राष्ट्रीय
बिजनौर, 22 मार्च । उत्तर प्रदेश के बिजनौर में 23 वर्षीय युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने युवती के सौतेले मौसा को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सचिन शर्मा के रूप में हुई है। घटना बिजनौर जिले के नजीबाबाद थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
नजीबाबाद थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह पुंडीर ने कहा कि 18 मार्च को एक अज्ञात युवती की हत्या के संबंध में पुलिस को पीसीआर कॉल मिली थी। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहां 23 वर्षीय युवती का शव खाली पड़े प्लॉट में मिला।
जांच से मृतका की पहचान 23 वर्षीय वैशाली के रूप में हुई।
एसएचओ ने कहा, “जांच के दौरान, पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और एक व्यक्ति की पहचान की। विश्लेषण के आधार पर संदिग्ध की पहचान सचिन शर्मा के रूप में की।"
एसएचओ ने कहा, “टीम ने आरोपी व्यक्ति का पता लगाने के लिए काम किया, कई सीसीटीवी फुटेज की जांच की और क्षेत्र में गोपनीय मुखबिरों की मदद ली। इसके बाद, आरोपी की गतिविधियों के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त हुई।
अधिकारी ने बताया, “तकनीकी और मैन्युअल निगरानी के संयोजन के माध्यम से, पुलिस ने आरोपी को छापेमारी के दौरान पकड़ लिया।"
एसएचओ ने कहा कि आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया है।
आरोपी सचिन ने पूछताछ मे पुलिस को बताया कि वह मृतका का सौतेला मौसा है, उसके साथ उसकी मित्रता थी। मृतका उसके साथ हरिद्वार रहने की जिद कर रही थी। बार-बार समझाने पर वो नहीं मान रही थी। पुलिस में शिकायत करने की धमकी भी दे रही थी।
उसने कहा, कि इसके बाद उसने युवती से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रची। घटना के दिन 14 मार्च की रात वह युवती को अपने साथ मालन नदी के पास सुनसान जगह पर लेकर आया और उसकी हत्या कर दी। बाद में शव को एक खाली पड़े प्लॉट में फेंक दिया और मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने कहा कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाने) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 मार्च । नई आबकारी नीति मामले में आम आदमी पार्टी के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा-व्यवस्था दुरूस्त कर ली है।
इससे पहले आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाय राय ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बीजेपी मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का प्लान बनाया है। इसके अलावा हम ईडी द्वारा केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में सुप्रीम कोर्ट का भी रूख करेंगे
आप कार्यकर्ताओं जहां-जहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहां सुरक्षा व्यवस्था के पुख्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बलों की तैनाती सहित बैरिकेड्स लगाए गए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गई है।
इस बीच, आम आदमी पार्टी के समर्थकों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस की ओर से सेंट्रल दिल्ली की ओर जाने वाले यात्रियों को उधर से नहीं जाने कहा गया है।
बढ़े हुए सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल दिल्ली में भाजपा मुख्यालय और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय दोनों की ओर जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया गया है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने अपने ट्वीट में कहा कि आईटीओ मेट्रो स्टेशन सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 06:00 बजे तक बंद रहेगा।
(आईएएनएस)
पटना, 22 मार्च । बिहार के सुपौल जिला में बन रहे देश के सबसे लंबे बकौर पुल का एक बड़ा हिस्सा गिर गया। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए। यह पुल कोसी नदी पर बन रहा है।
घटना के बाद निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। इस बीच, सुपौल के जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। एनएचएआई को भी रिपोर्ट भेजी जा रही है।
बता दें कि बिहार में पुल गिरने की यह कोई नई घटना नहीं है। प्रदेश में पुल गिरने की पहले भी घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
इससे पहले भागलपुर के सुल्तानगंज में अगवानी घाट पर बन रहा पुल पिछले साल जून में गिर गया था। गंगा नदी पर बन रहे इस पुल के गिरने के बाद खूब राजनीति हुई थी। शायद इस घटना से सरकार ने सबक नहीं लिया और फिर एक घटना घट गई।
मार्च में सारण में तरैया थाना क्षेत्र के भलुआ में एक पुराना पुल गिरा था। जनवरी 2023 में दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान पश्चिमी के सतीघाट-राजघाट मार्ग के सोहरबा स्थित कमला नदी पर बना पुल गिर गया था।
इसके अलावा, नवंबर 2022 में नालंदा के हरनौत में भागन बिगहा नेशनल हाईवे 20 पर निर्माणाधीन पुल का एक बड़ा हिस्सा गिर गया था।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 मार्च । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को नाटक और नौटंकी करार देते हुए कहा है कि जो भ्रष्टाचार करेगा, उसे जेल तो जाना ही पड़ेगा।
उन्होंने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों द्वारा केजरीवाल के पक्ष में दिए गए बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इनकी नैया डूब रही है, इसलिए सभी भ्रष्टाचारी दल एक साथ आ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के विरोध प्रदर्शन को नाटक, नौटंकी और हाई वोल्टेज ड्रामा बताते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एक समय पर यही केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ शहंशाह की तरह उभरे थे और सोनिया गांधी एवं लालू यादव सहित कई दलों के नेताओं के बारे में पूछते थे कि ये जेल कब जाएंगे।
पात्रा ने शराब घोटाले को लेकर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि घोटाला हुआ है, मनी ट्रेल भी स्थापित हो गया है। जांच एजेंसी ईडी ने पूछताछ के लिए केजरीवाल को 9 बार समन भेजा, लेकिन वह एक भी समन पर पेश नहीं हुए।
भाजपा प्रवक्ता ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति को लागू करने, करीबियों को फायदा पहुंचाने, कमीशन की दर को 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने और फिर बाद में शराब नीति को वापस लेने और इस मामले में अदालत द्वारा की गई कई टिप्पणियों, मनीष सिसोदिया एवं संजय सिंह सहित कई आप नेताओं की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल ने कानून का सम्मान नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पहले नेताओं को लगता था कि वह कुछ भी करें, कितना भी भ्रष्टाचार कर लें, लेकिन उन्हें कुछ नहीं होगा। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में यह बदल गया है, अब जो भ्रष्टाचार करेगा, उसे जेल जाना ही पड़ेगा। भ्रष्टाचारी अब जेल जाने से बच नहीं सकते और जो जैसा करेगा उसे वैसा ही भरना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का घमंड टूटा है।
राहुल गांधी द्वारा केजरीवाल का साथ देने पर कटाक्ष करते हुए संबित पात्रा ने उन्हें अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन द्वारा शराब घोटाले के मामले में केजरीवाल के खिलाफ किए गए प्रेस कांफ्रेंस की भी याद दिलाई।
जेल से दिल्ली की सरकार चलाने के आप नेताओं के बयान के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए संबित पात्रा ने कहा कि इससे यह सिद्ध हो जाता है कि सत्ता और पद को लेकर उनके मन में कितना लालच है।
उन्होंने कहा कि जो लोग ऑटो में लटक कर आते थे और कहते थे कि हमें सत्ता से प्यार नहीं है,वे आज जेल जा रहे हैं लेकिन फिर भी कह रहे हैं कि इस्तीफा नहीं देंगे, मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि देश यह देख रहा है कि जो आदमी कहता था कि वह कुछ नहीं बनना चाहता है वह आज कुछ भी नहीं छोड़ना चाहता है।
(आईएएनएस)
पटना, 22 मार्च । बिहार सरकार सुपौल जिले के निर्माणाधीन बकौर पुल का हिस्सा गिरने की घटना की जांच कराएगी। बिहार के उप मुख्यमंत्री और पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सुपौल-मधुबनी के भेजा-बकौर के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन पुल के एक हिस्से की गिरने की सूचना मिली है, जिसमें एक मजदूर की मौत और कुछ अन्य मजदूर के घायल होने की सूचना है।
उन्होंने इसे दुखद बताते हुए कहा कि प्रशासन को घायलों की अविलंब मदद करने और समुचित मुआवजा देने का निर्देश दे दिया गया है।
सिन्हा ने कहा कि निर्माणधीन पुल गिरने की जांच कराई जाएगी और दोषी पदाधिकारियों, अभियंताओं और कार्यरत कंपनी के विरुद्ध नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और लोक निधि की लूट की छूट किसी को नहीं दी जा सकती।
उन्होंने कहा कि यदि जांच में यह बात सामने आएगी तो जिम्मेदार कर्मियों और कंपनी पर विधि सम्मत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। इस घटना को लेकर लगातार एनएचएआई के अधिकारियों से संपर्क में हैं और सारी कारवाई की जा रही है।
सुपौल जिले के निर्माणाधीन बकौर पुल का एक हिस्सा गिरने की घटना में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि आठ मजदूर घायल हैं।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 22 मार्च । कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में पांच मंजिला इमारत के ढहने से मृतकों का आंकड़ा 11 तक पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह मलबे से एक और शव बरामद हुआ।
मृतक की पहचान अब्दुल रऊफ निज़ामी के रूप में हुई है। उसके शव को राज्य संचालित एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
मृतक उसी बिल्डिंग के इलेक्ट्रिकल कनेक्शन के काम में जुटा हुआ था, जो बीते दिनों ढह गई थी। मृतक के परिजनों ने बताया कि वो प्रतिदिन बिल्डिंग में काम करने जाता था।
हालांकि, स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि मृत व्यक्ति बिल्डिंग के प्रमोटर मोहम्मद वसीम का सेकेंड-इन-कमांड था, जिसे उस दुर्घटना के बाद कोलकाता पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
इमारत के ढहने से कोलकाता नगर निगम के साथ रियल एस्टेट प्रमोशन सर्कल की कथित सांठगांठ से विवाद पैदा हो गया है। कोलकाता बंदरगाह से सटे गार्डन रीच क्षेत्र में अवैध निर्माण बढ़ गए हैं।
यहां तक कि कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने गुरुवार को कहा कि यह असंभव लगता है कि सक्षम प्रशासन की जानकारी के बिना निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा था।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 21 मार्च । तेलंगाना पुलिस ने राज्य में 13 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अब तक 10 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। वहीं, हैदराबाद में पुलिस विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को सीसीटीवी के माध्यम से शराब के परिवहन की निगरानी का निर्देश दिया गया है।
पुलिस ने अब तक की तलाशी के दौरान बिना लाइसेंस के हथियार, विस्फोटक, जिलेटिन की छड़ें और सोना भी जब्त किया है।
आदर्श आचार संहिता के क्रियान्वयन को लेकर मुख्य सचिव शांति कुमारी द्वारा विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ की गई बैठक में यह जानकारी दी गई।
उन्होंने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए समन्वय बनाकर काम करने को कहा। बैठक में पुलिस, उत्पाद शुल्क, वाणिज्यिक कर, वन, राजस्व, परिवहन एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में भी उसी भावना से और अधिक कुशलता से काम करें, जैसा उन्होंने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में किया था।
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में विशेष चेक पोस्ट स्थापित करने के अलावा, पड़ोसी राज्यों के चेक पोस्ट के साथ समन्वय करके प्रभावी निगरानी बढ़ा दी गई है। चुनाव के संचालन और आचार संहिता के कार्यान्वयन के लिए सभी प्रमुख विभागों द्वारा विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
राज्य में विभिन्न विभागों द्वारा चेक पोस्ट स्थापित किये गये हैं। इनमें पुलिस विभाग के 444 चेक पोस्ट और नौ अंतरराज्यीय चेक पोस्ट हैं। परिवहन विभाग द्वारा 15 चेक पोस्ट एवं 52 प्रवर्तन दल गठित किये गये हैं। ये चेक पोस्ट चौबीसों घंटे काम करेंगे। परिवहन विभाग की टीमों द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान 34.31 लाख रुपये जब्त किए गए।
वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा 16 अंतरराज्यीय चेक पोस्ट स्थापित किये गये हैं तथा 31 रणनीतिक बिंदुओं पर विशेष निगरानी की जा रही है। इसके अतिरिक्त 25 ऐसे गोदामों की पहचान की गई है जहां मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्त सामान बांटने की संभावना है, और उन पर विशेष निगरानी रखी गई है। कुल 141 विनिर्माण गोदामों और 912 व्यापारिक गोदामों को भी निगरानी में रखा गया है।
इसी प्रकार, उत्पाद विभाग ने 21 अंतरराज्यीय चेक पोस्ट और छह मोबाइल चेक पोस्ट स्थापित किए हैं। आठ ऐसे जिलों की पहचान की गई है जहां अवैध शराब बनाने की संभावना है। पांच ऐसे रेलवे रूटों की भी पहचान की गई है जहां शराब के अवैध परिवहन की संभावना है। उन्हें रोकने के लिए विशेष उपाय किए गए हैं। अब तक 50 लाख रुपये की शराब जब्त की जा चुकी है। राज्य की सभी शराब भट्टियों पर विशेष निगरानी रखी गई है और उनके माध्यम से शराब की आपूर्ति पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी लगाए गए हैं।
वन विभाग ने 65 चेक पोस्ट भी स्थापित किए हैं, जिनमें से 18 अंतरराज्यीय चेक पोस्ट हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आचार संहिता को सख्ती से लागू करने के लिए सभी सरकारी विभाग समन्वय से काम कर रहे हैं।
बैठक में डीजीपी रवि गुप्ता, विशेष मुख्य सचिव (आबकारी एवं वाणिज्यिक कर) सुनील शर्मा, पीसीसीएफ डोबरियाल, गृह विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र, अतिरिक्त महानिदेशक एस.के. जैन, परिवहन सचिव श्रीनिवास राजू, वाणिज्यिक कर आयुक्त टी.के. श्रीदेवी, उत्पाद शुल्क आयुक्त श्रीधर, विशेष सूचना एवं संचार आयुक्त हनुमंत राव और अन्य ने भाग लिया।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 21 मार्च । लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है। रालोद के बाद अपना दल (कमेरावादी) भी गठबंधन से अलग हो गई है। इसका ऐलान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने खुद किया।
अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि सपा और पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरावादी) के बीच कोई गठबंधन नहीं है। 2022 के चुनाव तक ही गठबंधन था, 2024 में कोई गठबंधन नहीं है।
गुरुवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में अपना दल (कमेरावादी) से हमारा गठबंधन था, जो अब टूट गया है।
दरअसल, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी भी सपा से अपना गठबंधन खत्म कर भाजपा के साथ चले गए हैं। अब, पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरावादी) से गठबंधन खत्म होने का ऐलान खुद अखिलेश यादव ने कर दिया।
अपना दल (कमेरावादी) ने मिर्ज़ापुर, फूलपुर और कौशांबी सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। सपा ने भी कुछ घंटे बाद राजेंद्र एस. बिंद को मिर्जापुर सीट से प्रत्याशी बना दिया। उसी के बाद गठबंधन में टूट की संभावनाएं बढ़ गई थी।
उम्मीदवार का ऐलान करते समय अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहा था कि वह इंडिया गठबंधन के तहत प्रत्याशी उतार रही हैं। हालांकि, उन्होंने सपा की सहमति का जिक्र नहीं किया था।
इससे पहले यूपी में राज्यसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल और अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 मार्च । जाति जनगणना के मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा द्वारा लिखी गई चिट्ठी को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा है कि राहुल गांधी की अवसरवादिता और मौकापरस्ती की पोल अब कांग्रेस के नेता ही खोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आनंद शर्मा ने कांग्रेस पार्टी को आईना दिखाने का काम किया है और राहुल गांधी को इसका जवाब देना चाहिए।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी को कोई पर्ची पकड़ा देता है और फिर 6 महीने तक वह वही बोलते रहते हैं। एक समय पर अखिलेश यादव ने भी आरोप लगाया था कि जाति जनगणना को रोकने का काम देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने मंडल कमीशन का विरोध किया था। लेकिन, आज मजबूरी में कांग्रेस धर्म, जाति, भाषा और उत्तर-दक्षिण के आधार पर देश को बांटने का प्रयास कर रही है।
शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस को सबसे बड़ी ओबीसी विरोधी पार्टी बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं ओबीसी समाज से आते हैं और हाल ही में पार्टी ने मध्य प्रदेश और हरियाणा में भी ओबीसी समाज के ही नेता को मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन, कांग्रेस को जब अपना सीएम बनाने का मौका मिला तो उन्होंने ओबीसी और कुर्मी डीएनए पर सवाल उठाने वाले व्यक्ति को तेलंगाना का सीएम बना दिया।
आपको बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी द्वारा जाति आधारित जनगणना को लेकर चलाए जा रहे चुनावी अभियान पर कड़ी आपत्ति जताई है।
शर्मा ने अपने पत्र में लिखा, "ये देश हित में नहीं है और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अनादर करने के समान है।"
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार जाति जनगणना का मुद्दा उठाकर इसे चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं और ऐसे में आनंद शर्मा की इस चिट्ठी को राहुल गांधी के राजनीतिक अभियान पर पार्टी के अंदर से ही एक बड़े राजनीतिक हमले के तौर पर देखा जा रहा है।
(आईएएनएस)
भोपाल, 21 मार्च । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विदिशा से उम्मीदवार बनाया है। उनका प्रचार अभियान जारी है। उन्होंने गुरुवार को बिलासपुर एक्सप्रेस में भोपाल से गंजबासौदा तक की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से संवाद भी किया।
शिवराज सिंह चौहान लगातार यही कह रहे हैं कि उनका अपने क्षेत्र की जनता से दिल का नाता है। वे जब सांसद थे तो ट्रेन से यात्रा किया करते थे। पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने ट्रेन में यात्रा करते हुए कहा कि मन आनंद से भरा हुआ है, आज गंजबासौदा जा रहा हूं, मेरी कर्मभूमि है और जनता से मेरा परिवार का रिश्ता है। आज एक बार फिर सबसे मिलूंगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का एक मिशन है और हम लोगों ने तय किया है कि देश के लिए काम करेंगे, अपनी जनता के लिए काम करेंगे। लेकिन, जब आप किसी मिशन के लिए काम करते हैं, बड़े उद्देश्य के लिए काम करते हैं तो आप खुद तय नहीं करते हैं कि आप कहां काम करेंगे, मिशन जो उपयुक्त समझता है, वह काम आपको सौंपता है। विधायक बनाया तो विधायक रहकर जनता की सेवा की, सांसद रहे, फिर मुख्यमंत्री बने तो 18 साल दिन और रात जनता की सेवा की। अब फिर पार्टी ने कहा कि सांसद की भूमिका में लड़ना है तो सांसद के रूप में काम करेंगे।
गुरुवार को शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस में गंजबासौदा तक की यात्रा की। इस यात्रा के दौरान उन्होंने सलामतपुर, सांची, विदिशा, गुलाबगंज और गंजबासौदा रेलवे स्टेशन पर समर्थकों से मुलाकात की।
(आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 21 मार्च । सांपों के जहर की तस्करी में फंसे यूट्यूबर एल्विश यादव ग्रेटर नोएडा के लुक्सर जेल में बंद है। शुक्रवार को उसके केस की सुनवाई होगी।
एल्विश यादव के वकील दीपक राठी का कहना है कि वह किसी को नहीं जानते हैं। पिछले तीन दिनों से सूरजपुर कोर्ट में हड़ताल के चलते एल्विश मामले में सुनवाई नहीं हो पा रही थी। एल्विश के वकील दीपक राठी ने बताया कि इस मामले में कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होगी। कोर्ट में करीब 1 बजे मामले को लेकर बहस होगी।
उन्होंने बताया कि बुधवार को पुलिस ने कोर्ट में एफआईआर में धारा बढ़ोत्तरी की एप्लीकेशन जमा करवाई थी, जिसमें एनडीपीएस की धारा 22, 29, 30, 32 बढ़ी है और 27 और 27 ए धारा को कोर्ट ने नहीं बढ़ाया है।
मामले में वकील ने दावा किया है कि एल्विश पकड़े गए अन्य किसी आरोपी को नहीं जानता है। पुलिस को एल्विश के पजेशन से कुछ बरामद नहीं हुआ। हमारी तैयारी पूरी है।
गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से जेल में रात बिता रहे एल्विश यादव के वकील ने गुरुवार को कोर्ट में नई बेल याचिका दायर की। इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। पुलिस ने बुधवार को एल्विश के मामले में दो लोगों, ईश्वर और विनय, को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक एल्विश का पुराना दोस्त है और दूसरा टेंट हाउस चलाता है, जो सपेरों के संपर्क में रहता था।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 21 मार्च भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बैंक खातों को 'फ्रीज' (लेनदेन पर रोक) किए जाने के कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में ‘ऐतिहासिक हार’ की आशंका को देखते हुए उसका शीर्ष नेतृत्व भारतीय लोकतंत्र और संस्थाओं के खिलाफ ‘जमकर भड़ास’ निकाल रहा है।
नड्डा ने कांग्रेस के आरोपों के कुछ ही देर बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि कांग्रेस अपनी ‘अप्रासंगिकता’ का दोष अपनी सुविधा के अनुसार ‘वित्तीय परेशानियों’ पर मढ़ रही है जबकि वास्तव में उसका दिवालियापन नैतिक और बौद्धिक है, वित्तीय नहीं।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में चुनाव से पहले पार्टी के बैंक खातों को 'फ्रीज' किए जाने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है।
खरगे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर वाली स्थिति हों।
उन्होंने कहा, ‘‘ये नहीं कि जो सत्ता में हैं, संसाधनों पर उनका एकाधिकार हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो।’’
इन आरोपों का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि आगामी चुनाव में कांग्रेस को जनता पूरी तरह नकारने वाली है।
उन्होंने कहा, ‘‘और ऐतिहासिक हार की आशंका से उसके शीर्ष नेतृत्व ने प्रेस कांफ्रेंस कर भारतीय लोकतंत्र और संस्थाओं के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। वे अपनी अप्रासंगिकता का दोष ‘वित्तीय परेशानियों' पर मढ़ रहे हैं। वास्तव में उनका दिवालियापन नैतिक और बौद्धिक है, वित्तीय नहीं।’’
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अपनी गलतियों को सुधारने के बजाय कांग्रेस अपनी परेशानियों के लिए अधिकारियों को दोषी ठहरा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे वह आईटीएटी (आयकर अपीलीय अधिकरण) हो या दिल्ली उच्च न्यायालय, उन्होंने कांग्रेस को नियमों का पालन करने और बकाया करों का भुगतान करने के लिए कहा लेकिन पार्टी ने कभी ऐसा नहीं किया।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि जिस पार्टी ने हर क्षेत्र से, हर राज्य में और इतिहास के हर क्षण में ‘लूटा’ है, उसके लिए वित्तीय लाचारी की बात करना हास्यास्पद है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस अपने चुनाव प्रचार के लिए जीप से लेकर बोफोर्स और हेलिकॉप्टर घोटाले तक... अपने सभी घोटालों से जमा धन का उपयोग कर सकती है।’’
राहुल गांधी पर हमला करते हुए नड्डा ने उन्हें कांग्रेस का ‘अंशकालिक’ नेता करार दिया और ‘भारत में लोकतंत्र नहीं बचा है’ जैसे आरोप लगाने के लिए उन्हें आपातकाल की याद दिलाई।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के अंशकालिक नेता कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र होना झूठ है। क्या मैं उन्हें विनम्रतापूर्वक याद दिला सकता हूं कि भारत में 1975 और 1977 के बीच केवल कुछ महीनों के लिए लोकतंत्र नहीं था और उस समय भारत की प्रधानमंत्री कोई और नहीं बल्कि श्रीमती इंदिरा गांधी थीं।’’
इससे पहले, राहुल गांधी ने दावा किया कि देश में लोकतंत्र नहीं बचा है और कांग्रेस पार्टी के खातों को नहीं बल्कि लोकतंत्र को ‘फ्रीज’ कर दिया गया है। (भाषा)
रांची, 21 मार्च झारखंड उच्च न्यायालय ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के खिलाफ दर्ज मामले में राज्य पुलिस के नोटिस पर बृहस्पतिवार को रोक लगा दी।
सोरेन ने 29 जनवरी को दिल्ली स्थित उनके आवास पर एजेंसी द्वारा की गई छापेमारी के संबंध में रांची के अजा/अजजा पुलिस थाने में ईडी के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पुलिस ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41ए के तहत ईडी अधिकारियों को नोटिस जारी किया था। इस नोटिस के तहत अधिकारियों को जांच अधिकारी के सामने पेश होकर अपनी बात रखने को कहा गया था।
ईडी ने नोटिस को झारखंड उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।
एक सप्ताह बाद मामले की फिर सुनवाई होगी। (भाषा)
बदायूं (उप्र) 21 मार्च “पुलिस जावेद को भी मार दे, लेकिन पहले उससे पूछताछ की जाए। आखिर उसने और उसके भाई ने हमारे बच्चों की हत्या क्यों की, उसके बाद उसको हमारे सामने ही मारा जाए। हमें न्याय चाहिए।”
ये शब्द उस मां के हैं जिसके दो नाबालिग बच्चों की बदायूं जिले के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के बाबा कॉलोनी स्थित एक घर में हत्या कर दी गई थी। हत्या के सह-आरोपी जावेद की गिरफ्तारी की खबर पर बच्चों की मां संगीता और पिता विनोद कुमार ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि साजिश के तहत उनके सभी बच्चों को मारने की कोशिश की गयी। उन्होंने मांग की कि पुलिस पता लगाए आखिर इसके पीछे 'मास्टरमाइंड' कौन है।
जावेद की गिरफ्तारी के बाद ‘पीटीआई-वीडियो’ से बातचीत में मृत बच्चों के पिता विनोद कुमार ने सरकार से परिवार की सुरक्षा की मांग करते हुए आरोपी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने, उसे फांसी देने और उसका घर गिराने की भी मांग की।
विनोद कुमार ने कहा, ‘‘इसे फांसी दें या मुठभेड़ में मार दें। इसने हमारा घर उजाड़ा है तो उसका भी वही हाल होना चाहिए।’’
सह आरोपी की गिरफ्तारी के बाद बच्चों की मां संगीता ने कहा कि जावेद से पूछताछ की जाए कि क्या इस घटना में कोई और भी शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘पूरी साजिश के साथ मेरे सभी बच्चों को मारने की कोशिश की गई थी’’। उन्होंने कहा कि पूरे परिवार को मारने यह दोनों भाई साजिद और जावेद आए थे।
पुलिस के अनुसार नाई की दुकान चलाने वाले साजिद ने मंगलवार शाम को एक घर में घुसकर तीन नाबालिग भाइयों- आयुष (12), अहान उर्फ हनी (8) और युवराज (10) पर चाकू से हमला कर दिया। आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि युवराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस मामले में मुख्य आरोपी साजिद को घटना के कुछ देर बाद ही पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था जबकि सह आरोपी उसके भाई जावेद को पुलिस ने आत्मसमर्पण के बाद बरेली में गिरफ्तार कर लिया।
बच्चों के पिता ने कहा '(जावेद की) गिरफ्तारी हुई है, अच्छी बात है। प्रशासन सुरक्षा में लगा है। उससे पूरी पूछताछ की जाए, घटना की पूरी कहानी सुनी जाए कि इसमें कौन-कौन शामिल था, इससे कौन जुड़ा था, क्योंकि यह अकेले की घटना नहीं है।' उन्होंने कहा 'हमारे घर में कोई बाहरी व्यक्ति आता नहीं था। पूछताछ में ही पता चलेगा कि घटना में कौन-कौन शामिल था और इसे क्यों अंजाम दिया गया।'
उन्होंने कहा कि दोनों भाई साजिद और जावेद हमारे घर के सामने सैलून चलाते थे और किसी भी मोहल्ले वालों से कोई विवाद नहीं रहा, फिर अचानक उसने मेरे बच्चों को क्यों मारा, उसका क्या कारण है, आखिर इसके पीछे कौन मास्टरमाइंड है? कुमार ने कहा कि यह जानकारी पुलिस को अवश्य करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में लीपापोती न की जाए, यह न माना जाए कि जावेद की गिरफ्तारी हो गई है तो केस खत्म हो गया है।
जावेद का कहना है कि वह घटना के समय घर पर नहीं था। इस बारे में पूछे जाने पर विनोद ने कहा, “हमारे बच्चे उसे जानते थे, उसे भैया कहते थे। उससे बाल कटवाते थे। छोटा बच्चा भी जानता है कि कौन जावेद है, कौन साजिद है। जावेद अपने बचाव के लिए झूठ बोल रहा है।” विनोद कुमार ने दावा किया, “यह भी दोषी है। इसने अपने भाई का पूरा साथ दिया है। इसकी दुकान पर गुंडे भी आते थे। इनसे पूछना चाहिए कि क्या इन लोगों को पैसा दिया गया या किसी रंजिश के चलते इन लोगों ने यह किया। ये ऐसे नहीं हैं जिन पर रहम किया जाए। ये लोग (आरोपी) किसी का गला काट देंगे।”
विनोद कुमार ने कहा कि पुलिस को उसके (जावेद) साथ सख्ती से पेश आना चाहिए और यह पता करना चाहिए कि इस घटना के पीछे आखिर मास्टरमाइंड कौन है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 मार्च भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बैंक खातों को 'फ्रीज' करने के कांग्रेस के आरोपों को बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया और दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में आसन्न हार को देखते हुए वह पूरी तरह से हताशा में बहाने बना रही है।
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर इस मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और सोनिया गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने अपनी गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों से वैश्विक स्तर पर भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार किया है।
प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने समय पर आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया, जिसके कारण उसके खाते फ्रीज (लेनदेन पर रोक) किए गए।
उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर इस मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी को कोई न्यायिक राहत नहीं मिली और अब कांग्रेस उच्चतम न्यायालय गई है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय ने कांग्रेस की खिंचाई भी की थी।
प्रसाद ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस को शुभकामनाएं देते हैं और पार्टी को हमारी सलाह है कि जितना अधिक आप राहुल गांधी को बोलने देंगे, उतना ही अधिक अपना आधार खो देंगे।’’
उन्होंने कहा कि अगर लोग कांग्रेस को वोट नहीं देना चाहते तो भाजपा कुछ नहीं कर सकती।
इससे पहले, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में चुनाव से पहले पार्टी के बैंक खातों को 'फ्रीज' किए जाने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है।
खरगे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर वाली स्थिति हों।
उन्होंने कहा, ‘‘ये नहीं कि जो सत्ता में हैं, संसाधनों पर उनका एकाधिकार हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो।’’
नयी दिल्ली, 21 मार्च प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने एक कंपनी के चीनी कर्मचारियों को पुन: वीजा दिलाने के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी के लिए करीबी सहयोगी के माध्यम से 50 लाख रुपये की रिश्वत ली। यह कंपनी पंजाब में बिजली संयंत्र स्थापित कर रही थी।
ईडी ने दावा किया कि रिश्वत की यह रकम लेनदेन के जरिये एक कंपनी में निवेश की गयी, जहां कार्ति चिदंबरम निदेशक थे और उनका नियंत्रण था।
कार्ति चिदंबरम (52) तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से लोकसभा सदस्य हैं। एजेंसी इस मामले में कई बार उनका बयान दर्ज कर चुकी है।
संघीय एजेंसी ने कार्ति चिदंबरम, उनके द्वारा प्रवर्तित कंपनी एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, उनके कथित करीबी सहयोगी और अकाउंटेंट एस भास्कररमन, तलवंडी साबो पावर लिमिटेड और अन्य के खिलाफ दाखिल एक आरोपपत्र में ये आरोप लगाए है। चीनी कर्मचारी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड में तैनात थे।
दिल्ली में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत विशेष अदालत ने 19 मार्च को अभियोजन की शिकायत का संज्ञान लिया। अदालत ने कार्ति चिदंबरम सहित आरोपपत्र में नामजद सभी आरोपियों को 15 अप्रैल को पेश होने का निर्देश दिया है। अन्य आरोपियों में पद्म दुगर, विकास मखरिया, मंसूर सिद्दीकी और दुगर हाउसिंग लिमिटेड शामिल हैं।
ईडी ने कहा कि जांच में पता चला कि ‘‘कार्ति चिदंबरम ने पंजाब के मनसा में बिजली परियोजना स्थापित कर रही तलवंडी साबो पावर लिमिटेड नामक कंपनी द्वारा चीनी वीजा के पुन: उपयोग की मंजूरी प्राप्त करने के लिए अपने करीबी सहयोगी एस भास्कररमन के माध्यम से 50 लाख रुपये की अवैध रिश्वत ली थी।’’
ईडी ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘कंपनी के अधिकारियों ने गृह मंत्रालय से वीजा के पुन: उपयोग की मंजूरी लेने के लिए कार्ति चिदंबरम से संपर्क किया, जहां उनके पिता गृह मंत्री (कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम) थे।’’
बयान में दावा किया गया कि मामले में कंपनी ने फर्जी सेवाओं की आड़ में एंट्री ऑपरेटर को चेक के माध्यम से 50 लाख रुपये का भुगतान किया।
एजेंसी ने आरोप लगाया, ‘‘एंट्री ऑपरेटर ने बदले में कार्ति चिदंबरम के करीबी सहयोगी एस भास्कररमन को 50 लाख रुपये नकद दिए और बाद में उन्होंने 50 लाख रुपये की इस नकदी को कार्ति चिदंबरम द्वारा नियंत्रित कंपनी एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड में निवेश कर दिया।’’
ईडी ने दावा किया कि निवेश किए गए 50 लाख रुपये का मूल्य समय के साथ बढ़कर 1.59 करोड़ रुपये हो गया। ईडी ने कहा कि यह रकम पीएमएलए के प्रावधानों के अनुसार ‘‘अपराध से अर्जित आय’’ है।
सांसद ने पूर्व में कहा था कि इस मामले में ईडी की जांच अपुष्ट तथ्यों पर आधारित है और उन्होंने एजेंसी को सभी दस्तावेज सौंप दिए हैं। कार्ति ने इस मामले को ‘‘आधारहीन’’ बताते हुए कहा था कि ‘‘उन्होंने 250 क्या, एक भी चीनी नागरिक को वीजा प्रक्रिया में मदद नहीं की।’’
कार्ति ने कहा था कि यह मामला उनके जरिए उनके पिता पी चिदंबरम को निशाना बनाने की कोशिश है। ईडी का धन शोधन मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी पर आधारित है। (भाषा)
अमरावती (आंध्र प्रदेश), 21 मार्च आंध्र प्रदेश विधानसभा के आगामी चुनावों में राज्य के छह पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे चुनाव लड़ते नजर आएंगे।
पुलिवेंदुला निर्वाचन क्षेत्र से मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी चुनाव लड़ रहे हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं।
वाईएसआर परिवार का गढ़ माने जाने वाले पुलिवेंदुला निर्वाचन क्षेत्र का राजशेखर रेड्डी ने 1978 से 2009 के बीच छह बार प्रतिनिधित्व किया। उनकी दो सितंबर 2009 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। उस समय वह दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन थे।
तीन बार मुख्यमंत्री रहे और तेलुगुदेशम पार्टी के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश मंगलागिरी सीट से दूसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 2019 के चुनाव में वह इस सीट से हार गए थे। लोकेश को मुख्य रूप से वाईएसआरसीपी की एम.लावण्या से चुनौती मिलेगी।
लोकेश पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु फिल्मों के दिग्गज अभिनेता एन.टी. रामा राव (एनटीआर) के नाती भी हैं। एनटीआर ने 1982 में तेदेपा की स्थापना की थी।
तेलुगु अभिनेता और हिंदूपुर से मौजूदा विधायक एन. बालकृष्ण एनटीआर के बेटे हैं। वह एक बार फिर हिंदूपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
एनटीआर परिवार के गढ़ हिंदूपुर का प्रतिनिधित्व पहले रामा राव ने और उनके बड़े बेटे एन. हरिकृष्ण ने किया था।
बालकृष्ण ने 2014 और 2019 में हिंदूपुर क्षेत्र से जीत हासिल की और इस बार उनका लक्ष्य जीत की ‘हैट्रिक’ बनाना होगा।
तेनाली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे जनसेना नेता एन. मनोहर पूर्व मुख्यमंत्री एन. भास्कर राव के बेटे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री एन. जनार्दन रेड्डी के बेटे एन. रामकुमार रेड्डी वेंकटगिरी निर्वाचन क्षेत्र से वाईएसआरसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री के. विजय भास्कर रेड्डी के बेटे के सूर्य प्रकाश रेड्डी धोने विधानसभा सीट से तेदेपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमाएंगे। (भाषा)
पटना, 21 मार्च । लोकसभा चुनाव आते ही बिहार में बाहुबलियों की बहार आ गई है। हाल के दिनों में देखा गया है कि कई दबंग, बाहुबली और जेल में सालों की सजा काट चुके नेता और उनके परिजन अब बिहार में सियासी दलों की पसंद बन रहे हैं।
वैसे, बिहार के लिए यह कोई नई बात नहीं है। यहां दबंग और बाहुबलियों की राजनीति में पूछ होती रही है। एक बार फिर उनकी पूछ बढ़ गई है। बाहुबली के रूप में चर्चित पूर्व सांसद की पत्नी लवली आनंद ने अपने बेेटे के साथ हाल ही में राजद को छोड़कर जदयू की सदस्यता ग्रहण की थी।
लवली आनंद के शिवहर से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। बिहार में आनंद मोहन के नाम कई अपराधिक मामले दर्ज हुए थे। आनंद मोहन हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे, लेकिन बिहार सरकार के कानून में परिवर्तन करने के बाद वे जेल से रिहा हो गए।
बुधवार को दिल्ली में अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय करने वाले पप्पू यादव भी इस चुनाव में कांग्रेस की जरूरत बन गए हैं। पप्पू यादव भले पिछले कई वर्षों से राजनीति में सक्रिय रहे हों, लेकिन उनकी पुरानी छवि बाहुबली की रही है। उनपर हत्या, रंगदारी, अपहरण सहित कई मामले दर्ज हुए थे।
यादव के पूर्णिया से चुनावी मैदान में उतरने की चर्चा है। वहीं 17 साल जेल की सजा काटकर बाहर आए अशोक यादव के भी लोकसभा चुनाव में चुनावी मैदान में उतरने की बात सामने आई है। उन्होंने दो दिन पहले ही शादी की है। अब चर्चा है कि राजद उनकी पत्नी को मुंगेर से चुनावी मैदान में उतार सकती है।
शादी करने के बाद अशोक यादव अपनी पत्नी के साथ लालू प्रसाद के पास आशीर्वाद लेने भी पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि इसके अलावा भी कई बाहुबली या उनका परिवार इस चुनाव में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 21 मार्च । कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा भाजपा सांसद डीवी सदानंद गौड़ा को इस बार लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिला है, जिसके बाद उन्होंने विद्रोह का झंडा उठाने का संकेत दिया है।
पत्रकारों से बात करते हुए गौड़ा ने कहा, "यह बात बिल्कुल सच है कि मुझे कांग्रेस में शामिल होने के लिए ऑफर मिला है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि मैं कहां से चुनाव लड़ूंगा, लेकिन मेरी जीत तय है। कांग्रेस नेताओं ने मुझे विश्वास दिलाया है कि वो मेरे साथ हुए अन्याय के खिलाफ मेरा पक्ष लेंगे।"
उन्होंने स्पष्ट किया, "बेंगलुरु उत्तर से टिकट नहीं दिए जाने के बाद मैं नि:संदेह उदास हूं। हालांकि, मैं कांग्रेस का दामन नहीं थामूंगा।"
उन्होंने कहा, "कई लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि अगर मैं बीजेपी में ही रहूंगा, तो मेरी फ्यूचर प्लान क्या होगा, तो मेरा मकसद रहेगा कि मैं पार्टी के लिए काम करुंगा। जिन लोगों ने मुझे टिकट नहीं दिए जाने के पीछे षड्यंत्र रचा है, मैं सच कहता हूं कि आगामी दिनों में ऐसे सभी लोगों को पश्चाताप करना होगा।"
बता दें कि भाजपा ने कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे को बेंगलुरु उत्तर का टिकट आवंटित किया था।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 21 मार्च । कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मंदिरों के लिए टैक्स का प्रस्ताव करने वाले विवादास्पद कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती (संशोधन) विधेयक, 2024 को लौटा दिया।
उन्होंने पूछा है कि क्या राज्य सरकार के पास अन्य धार्मिक संस्थानों को शामिल करने के लिए कोई कानून है।
राज्यपाल कार्यालय के अनुसार, ''स्पष्टीकरण के साथ फाइल को फिर से जमा करने के निर्देश के साथ फाइल को राज्य सरकार को वापस करने का आदेश दिया गया है।''
सरकार को भेजे पत्र में जिक्र है, "क्या राज्य सरकार ने इस विधेयक के समान अन्य धार्मिक संस्थानों को शामिल करने के लिए किसी बिल की कल्पना की है?"
राज्यपाल ने कहा, ''कर्नाटक धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती अधिनियम 1997 और वर्ष 2011 और 2012 में किए गए संशोधनों को हाईकोर्ट धारवाड़ पीठ ने रिट आवेदन संख्या 3440/2005 में रद्द कर दिया था। हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी और मामला अंतिम सुनवाई के चरण में है।''
राज्यपाल के आदेश में कहा गया है, ''अभी मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, इसलिए अधिक स्पष्टीकरण प्राप्त करना जरूरी है कि क्या मामले के लंबित रहने के दौरान संशोधन किया जा सकता है, विशेष रूप से जब पूरे अधिनियम को पहले ही हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया हो।''
कांग्रेस सरकार ने भाजपा के कड़े विरोध के बीच फरवरी में विधानसभा और परिषद में विधेयक पारित किया था। यह विधेयक कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती अधिनियम, 1997 में कई प्रावधानों में संशोधन करने के लिए है।
विधेयक के तहत कर्नाटक के जिन मंदिरों की सालाना कमाई 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये के बीच में है, उनसे राज्य सरकार 5 फीसदी टैक्स वसूलेगी। वहीं, जिन मंदिरों की सालाना कमाई 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है, उन पर सरकार 10 फीसदी टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है।
हालांकि, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने इस पर और स्पष्टीकरण देने की मांग करते हुए विधेयक को लौटा दिया है।
(आईएएनएस)
नोएडा, 21 मार्च । लोकसभा चुनाव में गौतमबुद्ध नगर के मौजूदा सांसद डॉक्टर महेश शर्मा पर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भरोसा दिखाया है। लगातार तीसरी बार भाजपा ने महेश शर्मा को चुनाव में उतारा है। पिछले 5 साल में क्या रहे उनके काम, क्या रोड मैप है तैयार, क्यों है बीजेपी को उन पर भरोसा, इन सभी सवालों का बड़े बेबाकी से डॉक्टर महेश शर्मा ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए जवाब दिया।
सवाल :- पार्टी ने आप पर एक बार फिर भरोसा जताया है, इसे आप कैसे देखते हैं?
जवाब :- मैं भारतीय जनता पार्टी का एक सिपाही हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मुझे गौतमबुद्ध नगर में काम करने का मौका मिला है। पार्टी ने जिस तरह से मुझ पर भरोसा जताया है, मेरी कोशिश रहेगी कि वह आगे भी कायम रहे। गौतमबुद्ध नगर के 26 लाख मतदाताओं को केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं और विकास कार्यों का फायदा मिले, यही मेरा अगला लक्ष्य है।
सवाल :- क्या उपलब्धियां रही, जिसके कारण पार्टी का लगातार आप पर विश्वास बना हुआ है, बीते 5 वर्षों में आपके सबसे महत्वपूर्ण कार्य कौन-कौन से हैं?
जवाब :- पार्टी जिस तरह की ज़िम्मेदारी हम जैसे कार्यकर्ता को देती है, हम उसका निर्वहन करते हैं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार में गौतमबुद्ध नगर में 115 हज़ार करोड़ की लागत से अनेकों विकास कार्य पूर्ण हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर एयरपोर्ट इसी साल जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। 30,000 करोड़ की लागत से एयरपोर्ट बनकर तैयार हो रहा है। खुर्जा में 11 हज़ार करोड़ की लागत से 1,320 मेगावाट क्षमता वाला टीएचडीसी पावर प्लांट बनकर लगभग तैयार है। 11,000 करोड़ की लागत से प्रमुख राजमार्ग ईस्टर्न पेरिफरल बना। 8,000 करोड़ लागत वाले मेरठ एक्सप्रेसवे और गाजियाबाद, अलीगढ एक्सप्रेसवे से दादरी, सिकंदराबाद और खुर्जा की मुख्य सड़कों को जोड़ा गया।
इसके अलावा डीएनडी से सेक्टर 15-ए के सामने जाम से मुक्ति के लिए 800 करोड़ की लागत से चिल्ला रेगुलेटर एलिवेटेड रोड का निर्माण हुआ है। ग्रेटर नोएडा में 289 करोड़ की लागत से पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुरातत्व संस्थान की स्थापना की गई। 98 करोड़ की लागत से नोएडा के सेक्टर-62 में देश का पहला पाक कला संस्थान स्थापित किया गया। 80 करोड़ की लागत से पर्थला सेतु का निर्माण किया गया है। इसके अलावा नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो के काम मुख्य हैं।
सवाल :- कई काम जो आप करना चाहते थे या अधूरे रह गए, उनके लिए क्या रोड मैप है?
जवाब :- नोएडा के विकास में यहां के ग्रामीणों की मुख्य भूमिका रही है। किसानों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बनाई गई कमेटी चुनाव बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी। सरकार को रिपोर्ट मिलने के बाद इस समस्या का भी समाधान हो जाएगा।
सवाल :- नोएडा में लाखों फ्लैट बायर्स की समस्या काफी ज्यादा जटिल है, जनता के प्रतिनिधि होने के चलते आप किन-किन सुझावों से सरकार को भी अवगत कराएंगे?
जवाब :- फ्लैट बायर्स की समस्याओं का निदान हो चुका है। जिन फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हो रही थी, नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कैंप लगाकर रजिस्ट्री करवा रहे हैं। इसके बाद भी जो बिल्डर पैसे जमा नहीं कर रहे हैं, उनसे पैसे जमा कराने के लिए हमारे अधिकारी लगातार संपर्क में हैं। उनकी रजिस्ट्री भी जल्द बिल्डर के पैसे जमा होने के बाद शुरू कर दी जाएगी।
सवाल :- एक तरफ नोएडा जैसा हाईटेक शहर है, दूसरी ओर ग्रामीण इलाके भी हैं, ग्रामीण इलाकों के लिए ऐसा क्या किया गया है, जो वह आपको वोट दें?
जवाब :- ग्रामीणों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सशक्त बनाया गया है। नोएडा में ग्रामीण जॉब करने वाले नहीं, जॉब देने वाले बने हैं, ग्रामीणों पर हमें गर्व है। प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा चलाई जा रही ग्रामीण योजनाएं हमारे सभी ग्रामीण भाइयों तक पहुंच रही हैं।
सवाल :- लिफ्ट एक्ट लागू कर दिया गया है। लेकिन, हादसे कम नहीं हुए। इसके लिए जिम्मेदार को सजा मिलना जरूरी है, जो नहीं हो रहा है। आप सरकार से इसके लिए क्या मांग करेंगे?
जवाब :- पहले की सरकारों ने निरंकुश बिल्डर को ठीक करने के लिए कोई काम नहीं किया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बिल्डरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा रही है। जहां हादसे हुए हैं, वहां पुलिस ने सख्त से सख्त कार्रवाई की है और कार्रवाई आगे भी होती रहेगी।
सवाल :- इंडी गठबंधन के प्रत्याशी को कितनी बड़ी चुनौती मानते हैं?
जवाब :- देश और गौतमबुद्ध नगर की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी महाशक्ति देखने के सपने को पूरा करना चाहती है। जनता भी जानती है कि देश की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सुरक्षित है। इंडी गठबंधन का कोई भी प्रत्याशी प्रधानमंत्री मोदी के लिए कोई चुनौती नहीं है।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 21 मार्च । जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में गुरुवार को रूटीन एक्सरसाइज के दौरान सीआरपीएफ का एक जवान बेहोश हो गया। बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि 162वीं बटालियन के श्रीजीत जे. कुपवाड़ा में जिला पुलिस लाइन में रूटीन एक्सरसाइज के दौरान बेहोश हो गए।
सूत्रों ने कहा, "सीआरपीएफ जवान को तत्काल शहर के एक अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।''
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 मार्च । भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेताओं द्वारा बैंक अकाउंट को फ्रिज करने के मामले में लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में हार की हताशा में एक बहाना ढूंढा जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर दुनिया भर में भारत के लोकतंत्र को बदनाम करने का भी आरोप लगाया।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के साथ जॉइंट प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर तथ्यों को छुपाने और झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की सामूहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस को एक शब्द में कहा जाए, तो ये आने वाले लोकसभा चुनाव में हार की हताशा में एक बहाना ढूंढा गया है।
उन्होंने राहुल गांधी पर देश के लोकतंत्र को शर्मसार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का बैंक अकाउंट अगर फ्रीज हुआ है, तो देश का अकाउंट फ्रीज हो गया है, आखिर उनका मतलब क्या है ?
उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर भारत के लोकतंत्र को शर्मसार और बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये देश और इस देश का लोकतंत्र कांग्रेस पार्टी से बड़ा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश में भी जाकर भारत को बदनाम करते हैं। आज राहुल और सोनिया गांधी ने दुनियाभर में भारत के लोकतंत्र को बदनाम किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को भारत के लोकतंत्र, भारत की मीडिया और भारत की न्यायपालिका पर गर्व है। प्रसाद ने कहा कि यह मामला आयकर का है, इसलिए विभाग की तरफ से ही जवाब दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन-13 (ए) के अनुसार राजनीतिक दलों पर इनकम टैक्स नहीं लगता, लेकिन पार्टियों को रिटर्न हर साल फाइल करना पड़ता है, जिसमें बताना पड़ता है कि 20 हजार तक के उनके कितने डोनर्स हैं और उससे अधिक के कितने हैं।
उन्होंने इस पूरे मामले को विस्तार से बताते हुए कहा कि राहुल गांधी ने अदालत में अपील वाली बात नहीं बताई, अपील के रिजेक्ट वाली बात नहीं बताई और उन्होंने सफेद झूठ बोला है।
प्रसाद ने बताया कि हाई कोर्ट तक ने कांग्रेस की अपील को 13 मार्च को रिजेक्ट कर दिया है और अब 1 अप्रैल को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है, राहुल गांधी ने इस तथ्य को क्यों छुपाया। उन्होंने राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग भी की है।
दूसरी तरफ भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी पलटवार करते हुए कहा कि अगर देश के किसी भी कानून के तहत कोई डिफॉल्टर होता है तो कानून के अनुसार उसके साथ डिफॉल्टर जैसा ही व्यवहार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में गांधी परिवार को कोई विशेषाधिकार नहीं मिलेगा।
पात्रा ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर भी कांग्रेस से सवाल पूछा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि उसके मात्र 9 प्रतिशत सांसद होने के बावजूद उनकी पार्टी को 1,400 करोड़ रुपये के बॉन्ड किसने दिए हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के 303 सांसद हैं, जो 55 प्रतिशत हैं। वहीं, कांग्रेस के पास 48 यानी 9 प्रतिशत सांसद हैं। उन्होंने कहा कि डीएमके के 24 और टीएमसी के 22 सांसद हैं। लेकिन, जहां भाजपा को लगभग 6 हजार करोड़ रुपये बॉन्ड के रूप में मिले हैं, वहीं, टीएमसी को लगभग 1,400 करोड़ और कांग्रेस को भी 1,400 करोड़ से अधिक रुपये बॉन्ड के रूप में मिले हैं।
उन्होंने कांग्रेस से बॉन्ड देने वाले लोगों की सूची जारी करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से कांग्रेस ने जो कमाई जमा कर रखी है, उससे भारत का एक चुनाव तो क्या दुनिया के सभी देशों का चुनाव लड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गाड़ी नहीं चल पाएगी क्योंकि राहुल गांधी में फ्यूल ही नहीं है।
(आईएएनएस)
छिंदवाड़ा/भोपाल, 21 मार्च । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के करीबी एक-एक कर पार्टी छोड़ रहे हैं। अब उनके सबसे करीबियों में से एक दीपक सक्सेना ने सभी पदों से इस्तीफा देने के साथ कांग्रेस छोड़ दी है।
पूर्व प्रोटेम स्पीकर, पूर्व मंत्री और छिंदवाड़ा में कमलनाथ के सबसे करीबी दीपक सक्सेना ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी तथा कमलनाथ को दो अलग-अलग खत लिखे हैं। प्रदेश अध्यक्ष पटवारी को लिखे पत्र में सक्सेना ने कहा है कि वह 1974 से कांग्रेस के सदस्य हैं और सात बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं तथा कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष भी रहे है।
उन्होंने व्यक्तिगत परेशानियों का जिक्र करते हुए लिखा है कि वे पार्टी की जवाबदारियों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं इसलिए कांग्रेस से त्यागपत्र दे रहे हैं, जिसे स्वीकार कर लिया जाए।
दीपक सक्सेना ने एक पत्र कमलनाथ को भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कमलनाथ से मिले स्नेह और सहयोग का जिक्र किया है। साथ ही आभार भी जताया है। उन्होंने लिखा है कि उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ने का अवसर दिया गया और वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में हारने के बाद भी कमलनाथ का उन पर भरोसा रहा और फिर मौका दिया गया। वे दो बार कांग्रेस की सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
दीपक सक्सेना ने कमलनाथ को पत्र में लिखा है कि मैं अपने दायित्वों का निर्वहन वर्तमान परिस्थितियों में नहीं कर सकूंगा, जिसके कारण मैं विधायक प्रतिनिधि और संगठन के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहा हूं।
इससे पहले कमलनाथ के मीडिया समन्वयक रहे नरेंद्र सलूजा, उसके बाद मीडिया विभाग के पूर्व उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव और फिर मीडिया विभाग के ही पूर्व उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने कांग्रेस छोड़ी थी और यह सभी वर्तमान में भाजपा में हैं।
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देहरादून, 21 मार्च । आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। गुरुवार को देहरादून में आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा की।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी रोहित कुमार ने बताया कि एसएस कलेर को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, डीएस. कौटिल्य को महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा शिशुपाल सिंह रावत, प्रेम सिंह, विशाल चौधरी, उमा सिसोदिया और आजाद अली को प्रदेश उपाध्यक्ष के पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीके. बंसल कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। इसके अलावा राजू मौर्य और कुलवंत सिंह को प्रदेश सचिव बनाया गया है।
लोकसभा चुनाव से पहले भी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में अपनी किस्मत आजमाई थी। लेकिन, उत्तराखंड में पार्टी कोई करिश्मा नहीं दिखा सकी। आम आदमी पार्टी चुनाव में बुरी तरह पराजित हुई थी।
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