खेल
यूरो कप 2024 के दूसरे सेमीफ़ाइनल में नीदरलैंड्स को हराकर इंग्लैंड फ़ाइनल में पहुंच गया.
बुधवार को जर्मनी के डोर्टमंड में खेले गए दूसरे फ़ाइनल मैच में इंग्लैंड ने नीदरलैंड्स पर 2-1 से जीत दर्ज की.
पहले हॉफ़ में इंग्लैंड के कैप्टन हैरी केन ने अपने पेनल्टी का इस्तेमाल करते हुए नीदरलैंड्स से 1-1 के साथ बराबरी कर ली.
इससे पहले ज़ावी साइमंस ने गोल करके डच टीम को बढ़त दिला दी थी.
इंग्लैंड में सब्सिट्यूट के तौर पर शामिल खिलाड़ी ओली वाटकिंस ने टीम की ओर से अंतिम मिनटों में गोल कर अपनी टीम की जीत पक्की कर दी.
इससे पहले मंगलवार को खेले पहले सेमीफ़ाइनल मैच में स्पेन ने फ़्रांस को हराकर फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया था.
इमेज कैप्शन,फ़्रांस पर स्पेन की जीत के हीरो लामीन यमाल
स्पेन की जीत में 16 साल के लामीन यमाल ने बहुत अहम भूमिका निभाई. वो यूरोपियन चैंपियनशिप में सबसे युवा गोल स्कोरर बन गए. वो प्लेयर ऑफ़ द मैच रहे.
अब फ़ाइनल मैच में इंग्लैंड का मुक़ाबला स्पेन के साथ होगा.
यूरो कप 2024 का फ़ाइनल मैच 15 जुलाई (आईएसटी 12.30 बजे) को ओलंपियास्टेडियन बर्लिन में खेला जाएगा. (bbc.com/hindi)
हरारे, 10 जुलाई। भारतीय क्रिकेट टीम ने हरारे स्पोर्ट्स क्लब में मेजबान जिम्बाब्वे को बुधवार को 23 रनों से हराकर पांच मैचों की टी20 सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है। इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 182 रन बनाए थे, जिसके जवाब में मेजबान टीम इतने ही ओवर में 6 विकेट पर 159 रन ही बना सकी। हालांकि, हार के बावजूद जिम्बाब्वे ने टी20 क्रिकेट में भारत के खिलाफ इतिहास रच दिया है।
इस मुकाबले में टारगेट चेज करते हुए जिम्बाब्वे की आधी टीम केवल 39 रनों पर ही ढेर हो गई थी। इसके बावजूद टीम 150 का आंकड़ा पार करने में सफल रही। इसके साथ ही जिम्बाब्वे ने टी20 इतिहास में एक शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने पांचवां विकेट गिरने के बाद अपने टी20 मैचों के इतिहास में सबसे अधिक रन जोड़े हैं। बुधवार को हुए मुकाबले में उन्होंने 5वें विकेट के पतन के बाद 119 रन जोड़े।
जिम्बाब्वे ने इससे पहले भी दो बार पांचवें विकेट के पतन के बाद शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2022 में हरारे में बांग्लादेश के खिलाफ 104 रन और 101 रन जोड़े थे। इसके अलावा, 2016 में शारजाह में अफगानिस्तान के खिलाफ भी उन्होंने 100 रन जोड़े थे।
इस मैच में जिम्बाब्वे का सबसे खास रिकॉर्ड ये है कि 119 रन भारत के खिलाफ टी20 में किसी भी टीम द्वारा बनाए गए सर्वोच्च रन हैं, जब उस टीम के 5 विकेट 40 रनों के अंदर ही गिर गए थे। इससे पहले आयरलैंड ने पिछले साल डबलिन के मालाहाइड में भारत के खिलाफ 31/5 से 139/7 तक का शानदार प्रदर्शन किया था और 108 रन जोड़े थे।
यह केवल दूसरा मौका है जब जिम्बाब्वे टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भारत के खिलाफ 150 रन का आंकड़ा पार कर पाया है। इससे पहले उन्होंने 2016 में इसी मैदान पर 170/6 बनाकर सिर्फ 2 रन से जीत हासिल की थी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 जुलाई । इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने टी20 रैंकिंग जारी कर दी है। इस रैंकिंग में चल रहे जिम्बाब्वे सीरीज में कमाल का प्रदर्शन करने वाले अभिषेक शर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ को बड़ा फायदा हुआ है। भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने बुधवार को आईसीसी पुरुष टी20 बल्लेबाजी रैंकिंग के नए अपडेट के अनुसार टॉप-10 में जगह बना ली है। वहीं, अभिषेक शर्मा की भी आईसीसी रैंकिंग में एंट्री हो गई है और वह 75वें स्थान पर आ गए हैं।
रविवार को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे पर दूसरे टी20 में भारत की 100 रनों की व्यापक जीत में गायकवाड़ ने 47 गेंदों पर नाबाद 77 रनों की पारी खेलने के बाद यह बड़ा बदलाव आया है। नतीजतन, गायकवाड़ रैंकिंग सूची में 13 पायदान ऊपर उठकर 20वें से सातवें स्थान पर पहुंच गए, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड शीर्ष पर हैं। उनके भारतीय टीम के साथी रिंकू सिंह और अभिषेक शर्मा ने भी रैंकिंग में बड़ी बढ़त हासिल की है। पिछले महीने भारत के विजयी टी20 विश्व कप अभियान में रिजर्व खिलाड़ियों में शामिल रिंकू दूसरे टी20 मैच में 22 गेंदों पर 48 रन की आक्रामक पारी की बदौलत चार पायदान की छलांग लगाकर 39वें स्थान पर पहुंच गए।
दूसरी ओर, भारत के लिए अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में शून्य पर आउट होने वाले अभिषेक दूसरे मैच में सिर्फ 47 गेंदों पर शानदार 100 रन बनाकर 75वें स्थान पर पहुंच गए। जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले दो मैचों में छह विकेट लेने वाले लेग स्पिनर रवि बिश्नोई गेंदबाजों की रैंकिंग में आठ पायदान की छलांग लगाकर 14वें स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑलराउंडर रैंकिंग के मामले में श्रीलंका के लेग-स्पिन ऑलराउंडर वानिंदु हसरंगा शीर्ष पर पहुंच गए हैं, जबकि हार्दिक पांड्या दूसरे स्थान पर वापस आ गए हैं। भारत के ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने पहले मैच में 27 रन की तेज पारी और जिम्बाब्वे में दो मैचों में तीन विकेट लेने के दम पर शीर्ष 50 में जगह बनाई। (आईएएनएस)
लाहौर, 10 जुलाई । टी20 विश्व कप में निराशाजनक अभियान के बाद अब्दुल रज्जाक और वहाब रियाज को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की चयन समिति में उनके पदों से बर्खास्त कर दिया गया है। रज्जाक पुरुष और महिला चयन समिति का हिस्सा थे, जबकि वहाब पुरुष टीम के चयनकर्ता थे। पीसीबी ने एक बयान में पुष्टि की कि उन्होंने अब्दुल रज्जाक और वहाब रियाज़ को सूचित कर दिया है कि राष्ट्रीय चयन समिति सेटअप में उनकी सेवाओं की अब आवश्यकता नहीं होगी। पीसीबी का यह बयान हाल ही में संपन्न आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2024 से पाकिस्तान के जल्दी बाहर होने के बाद आया है, जहां वे ग्रुप स्टेज के बाद बाहर हो गए थे, जिसमें अमेरिका और भारत के खिलाफ हार भी शामिल थी।
इस साल मार्च में पुरुष चयन समिति के सात सदस्यों में से एक के रूप में बहाल होने से पहले वहाब ने मुख्य चयनकर्ता के रूप में कार्य किया था। पूर्व तेज गेंदबाज ने सीनियर टीम मैनेजर के रूप में टी20 विश्व कप में भी पाकिस्तान की ओर से यात्रा की थी। पाकिस्तान ने आगे चयन समिति के पुनर्गठन की पुष्टि की है और "उचित समय में संरचना पर और अपडेट प्रदान करेगा"। पिछले चार वर्षों में, पीसीबी में छह शीर्ष चयनकर्ता रहे हैं - वहाब, मोहम्मद वसीम, शाहिद आफरीदी, इंजमाम-उल-हक, हारून राशिद और मिस्बाह-उल-हक, जिनमें से सभी का कार्यकाल संक्षिप्त था। --(आईएएनएस)
ईस्ट रदरफोर्ड (यूएस), 10 जुलाई । अर्जेंटीना ने कनाडा के खिलाफ 2-0 की जीत हासिल करते हुए कोपा अमेरिका फाइनल में एंट्री की। इस जीत के बाद कप्तान लियोनल मेसी ने संन्यास लेने का बड़ा संकेत देते हुए कहा कि वह अर्जेंटीना की जर्सी में आखिरी 'कुछ लड़ाइयों' का लुत्फ उठा रहे हैं। मौजूदा कोपा अमेरिका टूर्नामेंट मेसी के लिए व्यक्तिगत रूप से ज्यादा अच्छा नहीं रहा। उन्हें गोल करने के लिए संघर्ष करना पड़ा, लेकिन एक अहम मुकाबले में उन्होंने अपने इस सूखे को खत्म किया। जूलियन अल्वारेज़ (22') और मेसी के (51') के गोलों की मदद से अर्जेंटीना ने कनाडा को 2-0 से हराकर 2021 में कोपा अमेरिका और 2022 में कतर में फीफा विश्व कप के बाद किसी बड़े टूर्नामेंट के फ़ाइनल में जगह बनाई। मैच के बाद के अपने साक्षात्कार में, मेसी ने अर्जेंटीना जर्सी में हर पल को संजोने के बारे में बताया और माना कि उनके खेलने के दिन हमेशा के लिए नहीं रहेंगे।
"मुझे पता है कि ये आखिरी कुछ मुकाबले हैं, इसलिए मैं इसका भरपूर आनंद ले रहा हूं। आइए हम एक राष्ट्रीय टीम के रूप में जो कुछ भी जी रहे हैं और जिसका आनंद ले रहे हैं, उसका आनंद लें। एक और फाइनल में पहुंचना आसान नहीं है। हमें इसका लाभ उठाना होगा। ये मेरे आखिरी मुकाबले हैं और मैं अपना बेस्ट दूंगा।" अर्जेंटीना के साथ मेसी का करियर कई उल्लेखनीय उपलब्धियों से सजा हुआ है। 2022 फीफा विश्व कप चैंपियन, 2021 कोपा अमेरिका विजेता और 2022 यूईएफए कप ऑफ चैंपियंस विजेता के रूप में अपने देश को गौरव दिलाया। उनकी विरासत में 2008 बीजिंग खेलों का ओलंपिक स्वर्ण पदक भी शामिल है। 14 जुलाई को फ्लोरिडा के मियामी गार्डन्स में कोपा अमेरिका के फाइनल में अर्जेंटीना का सामना उरुग्वे या कोलंबिया से होगा। 15 खिताबों के साथ अर्जेंटीना कोपा अमेरिका के इतिहास में सबसे अधिक जीत के मामले में उरुग्वे के साथ बराबरी पर है। रविवार के फाइनल में जीत से अर्जेंटीना टूर्नामेंट के इतिहास में शीर्ष राष्ट्र के रूप में उभरेगा। -(आईएएनएस)
लंदन, 10 जुलाई । पांचवीं वरीयता प्राप्त दानिल मेदवेदेव ने विश्व के नंबर एक खिलाड़ी जानिक सिनर को विम्बलडन में पांच सेटों के रोमांचक मुकाबले में हरा दिया जबकि महिला वर्ग में फ्रेंच ओपन फाइनलिस्ट जैस्मीन पाओलिनी ने उलटफेर भरी जीत के साथ पहली बार ग्रास कोर्ट के ग्रैंड स्लैम विम्बलडन के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल में 2-0 से आगे रहने के बाद पांच सेटों में पराजित पांचवीं वरीयता प्राप्त मेदवेदेव ने मंगलवार को पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में सिनर पर पांच सेटों के रोमांचक मुकाबले में 6-7(7), 6-4, 7-6(4), 2-6, 6-3 से शानदार जीत दर्ज की। मेदवेदेव ने 55 विनर लगाकर वर्ल्ड नंबर 1 को सीज़न की चौथी हार दी। अपनी चार घंटे की रोमांचक जीत के साथ, मेदवेदेव ने जोड़ी के करियर मुकाबले में 7-5 का सुधार किया। एटीपी टूर ने अपनी वेबसाइट पर एक रिपोर्ट में मेदवेदेव के हवाले से कहा, "मुझे पता था कि अगर मैं जानिक को हराऊंगा तो यह एक कठिन मैच होगा।
वह ऐसा खिलाड़ी नहीं है जिसे आप आसानी से हरा सकें। एक समय वह बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहा था लेकिन उसने बेहतर खेलना शुरू कर दिया और मुझे खुशी है कि मैं उच्च स्तर पर बने रहने में कामयाब रहा। कुछ बेहतरीन अंक थे, यह एक शानदार मैच था और मैं जीत कर खुश हूं और मैं आगे देख रहा हूं।" अपने नौवें प्रमुख सेमीफाइनल (विंबलडन में लगातार दूसरे) में, एटीपी रैंकिंग में नंबर 5 खिलाड़ी 2021 यूएस ओपन के बाद अपने पहले ग्रैंड स्लैम खिताब का पीछा कर रहा है। मेदवेदेव का शुक्रवार को सेमीफाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त स्पैनियार्ड कार्लोस अल्काराज या 12वीं वरीयता प्राप्त अमेरिकी टॉमी पॉल से मुकाबला होगा। उधर महिला वर्ग में फ्रेंच ओपन फाइनलिस्ट जैस्मीन पाओलिनी लगातार दूसरे बड़े फाइनल की राह पर बनी हुई हैं। वह एम्मा नवारो को हराकर विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली इटली की पहली महिला खिलाड़ी बन गईं।
पाओलिनी ने नंबर 19 वरीयता प्राप्त नवारो पर 6-2, 6-1 से शानदार जीत दर्ज की और पहली बार ग्रास-कोर्ट ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची। सेंटर कोर्ट पर पाओलिनी की 58 मिनट की जीत से पहले इतालवी महिलाएं विंबलडन में सभी चार क्वार्टर फाइनल हार गई थीं। क्रोएशिया की डोना वेकिच ने न्यूजीलैंड की क्वालीफायर लुलु सन को 5-7, 6-4, 6-1 से हराकर अपने करियर के पहले ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए पिछड़ने के बाद जीत हासिल की। अपने तीसरे ग्रैंड स्लैम क्वार्टरफाइनल में और विंबलडन में पहली बार, विश्व नंबर 37 वेकिच को 123वीं रैंकिंग वाली सुन को मात देने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी, जिसका लक्ष्य विंबलडन में महिला एकल सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए केवल दूसरा क्वालीफायर बनना था। 28 वर्षीय वेकिच ने अंततः नंबर 1 कोर्ट पर 2 घंटे और 8 मिनट के खेल के बाद 23 वर्षीय सन को पीछे छोड़ दिया। -(आईएएनएस)
म्यूनिख, 10 जुलाई । लैमिन यामल और दानी ओल्मो के त्वरित गोलों की बदौलत स्पेन ने मंगलवार देर रात यूरो कप 2024 के सेमीफाइनल में फ्रांस पर 2-1 से जीत हासिल की और खिताबी मुकाबले में स्थान बना लिया। 16 वर्षीय उभरते सितारे यामल यूरो में सबसे कम उम्र के गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, स्पेन ने शानदार शुरुआत की और मैच का पहला मौका तब मिला जब फैबियन रुइज़ ने लगभग पांच मिनट के बाद सुदूर पोस्ट पर हैडर लगाया। 9वें मिनट में, फ्रांस, जो ओपन प्ले से स्कोर किए बिना अंतिम चार में पहुंच गया था, ने गतिरोध तोड़ दिया जब किलियन एमबाप्पे के इन-स्विंगिंग क्रॉस पर रान्डल कोलो मुआनी को करीब से गोल कर दिया।
स्पेन ने बराबरी के लिए लगातार दबाव डाला लेकिन शुरू में फ्रांस की सुव्यवस्थित रक्षा को भेदना मुश्किल हो गया। हालाँकि, ला रोजा के प्रयासों का फल मिल गया जब यामल ने 21वें मिनट में गेंद को नेट के शीर्ष कोने में पहुंचाया। केवल चार मिनट बाद लेस ब्लेस के लिए हालात और खराब हो गए जब ओल्मो ने फ्रांसीसी रक्षापंक्ति को भेदते हुए स्कोर 2-1 कर दिया। खेल पुनः आरंभ होने के बाद, डिडिएर डेसचैम्प्स के खिलाड़ी, जो प्रतियोगिता में पहली बार पिछड़ रहे थे, आगे बढ़े और स्पेन पर उनके क्षेत्र में दबाव बना दिया। स्पेन ने अपने सभी खिलाड़ियों को गेंद के पीछे रखा। ओस्मान डेम्बेले के खतरनाक क्रॉस को रोकने के लिए गोलकीपर के मजबूर होने से पहले फ्रांस के ऑरेलियन टचौमेनी का हैडर उनाई साइमन के हाथों में चला गया।
फ़्रांस और स्पेन ने समापन चरण में आक्रमण किए, जिसमें एमबाप्पे और यामल क्षेत्र के किनारे से करीब आ गए। फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए स्पेन की रक्षापंक्ति मैच के शेष भाग तक मजबूत रही, जहां उनका मुकाबला इंग्लैंड और नीदरलैंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा। फ्रांस के कोच डेसचैम्प्स ने कहा, "हम स्कोरिंग शुरू करने में सफल रहे, जो बहुत अच्छा था, लेकिन स्पेन ने हमसे बेहतर खेल खेला। हमने अंत तक प्रयास किया।" -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 जुलाई । भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और लीजेंड सुनील गावस्कर आज 75 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 10 जुलाई 1949 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था। क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक गावस्कर आज भी अपनी बेबाक बोली के लिए मशहूर हैं। अक्सर उनकी बातें क्रिकेट के गलियारों में हलचल पैदा करती हैं। सुनील गावस्कर का नाम दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में लिया जाता है। उनके नाम क्रिकेट करियर में कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज हैं।
जब उन्होंने क्रिकेट के पिच पर कदम रखा था तब टेस्ट में वेस्टइंडीज की पेस बैटरी की तूती बोलती थी, लेकिन भारतीय क्रिकेट का यह दिग्गज बेखौफ अंदाज में बल्लेबाजी करता था और बड़े से बड़े सूरमाओं की धज्जियां उड़ाने का माद्दा रखता था। गावस्कर ने साल 1971 में वेस्टइंडीज दौरे पर पोर्ट ऑफ स्पेन में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। अपने डेब्यू में ही इस दिग्गज बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खूंखार गेंदबाजों की जमकर क्लास लगाई। वेस्टइंडीज खेमा इस तूफानी बल्लेबाजी को देखकर 'त्राहिमाम' कर रहा था। इस यादगार लम्हे के दौरान सुनील गावस्कर ने अपने नाम एक बड़ा रिकार्ड भी दर्ज किया, जो आज तक कायम है। वेस्टइंडीज के खिलाफ उस डेब्यू सीरीज में गावस्कर ने 4 टेस्ट मैचों में रिकॉर्ड 774 रन बनाए। इस दौरान गावस्कर का औसत 154.80 का रहा था।
इस सीरीज में उनके बल्ले से दोहरा शतक सहित 4 शतक और तीन अर्धशतक निकले। बता दें, यह डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है जिसे 53 साल बाद भी कोई भारतीय बल्लेबाज नहीं तोड़ सका है। भारतीय क्रिकेट के 'लिटिल मास्टर' गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन का आंकड़ा छूने वाले पहले खिलाड़ी थे और उन्होंने 34 टेस्ट शतक भी लगाए थे, यह रिकार्ड 18 साल तक कायम रहा। हालांकि, सचिन तेंदुलकर ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा। अपनी बल्लेबाजी क्षमता के अलावा, गावस्कर एक सर्वश्रेष्ठ फील्डर भी थे। गावस्कर के शानदार करियर को वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी शानदार पारियों के बिना परिभाषित नहीं किया जा सकता। अपने समय की सबसे मजबूत टीम के खिलाफ गावस्कर ने 27 टेस्ट मैचों में 65.45 की शानदार औसत से 2749 रन बनाए, जिसमें 13 शतक शामिल हैं। किसी भी टीम के खिलाफ उनका सबसे ज्यादा स्कोर और करियर का सर्वश्रेष्ठ 236 रन नाबाद रहा। भारत की ऐतिहासिक 1983 विश्व कप विजेता टीम के एक प्रमुख सदस्य, गावस्कर ने एक बार टेस्ट मैचों में सबसे अधिक शतकों का रिकॉर्ड बनाया था।
वह टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पार करने वाले पहले क्रिकेटर थे। उन्होंने मार्च 1987 में यह उपलब्धि हासिल की और अपने करियर का अंत 10,122 रनों के साथ किया, जिसमें 34 शतक और 45 अर्धशतक शामिल थे। सबसे अधिक टेस्ट शतकों का उनका रिकॉर्ड तब तक कायम रहा जब तक कि 2005 में सचिन तेंदुलकर ने इसे पार नहीं कर लिया। गावस्कर के जन्मदिन पर क्रिकेट जगत उनके योगदान और विरासत का सम्मान करते हुए उनकी सराहना कर रहा है। उनके रिकॉर्ड, दृढ़ता और उल्लेखनीय उपलब्धियां दुनिया भर के क्रिकेटरों और प्रशंसकों को प्रेरित करती रही हैं और आगे भी करेंगी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 जुलाई । क्रिकेट को जेंटलमैन गेम कहा जाता है। यह बात तो हर कोई जानता है, लेकिन इस सोच को सच साबित करते हैं राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज जो पैसों को नहीं बल्कि स्पिरिट ऑफ गेम को अहमियत देते हैं। टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच द्रविड़ से जुड़ी एक ऐसी जानकारी सामने आ रही है, जिससे एक बार फिर उन्होंने फैंस का दिल जीत लिया है। द्रविड़ ने कई बार अपनी निस्वार्थ शैली के लिए प्रशंसा बटोरी है। क्रिकेट की दुनिया में राहुल द्रविड़ की पहचान अपने खेल के दिनों से एक शानदार खिलाड़ी के साथ-साथ एक अच्छे इंसान के रूप में भी है। बतौर, कोच भी उनका सफर शानदार रहा। चाहे खिलाड़ी युवा हो या अनुभवी हर कोई उनके व्यक्तित्व की सराहना करता है।
अपनी निस्वार्थ शैली का ताजा उदाहरण पेश करते हुए द्रविड़ ने एक और मिसाल कायम की है। राहुल द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान उनकी कोचिंग में टीम इंडिया ने तीन आईसीसी फाइनल खेला। दो बार बेहद करीब से ट्रॉफी से चुकने के बाद आखिरकार टीम इंडिया ने टी20 विश्व कप 2024 जीतकर अपने कोच को यादगार विदाई दी। इस खुशी के मौके पर बीसीसीआई द्वारा टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के लिए घोषित 125 करोड़ रुपये की राशि में से 5 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि विजेता टीम के मुख्य कोच यानी राहुल द्रविड़ को देने का ऐलान किया लेकिन द्रविड़ ने पुरस्कार राशि का आधा हिस्सा छोड़ने का फैसला किया है। जानकारी के अनुसार, मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को 5 करोड़ रुपये मिले थे। जबकि टीम के अन्य कोचों को 2.5 करोड़ रुपये दिए जाने थे। ऐसे में द्रविड़ ने फैसला किया है कि वह भी अन्य कोचों की ही तरह 2.5 करोड़ लेंगे। यानी द्रविड़ ने अपने सहयोगी स्टाफ के बराबर बोनस लेने का फैसला किया। केंसिंग्टन ओवल में फाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर सात रन की रोमांचक जीत के साथ भारत द्वारा 2024 पुरुष टी20 विश्व कप जीतने के एक दिन बाद, बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा कि टीम को कुल 125 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। वितरण फार्मूले के अनुसार, मुख्य कोच द्रविड़ और टीम के सभी 15 सदस्यों को 5-5 करोड़ रुपए मिलने थे। जबकि बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर, फील्डिंग कोच टी. दिलीप और गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे सहित अन्य सहयोगी स्टाफ को 2.5-2.5 करोड़ रुपए मिलने थे।
हालांकि, द्रविड़ ने अन्य सहयोगी स्टाफ को दिए जाने वाले इनाम के साथ अपने बोनस में 2.5 करोड़ रुपए लेने से इनकार कर दिया। बीसीसीआई के एक सूत्र ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, "राहुल अपने सहयोगी स्टाफ (गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे, फील्डिंग कोच टी.दिलीप और बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर) के बराबर ही बोनस राशि (2.5 करोड़ रुपए) चाहते थे। हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं।" यह पहला मौका नहीं है जब द्रविड़ ने पुरस्कारों के समान वितरण के लिए रुख अपनाया है। 2018 में भारत की विजयी अंडर-19 विश्व कप टीम के मुख्य कोच के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान द्रविड़ ने ऐसा ही कुछ किया था। उस समय द्रविड़ को 50 लाख रुपये मिलने थे, जबकि सहयोगी स्टाफ के अन्य सदस्यों को 20-20 लाख रुपये मिलने वाले थे। ऐसे में द्रविड़ ने इस तरह के विभाजन से इनकार कर दिया, जिससे बीसीसीआई को इस बोनस में थोड़ा बदलाव करना पड़ा और सभी को समान रूप से पुरस्कृत करने के लिए मजबूर होना पड़ा। बोर्ड ने इसके बाद नकद पुरस्कारों की संशोधित सूची जारी की, जिसमें द्रविड़ सहित सहयोगी स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को 30 लाख रुपये दिए गए। (आईएएनएस)
यूरो कप 2024 के सेमीफ़ाइनल में मंगलवार को एक रोमांचक मैच में स्पेन ने फ़्रांस को 2-1 से हरा दिया.
फ़्रांस की ओर से आर कोलो मुआनी ने 8वें मिनट में एकमात्र गोल किया जबकि स्पेन की ओर से लामीन यमाल ने 21वें मिनट और दानी ओल्मो ने 25वें मिनट में गोल किया.
इसके साथ ही इस टूर्नामेंट में फ़्रांस का सफ़र यहीं समाप्त हो गया.
स्पेन की जीत में 16 साल के लामीन यमाल ने बहुत अहम भूमिका निभाई. वो यूरोपियन चैंपियनशिप में सबसे युवा गोलस्कोरर बन गए.
वो प्लेयर ऑफ़ द मैच रहे.
शुरुआत में फ़्रांस ने स्पेन पर बढ़त बना ली थी लेकिन 21वें मिनट में यमाल ने अपने शानदार गोल से मैच का रुख़ पलट दिया.
सेकेंड हॉफ़ में फ़्रांस संघर्ष करता दिखा और उसने कई मौके गंवाए. क्वार्टर फ़ाइनल में स्पेन ने मेज़बान जर्मनी को हराया था.
स्पेन इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ टीम होने के कारण फ़ाइनलिस्ट का स्वाभाविक हकदार है.
उसने अपने सभी छह मैच जीते और टूर्नामेंट में सर्वाधिक 13 गोल किए.
आज नीदरलैंड्स और इंग्लैंड के बीच दूसरा सेमी फ़ाइनल मैच होगा और इसमें जो जीतेगा उसके साथ फ़ाइनल में स्पेन की भिड़ंत होगी. (bbc.com/hindi)
हरारे, 9 जुलाई। भारतीय बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ अच्छी तरह से जानते हैं कि बल्लेबाजी क्रम में तीसरे स्थान पर विराट कोहली की जगह की भरपाई करना काफी मुश्किल है और उनका ध्यान टीम की जरूरत के मुताबिक किसी भी स्थान पर बल्ले से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर है।
टी20 विश्व कप जीत के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप से कोहली, कप्तान रोहित शर्मा और हरफनमौला रविंद्र जडेजा ने संन्यास की घोषणा कर दी। इससे युवा खिलाड़ियों के लिए दरवाजे खुल गये और गायकवाड़ एक ऐसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं जो तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने की क्षमता रखते हैं।
गायकवाड़ ने जिम्बाब्वे के खिलाफ तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘ यह बड़ा मुद्दा है और मुझे नहीं लगता कि इस बारे में सोचने का यह सही समय है। उनसे (कोहली) तुलना करने के बारे में सोचना भी या उनकी कमी को पूरा करने की कोशिश बहुत-बहुत मुश्किल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आईपीएल के दौरान भी कहा था कि किसी की भी कमी को पूरा करना काफी कठिन होता है। आप अपने करियर को अपने मुताबिक आगे बढ़ाना चाहते हैं और अभी यही मेरी प्राथमिकता है।’’
घरेलू क्रिकेट में पारी का आगाज करने वाले गायकवाड़ ने जिम्बाब्वे के खिलाफ शुरुआती दो मैचों में तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी की है। पुणे का यह क्रिकेटर हालांकि टीम की जरूरत के मुताबिक किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘ टीम को जहां मेरी जरूरत होगी मैं वहां बल्लेबाजी करूंगा। इसमें कोई समस्या नहीं है। पारी का आगाज करने और तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने में कोई ज्यादा अंतर नहीं है क्योंकि आपको इन दोनों जगहों पर नयी गेंद का सामना करना होता है।’’
गायकवाड़ ने कहा कि आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी ने उन्हें खेल के अन्य पहलुओं पर नजर रखने के लिए प्रेरित किया लेकिन इससे उनकी बल्लेबाजी पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘ कोई ज्यादा बदलाव नहीं आया है। मेरी बल्लेबाजी पहले की तरह ही है। मुझे जिम्मेदारी से खेलने के साथ मैच को खत्म करने पर ध्यान देना होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इससे खेल के नजरिये को लेकर थोड़ा बदलाव आया है। मुझे लगता है कि आईपीएल में कप्तानी करने के बाद आप सिर्फ बल्लेबाजी नहीं बल्कि खेल के अन्य पहलुओं से ज्यादा जुड़ते हैं।’’ (भाषा)
नई दिल्ली, 9 जुलाई । इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का मानना है कि रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जड़ेजा के टी-20 संन्यास से जो खालीपन आया है, उसे भारतीय टीम में 'बहुत सारी प्रतिभाओं' से भरा जाएगा। फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की टी20 विश्व कप जीत के बाद इन तीन वरिष्ठ खिलाड़ियों ने टी20 से संन्यास की घोषणा की थी। वॉन का यह भी मानना था कि इस तिकड़ी को अपने एक दशक लंबे टी20 करियर में इस प्रारूप में और अधिक ट्रॉफियां जीतनी चाहिए थीं। एमएस धोनी के नेतृत्व में 2007 में उद्घाटन खिताब जीतने वाली ऐतिहासिक टीम का हिस्सा होने के बाद रोहित ने भारत को अपना दूसरा टी20 खिताब दिलाया।
दूसरी ओर, कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ 2014 के फाइनल में असफल होने के बाद कोहली और जडेजा ने पहली टी20 विश्व कप ट्रॉफी पर अपना हाथ जमाया। वॉन ने क्लब प्रेयरी फायर पॉडकास्ट पर कहा,"वे सभी इस बात से सहमत होंगे कि यह जाने का एक सही तरीका है, लेकिन उन्हें सफेद गेंद की अधिक ट्रॉफियां जीतनी चाहिए थीं। यह सोचने के लिए कि उन्हें (रोहित को) एक और ट्रॉफी अपने हाथ में लेने के लिए 17 साल लग गए। मुझे लगता है कि वह यह स्वीकार करने वाले पहले व्यक्ति होंगे कि उन्हें एक या दो और खिताब जीतना चाहिए था।" "बारबाडोस में जीत और हाथ में ट्रॉफी के साथ जाने का क्या शानदार तरीका है। अब वे आराम से बैठ सकते हैं और टेस्ट क्रिकेट, कुछ वनडे क्रिकेट और एमएस धोनी की तरह आईपीएल में हमेशा के लिए खेल सकते हैं। भारतीय क्रिकेट में उनकी जगह नए लोग आएंगे क्योंकि उस टीम में काफी प्रतिभा है।" (आईएएनएस)
दुबई, 9 जुलाई । भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और महिला बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अपने शानदार प्रदर्शन के बाद जून महीने के लिए क्रमश: पुरुष और महिला वर्ग में आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ का सम्मान जीता है। यह देश के लिए एक ऐतिहासिक पल है, क्योंकि पहली बार पुरुष और महिला कैटेगरी में एक ही देश के खिलाड़ी चुने गए। जसप्रीत बुमराह हमवतन रोहित शर्मा और अफगानिस्तान के रहमानुल्लाह गुरबाज़ के मुकाबले पुरुषों के वोट में शीर्ष पर रहे जबकि मंधाना ने इंग्लैंड की माइया बाउचियर और श्रीलंका की विशमी गुनारत्ने को पछाड़कर पुरस्कार जीता। तेज गेंदबाज ने अपना पहला आईसीसी पुरुष प्लेयर ऑफ द मंथ पुरस्कार जीता। बुमराह ने यूएसए और वेस्टइंडीज में भारत के खिताब जीतने वाले टी20 विश्व कप अभियान में शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें आठ मैचों में 4.17 की इकॉनमी रेट से 15 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट से सम्मानित किया गया।
दूसरी ओर, मंधाना ने भी अपना पहला आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ़ द मंथ अवार्ड जीता। उन्होंने अपने शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन से भारत को दक्षिण अफ्रीका पर एकदिवसीय श्रृंखला में जीत दिलाई। अपने पुरस्कार जीतने पर प्रतिक्रिया देते हुए बुमराह ने कहा, "मुझे जून के लिए आईसीसी पुरुष प्लेयर ऑफ़ द मंथ के रूप में नामित होने पर खुशी है। यूएसए और वेस्टइंडीज में बिताए कुछ यादगार हफ्तों के बाद यह मेरे लिए विशेष सम्मान की बात है। एक टीम के रूप में हमारे पास जश्न मनाने के लिए बहुत कुछ था, और मुझे इस व्यक्तिगत सम्मान को सूची में जोड़ने में खुशी हो रही है।'' बुमराह ने कहा, "टूर्नामेंट में हमने जिस तरह का प्रदर्शन किया और अंत में ट्रॉफी उठाना अविश्वसनीय रूप से विशेष है, और मैं उन यादों को हमेशा अपने साथ रखूंगा।
मैं अपने कप्तान रोहित शर्मा और रहमानुल्लाह गुरबाज़ को उसी अवधि में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई देना चाहता हूं।" मंधाना ने कहा, "मैं जून के लिए आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ का पुरस्कार जीतकर बहुत खुश हूं। टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और इसमें योगदान देकर खुश हूं। हमने वनडे और टेस्ट सीरीज जीती। उम्मीद है कि हम अपना फॉर्म जारी रख पाएंगे और मैं भारत के लिए और मैच जीतने में योगदान दे पाऊंगी।" --(आईएएनएस)
हैदराबाद, 9 जुलाई । तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को टी20 विश्व चैंपियन टीम के सदस्य मोहम्मद सिराज से मुलाकात की और उन्हें टी20 विश्व कप जीतने की बधाई दी। साथ ही, सीएम ने सिराज को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। स्थानीय खिलाड़ी और विश्व कप विजेता टीम इंडिया के खिलाड़ी मोहम्मद सिराज ने मंगलवार को तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी से मुलाकात की। सीएम रेवंत रेड्डी ने टीम इंडिया की ऐतिहासिक टी20 विश्व कप जीत पर सिराज को बधाई दी।
इस अवसर पर सिराज ने सीएम रेड्डी को टीम इंडिया की जर्सी भेंट की। बता दें, कुछ दिन पहले सिराज के हैदराबाद पहुंचने पर फैंस ने उनका भव्य स्वागत किया और विक्ट्री परेड निकाली गई। इससे पहले सिराज ने टीम के अन्य सदस्यों के साथ भारत पहुंचने के बाद पीएम मोदी से मुलाकात की। उसके बाद में मुंबई में टीम की विजय परेड में हिस्सा लिया। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने हाल ही में संपन्न टी20 विश्व कप में कुल 3 मैच खेले थे और एक विकेट लिया था।
हैदराबाद पहुंचने पर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए सिराज ने कहा था, " विश्व कप जीतना उनके लिए गर्व की बात है और अपनी खुशी को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। भारत लंबे समय से विश्व कप जीतने का इंतजार कर रहा था। मैं बहुत खुश हूं कि हम जीत गए।" रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया की इस ऐतिहासिक जीत से पूरा देश काफी खुश हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश के कोने-कोने में जश्न मनाया गया। भारतीय क्रिकेट फैंस ने इस जीत का जश्न धूम-धाम से मनाया। इस जीत के साथ ही भारत ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद 11 साल में पहली बार आईसीसी ट्रॉफी जीती। --(आईएएनएस)
मुंबई, 9 जुलाई । ओलंपिक पदक विजेता भारतीय शटलर साइना नेहवाल ने यहां बायकुला के मोंटे साउथ में बैडमिंटन प्रो अकादमी शुरू की है। 12.5 एकड़ के मोंटे साउथ परिसर के भीतर स्थित बैडमिंटन प्रो अकादमी और पे-टू-प्ले खेल सुविधा का प्रबंधन अग्रणी खेल ऑपरेटर हॉटफुट स्पोर्ट्स द्वारा किया जाएगा और इसमें दो बैडमिंटन कोर्ट होंगे। अदाणी रियल्टी और मैराथन ग्रुप ने मोंटे साउथ में साइना नेहवाल द्वारा संचालित बैडमिंटन प्रो अकादमी के नवीनतम संस्करण के भव्य उद्घाटन की घोषणा की।
अकादमी सभी स्तरों के खिलाड़ियों के लिए अग्रणी, प्रमाणित प्रशिक्षकों से विशेषज्ञ कोचिंग प्रदान करेगी। साइना ने कहा कि उनका सपना युवा प्रतिभाओं को फलते-फूलते और अपने लक्ष्य हासिल करते देखना है और बैडमिंटन प्रो अकादमी उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। "मुझे मोंटे साउथ में बैडमिंटन प्रो अकादमी लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है। यह सुविधा शीर्ष स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करने और बैडमिंटन सितारों की अगली पीढ़ी को पोषित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। युवा प्रतिभाओं को फलते-फूलते और अपने लक्ष्य हासिल करते देखना मेरा सपना है, और यह अकादमी उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मैं इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हूं और यहां से सामने आने वाली सफलता की कहानियों का इंतजार कर रही हूं।" साइना ने बताया कि कैसे जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए शीर्ष स्तर के बुनियादी ढांचे का लाभ उठाया जा सकता है और खेलों के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी को कैसे बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा, कुछ भाग्यशाली प्रतिभागियों को पूर्व विश्व नंबर एक के साथ खेलने का मौका भी मिला। मैराथन समूह के प्रबंध निदेशक मयूर शाह ने कहा,"बैडमिंटन देश में सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है, और मैं व्यक्तिगत रूप से दशकों से एक शौक के रूप में बैडमिंटन खेल रहा हूं। शीर्ष स्तर की कोचिंग और बुनियादी ढांचे की भारी मांग है। मुझे वास्तव में खुशी है कि हम इसके साथ साझेदारी कर सकते हैं। बैडमिंटन प्रो मोंटे साउथ में इस विश्व स्तरीय सुविधा का निर्माण करेगा और इस जरूरत को पूरा करेगा।'' --(आईएएनएस)
हरारे, 9 जुलाई । जिम्बाब्वे के खिलाफ बुधवार को होने वाले तीसरे टी20 मैच से पहले भारतीय टीम और उनके परिवार तथा सहयोगी स्टाफ खेल से दूर कुछ समय बिताने के लिए जंगल सफारी पर निकले। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के आधिकारिक 'एक्स' हैंडल ने इस यात्रा की तस्वीरें साझा कीं और पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "बीसीसीआई ने जिम्बाब्वे क्रिकेट और जिम्बाब्वे टूरिज्म के साथ मिलकर हरारे में भारतीय क्रिकेट टीम और उनके परिवारों के लिए वाइल्ड लाइफ टूर का आयोजन किया था।" शेष श्रृंखला के लिए संजू सैमसन, शिवम दुबे और यशस्वी जायसवाल को शामिल करके भारतीय टीम को मजबूत किया जाएगा। ये तीनों खिलाड़ी अमेरिका और वेस्टइंडीज में भारत के टी20 विश्व कप जीतने वाले अभियान का हिस्सा थे।
बारबाडोस से देरी से लौटने के कारण, बीसीसीआई ने पहले दो टी20 के लिए साई सुदर्शन, जितेश शर्मा और हर्षित राणा को भारतीय टीम में शामिल किया था। सुदर्शन ने दूसरे मैच में अपना टी20 डेब्यू किया, लेकिन उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे पर 100 रनों की शानदार जीत दर्ज की और पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली। मेजबान टीम ने श्रृंखला के पहले मैच में युवा टीम को चौंका दिया था। भारत और जिम्बाब्वे के बीच तीसरा टी20 मैच बुधवार, 10 जुलाई को हरारे में खेला जाएगा। --(आईएएनएस)
उडुपी (कर्नाटक), 9 जुलाई । स्टार क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव ने टी20 विश्व कप में टीम इंडिया की जीत के बाद मंगलवार को यहां प्रसिद्ध श्री होसा मारिगुडी मंदिर का दौरा किया। सूर्यकुमार अपनी पत्नी देविशा शेट्टी के साथ, जो कर्नाटक के मंगलुरु शहर की रहने वाली हैं, उडुपी शहर पहुंचे। मंदिर प्रबंधन ने जोड़े को माला भेंट कर स्वागत किया। जोड़े ने देवी श्री मरियम्मा देवी की पूजा की। मंदिर के अधिकारियों ने जोड़े को उनकी यात्रा के दौरान सुविधा प्रदान की और पुलिस ने मंदिर के आसपास विशेष सुरक्षा की व्यवस्था की थी। सूत्रों ने बताया कि सूर्या ने मन्नत मांगी थी कि वह टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की सफलता के बाद मंदिर में विशेष पूजा करेंगे। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 जुलाई । पेरिस ओलंपिक में भारत के 100 से अधिक एथलीट हिस्सा लेंगे। फ्रांस की राजधानी पेरिस में खेलों का यह महाकुंभ 26 जुलाई से 11 अगस्त तक आयोजित होगा। देश में इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत से उत्साह का माहौल है, और अब पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों ने भी क्रिकेट की तरह ओलंपिक में भी तिरंगा फहराने की ठान ली है। खिलाड़ियों का अथक प्रयास और अटूट समर्पण ही उनकी जीत की गाथा लिखता है। चाहे खेल बल का हो या बुद्धि का, एक खिलाड़ी को चैंपियन या महान उसका दृढ़ संकल्प बनाता है। इसका सबसे बड़ा ताजा उदाहरण रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया है, जिन्होंने बारबाडोस में टी20 विश्व कप पर कब्जा जमाया।
उनकी इस जीत पूरे देश खासकर पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले एथलीटों को प्रेरित किया है। इसकी वजह यह 'हार के मुंह से जीत छीनने का जज्बा रखना', जो हमारी भारतीय क्रिकेट टीम ने कर दिखाया है। इस बात को खुद भारतीय हॉकी टीम के महान गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने भी माना। अपना चौथा ओलंपिक खेलने जा रहे पीआर श्रीजेश ने मीडिया में दिए एक इंटरव्यू में कहा," मैंने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खिताबी मुकाबला देखा। मैंने इससे सबसे बड़ी सीख ली है कि आखिर गेंद से पहले जश्न नहीं मनाना चाहिए। मैच में एक ऐसा समय था जब अफ्रीकी टीम 15वें ओवर तक जीत की दहलीज पर खड़ी थी। लेकिन भारतीय टीम ने उम्मीद नहीं छोड़ी और हार की कगार पर पहुंचकर जीत दर्ज की।" भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी खिलाड़ी और 328 मैच खेल चुके श्रीजेश ने आगे कहा, "इससे हमें ही नहीं बल्कि पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले हर खिलाड़ी को सीख लेनी चाहिए।
हार नहीं माननी है और अंत तक लड़ना है, जीत जरूर मिलेगी। मैं इस बात को ओलंपिक में याद रखूंगा।" भारत पेरिस ओलंपिक के लिए लगभग 120 एथलीटों का दल भेजेगा। इस दल में भारत के पुरुष भाला फेंक स्टार खिलाड़ी और डिफेंडिंग चैंपियन नीरज चोपड़ा के नेतृत्व वाली एथलेटिक्स टीम के अलावा 21 सदस्यीय निशानेबाजी टीम और 16 सदस्यीय पुरुष हॉकी टीम शामिल है। पिछले हफ्ते, भारतीय दल के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री ने उनकी हौसला अफजाई की थी और फ्रांस जाने से पहले उन्हें मार्गदर्शन दिया। भारत ने बार-बार खेलों की मेजबानी करने की इच्छा जताई है और इस मामले में भारत को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) प्रमुख थॉमस बाक का समर्थन प्राप्त हुआ है। भारत 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 जुलाई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वाॅर्नर ने अगले साल पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने के लिए इच्छा जाहिर की है। वॉर्नर टेस्ट क्रिकेट से जनवरी में रिटायर हो गए थे और पिछले साल वनडे विश्व कप जीतने के बाद उन्होंने वनडे से भी संन्यास ले लिया था, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए उपलब्ध रहने की बात कही। पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के टी20 विश्व कप से बाहर होने के बाद उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर समाप्त हो गया था। हालांकि, इंस्टाग्राम पोस्ट जताता है कि वॉर्नर ने अगले साल फ़रवरी और मार्च में पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफ़ी में खेलने की इच्छा जाहिर की है।
उन्होंने लिखा, "मैं फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट खेलता रहूंगा और अगर चुना जाता हूं तो चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भी खेलने को तैयार हूं।" यह बेहद असंभावित परिदृश्य है क्योंकि वाॅर्नर टूर्नामेंट से पहले ऑस्ट्रेलिया के किसी भी मैच के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। ऑस्ट्रेलिया की सीमित ओवरों की टीमें वार्नर की सेवानिवृत्ति के बाद सितंबर में नए युग की शुरुआत करेंगी, जिसकी शुरुआत स्कॉटलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ तीन-तीन टी20 मैचों की श्रृंखला से होगी, जिसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला होगी। ऑस्ट्रेलिया नवंबर में तीन एकदिवसीय और टी20 के लिए पाकिस्तान की मेजबानी करेंगे जिसके बाद वे भारत के खिलाफ टेस्ट समर की शुरुआत करेंगे। जनवरी में टेस्ट और वनडे कप्तान पैट कमिंस ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए वाॅर्नर की एक बार वापसी की संभावना पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था, "यह जानते हुए भी कि वह अभी भी क्रिकेट खेल रहा है, मुझे लगता है कि अब शायद कुछ अन्य लोगों को (वनडे में) मौक़ा देने का समय आ गया है। लेकिन, आप जानते हैं, डेविड दुनिया में कहीं न कहीं रन बनाते जा रहे हैं। तो आप कभी नहीं जानते कि यह अंत है।"
वॉर्नर ने अपने वनडे करियर का अंत 45.30 की औसत से 6932 रनों के साथ किया था जिसमें 22 शतक शामिल थे और वह इस मामले में रिकी पोंटिंग से ही पीछे हैं। वॉर्नर ने अपने इंस्टग्राम पोस्ट की शुरुआत ऐसे की, "चैप्टर समाप्त!! इतने ऊंचे स्तर पर इतने लंबे समय तक खेलना एक अद्भुत अनुभव रहा है। ऑस्ट्रेलिया मेरी टीम थी। मेरे करियर का अधिकतर समय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर था। मैं ऐसा कर पाने पर गौरवान्वित हूं। 100 से अधिक मैच सभी प्रारूपों में खेलना मेरे करियर की हाइलाइट है।" "मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिसकी वजह से यह मुमकिन हो सका। मेरी पत्नी, मेरी तीनों बच्चियों ने बहुत त्याग किया है, मैं उनको भी धन्यवाद देता हूं। किसी को भी कभी पता नहीं चलेगा कि हम किस दौर से गुजरे हैं। वहां मौजूद सभी क्रिकेट प्रशंसकों के लिए, मुझे वास्तव में उम्मीद है कि मैंने आपका मनोरंजन किया है और क्रिकेट, विशेषकर टेस्ट को इस तरह से बदल दिया है, जहां हमने दूसरों की तुलना में थोड़ा तेज़ी से रन बनाए हैं। प्रशंसकों के बिना हम वह नहीं कर सकते जो हमें पसंद है, इसलिए धन्यवाद।" वॉर्नर अब कनाडा की ग्लोबल टी20 और कैमन आइलैंड में होने वाले टी10 में खेलते दिखेंगे। सिडनी थंडर भी बीबीएल में उनकी वापसी की राह देख रही है। -- (आईएएनएस
न्यू जर्सी (यूएसए), 9 जुलाई । स्टार स्ट्राइकर लियोनल मेसी बुधवार को कोपा अमेरिका कप के सेमीफाइनल में कनाडा के खिलाफ खेलने के लिए फिट हो जाएंगे। अर्जेंटीना के मुख्य कोच लियोनल स्कालोनी ने यह पुष्टि की है। मेसी की फिटनेस पर संदेह था क्योंकि स्ट्राइकर जांघ की शिकायत के कारण पेरू के खिलाफ आखिरी ग्रुप स्टेज मैच में नहीं खेल पाए थे। हालांकि, वह इक्वाडोर के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में लौटे और 90 मिनट पूरे किए, हालांकि वह पेनल्टी शूटआउट में मौके से चूक गए। प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में, स्कालोनी ने किसी भी फिटनेस चिंता से इनकार किया और कहा कि मेसी को शामिल करने पर निर्णय लेना उनके लिए कोई दिमागी काम नहीं था क्योंकि पूरी तरह से फिट नहीं होने की स्थिति में भी वे उन्हें खिलाते। स्कोलोनी ने कहा, "99 फीसदी समय, (मेसी) खेलने के लिए फिट है। मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ कि वह खेलने के लिए फिट नहीं है।
हर बार जब वह मैदान पर आता है, तो वह खेलने के लिए फिट होता है। (कनाडा) के खिलाफ, वह खेलने के लिए फिट है , बिना किसी संदेह के। यह मेरे लिए बहुत आसान निर्णय है, क्योंकि यह एक बहुत ही स्पष्ट निर्णय है, कि यदि वह ठीक है, तो वह खेलता है और यदि वह ठीक नहीं है, तो वह अंतिम 30 मिनट खेलता है।" "जब वह फिट होता है, तो वह हमेशा खेलता है। इसमें कोई संदेह नहीं है। किसे कोई संदेह होगा? मैं कोच हूं, इसलिए मुझे कोई संदेह नहीं है। मैं ही निर्णय लेता हूं और जब मैं देखता हूं कि वह खेलने के लिए फिट है, तब भी यदि वह 100 फीसदी फिट नहीं है, तो वह खेलेगा। मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं लेकिन मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इसका मुझ पर कभी कोई असर नहीं पड़ेगा, मुझे पता है कि भले ही वह परफेक्ट स्थिति में न हो, वह हमें क्या दे सकता है।
उन्होंने कहा, ''यह जानते हुए कि वह हमें बहुत कुछ देता है, मैं उसे मैदान पर न उतारने की गंभीर गलती नहीं करूंगा, इसलिए यह निर्विवाद है।'' कनाडा के खिलाफ जीत अर्जेंटीना को पिछले दशक में पांच टूर्नामेंटों में चौथे कोपा अमेरिका फाइनल में पहुंचा देगी। यह मेसी की अंतिम अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता हो सकती है, क्योंकि 2026 में अगले विश्व कप के समय वह 39 वर्ष के हो जाएंगे। हालाँकि, तीसरे स्थान के प्ले-ऑफ में शामिल होने से, अर्जेंटीना को कनाडा सेमीफ़ाइनल परिणाम की परवाह किए बिना कम से कम एक अतिरिक्त मैच का आश्वासन दिया गया है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 जुलाई । टी20 विश्व कप खिताब जीतने के बाद सीनियर प्लेयर्स रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह को इस महीने के अंत में श्रीलंका दौरे के लिए आराम दिया जा सकता है। भारत को 27 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ तीन टी20 और तीन वनडे मैच खेलने हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई बांग्लादेश दौरे पर लौटने से पहले तीन सीनियर प्लेयर्स को दौरे के लिए आराम देना चाहता है, जहां भारत 19 सितंबर से दो टेस्ट और तीन टी20 खेलेगा। रोहित, कोहली और रवींद्र जडेजा ने पिछले महीने टी20 विश्व कप जीतने के बाद टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। हालांकि, वे अन्य प्रारूपों में भारत के लिए खेलना जारी रखेंगे।
बीसीसीआई संभवत: अगले सप्ताह श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा करेगा। जानकारी के अनुसार, "सीनियर प्लेयर्स को आराम दिया जा सकता है, जिससे वो अगले कुछ बड़े मुकाबलो के लिए तैयार रहें। रोहित, विराट और बुमराह को आराम की पेशकश की गई है और वे सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैचों के लिए टीम में शामिल होंगे।" भारतीय क्रिकेट बोर्ड चाहता है कि सितंबर में पूरे सत्र के लिए वापसी से पहले इन सीनियर प्लेयर्स को पूरा आराम मिल सके।
इस बीच, टी20 विश्व कप 2024 मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ का आखिरी कार्यभार था। कैरेबियन में खिताबी सूखे को समाप्त करने से पहले उन्होंने भारत को लगातार तीन आईसीसी फाइनल में पहुंचाया, जिसमें 2023 में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप और वनडे विश्व कप शामिल था। क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने मुख्य कोच की भूमिका के लिए गौतम गंभीर और डब्ल्यूवी रमन का साक्षात्कार लिया है और गंभीर पूर्व कोच द्रविड़ की जगह लेने की दौड़ में सबसे आगे हैं। टी20 विश्व कप के बाद बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़, गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे और फील्डिंग कोच टी दिलीप का कार्यकाल समाप्त होने के बाद बीसीसीआई जल्द ही टीम के सहयोगी स्टाफ के लिए आवेदन जारी करेगा। --(आईएएनएस)
संयुक्त राष्ट्र, 9 जुलाई। यूक्रेन में बच्चों के अस्पताल पर रूस के हमले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मंगलवार को एक बैठक करेगी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। यूक्रेन के सबसे बड़े बच्चों के स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार को रूसी हमला हुआ। उसी दिन रूस ने देश के अन्य हिस्सों में 40 मिसाइलें दागी। रूस इस महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है। वह तीन स्थायी सदस्य, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस और अस्थायी सदस्य इक्वाडोर और स्लोवेनिया के अनुरोध पर बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करेगा।
गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत नागरिकों और नागरिक संरचनाओं पर सीधे हमले करना प्रतिबंधित है, और इस तरह का कोई भी हमला स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए"। उन्होंने कहा कि कीव में ओखमतदित राष्ट्रीय बाल विशेष अस्पताल के अलावा, राजधानी में एक अन्य चिकित्सा सुविधा पर भी मिसाइलों से हमला किया गया। उन्होंने कहा कि गुटेरेस का एक प्रतिनिधि सुरक्षा परिषद की बैठक में हिस्सा लेगा। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हमले में बच्चों के अस्पताल में दो बच्चों और एक डॉक्टर की मौत हो गई। यहां युद्ध के कई पीड़ित बच्चों का इलाज चल रहा था। सोमवार को देश भर में हुए हमलों में कुल मिलाकर लगभग 40 लोग मारे गए। रूस और चीन द्वारा वीटो किए जाने के कारण परिषद यूक्रेन पर कार्रवाई करने में असमर्थ रही है - और इन हमलों पर कार्रवाई करने का कोई भी प्रयास भी विफल हो जाएगा क्योंकि रूस ही इस महीने सुरक्षा परिषद का प्रेसिडेंट है। -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 जुलाई । भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सौरव गांगुली 8 जुलाई को 52 साल के हो गए हैं। गांगुली भारतीय क्रिकेट इतिहास के एक महान बल्लेबाज और कप्तान के रूप में जाने जाते हैं। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली दो टेस्ट पारियों में शतक लगाकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। जल्द ही उन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में अपनी जगह पक्की कर ली। खासकर वनडे क्रिकेट में उनको सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा दी और एमएस धोनी के आने से पहले तक वह भारत के सबसे सफल कप्तान रहे। गांगुली की कप्तानी में भारत ने 2001 में उस वक्त की लगभग अजेय टीम ऑस्ट्रेलियाई को हराया था।
गांगुली को प्यार से 'दादा' बुलाया जाता है और उनकी कप्तानी में भारत ने निडर माइंडसेट के साथ क्रिकेट खेलकर विदेशों में जीतने का सिलसिला शुरू किया। गांगुली ने युवा खिलाड़ियों को मौका देकर एक नई भारतीय टीम बनाई और उनकी कप्तानी में भारत 2003 विश्व कप के फाइनल में भी पहुंचा, ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज भी ड्रा कराई और 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज जीती। हालांकि, 2005 में कोच ग्रेग चैपल के साथ मतभेद के चलते उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया। लेकिन गांगुली ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फिर शानदार वापसी की और दिसंबर 2007 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में अपना 100वां टेस्ट मैच खेला। उन्होंने 2008 में घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-0 की जीत के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया। 2019 में, बंगाल क्रिकेट संघ को संभालने के बाद गांगुली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के भी अध्यक्ष बने। गांगुली के नाम आज भी कुछ ऐसे शानदार रिकॉर्ड हैं जिनका टूटना आसान नहीं है। वनडे विश्व कप के इतिहास में उनके नाम किसी भी भारतीय द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर भी शामिल है, जो उन्होंने 1999 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था।
तब गांगुली ने 158 गेंदों पर 183 रनों की पारी खेली थी। इसी मैच में गांगुली ने विश्व कप इतिहास में सबसे बड़ी साझेदारी करने का भी रिकॉर्ड बनाया था। तब उन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर 318 रनों की साझेदारी की थी। गांगुली इसके अलावा लगातार चार बार वनडे क्रिकेट में प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे हैं। ये सीरीज टोरंटो में पाकिस्तान के खिलाफ 1997 में खेली गई थी। गांगुली टेस्ट मैचों में भी भारत के लिए बतौर बाएं हाथ के बल्लेबाज सर्वोच्च स्कोर करने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में 239 रनों की पारी खेली थी। गांगुली के अधिकतर बड़े रिकॉर्ड वनडे क्रिकेट में ही बने है। उन्होंने चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 2000 में 117 रनों की पारी खेली थी, जो आज तक किसी भी बल्लेबाज का इस टूर्नामेंट के फाइनल में सर्वोच्च स्कोर है। --(आईएएनएस)
कोलंबो, 8 जुलाई । श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने टीम के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या को इस महीने के अंत में भारत के खिलाफ होने वाली सीमित ओवरों की घरेलू श्रृंखला से पहले टीम का अंतरिम मुख्य कोच नामित किया है। जयसूर्या ने क्रिस सिल्वरवुड की जगह ली है, जिन्होंने टी20 विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद यह पद व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए छोड़ दिया था। बता दें, वानिंदु हसरंगा की कप्तानी वाली श्रीलंकाई टीम टी20 विश्व कप 2024 के पहले ही राउंड से बाहर हो गई थी। उसे बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका से हार मिली। श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने एक बयान में कहा है कि जयसूर्या सितंबर 2024 में श्रीलंका के इंग्लैंड दौरे के पूरा होने तक इस पद पर काम करेंगे।
मुख्य कोच के रूप में जयसूर्या के पहले कार्यकाल में 27 जुलाई से भारत के खिलाफ तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय और तीन वनडे मैच होंगे। वह वर्तमान में श्रीलंका क्रिकेट के फुलटाइम 'क्रिकेट सलाहकार' के रूप में काम कर रहे हैं। श्रीलंका क्रिकेट के सीईओ एशले डी सिल्वा ने कहा, "जब तक हम कोई स्थायी समाधान नहीं ढूंढ लेते, तब तक सनथ अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अनुभव के साथ राष्ट्रीय टीम का मार्गदर्शन करते रहेंगे।" 1991 से 2007 तक जयसूर्या ने 110 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 14 शतकों और 31 अर्द्धशतकों की बदौलत 40.07 की औसत से 6973 रन बनाए। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 445 वनडे मैचों में 28 शतकों और 68 अर्धशतकों की मदद से 32.36 की औसत से 13,430 रन बनाए। उन्होंने 1996 के वनडे विश्व कप में श्रीलंका की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 जुलाई । भारत के युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह टी20 क्रिकेट में वो काम लगातार बड़ी आसानी से कर रहे हैं, जो इस खेल में काफी मुश्किल माना जाता है। रिंकू सिंह अपनी जबरदस्त बल्लेबाजी से फिनिशिंग का काम बड़ी सहजता के साथ कर रहे हैं। उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में महज 22 गेंदों पर 48 रनों की नाबाद पारी खेली और भारत का स्कोर 234 रनों तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। फिनिशिंग ऐसी भूमिका है जहां एक बल्लेबाज को परिस्थितियों के हिसाब से खेलते हुए ना केवल अंत तक टिकना होता है, बल्कि रन गति को भी बढ़ाना होता है। तेज रन बनाने के फेर में कई बल्लेबाज अपना विकेट गंवा देते हैं।
यही फिनिशर की चुनौती है, जिसके लिए विशेषज्ञता की जरूरत है। रिंकू सिंह फिलहाल जिस तरह से इस कला में महारत हासिल करते दिखाई दे रहे हैं, वह भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ा शुभ संकेत है। 26 साल के रिंकू ने फिनिशिंग की भूमिका को इतनी बड़ी सफलता के साथ अंजाम दिया है कि उनका टी20 अंतरराष्ट्रीय औसत 17 मैचों के बाद 80.80 है। इतना बड़ा औसत बताता है कि वे कितनी बार नाबाद रहे हैं। रिंकू सिंह इन मैचों में 8 बार नाबाद लौटे हैं और इसके साथ उन्होंने रन गति को भी ऊपर किया है। उनका स्ट्राइक रेट 178.76 का है जो इतने औसत के साथ अद्भुत है। टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिंकू सिंह 38(21), 37*(15), 22*(14), 31*(9), 46(29), 6(8), 68*(39), 14(10), 16*(9), 9*(9), 69*(39), 0(2) & 48*(22) की पारियां खेल चुके हैं। ये आंकड़ा उनकी काबिलियत को बयां करता है।
हालांकि रिंकू सिंह उस प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं बन पाए थे जिसने टी20 विश्व कप जीता था, लेकिन अब उनके पास रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा की खाली हुई जगह में अपनी स्थायी जगह बनाने का भरपूर मौका है। भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच जीतकर श्रृंखला को 1-1 से बराबर कर दिया है। तीसरे मैच से पहले टीम के साथ यशस्वी जायसवाल, शिवम दुबे और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी भी जुड़ चुके हैं। सीरीज का तीसरा मुकाबला 10 जुलाई को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला जाएगा। --(आईएएनएस)