खेल
नई दिल्ली, 14 जुलाई । भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने शनिवार को हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ चौथे टी20 मैच में 53 गेंदों में नाबाद 93 रनों की पारी खेलकर टीम को 10 विकेट से जोरदार जीत दिलाई। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि मैच विजेता 156 रन की नाबाद साझेदारी के दौरान कप्तान शुभमन गिल के साथ उनका अनुभव अद्भुत रहा। गिल की नाबाद 58 रनों की पारी ने मैन इन ब्लू को रविवार को खेले जाने वाले अंतिम मैच से पहले पांच मैचों की श्रृंखला में 3-1 की बढ़त अपराजेय बढ़त बनाने के लिए लगातार तीसरी जीत दर्ज करने में सक्षम बनाया।
जायसवाल ने बीसीसीआई द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में एक प्रशंसक के सवाल का जवाब देते हुए कहा, "मैंने बस अपनी प्रक्रिया का आनंद लिया और विश्व कप चैंपियन टीम का हिस्सा बनकर वास्तव में आनंद लिया। मैंने बहुत कुछ सीखा। जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा और सुनिश्चित करूंगा कि मैं अपनी टीम के लिए योगदान दे सकूं और टीम के लिए मैच जीत सकूं। मुझे आज खेलने में बहुत मजा आया। शुभमन भाई के साथ यह एक अद्भुत अनुभव था।'' जायसवाल ने अपना दूसरा टी20 शतक बनाने का मौका सात रन से गंवा दिया और कहा कि 153 रन के लक्ष्य का पीछा करते समय यह उनके दिमाग में नहीं था। सलामी बल्लेबाज ने कहा कि उनका ध्यान व्यक्तिगत उपलब्धियों के बजाय टीम को जीत तक ले जाने पर अधिक था। प्लेयर ऑफ़ मैच पुरस्कार विजेता ने कहा, "हम इस बारे में सोच रहे हैं कि बिना विकेट खोए मैच कैसे जीता जाए।" जब उनसे पूछा गया कि क्या घरेलू क्रिकेट से मदद मिली क्योंकि वह टी20 विश्व कप में खेलने का मौका नहीं मिलने के बाद लंबे ब्रेक से आ रहे थे, तो जायसवाल ने कहा, "घरेलू क्रिकेट में खेलने से आपको बहुत मदद मिलती है।
आप तैयारी कर सकते हैं और मैचों के लिए तैयार रह सकते हैं। घरेलू मैच हमारे लिए वास्तव में महत्वपूर्ण हैं और हम वास्तव में उन्हें खेलने का आनंद लेते हैं।" इससे पहले, हरारे स्पोर्ट्स क्लब में पहले गेंदबाजी करने का फैसला करने के बाद भारत की उत्साही गेंदबाजी ने जिम्बाब्वे को 152/7 पर रोक दिया। खलील अहमद को दो विकेट मिले, जबकि नवोदित तुषार देशपांडे, वाशिंगटन सुंदर, अभिषेक शर्मा और शिवम दुबे को एक-एक विकेट मिला। जवाब में, जायसवाल और गिल के बीच दबदबे वाली शुरुआती साझेदारी ने मेहमानों को 28 गेंद शेष रहते हुए जिम्बाब्वे को आसानी से रौंदने में मदद की। --(आईएएनएस)
हरारे, 14 जुलाई । भारत और ज़िम्बाब्वे के बीच आज पांचवां और अंतिम टी20 मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला जाएगा। भारत पहले ही इस सीरीज़ में 3-1 की अपराजेय बढ़त बना चुका है, लेकिन दोनों टीमें इस मुक़ाबले को जीतने के लिए ज़ोर लगाएंगी। सीरीज के पहले मैच में जीत हासिल करने के बाद ज़िम्बाब्वे अब तक एकजुट प्रदर्शन करने में क़ामयाब नहीं हो पाया है। बेहतरीन फ़ॉर्म में चल रहे, ज़िम्बाब्वे के कप्तान सिंकदर रज़ा चाहेंगे कि उनकी टीम एक जीत के साथ इस सीरीज़ का अंत करें लेकिन शुभमन गिल एंड कंपनी भी एक और जीत के लिए पूरी तरह से तैयार है।
गिल और रज़ा पर होंगी सबकी नज़रें? अगर ज़िम्बाब्वे इस मैच में भारत को एक अच्छी टक्कर देना चाहता है तो उनके गेंदबाज़ों को सबसे पहले शुभमन गिल को आउट करने की ज़रूरत है। गिल ने इस सीरीज़ में 52.33 की बेहतरीन औसत से अब तक कुल 153 रन बनाए हैं। गिल काफ़ी सूझ-बूझ के साथ काफ़ी टिक कर बल्लेबाज़ी करने का प्रयास कर रहे हैं, और इससे भारतीय टीम को काफ़ी लाभ भी मिला है। भारतीय टीम ने चौथा मैच शनिवार को 10 विकेट से जीता था। वहीं ज़िम्बाब्वे अपने कप्तान सिकंदर रज़ा से एक और बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद करेगा। रज़ा ने इस सीरीज़ में गेंदबाज़ी काफ़ी अच्छी की है और पांच विकेट भी निकाले हैं लेकिन बल्ले के साथ उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है। पहले टी20 में ज़िम्बाब्वे को मिली जीत में रज़ा प्लेयर ऑफ़ द मैच थे और उस मैच में उन्होंने तीन विकेट लिए थे और 17 रन बनाए थे। भारत दे सकता है युवा खिलाड़ियों को मौक़ा भारत इस सीरीज़ में 3-1 से आगे है।
अब इस बात की पूरी उम्मीद है कि आज के मैच में कुछ युवा खिलाड़ियों का डेब्यू हो सकता है। तुषार देशपांडे और हर्षित देशपांडे को अब तक इस सीरीज़ में एक भी मैच नहीं मिला है। उन्हें डेब्यू करने का मौक़ा मिल सकता है। साथ ही जितेश शर्मा को भी मैच में शामिल किया जा सकता है। कहां और कब देखें भारत-ज़िम्बाब्वे का यह मैच भारत और ज़िम्बाब्वे के बीच पांचवें टी20 मैच का सीधा प्रसारण सोनी लिव पर भारतीय समायनुसार 4:30 बजे से देखा जा सकता है। --(आईएएनएस)
लंदन, 14 जुलाई । विंबलडन 2024 के पुरुष युगल का खिताब ब्रिटेन के हेनरी पैटन और फिनलैंड के हैरी हेलियोवारा की जोड़ी ने जीत लिया है। यह एक रोमांचक खिताबी मुकाबला था, जहां इस जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी को मात दी। हेलियोवारा और पैटन की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के मैक्स पर्सेल और जॉर्डन थॉम्पसन की जोड़ी को हराकर खिताब अपने नाम किया। हेलियोवारा और पैटन को 6-7(7), 7-6(8), 7-6 (11-9) से जीत दर्ज करने के लिए दो घंटे और 49 मिनट की कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
हेलियोवारा ने चोट के कारण 11 साल पहले टेनिस खेलना बंद कर दिया था। इसके बाद उन्होंने चार साल से भी कम समय में एल्टन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री हासिल की और यात्री गाइड के रूप में सेवा करने के लिए हर सुबह 5 बजे हेलसिंकी एयरपोर्ट पर काम किया। उन्होंने 2017 में वापसी की और तब से सात टूर-स्तरीय युगल खिताब जीते हैं। हेलियोवारा और पैटन ने अप्रैल में पहली बार टीम बनाई और जल्द ही एक साझेदारी के रूप में घुलमिल गए।
एटीपी खिताब जीतने के बाद, उन्होंने शनिवार के फाइनल में 32 मैचों में से 28 में जीत के साथ प्रवेश किया। 2012 में जोनाथन मैरे और 2023 में नील स्कूप्स्की के बाद वह ओपन युग के केवल तीसरे ब्रिटिश व्यक्ति बन गए हैं, जिसने यह ट्रॉफी जीती है। हेलियोवारा विंबलडन डबल्स जीतने वाले फिनलैंड के पहले पुरुष बन गए और जब उन्होंने और पैटन ने अपना दूसरा मैच प्वाइंट जीता तो वे अपने घुटनों पर गिरकर रोने लगे। पैटन पेशेवर युग में ऑल इंग्लैंड क्लब में पुरुष युगल जीतने वाले तीसरे ब्रिटिश पुरुष हैं, इससे पहले वे 2012 में जोनाथन मैरे और पिछले साल नील स्कूप्स्की के साथ जुड़ चुके हैं। - (आईएएनएस)
लंदन, 14 जुलाई । विंबलडन 2024 के पुरुष युगल का खिताब ब्रिटेन के हेनरी पैटन और फिनलैंड के हैरी हेलियोवारा की जोड़ी ने जीत लिया है। यह एक रोमांचक खिताबी मुकाबला था, जहां इस जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी को मात दी। हेलियोवारा और पैटन की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के मैक्स पर्सेल और जॉर्डन थॉम्पसन की जोड़ी को हराकर खिताब अपने नाम किया। हेलियोवारा और पैटन को 6-7(7), 7-6(8), 7-6 (11-9) से जीत दर्ज करने के लिए दो घंटे और 49 मिनट की कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
हेलियोवारा ने चोट के कारण 11 साल पहले टेनिस खेलना बंद कर दिया था। इसके बाद उन्होंने चार साल से भी कम समय में एल्टन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री हासिल की और यात्री गाइड के रूप में सेवा करने के लिए हर सुबह 5 बजे हेलसिंकी एयरपोर्ट पर काम किया। उन्होंने 2017 में वापसी की और तब से सात टूर-स्तरीय युगल खिताब जीते हैं। हेलियोवारा और पैटन ने अप्रैल में पहली बार टीम बनाई और जल्द ही एक साझेदारी के रूप में घुलमिल गए।
एटीपी खिताब जीतने के बाद, उन्होंने शनिवार के फाइनल में 32 मैचों में से 28 में जीत के साथ प्रवेश किया। 2012 में जोनाथन मैरे और 2023 में नील स्कूप्स्की के बाद वह ओपन युग के केवल तीसरे ब्रिटिश व्यक्ति बन गए हैं, जिसने यह ट्रॉफी जीती है। हेलियोवारा विंबलडन डबल्स जीतने वाले फिनलैंड के पहले पुरुष बन गए और जब उन्होंने और पैटन ने अपना दूसरा मैच प्वाइंट जीता तो वे अपने घुटनों पर गिरकर रोने लगे। पैटन पेशेवर युग में ऑल इंग्लैंड क्लब में पुरुष युगल जीतने वाले तीसरे ब्रिटिश पुरुष हैं, इससे पहले वे 2012 में जोनाथन मैरे और पिछले साल नील स्कूप्स्की के साथ जुड़ चुके हैं। (आईएएनएस)
लंदन, 14 जुलाई । चेक-अमेरिकी जोड़ी कैटरीना सिनियाकोवा और टेलर टाउनसेंड ने नंबर 2 सीड गैब्रिएला डाब्रोवस्की और एरिन रूटलिफ को हराकर विंबलडन महिला युगल खिताब जीता। सिनियाकोवा और टाउनसेंड ने पहले सेट में पिछड़ने के बाद वापसी की। इस जोड़ी ने दो घंटे चार मिनट में मौजूदा यूएस ओपन चैंपियन जोड़ी को लगातार सेटों में 7-6(5), 7-6(1) से हराकर यादगार जीत हासिल की।
यह जोड़ी के रूप में एक साथ तीसरे टूर्नामेंट में उनका पहला खिताब है। यह सिनियाकोवा की तीसरी विंबलडन डबल्स ट्रॉफी और कुल नौवीं मेजर ट्रॉफी है, जबकि टाउनसेंड पहली बार ग्रैंड स्लैम विजेता बनी हैं। इससे पहले वह यूएस ओपन और रोलां-गैरो दोनों में डबल्स फाइनल में उपविजेता रही थीं। टाउनसेंड ने मैच के बाद कहा, "मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और करीब 500 मैसेज मुझे मिले हैं। मुझे नहीं पता था कि इतने सारे लोगों के पास मेरा नंबर है। "यह मेरा पहला ग्रैंड स्लैम खिताब है। मैं दो बार इसके बेहद करीब पहुंच चुकी हूं। हमने इस मुकाबले में अच्छा खेला। हम पूरी तरह से नियंत्रण में थे। जिस तरह से हमने यह मुकाबला अपने नाम किया, वह अच्छा था।" इस परिणाम ने सिनियाकोवा के लिए दो महीने के उल्लेखनीय प्रदर्शन को मुकाम तक पहुंचाया।
उन्होंने जून में कोको गॉफ के साथ रोलां गैरो खिताब जीतने के बाद लगातार दूसरा मेजर खिताब जीता है। सिनियाकोवा ने कहा, "मैं टेलर से सहमत हूं। मुझे लगता है कि यह वाकई एक कठिन मैच था। हमने कमाल का खेल दिखाया। मुझे लगता है कि हम एकजुट हैं। यही बात टीम को और भी मजबूत बनाती है। इसलिए मुझे खुद पर गर्व है। भले ही यह नवां स्लैम हो, मैं हर बार जीत से खुश होती हूं। हर बार अलग और अच्छा महसूस होता है।" वहीं, विंबलडन 2024 के महिला एकल वर्ग के फाइनल मुकाबले में चेक गणराज्य की स्टार खिलाड़ी 31वीं वरीयता प्राप्त बारबोरा क्रेजीकोवा ने इटली की सातवीं वरीयता प्राप्त जैस्मीन पाओलिनी को 6-2, 2-6, 6-4 से हराकर खिताब जीत लिया। -- (आईएएनएस)
रायपुर, 14 जुलाई। राजधानी टेबल टेनिस संघ ने बताया कि जिला रायपुर द्वारा दिनांक 12 से 14 जुलाई तक आयोजित रायपुर जिला मानसून लीग टेबल टेनिस प्रतियोगिता सप्रे शाला टेबल टेनिस हाल, रायपुर में आरंभ हुयी। उक्त प्रतियोगिता के सम्बन्ध में राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर के सचिव श्री विनय बैसवाड़े ने जानकारी दी की यह प्रतियोगिता यूथ अंडर19 (यूथ), यूथ अंडर-15 (सब जुनियर) तथा यूथ अंडर-11 (होप्स) बालक एवम बालिका एकल वर्ग हेतु कुल मिलाकर 06 वर्गों में आयोजित की जा रही है।
संघ ने बताया कि प्रतियोगिता में यूथ अंडर-19 (यूथ), यूथ अंडर-15 (सब जुनियर) तथा यूथ अंडर-11 (होप्स) बालक एवम बालिका एकल वर्ग के मैच खेले जा रहे हैं जिसमे अभी तक खेले गए मैचो के परिणाम निम्न हैं - यूथ अंडर-19 (यूथ) बालक वर्ग (ग्रुप ्र) - विशाल डेकाटे, रामजी कुमार, आर्यन सिंह, विहान अग्रवाल अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं। यूथ अंडर-19 (यूथ) बालक वर्ग (ग्रुप क्च) -अर्जुन मल्होत्रा, यशवंत डेकाटे, एंड्रयू विलियम्स, श्रेष्ठ मिश्रा अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं।
संघ ने बताया कि यूथ अंडर-19 (यूथ) बालिका वर्ग- आरना खोटेले, चहक कटारिया, समाया पांडे, लावण्या पांडे अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं। यूथ अंडर-15 (सब जुनियर) बालक वर्ग-श्रेष्ठ मिश्रा, विहान अग्रवाल, अभिनव पीटर, अद्विक सेंगर अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं। यूथ अंडर-15 (सब जुनियर) बालक वग -आर्यन सिंह, नैतिक अग्रवाल, कवीश काला, तेजस जादवानी अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं। यूथ अंडर- 15 (सब जुनियर) बालिका वर्ग (ग्रुप ्र ) वेदी कछवाहा, आहना सिंह, आशमी अग्निहोत्री, माहविश अंसारी अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं।
संघ ने बताया कि यूथ अंडर- 15 (सब जुनियर) बालिका वर्ग समाया पांडे, लावण्या पांडे, अद्विका जिंदल अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं। यूथ अंडर-11 (होप्स) बालक़ वर्ग अद्विक सेंगर, अथर्व अग्रवाल, नीवान, राघव अग्निहोत्री अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं। यूथ अंडर-11 (होप्स) बालक़ वर्ग नीरव तिवारी, सार्थक गर्ग, बी. अजीज, अव्यान शारदा अपने मैच जीतकर आगे चल रहे हैं। यूथ अंडर-11 (होप्स ) बालिका वर्ग के मैच खेले जा रहे हैं।
बर्मिंघम, 14 जुलाई । वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स के खिताबी मंच पर युवराज सिंह की कप्तानी में रिटायर्ड भारतीय क्रिकेटरों की पलटन ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया है कि अब वो चाहकर भी इसे भूल नहीं पाएगा। इंडिया चैंपियंस ने शनिवार को खेले गए रोमांचक फाइनल में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स का खिताब अपने नाम कर लिया। युवराज सिंह की अगुआई में टीम ने अपना दबदबा बनाए रखा और पाकिस्तान के खिलाफ कमबैक करते हुए ट्रॉफी अपने नाम की। इस जीत के साथ ही इंडिया चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस को उसके एक बयान का करारा जवाब दे दिया। दरअसल, डब्ल्यूसीएल 2024 के ग्रुप स्टेज में हुई भारत-पाकिस्तान भिड़ंत में पाकिस्तान ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। इस जीत के बाद पाकिस्तानी कप्तान यूनुस खान खुशी में जरूरत से ज्यादा बोल गए थे।
यूनुस खान ने कहा था कि भारत को हराकर उन्होंने बदला ले लिया। खान का बदला लेने से यहां मतलब टी20 विश्व कप 2024 में भारत के हाथों पाकिस्तानी टीम को मिली हार से जुड़ा था। ग्रुप स्टेज में भारत को हराने के बाद पाकिस्तान का अति आत्मविश्वास उन पर हावी होता दिखा। खिताबी मुकाबले में भारत को हल्के में लेते हुए पाकिस्तान चैंपियंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 156/6 का स्कोर बनाया। कामरान अकमल (19 गेंदों पर 24 रन) और मकसूद (12 गेंदों पर 21 रन) ने टीम को ठोस शुरुआत दी, लेकिन लगातार विकेट गिरने से टीम बड़ा टोटल सेट करने में विफल रही। शोएब मलिक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, उन्होंने 36 गेंदों पर 41 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। कप्तान यूनुस खान अपनी छाप छोड़ने में विफल रहे और उन्हें इरफ़ान पठान ने 7 रन पर क्लीन बोल्ड कर दिया।
इसके बाद मिस्बाह उल हक 18 रन बनाने के बाद रिटायर्ड हर्ट हो गए, सोहेल तनवीर (9 गेंद पर नाबाद 19 रन) के योगदान ने पाकिस्तान को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो, अनुरीत सिंह ने तीन विकेट लिए। विनय कुमार, पवन नेगी और इरफ़ान पठान ने 1-1विकेट लिया। जवाब में, इंडिया चैंपियंस ने रॉबिन उथप्पा (10) को जल्दी खोने के बावजूद अंबाती रायडू की 50 रनों की विस्फोटक पारी के जरिए टीम ने जीत की नींव रखी। हालांकि, सुरेश रैना के जल्दी आउट होने के बाद पाकिस्तान ने मैच में कमबैक किया। लेकिन रायडू और गुरकीरत सिंह मान (33 गेंद पर 34) के बीच मजबूत साझेदारी ने भारत को मुकाबले में बनाए रखा। इस जोड़ी के बाद यूसुफ पठान के 16 गेंदों पर 30 रन बनाने से भारत की स्थिति मजबूत बनी रही।
पठान अंतिम ओवर में आउट हो गए। फिर, कप्तान युवराज सिंह ( नाबाद 15) और इरफान पठान ( नाबाद 5) के क्रीज पर रहते हुए भारत ने 19.1 ओवर में 5 विकेट पर 159 रन बनाकर जीत दर्ज की। पाकिस्तान के गेंदबाज अपनी पूरी कोशिशों के बावजूद भारत को लक्ष्य की ओर बढ़ने से नहीं रोक पाए। आमिर यामीन ने 2, तो सोहेल तनवीर और सोहेल खान ने एक-एक विकेट लिया। --(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 13 जुलाई। दिल्ली कैपिटल्स ने सात साल बाद मुख्य कोच रिकी पोंटिंग से अलग होने का फैसला किया है क्योंकि उनकी मौजूदगी में फ्रेंचाइजी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपने खिताबी सूखे को खत्म करने में नाकाम रही है।
फ्रेंचाइजी ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिये यह घोषणा की।
पोंटिंग के हटने के बाद इस बात की संभावना है कि टीम के मौजूदा निदेशक सौरव गांगुली अगले सत्र में मुख्य कोच के रूप में काम कर सकते हैं।
दिल्ली कैपिटल्स ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘जैसे-जैसे आप हमारे मुख्य कोच के रूप में आगे बढ़ें, हमें इसे शब्दों में बयां करना अविश्वसनीय रूप से कठिन हो रहा था। आपने हमें देखभाल, प्रतिबद्धता, जज्बा और प्रयास के बारे में बताया। यह हमारे सात वर्षों के साथ-साथ काम करने का सार हैं।’’
फ्रैंचाइज़ी ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी के साथ अपने लंबे जुड़ाव को लेकर भावनात्मक पोस्ट किया लेकिन टीम प्रबंधन सात साल में कोई खिताब नहीं जीत पाने के कारण उनके काम से खुश नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया के दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान पोंटिंग 2019 में टीम के मुख्य कोच बने थे। उनकी देखरेख में टीम 2021 में पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रही लेकिन इसके बाद उसके प्रदर्शन में गिरावट दर्ज की गयी।
दिल्ली कैपिटल्स के प्रबंधन से जुड़े एक करीबी सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘दिल्ली कैपिटल्स के शीर्ष अधिकारियों ने रिकी को सूचित किया है कि वे इस बात से खुश नहीं हैं कि टीम सात साल में चैंपियनशिप नहीं जीत पाई। टीम प्रबंधन सहयोगी स्टाफ में बदलाव करने की कोशिश कर रहा है। वह अगले साल टीम के साथ नहीं रहेंगे।’’
यह समझा जाता है कि टीम प्रबंधन से जुड़े लोग चाहते थे कि पोंटिंग आईपीएल शुरू होने से कुछ हफ्ते टीम से जुड़ने की जगह नीलामी प्रक्रिया और टीम निर्माण में अधिक जिम्मेदारी निभाई।’’
यह देखना होगा कि क्या दिल्ली कैपिटल्स एक नया मुख्य कोच नियुक्त करता है या टीम निदेशक सौरव गांगुली को मुख्य कोच के रूप में काम करने के लिए कहता है।
टीम के सहायक कोच प्रवीण आमरे का पद पर बने रहना लगभग तय है।
इस मामले में आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए दिल्ली के सह-मालिक जेएसडब्ल्यू और जीएमआर समूह की इस महीने के अंत में या अगले महीने की शुरुआत में बैठक होने वाली है।
आईपीएल के अगले सत्र से पहले होनी वाली खिलाड़ियों की बड़ी बोली से पहले टीम के मौजूदा खिलाड़ियों को बनाए रखना एक और मुद्दा है जिस पर चर्चा होगी। अगर सिर्फ चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की छूट रही तो टीम के पास ऑस्ट्रेलिया के जेक-फ्रेजर मैकगर्क या दक्षिण अफ्रीका के ट्रिस्टन स्टब्स में से किसी एक को ही बनाये रखने का विकल्प होगा।
भारतीय खिलाड़ियों में टीम कप्तान ऋषभ पंत, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को रिटेन करना चाहेगी। (भाषा)
बर्लिन, 13 जुलाई। स्पेन की टीम रविवार को जब यूरो 2024 के फाइनल में उतरेगी तो उसकी कोशिश रिकॉर्ड चौथा खिताब जीतने की होगी जबकि प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड 1966 विश्व कप खिताब के बाद इस खेल में पहली बड़ी ट्रॉफी जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगायेगा ।
स्पेन और जर्मनी ने तीन तीन यूरो खिताब जीते हैं और रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ मैच में स्पेन का पलड़ा भारी होगा। स्पेन की टीम टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मैच जीतने में सफल रही है।
टीम पिछले कुछ समय से शानदार लय में है। उसने पिछले साल जून में यूईएफए नेशंस लीग का खिताब जीता था।
सत्रह साल के लामाइन यमल स्पेन के तुरुप के इक्के साबित हुए है। उन्होंने टूर्नामेंट में तीन बार गोल के मौके बनाये और फिर सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ अपना पहला गोल किया। वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे कम उम्र में गोल करने वाले खिलाड़ी बन गये।
यमल के लिए यह टूर्नामेंट वैसा ही रहा है जैसा कि 2018 विश्व कप में फ्रांस के काइलियान एमबाप्पे और 1958 विश्व कप में 17 साल के पेले के लिए था।
स्पेन 12 साल के बाद किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है। टीम ने अपना पिछला फाइनल यूरो 2012 में इटली के खिलाफ खेला था। टीम ने तब इटली को 4-0 से करारी शिकस्त देकर खिताब जीता था।
इंग्लैंड की टीम यूरो 2020 के फाइनल में पहुंची की। कोरोना वायरस महामारी के कारण 2021 में खेले गये इस टूर्नामेंट के फाइनल में उसे इटली ने पेनल्टी शूटआउट में हराया था।
इंग्लैंड ने यूरो 2024 में नॉकआउट चरण के अपने तीनों मैचों को पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जीता है। अंतिम 16 में स्लोवाकिया के खिलाफ 25वें मिनट में 0-1 से पिछड़ने के बाद स्टॉपेज टाइम में चार मिनट के अंदर हैरी केन और जूड बेलिंगहैम के गोल से इंग्लैंड जीत दर्ज करने में सफल रहा।
क्वार्टर फाइनल में स्विट्जरलैंड के खिलाफ 80वें मिनट में टीम नम बुकायो साका के गोल से बराबरी की और फिर पेनल्टी शूटआउट में जीत दर्ज की। सेमीफाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ स्थानापन्न ओली वाटकिंस ने 90वें मिनट में विजयी गोल किया।
इंग्लैंड के कोच जेरेथ साउथगेट की देखरेख में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। 2016 में उनके टीम से जुड़ने के बाद इंग्लैंड 2018 में विश्व कप सेमीफाइनल और अब लगातार यूरोपीय चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंच गया है।
स्पेन के कप्तान अलवारो मोराटा चोट से उबर कर अभ्यास करते दिखे जो टीम के लिए अच्छा संकेत है। मोराटा को यह चोट पिछले मैच में जीत का जश्न मनाते हुए लगी थी।
राइट बैक डानी कार्वाजल निलंबन से वापस लौटे हैं, जिससे कोच लुइस डे ला फुएंते के लिए सेंटर बैक में एकमात्र चयन दुविधा नाचो और रॉबिन ले नॉर्मैंड आयमेरिक लापोर्टे में से किसी एक को चुनने की रह गयी है। मिडफील्ड में चोटिल पेड्री की जगह डानी ओल्मो मैदान में होंगे।
स्पेन की टीम 1964, 2008 और 2012 में चैम्पियन रही है।
यूरो 2024 में छह खिलाड़ी टूर्नामेंट के सबसे अधिक तीन गोल पर हैं और इनमें दो फाइनल में खेल रहे हैं। इसमें इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन और स्पेन के डानी ओल्मो शामिल है।
इंग्लैंड की और स्पेन की टीम छह साल के अंतराल पर एक दूसरे का सामना करेगी। दोनों ने 2018 नेशंस लीग में डबल-हेडर खेला था, जिसमें स्पेन ने वेम्बली स्टेडियम में 2-1 से जीत दर्ज की और इंग्लैंड ने एक महीने बाद सेविला में 3-2 से जीत दर्ज की थी। (एपी)
चेन्नई, 13 जुलाई । भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर (जीएम) और विश्व खिताब के चैलेंजर डी गुकेश हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाले आगामी ओलंपियाड में प्रतिस्पर्धा करने वाली देश की टीम का हिस्सा होंगे। ऑल इंडिया शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। शतरंज ओलंपियाड 10 से 22 सितंबर, 2024 के बीच बुडापेस्ट, हंगरी में आयोजित किया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला वर्ग में जीएम कोनेरू हम्पी इस बार कुछ व्यक्तिगत कारणों से देश के लिए नहीं खेलेंगी। एआईसीएफ के अध्यक्ष नितिन नारंग ने आईएएनएस को बताया,“शतरंज ओलंपियाड के लिए दो टीमों-ओपन और महिला- के खिलाड़ियों का चयन किया गया है। टीमों को फिडे पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है।” एआईसीएफ के मुख्य कोच और चयन समिति के अध्यक्ष जीएम अभिजीत कुंटे ने आईएएनएस को बताया, "प्री-इवेंट कैंप आयोजित करने के लिए एक विदेशी कोच के साथ चर्चा चल रही है।" नारंग के अनुसार, शिविर अगस्त के अंत में निर्धारित है और कोच और सटीक तारीख को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि इंडियन ओपन टीम में तीन खिलाड़ी शामिल हैं जो रेटिंग के मामले में शतरंज की दुनिया के शीर्ष 10 क्लबों में हैं। कुंटे ने कहा, “ओपन वर्ग के लिए टीम में जीएम अर्जुन एरीगैसी (वर्ल्ड नंबर 4, रेटिंग 2778), गुकेश (रैंक 7, रेटिंग 2763), आर प्रगनानंद (रैंक 8, रेटिंग 2757), विदित संतोष गुजराती (रैंक 22, रेटिंग 2720) और रिजर्व पी हरिकृष्णा (रैंक 37, रेटिंग 2695) शामिल होंगे।” पूर्व विश्व चैंपियन जीएम वी आनंद (रैंक 11, रेटिंग 2751) देश के लिए नहीं खेलेंगे। कुंटे ने कहा, “शतरंज ओलंपियाड के लिए भारतीय महिला टीम में जीएम डी. हरिका (रैंक 11, रेटिंग 2491), जीएम आर वैशाली (रैंक 14, रेटिंग 2488), इंटरनेशनल मास्टर (आईएम) और महिला जीएम (डब्ल्यूजीएम) दिव्या देशमुख (रैंक 20, रेटिंग 2464), आईएम और डब्ल्यूजीएम वंतिका अग्रवाल (रैंक 63, रेटिंग 2390) और रिजर्व खिलाड़ी आईएम और डब्ल्यूजीएम तानिया सचदेव (रैंक 66, रेटिंग 2386) शामिल होंगे।'' कुंटे के अनुसार, प्रत्येक टीम में एक गैर-खिलाड़ी कप्तान, दो कोच होंगे और उनके नाम को अंतिम रूप दिया जाना है।
एआईसीएफ किसी खिलाड़ी के निजी कोच को भी दल के हिस्से के रूप में अनुमति देगा - बिना किसी लागत के आधार पर। दिलचस्प बात यह है कि गुकेश के खेल पर विश्व चैंपियन चीन के जीएम डिंग लिरेन की उत्सुकता से नजर होगी क्योंकि दोनों इस साल सिंगापुर में विश्व खिताब के लिए लड़ेंगे। नारंग ने कहा कि भारत सरकार की अनुमति और अनुदान के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। नारंग ने कहा,''हमें उम्मीद है कि पिछले साल के प्रदर्शन को जारी रखते हुए भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी और पदक जीतेगी। एआईसीएफ टीमों को हर संभव सहायता प्रदान करेगा, जिसमें प्रत्येक पुरुष और महिला टीम के लिए गैर-खिलाड़ी कप्तान सहित तीन सदस्यीय कोचिंग टीमें शामिल होंगी, जो टीम की सहायता करेंगे।” -(आईएएनएस )
नई दिल्ली, 13 जुलाई । टी20 विश्व कप 2024 जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने अगले टी20 विश्व कप की तैयारियां भी शुरू कर दी है, जो साल 2026 में होगा। इसके लिए भारत की युवा टीम जिम्बाब्वे के दौरे पर पांच मैचों की सीरीज खेल रही है, जिसका तीसरा मुकाबला हरारे स्पोर्ट्स क्लब में शनिवार को खेला जा रहा है। इस टीम में ऐसा भारतीय बल्लेबाज भी खेल रहा है जो पिछली 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में सभी बल्लेबाजों पर भारी रहा है।
ये खिलाड़ी हैं भारत के टॉप ऑर्डर के भरोसेमंद बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़। गायकवाड़ जिम्बाब्वे सीरीज में चार मैचों की 3 पारियों में 66.50 की औसत से 133 रन बनाकर टॉप पर हैं। गायकवाड़ ने पिछली 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में 154 के तेज स्ट्राइक रेट के साथ 421 रन बनाए हैं। गायकवाड़ की मौजूदा फॉर्म ने बाकी बल्लेबाजों को पीछे छोड़ा हुआ है। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने पिछली 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में 391 रन बनाए हैं, और वे दूसरे नंबर पर हैं। आजम का स्ट्राइक रेट 130 का ही है। भारत के पूर्व टी20 कप्तान रोहित शर्मा पिछली 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में 378 रन बनाने के साथ तीसरे स्थान पर हैं, रोहित ने ये रन 162 के स्ट्राइक रेट के साथ बनाए हैं, जो इस लिस्ट में मौजूद सभी बल्लेबाजों से ज्यादा है।
ऑस्ट्रेलिया के तूफानी ओपनर ट्रेविस हेड 157 के स्ट्राइक रेट के साथ अंतिम 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में 357 रन बनाकर चौथे नंबर पर हैं। भारत के मिस्टर 360 डिग्री सूर्यकुमार यादव इस दौरान 149 के स्ट्राइक रेट के साथ 355 रन अपने नाम कर चुके हैं। इंग्लैंड के जोस बटलर ने इन 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में 160 के स्ट्राइक रेट के साथ 348 रन बनाए हैं और वे छठे नंबर पर हैं। इस तरह से गायकवाड़ इस समय प्रचंड फॉर्म से गुजर रहे हैं। बता दें भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ चौथे टी20 मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों के लिए ये सीरीज डेब्यू करने का बढ़िया प्लेटफॉर्म रही है। इस मुकाबले में भी भारत ने तुषार देशपांडे को डेब्यू कराया है, जिन्होंने आवेश खान की जगह ली है। तुषार देशपांडे आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बढ़िया तेज गेंदबाजी कर चुके हैं। पांच मैचों की इस सीरीज में भारत फिलहाल 2-1 से आगे है। (आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 13 जुलाई भारत की पूर्व तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी महिला कैरेबियाई प्रीमियर लीग से पहले ट्रिनबागो नाइट राइडर्स (टीकेआर) की मेंटोर बन गई हैं ।
अपने दो दशक के कैरियर में झूलन ने 355 विकेट लिये । उन्होंने 2022 में खेल को अलविदा कहा ।
टीकेआर की कप्तान स्टार हरफनमौला डिएंड्रा डोटिन हैं जिनकी कप्तानी में टीम ने 2021 में पहला सत्र जीता था ।
झूलन ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा ,‘‘इतनी शानदार टीम से जुड़ना गर्व की बात है । नाइट राइडर्स ने इतना शानदार प्रदर्शन किया है और टीकेआर महिला टीम से जुड़ना शानदार है । केकेआर प्रबंधन को इसके लिये धन्यवाद ।’’
टीकेआर टीम में जेमिमा रौड्रिग्स, मेग लानिंग, जेस जोनासेन और शिखा पांडे जैसे खिलाड़ी भी हैं ।
टीकेआर को चार लीग मैच 22 से 27 अगस्त तक खेलने हैं । फाइनल 29 अगस्त को तारोबा में खेला जायेगा । ( भाषा )
चंडीगढ़, 13 जुलाई । राउंडग्लास टेनिस अकादमी के आदित्य मोर ने यहां सीएलटीए स्टेडियम में आयोजित एआईटीए-सीएलटीए नेशनल सीरीज अंडर-18 टेनिस टूर्नामेंट में एकल और युगल दोनों खिताब जीतकर अपना दबदबा बनाया। लड़कों के एकल फाइनल में, हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाले 10वीं वरीयता प्राप्त आदित्य ने राउंडग्लास टेनिस अकादमी (आरजीटीए) के पंजाब के गुरबाज नारंग को 6-1, 6-3 से हराया। आरजीटीए के लड़कों ने ब्वायज वर्ग में पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा और चारों सेमीफाइनलिस्ट अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं। आरव चावला, जिन्होंने आदित्य मोर के साथ जोड़ी बनाकर युगल जीता, और तनुष घिल्डियाल दो अन्य सेमीफाइनलिस्ट थे।
आदित्य ने आरव चावला के साथ मिलकर गुजरात के जेविन कनानी और महाराष्ट्र के नीरज रिंगनगांवकर की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को सीधे सेटों में 6-3, 6-2 से हराकर युगल खिताब जीता। सेमीफाइनल में आदित्य और आरव की गैरवरीय जोड़ी ने शीर्ष वरीय मणिपुर के अश्वजीत सेनजाम और दिल्ली के रियान शर्मा को 6-2, 6-2 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। --(आईएएनएस)
मुंबई, 13 जुलाई । भारतीय तेज़ गेंदबाज़ आवेश ख़ान को उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही भारतीय टीम के लिए सफ़ेद जर्सी में खेलने का मौक़ा मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू स्तर पर उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से साबित भी किया है कि वह लंबे प्रारूप में भी गेंदबाज़ी करने में सक्षम हैं। आवेश ने बीसीसीआई.टीवी से कहा, "मैं टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए काफ़ी उत्साहित हूं। क्योंकि मुझे वही एक प्रारूप लगता है, जहां मैं ख़ुद को साबित कर सकता हूं। मैंने घरेलू स्तर पर अपनी स्टेट टीम (मध्य प्रदेश), इंडिया ए के लिए, दिलीप ट्रॉफ़ी या देवधर ट्रॉफ़ी में खेलने के दौरान वहां ख़ुद को साबित भी किया है।" "मैं उसी एक मौक़े का इंतज़ार कर रहा हूं।
मुझे लाल गेंद से गेंदबाज़ी करना काफ़ी पसंद है। मैं अपने स्टेट के लिए काफ़ी गेंदबाज़ी करता हूं। एक दिन में मैंने कई बार 20-20, 25-25 ओवरों की गेंदबाज़ी की है। पूरे सीज़न में मैं 300-350 ओवर डालता हूं।" टेस्ट टीम में जगह बनाने की इच्छा के अलावा आवेश ने यह भी बताया कि वह बतौर गेंदबाज़ ख़ुद में कहां सुधार लाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह कप्तान को बतौर गेंदबाज़ एक ऐसा विकल्प देना चाहते हैं जो हर चरण में गेंदबाज़ी कर सके। "मैं एक गेंदबाज़ के तौर हमेशा सुधार लाने की कोशिश करता हूं और कप्तान को एक फ़्री हैंड देने की कोशिश करता हूं, ताकि वह मैच के किसी भी चरण में गेंदबाज़ी करा सकें। मैं हर चीज़ अपने पक्ष में लाने की पूरी कोशिश करता हूं क्योंकि कप्तान को अगर एक ऐसा विकल्प मिल जाता है जो पावरप्ले, बीच के ओवरों और डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी कर सके तब ऐसी स्थिति में उसके पास विकल्प बढ़ जाते हैं। मैंने अपनी गेंदबाज़ी में भी काफ़ी मिश्रण करने के प्रयास किए हैं, जैसे मैंने लेग कटर भी डेवलप किया है, जिसे मैं वाइड लाइन के पास डालता हूं।"
भारत इस समय ज़िम्बाब्वे के दौरे पर है, जहां टीम इंडिया पांच टी20 मैचों की श्रृंखला में 2-1 से आगे है। इस दौरे के बाद भारत को 26 जुलाई से श्रीलंका में तीन टी20 और तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेलनी है। इस दौरे पर भारतीय टीम के नवनियुक्त मुख्य कोच गौतम गंभीर भी भारतीय दल के साथ मौजूद रहेंगे। ख़ुद आवेश लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए आईपीएल खेल चुके हैं और उस दौरान गंभीर भी इस टीम के मेंटॉर थे। आवेश ने आईपीएल के दौरान गंभीर के साथ के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, "मैंने उनसे यह माइंडसेट सीखा है कि हमेशा विपक्षी टीम को हराने के लिए जाना चाहिए।
हमेशा अपना 100 फ़ीसदी देना चाहिए। वह हमेशा कम ही बात करते हैं। जब लखनऊ में थे, तो थोड़ी बात ही करते थे लेकिन हमें यह बताते है कि मैदान में जाकर हमें क्या करना है। वह हर खिलाड़ी को उसका एक रोल देते थे।वह एक टीम कोच हैं और वह यह चाहते हैं कि हर व्यक्ति अपना 100 फ़ीसदी दे।" आवेश ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में अब तक कुल आठ एकदिवसीय खेले हैं, जिसमें उन्होंने 5.54 की इकॉनमी से नौ विकेट लिए हैं। टी20 में उन्होंने अब तक खेले 23 मैचों में 25 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी 9.06 और औसत 28.04 की रही है। (आईएएनएस)
बर्मिंघम, 13 जुलाई । भारतीय चैंपियंस वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स के ग्रैंड फिनाले में शनिवार को यहां एजबेस्टन क्रिकेट स्टेडियम में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान चैंपियंस से भिड़ेंगे। यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं है; यह कौशल, जुनून और इतिहास की एक विशाल प्रतियोगिता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच प्रतिद्वंद्विता पौराणिक है, जिसमें यादगार झड़पें दशकों से प्रशंसकों को रोमांचित करती रही हैं। 2007 टी20 विश्व कप में रोमांचक मुकाबलों से लेकर 2011 और 2019 वनडे विश्व कप में नाटकीय खेल तक, इन दोनों टीमों ने क्रिकेट प्रेमियों को अनगिनत पल संजोने के लिए दिए हैं। युवराज सिंह, सुरेश रैना और पठान बंधुओं जैसे दिग्गज खिलाड़ियों वाली भारतीय टीम अनुभव और आक्रामक स्वभाव का मिश्रण लाती है। गतिशील रॉबिन उथप्पा द्वारा समर्थित उनका लाइनअप, हाई-ऑक्टेन क्रिकेट के शानदार प्रदर्शन का वादा करता है।
दूसरी ओर, पाकिस्तान की टीम में यूनुस खान, शाहिद आफरीदी और शोएब मलिक जैसे दिग्गज मौजूद हैं जो अपनी मैच जिताने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं और अपनी ताकत दिखाने के लिए उत्सुक होंगे। पूरे टूर्नामेंट के दौरान, प्रशंसकों को रोमांचकारी प्रदर्शन देखने को मिले, उम्मीद है कि फाइनल मैचों की एक रोमांचक श्रृंखला का उपयुक्त चरमोत्कर्ष होगा। जैसे-जैसे क्रिकेट की दुनिया इस मुकाबले के लिए तैयार हो रही है, सीमा के दोनों ओर और दुनिया भर के प्रशंसक अविस्मरणीय क्रिकेट एक्शन की एक रात के लिए तैयार हैं। मैच रात 9 बजे (भारतीय समयानुसार) शुरू होगा और इसका सीधा प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स पर किया जाएगा, जिसकी स्ट्रीमिंग फैन कोड पर उपलब्ध होगी। --(आईएएनएस)
रायपुर, 13 जुलाई। रायपुर जिला क्रिकेट संघ ने बताया कि खिलाडियों हेतु ट्रॉयल की तिथियां जारी की। रायपुर जिला क्रिकेट संघ ने सभी वर्गों के खिलाडियों हेतु ट्रॉयल की तिथियां जारी की हैं। विभिन्न वर्गो के खिलाडियों का ट्रॉयल 21 जुलाई से लेकर 24 जुलाई तक जारी रहेगा।
संघ ने बताया कि सभी ट्रॉयल आर.डी.सी.ए. ग्रांउड, रायपुर में संपन्न होगें। ट्रॉयल प्रतिदिन अलग अलग स्लॉट में किये जायेगें। स्लॉट की जानकारी खिलाडियों को पृथक रुप से दी जायेगी। खिलाडियों का उन्हें दिये गये स्लॉट के समय अनुसार ट्रॉयल हेतु उपस्थित होना होगा।
लंदन, 13 जुलाई । नोवाक जोकोविच शुक्रवार को रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले आठवें विंबलडन खिताब पर कब्जा करने से एक जीत के करीब पहुंच गए, जब उन्होंने 25वीं वरीयता प्राप्त लोरेंजो मुसेटी के सपने को सीधे सेटों में समाप्त कर दिया और फाइनल में गत चैंपियन कार्लोस अल्काराज से बदला लेने का मैच तय किया। दूसरे वरीय सर्बियाई खिलाड़ी ने सेमीफाइनल में 22 वर्षीय इतालवी के खिलाफ 6-4, 7-6(2), 6-4 से जीत हासिल की और अब पिछले साल के फाइनल के ब्लॉकबस्टर रीमैच में अल्काराज से भिड़ेंगे जिसमें स्पैनियार्ड ने पांच सेटों में जीत हासिल की थी।
अल्काराज इससे पहले अपने पिछले साल के सेमीफाइनल के रीमैच में रूस के दानिल मेदवेदेव पर 6-7(1), 6-3, 6-4, 6-4 से जीत के साथ फाइनल में पहुंचे थे। शुक्रवार को एक कड़े मुकाबले में, जोकोविच ने महत्वपूर्ण क्षणों में बढ़त बनाई और प्रभावशाली रक्षा और निरंतरता के साथ मुसेटी के कोर्ट कौशल को विफल कर दिया। इटालियन ने तीसरे सेट में 0/40, 3-5 से तीन मैच प्वाइंट गंवाए, इससे पहले जोकोविच ने एक ब्रेक प्वाइंट बचाया और दो घंटे और 48 मिनट के बाद अपने 10वें विंबलडन फाइनल में पहुंच गए। अगर 37 वर्षीय सर्बियाई रविवार को रिकॉर्ड-25वीं बड़ी जीत हासिल करते हैं , तो वह विंबलडन इतिहास में सबसे उम्रदराज चैंपियन बन जाएंगे। जोकोविच,एटीपी हेड2हेड श्रृंखला में अल्काराज़ से 3-2 से आगे हैं, उस हार का बदला लेने और रोजर फेडरर के रिकॉर्ड आठ विंबलडन ताज की बराबरी करने के लिए उत्सुक होंगे।
खिताबी मुकाबले से पहले सर्बियाई खिलाड़ी ने कहा कि मौजूदा चैंपियन को हराने के लिए उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाने की जरूरत होगी। जोकोविच ने कहा, "एक युवा खिलाड़ी के रूप में वह एक महान उदाहरण हैं, जिनका जीवन कोर्ट के अंदर और बाहर काफी संतुलित है। उनके परिवार में बहुत अच्छे मूल्य हैं और उनमें काफी करिश्मा है।" 37 वर्षीय, जो रोजर फेडरर के आठ विंबलडन पुरुष एकल खिताब के रिकॉर्ड की बराबरी करने की कोशिश कर रहे हैं, को लगता है कि अल्काराज अपने करियर में कई और ग्रैंड स्लैम जीतेंगे।
"वह इस खेल में हमारे द्वारा देखे गए सबसे महान 21-वर्षीय खिलाड़ियों में से एक है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम भविष्य में उससे बहुत कुछ देखेंगे। वह कई और ग्रैंड स्लैम जीतने जा रहा है, लेकिन उम्मीद है कि अगले एक-दो दिनों में ऐसा नहीं होगा।" जोकोविच ने पिछले साल अल्काराज के खिलाफ फाइनल हार को याद किया और रविवार को एक और रोमांचक लड़ाई की उम्मीद की। जोकोविच ने कहा, "वह पहले ही मुझे यहां रोमांचक पांच-सेटर में हरा चुका है। मुझे (रविवार को) उससे कम की उम्मीद नहीं है। एक खिलाड़ी के रूप में वह पूर्ण है। उसे हराने के लिए मुझे अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता की आवश्यकता होगी।" -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 जुलाई । भारत की नजर इस बार पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने अब तक सभी पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने पर है। टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने वाले गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा से देश की उम्मीदें इस बार भी गोल्ड की होगी, लेकिन नीरज के लिए यह राह इतनी आसान नहीं होने वाली। भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा इस बार पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के गोल्ड मेडल के सबसे मजबूत दावेदार हैं।
ओलंपिक 2020 में जब उन्होंने भारत के लिए जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीता था, तब से उन्हें 'गोल्डन ब्वाय' के रूप में भी जाना जाता है। नीरज चोपड़ा भारत के स्टार जैवलिन थ्रो खिलाड़ी है, लेकिन पेरिस ओलंपिक में उनकी राह आसान नहीं होने वाली है। 2024 के सीजन बेस्ट के मामले में इस समय सबसे ऊपर जर्मनी के मैक्स डेहनिंग हैं, जिन्होंने इसी साल फरवरी में 90.20 मीटर दूर भाला फेंक कर सनसनी मचा दी थी।
20 साल का यह युवा एथलीट इस बार स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। नीरज चोपड़ा के लाख जतन के बावजूद वो 90 मीटर के अपने टारगेट आंकड़े को हासिल नहीं कर पाए। वहीं, जूलियन वेबर ( बेस्ट 88.37) और याकूब (बेस्ट 88.65 मीटर) भी नीरज को कड़ी टक्कर देंगे। पेरिस में होने वाले आगामी ग्रीष्मकालीन खेलों के करीब आते ही, हरियाणा का यह एथलीट एक बार फिर इतिहास रचने के लिए तैयार है। फिनलैंड में पावो नूरमी खेलों में 85.97 मीटर के प्रभावशाली थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतने के बाद, चोपड़ा अब लगातार ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट के रूप में इतिहास रचने का लक्ष्य बना रहे हैं, ताकि वे न केवल पदक के लिए बल्कि स्वर्ण के लिए देश के सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उभरें। पेरिस 2024 से पहले, ओलंपिक और विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा तुर्किये के अंताल्या में ग्लोरिया स्पोर्ट्स एरिना में रहेंगे। यह स्टार खिलाड़ी इस शोपीस इवेंट के लिए फिनलैंड और जर्मनी में प्रशिक्षण ले रहा है।
ओलंपिक इस साल का सबसे बड़ा इवेंट है, जिसका आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होगा। भारत का प्रतिनिधित्व अलग-अलग खेलों में लगभग 120 खिलाड़ियों का दल करेगा। इस समूह में पहली बार ओलंपिक खेलने जा रहे और अनुभवी दिग्गज दोनों शामिल हैं। 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों की ओर से ऐतिहासिक प्रदर्शन देखने को मिला था। इस बार भारतीय दल से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। 2020 टोक्यो ओलंपिक में पिछली बार भारत के नाम कुल 7 मेडल रहे थे। अब तक ओलंपिक खेलों में यह भारतीय खिलाड़ियों को बेस्ट प्रदर्शन था और उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक का रिकॉर्ड तोड़ा था। 2012 लंदन ओलंपिक में भारत ने 6 मेडल जीते थे। -(आईएएनएस)
बस्ताद, 12 जुलाई । लगभग दो दशकों के बाद, राफेल नडाल बस्ताद में वापस आ गए हैं, क्योंकि स्पैनियार्ड ने नॉर्डिया ओपन में अपने पहले अभ्यास का आनंद लिया, जहां वह अगले सप्ताह एटीपी 250 इवेंट में वाइल्ड कार्ड के रूप में प्रतिस्पर्धा करेंगे। नडाल ने एटीपी रैंकिंग में मौजूदा 31वें नंबर के अर्जेंटीना के खिलाड़ी टॉमस मार्टिन एचेवेरी को आमंत्रित किया और खिलाड़ियों ने ग्रीस में एक गहन प्रशिक्षण ब्लॉक के लिए टीम बनाई।
अर्जेंटीना के खिलाड़ी ने एटीपीटूर.कॉम को बताया, "जिस जगह पर हम अभ्यास कर रहे हैं वह रोमांचक है... और नडाल वहां जा रहे हैं, मैं कहूंगा कि वह बहुत अच्छा खेल रहे हैं।" ला प्लाटा के मूल निवासी के लिए 92-बार के टूर-स्तरीय ख़िताबधारी के साथ दिन बिताना कैसा था ? एचेवेरी ने कहा,"मुझे उनसे चीजें पूछने, सलाह मांगने का मौका मिला, और वह हमेशा बहुत विनम्र थे, मदद कर रहे थे, प्रगति कर रहे थे, और उनके पास सभी के लिए बहुत समय था। " एचेवेरी ने साथ ही कहा, "ये दिन मेरे लिए एक सपने जैसे रहे हैं, वास्तव में एक अद्भुत अनुभव, सबसे ऊपर राफा के साथ समय बिताना, एक खिलाड़ी जिसे मैं तब से देख रहा हूं जब से मैंने टेनिस खेलना शुरू किया, इतिहास में सर्वश्रेष्ठ में से एक, इसलिए यह रोमांचक था। यह एक विशेषाधिकार और एक सम्मान था।'' नडाल अगले सप्ताह नॉर्डिया ओपन में एक्शन में होंगे।
2005 में यह प्रतियोगिता जीतने के बाद से यह एटीपी 250 में स्पैनियार्ड की पहली उपस्थिति होगी। 7-5 सीज़न का रिकॉर्ड रखते हुए, नडाल ने फ्रांस की राजधानी में ओलंपिक शुरू होने से पहले प्रतियोगिता के समय और लय की खोज जारी रखी है, जहां वह एकल में खेलेंगे और युगल में कार्लोस अल्काराज के साथ भागीदारी करेंगे। 38 वर्षीय नडाल, जिन्होंने कहा है कि 2024 उनके करियर का अंतिम सीज़न हो सकता है, 27 मई को रौलां गैरो के पहले दौर में अलेक्जेंडर ज्वेरेव से हार के बाद अपना पहला प्रतिस्पर्धी मैच खेलेंगे। सीज़न में अब तक उनका स्कोर 7-5 है, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ परिणाम मैड्रिड में घरेलू धरती पर चौथे दौर तक पहुंचना था। --(आईएएनएस)
विंबलडन, 12 जुलाई । वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लैम विम्बलडन के महिला एकल का खिताबी मुकाबला चेक गणराज्य की बारबोरा क्रेजिकोवा और इटली की जैस्मीन पाओलिनी के बीच खेला जाएगा। 2021 में फ्रेंच ओपन खिताब जीतकर सफलता हासिल करने के तीन साल बाद, क्रेजिकोवा ने पहला सेट हारने के बाद जोरदार वापसी करते हुए गुरूवार को रोमांचक सेमीफाइनल में जीत के बाद अपने दूसरे ग्रैंड स्लैम एकल फाइनल में प्रवेश किया। नंबर 31 सीड क्रेजिकोवा ने दूसरे सेमीफाइनल में नंबर 4 सीड एलेना रिबाकिना, 2022 विंबलडन चैंपियन, को 3-6, 6-3, 6-4 से हराकर शनिवार के शिखर मुकाबले में अपना स्थान पक्का कर लिया।
क्रेजिकोवा को मैच का रुख बदलने और सेंटर कोर्ट पर जीत हासिल करने में 2 घंटे और 7 मिनट का समय लगा और अब उनका सामना इटली की जैस्मीन पाओलिनी से होगा, जिन्होंने पहले दिन में क्रोएशिया की डोना वेकिच पर कड़ी टक्कर में जीत हासिल की थी। नंबर 7 सीड पाओलिनी ने वेकिच को 2 घंटे और 51 मिनट में 2-6, 6-4, 7-6(8) से हराया और ओपन युग में विंबलडन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली इतालवी महिला बन गईं। अपनी कम वरीयता के बावजूद, क्रेजिकोवा रिबाकिना के खिलाफ 2-0 की बढ़त के साथ मैच में आई और उसने उस रिकॉर्ड का समर्थन किया।
अपने तीन मुकाबलों में तीसरी बार, क्रेजिकोवा जीत की राह पर आगे बढ़ने से पहले पहला सेट हार गई। क्रेजिकोवा ने कजाकिस्तान की रिबाकिना को एक अत्यंत दुर्लभ विंबलडन हार दी। रिबाकिना ने विंबलडन के मुख्य ड्रा में 90.5 प्रतिशत जीत दर (गुरुवार से पहले 19-2) के साथ मैच में प्रवेश किया, जो ओपन युग में पूर्व चैंपियन एन जोन्स और स्टेफी ग्राफ के बाद तीसरा सर्वश्रेष्ठ था। क्रेजिकोवा ने इस साल विंबलडन से पहले केवल एक शीर्ष 10 खिलाड़ी का सामना किया था - ऑस्ट्रेलियन ओपन में आर्यना सबालेंका से हार - लेकिन अब वह लगातार दो शीर्ष 10 खिलाड़ियों को हराने और अपना दूसरा ग्रैंड स्लैम एकल खिताब जीतने की कोशिश करेगी। उनके सामने फ़ाइनल में उनकी प्रतिद्वंद्वी होंगी इटली की पाओलिनी जिन्होंने एक डाउन-टू-द-वायर थ्रिलर में वेकिच को हरा दिया। इटालियन 2016 में सेरेना विलियम्स के बाद एक ही वर्ष में रौलां गैरो और विंबलडन फाइनल में जगह बनाने वाली पहली खिलाड़ी हैं। क्रेजिकोवा और पाओलिनी पहले केवल एक बार भिड़े हैं, काफी समय पहले और बिल्कुल अलग स्तर पर - 2018 ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले दौर का क्वालीफाइंग मैच, जब वे दोनों शीर्ष 100 से बाहर थीं।
क्रेजिकोवा ने वह मैच आसानी से 6-2, 6-1 से जीत लिया। पिछले कुछ वर्षों में नियमित रूप से शीर्ष 10 में रहने के बावजूद, क्रेजिकोवा का 2024 विंबलडन फाइनल में पहुंचना उनके 2021 रौलां गैरो खिताब जीतने के समान ही अप्रत्याशित था, जब वह 33वें स्थान पर एक गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी थीं। इस पूरे वर्ष बीमारियों के कारण परेशान रहने के बाद, क्रेजिकोवा 7-9 जीत-हार के रिकॉर्ड के साथ विंबलडन में आईं, जिसमें जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन क्वार्टर फाइनल तक का सफर भी शामिल था। पाओलिनी ने विंबलडन में महिला एकल के अब तक के सबसे लंबे सेमीफाइनल में वेकिच को तीन सेटों में हरा दिया।
पिछला सबसे लंबा विंबलडन सेमीफाइनल 2009 में सेरेना विलियम्स की एलेना डिमेंतिवा पर 6-7(4), 7-5, 8-6 से जीत थी, यह मुकाबला 2 घंटे 49 मिनट तक चला था। पाओलिनी की वेकिच के खिलाफ चार मुकाबलों में यह तीसरी जीत थी। 28 वर्षीय खिलाड़ी 2016 में सेरेना के बाद एक ही सीज़न में फ्रेंच ओपन और विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी हैं। स्टेफी ग्राफ (1999), सेरेना विलियम्स (2002, 2015, 2016), वीनस विलियम्स (2002) और जस्टिन हेनिन (2006) के बाद पिछले 25 वर्षों में यह उपलब्धि हासिल करने वाली पाओलिनी केवल पांचवीं खिलाड़ी हैं। -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 जुलाई । टीम इंडिया के नए कोच गौतम गंभीर होंगे, लेकिन सपोर्टिंग स्टाफ का ऐलान होना अभी बाकी है। इसी बीच टीम इंडिया का नया गेंदबाजी कोच बनने की दौर में एक नया नाम सामने आ रहा है, जिसके तार पाकिस्तान क्रिकेट टीम से भी जुड़े हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्केल भारत के गेंदबाजी कोच बनने की दौड़ में हैं। इस दक्षिण अफ्रीकी पूर्व तेज गेंदबाज को कोचिंग का अच्छा अनुभव है। वह भारतीय टीम के नए मुख्य कोच गौतम गंभीर की नजर में हैं।
मोर्ने मोर्केल पिछले साल भारत में हुए वनडे विश्व कप के दौरान पाकिस्तान टीम के कोच थे, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ उनका अनुबंध समाप्त होने से कुछ महीने पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। माना जा रहा है कि गंभीर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से गेंदबाजी कोच के पद के लिए मोर्ने मोर्केल पर विचार करने का अनुरोध किया है, जिन्होंने 2006 से 2018 के बीच 86 टेस्ट, 117 वनडे और 44 टी20 मैच खेले हैं। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी के साथ इस मुद्दे को लेकर कुछ चर्चा हुई है, जो अब ऑस्ट्रेलिया में बस गए हैं। गंभीर और मोर्ने मोर्केल आईपीएल में भी एक साथ काम कर चुके हैं।
दोनों के बीच लखनऊ सुपर जायंट्स आईपीएल टीम में अच्छे रिश्ते रहे हैं, जहां गंभीर ने दो साल तक मेंटॉर के तौर पर काम किया। गंभीर के कोलकाता नाइट राइडर्स में शामिल होने और हेड कोच एंडी फ्लावर के रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में चले जाने के बाद मोर्ने मोर्केल नए हेड कोच जस्टिन लैंगर के तहत इसी टीम में शामिल रहे। मोर्ने मोर्केल ने अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल दोनों ही क्षेत्रों में एक शानदार कोच की भूमिका निभाई है। 2018 में 39 साल की उम्र में रिटायर होने के बाद, मोर्ने मोर्केल खेल की नई तकनीकों से अच्छी तरह वाकिफ हैं और उनसे अपडेट रहते हैं। गेंदबाजी कोच पद के लिए कई नाम सामने आए हैं, जिनमें लक्ष्मीपति बालाजी और विनय कुमार शामिल हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीसीसीआई इस पद के लिए जहीर खान पर विचार कर रहा है। हालांकि अभी अंतिम फैसला होना बाकी है, लेकिन ऐसा लगता है कि बीसीसीआई जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंच सकता है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई । अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी स्पेन के युवा फुटबॉलर लैमिन यामल की सराहना की है। स्पेन की तरफ से 16 वर्ष के यामल ने 21वें मिनट में एक शानदार गोल किया। 16 साल के इस स्टार विंगर ने यूरोपीय फुटबॉल चैम्पियनशिप में सबसे कम उम्र में गोल करने वाले खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनकी मदद से स्पेन ने फ्रांस को 2-1 से हराकर यूरो 2024 के फाइनल में प्रवेश किया। यूरो 2024 सेमीफाइनल के दौरान फ्रांस के खिलाफ जब स्पेन 0-1 से पीछे चल रहा था, तब यामल ने टीम को बराबरी के स्कोर तक पहुंचाया। गौतम अदानी ने एक्स पर पोस्ट किया, "कल 20:16 पर फुटबॉल की दुनिया थम सी गई थी।
16 वर्षीय लैमिन यामल ने 20 गज की दूरी से जादुई गोल किया। संयोग? हो सकता है। प्रतिभा? अविश्वसनीय!" "सभी युवाओं के लिए यह कितनी प्रेरणादायक कहानी है। विनम्र और चुनौतीपूर्ण शुरुआत, रोज़ाना अपनी मां से बात करना, अपने साथ स्कूल की पाठ्यपुस्तकें रखना और फिर भी इस युवा ने इतिहास रच दिया है। बार्सिलोना और स्पेन दोनों के लिए खेलने और गोल करने वाला सबसे कम उम्र का खिलाड़ी बन गया है।'' "छह साल की उम्र में यामल की खोज करने के लिए बार्सिलोना को बधाई! कमाल है। युवाओं की शक्ति बहुत तेज़ होती है! स्पेन और यामल को बधाई! पोस्ट में आगे लिखा गया है, "इसे आगे ले आओ, यूरो 2024।"
शनिवार को 17 साल के होने वाले यामल ने बार्सिलोना के साथ पहले ही कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। 2022-23 सीज़न में क्लब के साथ ला लीगा जीतने के बाद, स्ट्राइकर अब अपनी दूसरी बड़ी ट्रॉफी और स्पेनिश राष्ट्रीय टीम के साथ अपनी पहली ट्रॉफी जीतने की कगार पर है। वह सोमवार को ओलंपियास्टेडियन बर्लिन में यूरो 2024 के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ़ खेलेंगे। -(आईएएनएस)
लंदन, 11 जुलाई । गस एटकिंसन ने अपने पहले टेस्ट मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया और वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के शुरुआती दिन बुधवार को 45 रन पर 7 विकेट लेकर टेस्ट इतिहास में पदार्पण करने वाले इंग्लैंड के किसी भी खिलाड़ी द्वारा एक पारी में दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा दर्ज किया। पहले दिन स्टंप्स तक, इंग्लैंड ने सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली (76) और ओली पोप (57) के अर्धशतकों की मदद से 40 ओवरों में 189/3 का स्कोर बनाकर 68 रनों की बढ़त ले ली। पहले दिन जब सभी की निगाहें अपने विदाई मैच में जेम्स एंडरसन पर थीं, तो वह एटकिंसन ही थे जिन्होंने ताबड़तोड़ विकेट लिए।
उनका 7-45 वर्ष 1995 में लॉर्ड्स में वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिक कॉर्क के 7-43 के बाद दूसरा और 1976 में जॉन लीवर के भारत के खिलाफ 7-46 से बेहतर था। एटकिंसन की शानदार गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को पहली पारी में 121 रन पर समेट दिया। एंडरसन, जिनकी बेटी ने लॉर्ड्स में टेस्ट मैच की शुरुआत का संकेत देने के लिए पारंपरिक घंटी बजाई थी, ने 10.4 ओवर में 26 रन देकर एक विकेट लिया। एंडरसन, जो 188 टेस्ट खेलने के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रहे टेस्ट के बाद सेवानिवृत्त होंगे, को इंग्लैंड टीम ने सम्मानित किया और कप्तान बेन स्टोक्स द्वारा पहले गेंदबाजी करने के लिए चुने जाने के बाद राष्ट्रीय गान के बाद उन्हें मैदान पर टीम का नेतृत्व करने के लिए कहा गया। एटकिंसन ने शानदार शुरुआत करते हुए टेस्ट क्रिकेट में अपनी दूसरी ही गेंद पर वेस्टइंडीज के कप्तान क्रैग ब्रैथवेट को आउट कर दिया और बल्लेबाज को अपने स्टंप्स पर खेलने के लिए मजबूर कर दिया। कर्क मैकेंजी, एलिक अथानाज़, जेसन होल्डर, जोशुआ दा सिल्वा, अल्ज़ारी जोसेफ और शामर जोसेफ सभी बाद में 26 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज एटकिंसन का शिकार बन गए, जो याद रखने लायक दिन था।
एटकिंसन के सक्रिय होने के साथ, वेस्ट इंडीज 88/3 से केवल सात ओवरों में 121 पर आउट हो गया। पहली पारी में, इंग्लैंड ने पहले दिन बाद में जोरदार जवाब दिया, जिसमें जैक क्रॉली और ओली पोप ने अर्द्धशतक लगाया। अपनी पहली पारी में मेजबान इंग्लैंड ने शुरुआती विकेट खो दिया। 29 रन के स्कोर पर ओपनर बेन डकेट का विकेट तीन के स्कोर पर गिर गया। लेकिन क्रॉली और पोप ने 94 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड को बचा लिया और उन्हें वेस्टइंडीज के पहली पारी के स्कोर से आगे ले गए। उन्होंने इंग्लैंड को 11.2 ओवर में पचास रन के पार पहुंचाया और फिर पारी के 24वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया।
पोप 70 गेंदों में 10 चौके लगाकर अपना अर्धशतक पूरा करने वाले पहले खिलाड़ी थे। क्रॉली ने भी अपना अर्धशतक पूरा किया और 74 गेंदों में नौ चौकों की मदद से यह उपलब्धि हासिल की। जेसन होल्डर ने वेस्ट इंडीज को खेल में वापस ला दिया जब उन्होंने पोप को विकेट के सामने फंसाया। क्रॉली जल्द ही आउट हो गए और इंग्लैंड का स्कोर 153/3 हो गया। लेकिन जो रूट (नाबाद 15) और हैरी ब्रूक (नाबाद 25) चौथे विकेट की साझेदारी में अविजित 36 रन जोड़कर टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। -(आईएएनएस)
लंदन, 11 जुलाई । वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन में इटली में सभी की निगाहें जानिक सिनर पर थीं, लेकिन यह लोरेंजो मुसेटी हैं जिन्होंने सेमीफाइनल में पहुंचकर और 24 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच के साथ मुकाबला करने की देश की उम्मीदों को जिंदा रखा है। ऑस्ट्रेलियाई एलेक्स डी मिनौर के चोट के कारण नाम वापस लेने के बाद जोकोविच सेमीफ़ाइनल में पहुंचे हैं। बुधवार को मुसेटी ने अपने करियर का अब तक का संभवतः सर्वश्रेष्ठ ग्रैंड स्लैम प्रदर्शन करते हुए टेलर फ्रिट्ज़ को 3-6, 7-6(5), 6-2, 3-6, 6-1 से हरा दिया। ऐसा करने पर, 22 वर्षीय खिलाड़ी इवेंट के इतिहास में केवल चौथा इतालवी पुरुष एकल सेमीफाइनलिस्ट बन गया।
मंगलवार को वर्ल्ड नंबर 1 सिनर के दानिल मेदवेदेव से हारने के बाद भी, मुसेटी ने अपने पहले प्रमुख क्वार्टरफाइनल में उत्कृष्ट और संयमित प्रदर्शन के साथ इतालवी टेनिस की ताकत की तुरंत याद दिला दी। 25वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ने ग्रास-कोर्ट के एक विशिष्ट प्रतिद्वंद्वी को चकमा देने के लिए अपने स्लाइस बैकहैंड का शानदार इस्तेमाल किया और जोकोविच के साथ अंतिम-चार मुकाबले की तैयारी कर ली। दो बार के एटीपी टूर टाइटलिस्ट मुसेटी ने तीन घंटे, 27 मिनट में यह मुकाबला जीता। ऑल-इंग्लैंड क्लब के नंबर 1 कोर्ट पर अपनी पहली उपस्थिति में मुसेटी की जीत की नींव उनकी सर्विस थी।
मुसेटी ने एटीपी टूर के सबसे बड़े सर्वरों में से एक के खिलाफ अर्जित 13 ब्रेक प्वाइंट में से छह को परिवर्तित किया। हालाँकि, तीन बार के ईस्टबॉर्न चैंपियन फ़्रिट्ज़ मैच की स्थिति को बचाने के लिए कुछ नहीं कर सके। मुसेटी ने विंबलडन सेमीफाइनलिस्ट के रूप में अपने देशवासियों निकोला पिएट्रांगेली (1960), माटेओ बेरेटिनी (2021) और सिनर (2023) के साथ जुड़ने के लिए एक प्रसिद्ध जीत हासिल की। एलेक्स डी मिनौर चोट के कारण जोकोविच के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले से पहले विंबलडन से हट गए। नौवीं वरीयता प्राप्त ऑस्ट्रेलियाई ने घोषणा की कि वह सात बार के चैंपियन जोकोविच के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने में असमर्थ हैं। एक संवाददाता सम्मेलन में, डी मिनौर ने आर्थर फिल्स के खिलाफ चौथे दौर की जीत के अंतिम चरण में अपने कूल्हे की चोट के बारे में बात की थी, और वह बुधवार को सेंटर कोर्ट पर दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविच से मुकाबला करने के लिए समय पर ठीक नहीं हो पाए। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई । चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी के अनुसार, टीम इंडिया पाकिस्तान नहीं जाएगी और बीसीसीआई टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल के तहत कराने की पेशकश आईसीसी के सामने रखेगा। सूत्रों के अनुसार, चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी दुबई या श्रीलंका को सौंपी जा सकती है। पाकिस्तान ने आईसीसी को जो ड्राफ्ट शेड्यूल सौंपा है, जिसमें भारत के सभी मैच लाहौर में रखे गए हैं। आईसीसी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली 8 टीमों के बोर्ड से सहमति लेने के बाद ही इस शेड्यूल को स्वीकार करेगा। हालांकि, टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने को लेकर बीसीसीआई ने अब तक खुलकर बात नहीं की है। लेकिन बीसीसीआई ने पहले भी खिलाड़ियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए पाकिस्तान में कोई भी मैच खेलने से साफ इनकार किया था। बीसीसीआई की ओर से भारत की यात्रा के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इस पूरे मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि ऐसी स्थिति में हाइब्रिड मॉडल पर काम किया जा रहा है और जल्द इस बात का हल निकाला जाएगा, लेकिन एक बात तय है कि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। भारत एशिया कप की तरह यूएई या श्रीलंका में अपने मैच खेल सकता है, हालांकि आईसीसी का अंतिम फैसला आना अभी बाकी है। भारत और पाकिस्तान के बीच 2012 के बाद से कोई द्विपक्षीय क्रिकेट दौरा नहीं हुआ है। हालांकि, पाकिस्तान की टीम 2023 एकदिवसीय विश्व कप के लिए भारत आई थी। बीसीसीआई हमेशा से कहता रहा है कि टीम पाकिस्तान तभी जाएगी जब केंद्र सरकार इसकी अनुमति देगी। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन 19 फरवरी से 9 मार्च तक पाकिस्तान में किया जाना है। इसमें मेजबान पाकिस्तान के अलावा सात देश भाग लेंगे। --(आईएएनएस)