की तलाश कर रहे हैं जो कैद में हैं। हमें सभी को वापस लाना होगा।’’
रिहा किए गए यूक्रेन के नागरिकों में कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने दो साल से ज्यादा समय तक कैद में बिताया। यूक्रेन के युद्धबंदियों के समन्वय मुख्यालय ने बताया कि उन्हें कीव क्षेत्र में रूस के शुरुआती आक्रमण और पूर्वी लुहांस्क क्षेत्र में लड़ाई के दौरान मारियुपोल में पकड़ा गया था।
मुख्यालय ने बताया कि युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 3,400 से ज्यादा लोग रूस की कैद से वापस लौटे हैं। इनमें सैन्य और असैन्य दोनों तरह के लोग शामिल हैं।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रिहा किए गए रूसी सैनिकों को चिकित्सा उपचार और पुनर्वास के लिए मॉस्को ले जाया जाएगा।
जनवरी में रूस और यूक्रेन ने सैकड़ों युद्धबंदियों की अदला-बदली की थी, जो कि एक बार में रिहा किए गए बंदियों की सर्वाधिक संख्या है। (एपी)
चीन में एक 14 मंज़िला शॉपिंग सेंटर में आग लगने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है. सरकारी मीडिया के मुताबिक़ आगजनी की यह घटना चीन के शिन्हुआन प्रांत के ज़िगोंग शहर में हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक़ बुधवार शाम को लगी इस इस आग में घिर 30 लोगों के बचा लिया गया है. घटनास्थल पर रात में राहत और बचाव का काम पूरा हो चुका है.
फ़िलहाल आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है लेकिन शुरुआती जाँच के मुताबिक़ इमारत में चल रहे निर्माण कार्य से यह आग लगनी शुरू हुई थी.
चीन के सरकारी मीडिया और सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो में इस इमारत के चारों तरफ़ काला धुआँ दिख रहा है. (bbc.com/hindi)
मानवाधिकार समूह ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इसराइल पर हुए हमले के दौरान हमास और कम से कम चार अन्य फ़िलिस्तीनी सशस्त्र समूहों ने इसराइली नागरिकों के विरुद्ध कई युद्ध और मानवता के विरुद्ध अपराध किए.
ह्यूमन राइट्स वॉच की एक नई रिपोर्ट कहती है कि हमास ने इसराइली नागरिकों पर जानबूझ गोलियां चलाईं.
इसके अलावा रिपोर्ट यह भी कहती है कि हमास ने हिरासत में लोगों की जानबूझ कर हत्या की.
साथ ही रिपोर्ट में हमास पर यौन और लिंग आधारित हिंसा करने, लोगों को बंधक बनाने, शवों को क्षत-विक्षत करने और लूटपाट करने का आरोप भी लगाया गया है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नागरिकों की हत्या करना या उनको बंधक बनाना हमास के हमले का मुख्य उद्देश्य था. हालांकि हमास ने ह्यूमन राइट्स वॉच के दावों को झूठा क़रार देकर माफ़ी की मांग की है.
पिछले साल अक्टूबर के महीने में चरमपंथी संगठन हमास ने इसराइल पर हमला कर दिया था. इस हमले में 1200 से भी ज़्यादा नागरिक मारे गए थे और 251 नागरिकों को बंधक बना लिया गया था. (bbc.com/hindi)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं. बाइडन कोविड संक्रमित तब हुए हैं, जब उन पर डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ़ से ही दबाव बढ़ रहा है कि राष्ट्रपति की रेस से वह बाहर हो जाएं और किसी और को मौक़ा दें. कोविड संक्रमित होने के बाद बाइडन पर यह दबाव और बढ़ सकता है.
व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी कैरीन जीन पियरे के मुताबिक़ अमेरिकी राष्ट्रपति को कोविड की वैक्सीन और बूस्टर लगा हुआ है.
प्रेस सेक्रेटरी के मुताबिक़ इससे पहले भी बाइडन दो बार कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं.
कोविड से संक्रमित होने के बाद बाइडन ने भी इसकी जानकारी ट्वीट कर दी है.
जो बाइडन के मुताबिक़ वो अच्छा महसूस कर रहे हैं और उन्होंने लोगों के उनकी दुआओं के लिए धन्यवाद दिया है.
बाइडन बुधवार को लास वेगास में अपने समर्थकों से मिल रहे थे और लोगों से बात भी कर रहे थे. बाद में उन्होंने अपना चुनावी भाषण को रद्द कर दिया. (bbc.com/hindi)
ढाका, 17 जुलाई बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के प्रावधान में सुधार की मांग को लेकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों में कम से कम छह लोगों के मारे जाने के बाद ढाका विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने संस्थान को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की बुधवार को घोषणा की।
अधिकारियों ने छात्रों को शाम छह बजे तक छात्रावास खाली करने के निर्देश दिए हैं।
समाचार पत्र ‘ढाका ट्रिब्यून’ ने प्रति-कुलपति (अकादमिक) प्रोफेसर सीतेश सी बाचर के हवाले से बताया कि यह निर्णय कुलपति एएसएम मकसूद कमाल के कार्यालय में एक आपात बैठक में लिया गया।
बाचर ने ‘द डेली स्टार’ से कहा ,‘‘छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने विश्वविद्यालय को अनिश्चित काल के लिए बंद करने और हॉल खाली कराने का फैसला किया है।’’
समाचार पत्र ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र इस फैसले का विरोध कर रहे हैं और वे कुलपति के आवास पर एकत्र हो गए।
सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर बांग्लादेश के प्रमुख शहरों में प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच हुई झड़प में मंगलवार को तीन विद्यार्थियों सहित कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। इसके बाद स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
उच्च न्यायालय ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण समाप्त करने वाले 2018 के सरकारी परिपत्र को पांच जून को अवैध घोषित कर दिया था, इसके बाद 10 जुलाई को उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय के फैसले पर यथास्थिति कायम रखने का आदेश जारी किया था।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों से अगली सूचना तक कक्षाएं स्थगित करने और छात्रावास खाली कराने को कहा था।
इस पर बुधवार को ढाका विश्वविद्यालय की सर्वोच्च नीति निर्धारण संस्था, सिंडिकेट की एक बैठक तत्काल बुलाई गई।
यूजीसी का यह निर्देश प्रदर्शनों के दौरान हुई कई झड़पों के बाद आया है।
ये झड़पें सोमवार को शुरू हुईं, जब सत्तारूढ़ अवामी लीग के छात्र मोर्चे के कार्यकर्ता प्रदर्शनकारियों के सामने आ गए। प्रदर्शनकारी इस बात पर जोर दे रहे थे कि मौजूदा आरक्षण व्यवस्था सरकारी सेवाओं में मेधावी छात्रों के नामांकन को काफी हद तक रोक रही है।
प्रदर्शनकारियों ने चार महत्वपूर्ण शहरों-मध्य ढाका, उत्तर पश्चिम राजशाही, दक्षिण पश्चिम खुलना और चट्टोग्राम में राजमार्ग और रेल मार्ग अवरूद्ध कर दिए।
मौजूदा आरक्षण प्रणाली के तहत 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के नायकों की संतानों और पौत्र-पौत्रियों के लिए 30 फीसदी नौकरियां, प्रशासनिक जिलों के लिए 10 प्रतिशत, महिलाओं के लिए 10 प्रतिशत, जातीय अल्पसंख्यक समूहों के लिए पांच प्रतिशत और दिव्यांगों के लिए एक प्रतिशत नौकरियां आरक्षित हैं। (एपी)
ढाका, 17 जुलाई बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों में कम से कम छह लोगों के मारे जाने के मद्देनजर अधिकारियों ने बुधवार को सभी विश्वविद्यालयों से शिक्षण गतिविधियां बंद करने का आग्रह किया।
कुछ विश्वविद्यालयों ने तुरंत इसका अनुपालन किया,लेकिन कुछ विश्वविद्यालयों ने अभी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने छात्रों की सुरक्षा के लिए सभी सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालयों से अगली सूचना तक कक्षाएं स्थगित करने और छात्रावास खाली कराने को कहा है। देश के विश्वविद्यालय स्वायत्त रूप से संचालित होते हैं।
सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर बांग्लादेश के प्रमुख शहरों में प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच हुई झड़प में मंगलवार को तीन विद्यार्थियों सहित कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए।
बुधवार को भी ढाका विश्वविद्यालय और देश के अन्य स्थानों पर छिटपुट विरोध प्रदर्शन हुए। परिसर में पुलिस तैनात की गई, जबकि अर्धसैनिक सीमा बल ढाका और अन्य बड़े शहरों में सड़कों पर गश्त कर रहे हैं।
मौजूदा आरक्षण व्यवस्था के तहत 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बच्चों और पौत्र-पौत्रियों के लिए 30 फीसदी नौकरियां, प्रशासनिक जिलों के लिए 10 प्रतिशत, महिलाओं के लिए 10 प्रतिशत, जातीय अल्पसंख्यक समूहों के लिए पांच प्रतिशत और शारीरिक रूप से विकलांग लोगों के लिए एक प्रतिशत नौकरियां आरक्षित हैं। (एपी)
बेरूत, 17 जुलाई गाजा पर इजराइल के हमले के नौ माह हो चुके हैं जिसमें दोनों ओर भारी तबाही हुई है। हाल के हमलों में गाजा में बड़ी संख्या में चिकित्सक भी मारे गए हैं जिससे सवाल पैदा हो रहा है कि क्षेत्र के लोगों का अब इलाज कैसे होगा।
डॉ. हसन हमदान गाजा के कुछ उन प्लास्टिक सर्जनों में शामिल थे जिन्हें अपने काम में महारत हासिल थी।
इजराइल के हमलों से जब अस्पताल घायलों से भर गए तो 65 वर्षीय डॉ हमदान सेवानिवृत्त होने के बावजूद लोगों के उपचार के लिए आगे आए।
इस महीने की शुरुआत में इजराइल के हवाई हमले में डॉ हमदान, उनकी पत्नी, बेटे, दो बेटियों, एक बहू, एक दामाद, छह पोते-पोतियों मारे गए। ये लोग उस जगह पर शरण लिए हुए थे जिसे इजराइली ने ‘‘सुरक्षित क्षेत्र’’ घोषित किया था।
गाजा में हमास के साथ इजरायल के युद्ध ने इस क्षेत्र की चिकित्सा प्रणाली को ध्वस्त कर दिया है। इसने न केवल अस्पतालों और स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया है बल्कि गाजा के चिकित्साकर्मियों को भी तबाह कर दिया है। संयुक्त राष्ट के अनुसार अक्टूबर से अब तक 500 से अधिक स्वास्थ्यसेवा कर्मी मारे जा चुके हैं।
इनमें डॉ हमदान जैसे कई विशेषज्ञ शामिल हैं।
अप्रैल में इजराइली बलों के हमले में डॉ. अहमद अल मकदमा मारे गए थे। वह भी मशहूर सर्जन थे और यू.के. रॉयल कॉलेज के पूर्व फेलो भी थे। हमले में डॉ अहमद के अलावा उनकी मां गाजा सिटी के शिफा अस्पताल के बाहर मृत पाए गए थे। डॉ अहमद की मां भी पेशे से चिकित्सक थीं।
गाजा में प्रमुख प्रसूति चिकित्सकों में से एक उमर फरवाना अक्टूबर में अपने घर पर हुए हमले में परिवार के साथ मारे गए थे। क्षेत्र में लिवर प्रतिरोपण करने वाले एकमात्र चिकित्सक डॉ हमाम अलोह गाजा शहर में हमले में मारे गए।
नवंबर में उत्तरी गाजा के एक अस्पताल पर इजरायली हमलों में ‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ के साथ काम करने वाले दो चिकित्सक मारे गए थे।
अमेरिकी सेना में प्लास्टिक सर्जन रह चुके डॉ. एडम हमावी ने कहा कि डॉ हमदान की मौत से ऐसा नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई मुश्किल है। डॉ एडम ने मई में गाजा में सेवाएं दी थीं।
गाजा में अन्य लोगों की तरह उनका भी मानना है कि इजराइल जानबूझकर स्वास्थ्य प्रणाली को नष्ट कर रहा है मसलन वह अस्पतालों में छापे मार रहा है, चिकित्सा परिसर को नष्ट कर रहा है एंबुलेस को निशाना बना रहा है। वहीं इजराइल का कहना है कि वह हमास को निशाना बना रहा है। इजराइल का आरोप है कि हमास अस्पतालों को कमान केन्द्र की तरह और एम्बुलेंस को परिवहन के लिए इस्तेमाल करता है। (एपी)
काहिरा, 17 जुलाई लीबिया के सिर्ते शहर में एक सामूहिक कब्र मिली है जिसमें से 24 अज्ञात शव बरामद किए गए हैं। इस शहर पर कभी ‘इस्लामिक स्टेट’ समूह का कब्जा था। लीबिया की एक सरकारी एजेंसी ने यह जानकारी दी।
लापता लोगों की तलाश और पहचान के लिए काम करने वाली राष्ट्रीय एजेंसी ने बताया कि उनकी टीम को राजधानी त्रिपोली से लगभग 450 किलोमीटर पूर्व में सिर्ते शहर में 24 शव मिले हैं जिनमें से 17 शव तबाह हो चुकी इमारतों के नीचे से बरामद किए गए हैं।
यह सामूहिक कब्र कब की है, इसके बारे में कोई विवरण नहीं दिया गया।
दिसंबर 2016 में अमेरिका समर्थित बलों द्वारा आतंकवादियों को खदेड़े जाने से पहले, सिर्ते पर कई वर्षों तक ‘आईएस’ का कब्जा रहा। इस आतंकी गुट ने 2011 के विद्रोह के बाद लीबिया में फैली अशांति का फायदा उठाया।
लीबिया के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने जांच के लिए कुल 59 अज्ञात शवों के डीएनए नमूने लिए हैं। यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि जिन शवों के नमूने लिये गए हैं उनमें सिर्ते में बरामद 24 शव भी शामिल हैं या नहीं।
इन शवों को शहर के एक कब्रिस्तान में दफना दिया गया है। (एपी)
लास वेगास, 17 जुलाई अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी में कड़वाहट कम करने का आह्वान किया। हालांकि, उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि “ऐसा करने का यह मतलब नहीं है कि हम सच बोलना बंद कर दें।”
लास वेगास में एनएएसीपी सम्मेलन को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा कि देश में राजनीतिक हिंसा से निपटने का मतलब हर तरह के खूनखराबे पर लगाम लगाना, पुलिस की क्रूरता का बेहतर मुकाबला करना और ट्रंप पर बीते सप्ताहांत हुए हमले में इस्तेमाल एआर-स्टाइल राइफल जैसे हथियारों पर प्रतिबंध लगाना होना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “देश में एक महत्वपूर्ण चर्चा का समय आ गया है। हमारा राजनीतिक परिदृश्य बहुत गरमा गया है।”
“और चार साल” के नारों के बीच उन्होंने कहा, “सिर्फ इसलिए कि हमें अपनी राजनीतिक बयानबाजी में कड़वाहट कम करनी चाहिए, क्योंकि यह हिंसा से संबंधित है, इसका मतलब यह नहीं है कि हमें सच बोलना बंद कर देना चाहिए।”
सम्मेलन में राष्ट्रपति अश्वेत मतदाताओं के लिए अपने प्रशासन के समर्थन को प्रदर्शित करते नजर आए, जो डेमोक्रेटिक पार्टी का बड़ा वोट बैंक होने के साथ ही उनके दृढ़ समर्थक भी माने जाते हैं।
उन्होंने राष्ट्रपति के पद पर ट्रंप के कार्यकाल को अश्वेत अमेरिकियों के लिए ‘नर्क’ करार दिया।
बाइडन ने कोरोना वायरस महामारी के कुप्रबंधन, लॉकडाउन के दौरान बढ़ी बेरोजगारी और अश्वेत इतिहास को मिटाने के कथित प्रयासों को लेकर भी पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन पर निशाना साधा।
बाइडन ने ट्रंप के “ब्लैक जॉब्स” का संदर्भ देने का उपहास किया और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का जिक्र करते हुए कहा, “मुझे यह वाक्यांश पसंद है। मुझे पता है कि “ब्लैक जॉब” से उनका मतलब क्या है। उनका मतलब अमेरिका की उपराष्ट्रपति से है। वह राष्ट्रपति बनने के भी योग्य हैं।”
बाइडन ने देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा का भी जिक्र किया। उन्होंने केतनजी ब्राउन जैक्सन का भी नाम लिया, जो अमेरिका के उच्चतम न्यायालय में नियुक्त होने वाली पहली अश्वेत एवं महिला न्यायाधीश हैं।
बाइडन पिछले महीने ट्रंप के साथ बहस में खराब प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति पद की उनकी उम्मीदवारी पर उठते सवालों के बीच एनएएसीपी सम्मेलन में पहुंचे। राष्ट्रपति के खराब प्रदर्शन ने उम्र, सेहत और ट्रंप को हराने की उनकी क्षमता को लेकर पार्टी नेताओं और मतदाताओं की चिंता बढ़ा दी है।
हालांकि, बाइडन ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने की मांग खारिज कर दी है। उन्होंने दावा किया है कि वह राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए सबसे योग्य व्यक्ति हैं और ट्रंप को एक बार फिर हरा सकते हैं।
वहीं, रिपब्लिकन नेता मिलवाउकी में जारी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान ट्रंप के साथ पहले से कहीं अधिक एकजुटता प्रदर्शित करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।
बाइडन ने वादा किया कि दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में वह मतदान अधिकारों के विस्तार को संसदीय मंजूरी दिलाने का प्रयास करेंगे। वह राष्ट्रपति के तौर पर अपने अब तक के कार्यकाल में ऐसा करने में असमर्थ रहे हैं। उन्होंने चिकित्सा ऋण का निपटारा करने का वादा भी दोहराया। (एपी)
बैंकॉक, 17 जुलाई थाईलैंड पुलिस के फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख ने बुधवार को कहा कि बैंकॉक के एक लग्जरी होटल में मृत मिले छह लोगों की कॉफी में साइनाइड के अंश मिले हैं।
‘साइनाइड’ सबसे जहरीला पदार्थ है जिसके सेवन के बाद बच पाना लगभग नामुमकिन है।
ये शव मंगलवार को बैंकॉक के डाउनटाउन स्थित ‘ग्रैंड हयात इरावन’ होटल में पाए गए थे। पुलिस ने बताया कि होटल के रिकॉर्ड की जांच करने पर पता चला कि कमरे में छह लोगों के अलावा कोई अन्य बाहरी व्यक्ति नहीं था।
बैंकॉक के पुलिस प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल थिति सांगसवांग ने बताया कि मृतकों की पहचान दो वियतनामी-अमेरिकी के तौर पर और चार की वियतनाम के नागरिक के रूप में की गई है। उन्होंने कहा कि मृतकों में तीन पुरुष और तीन महिलाएं हैं। (एपी)
मिलवाउकी, 17 जुलाई ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ (आरएनसी) में मंगलवार की शाम को पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जे डी वेंस ने अपनी सीट की ओर बढ़ते वक्त उत्साहित डेलीगेट का अभिवादन स्वीकार किया और उनसे हाथ मिलाया जबकि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप कड़े सुरक्षा घेरे के बीच यहां पहुंचे।
वेंस के सम्मेलन केंद्र में पहुंचने के कुछ मिनट बाद ट्रंप आए और सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने उन्हें समर्थकों से अलग रखा। उनके कान पर पट्टी बंधी हुई थी। उन्होंने सम्मेलन केंद्र में मौजूद लोगों से हाथ मिलाने के बजाए कैमरों की ओर मुठ्ठी बांधकर हाथ हवा में लहराया।
ट्रंप (78) शनिवार को पेनसिल्वेनिया में एक रैली में उस समय बाल-बाल बच गए, जब 20 वर्षीय एक हमलावर ने उन पर कई गोलियां चलाईं। इस हमले में वह जख्मी हो गए और उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से पर चोट आई।
ट्रंप के प्रचार अभियान दल के अधिकारियों ने इस बढ़ी हुई सुरक्षा के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और यह भी नहीं बताया कि इससे उनके आगे के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर क्या असर पड़ेगा।
उनके प्रचार अभियान दल के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने कहा, ‘‘हम ट्रंप के सुरक्षा विवरण पर टिप्पणी नहीं करेंगे। सभी सवाल यूएस सीक्रेट सर्विस से पूछे जाने चाहिए।’’
होमलैंड सुरक्षा मंत्री एलेजांद्रो मेयरकास ने सोमवार को कहा था कि वह ‘सुरक्षा या बढ़ायी गयी सुरक्षा की जानकारियों’ के बारे में चर्चा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, मैं यह कह सकता हूं कि कर्मियों और अन्य सुरक्षात्मक संसाधनों व प्रौद्योगिकी की मदद ली गयी है।’’
मंगलवार को दो अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि हमले से पहले सीक्रेट सर्विस ने ट्रंप की सुरक्षा बढ़ा दी थी। लेकिन यह अतिरिक्त सुरक्षा उस बंदूकधारी को नहीं रोक सकी, जिसने बगल की छत से गोली चलाई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और ट्रंप के साथ मौजूद दो अन्य व्यक्ति घायल हो गए। गोली की आवाज से ट्रंप तेजी से झुके लेकिन तब तक उनके कान को छूते हुए एक गोली निकल गई। (एपी)
दुबई/मस्कट, 17 जुलाई ओमान की राजधानी मस्कट में एक शिया मस्जिद के समीप इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह की गोलीबारी में मारे गए छह लोगों में एक भारतीय नागरिक भी शामिल है।
इमाम अली मस्जिद के समीप सोमवार रात को हुई गोलीबारी में एक पुलिस कर्मी और चार पाकिस्तानी नागरिकों की भी जान चली गयी जबकि 28 अन्य लोग घायल हो गए।
मस्कट में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मस्कट शहर में 15 जुलाई को गोलीबारी की घटना के बाद ओमान सल्तनत के विदेश मंत्रालय ने सूचित किया कि एक भारतीय नागरिक ने जान गंवाई है तथा एक अन्य घायल है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘दूतावास पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता है तथा उन्हें हरसंभव मदद देने के लिए तैयार है।’’
एक बयान के अनुसार, सोमवार की रात को अल-वादी अल-कबीर इलाके में हुई इस घटना के दौरान सुरक्षाबलों ने तीन हमलावरों को भी मार गिराया।
पाकिस्तान ने कहा कि इमाम अली मस्जिद पर ‘आतंकवादी हमले’ में मारे गए लोगों में चार पाकिस्तानी भी हैं। भारत ने भी कहा है कि हमले में उसके एक नागरिक की मौत हो गयी है।
आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
इस्लामिक स्टेट ने इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे देशों में शिया समारोहों, जुलूस और अनुयायियों पर लगातार हमले किए हैं। लेकिन उसने ओमान में कभी ऐसा हमला नहीं किया था जहां शिया एक अल्पसंख्यक समुदाय है। (भाषा)
-जेमी व्हाइटहेड
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक आलीशन होटल के कमरे में वियतनामी मूल के कम से कम छह लोग मृत पाए गए हैं.
सरकार के मुताबिक़, इन मृतकों में कुछ लोग वियतनामी-अमेरिकी थे. शुरू में स्थानीय मीडिया की ख़बरों में ऐसा कहा जा रहा था कि पांच सितारा ग्रैंड हयात इरावन बैंकॉक में गोलीबारी हुई थी, लेकिन पुलिस ने इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया और कहा कि गोलीबारी का कोई सबूत नहीं मिला है.
हालांकि अब पुलिस का कहना है कि हो सकता है इन लोगों को ज़हर दिया गया हो. लेकिन ज़हर देने वाली बात की भी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है.
थाईलैंड के प्रधानमंत्री, श्रेथा थाविसिन ने भी घटनास्थल का दौरा किया और उन्होंने मौतों की जांच के आदेश दे दिये हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे नहीं चाहते कि इस घटना से देश की छवि प्रभावित हो और उनके पर्यटन पर कोई असर पड़े.
उन्होंने कहा कि पुलिस को संदेह है कि मृतकों को मरे हुए 24 घंटे हो चुके थे. यह पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम जांच की जाएगी कि क्या उन्होंने कुछ खाया था.
इससे पहले, थाई पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस ने पुलिस के हवाले से कहा था कि तीन महिलाओं और तीन पुरुषों की मौत हुई है.
पुलिस मेजर जनरल थिराडेक थमसुथी ने थाई पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस को बताया था कि पीड़ितों को ज़हर दिया गया था. (bbc.com/hindi)