राष्ट्रीय
देहरादून, 22 अप्रैल । गर्मी बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं होने लगी हैं। इससे जहां वन संपदा को भारी नुकसान हो रहा है, वहीं वन्य प्राणियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कर्णप्रयाग में गौचर के सामने सारी गांव के जंगलो में शनिवार देर रात से आग लगी है। आग के चलते कई हेक्टेयर जंगल जल कर राख हो गया। वहीं, रविवार को जंगल में आग की 22 घटनाएं सामने आईं। इसे मिलाकर इस गर्मी में आग लगने की घटनाएं बढ़कर 373 हो गई हैं। आग से पहाड़ धुआं-धुआं हो रहे हैं।
गढ़वाल में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में एक, नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क में एक, राजाजी टाइगर रिजर्व में एक, रुद्रप्रयाग वन प्रभाग में एक और लैंसडाउन वन प्रभाग में आग लगने के दो मामले सामने आए हैं।
इसी प्रकार रामनगर वन प्रभाग में एक, तराई पूर्वी वन प्रभाग में नौ, हल्द्वानी वन प्रभाग में चार और बागेश्वर वन प्रभाग के आरक्षित क्षेत्र में एक मामला सामने आया है।
विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, कुछ जगहों पर आग काबू में नहीं आ पा रही है। वन विभाग के कर्मचारी स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर आग पर काबू पाने के प्रयास में जुटे हैं।
अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, एक नवंबर 2023 से अब तक जंगल में आग की 373 घटनाएं हो चुकी हैं। इससे 436 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 22 अप्रैल । नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए प्रचार में जुटे यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला और कहा कि अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव के बाद हार का सिक्सर लगाने की तैयारी में जुटेंगे। उन्होंने कहा कि चार जून को चार बजे भाजपा चार सौ पार हो जाएगी। केशव प्रसाद ने आईएएनएस से चुनावी मुद्दे पर खुलकर बातचीत की।
पेश है बातचीत के कुछ अंश :
सवाल : पहले चरण का चुनाव बीत गया। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने दावा किया है कि इस फेज में आपका खाता नहीं खुलेगा। इस पर क्या कहना है ?
जवाब : अखिलेश जी हार का चौका लगा चुके हैं। 5वीं बार हारने जा रहे हैं। विश्वास कीजिये कि प्रथम चरण के चुनाव में भाजपा आठ की आठ सीटें जीते चुकी हैं और यूपी की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे। चार जून को शाम चार बजे आने वाले चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में होंगे। हम 400 सीटें पार होंगे। यह चुनाव परिणाम आने के बाद अखिलेश द्वारा हार का सिक्सर लगाने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।
सवाल : भाजपा को कहा जाता है कि वह जातीय गुलदस्ता बनाकर चलती है। उस गुलदस्ता में सब कोई समाहित रहता है। लेकिन इस चुनाव में पश्चिमी यूपी में देखा जा रहा है कि सैनी, त्यागी और क्षत्रिय नाराज दिख रहे हैं। इसका क्या असर होगा चुनाव में।
जवाब : कोई नाराज नहीं है। सभी लोग प्रसन्न हैं। जो नाराजगी दिख रही है वह विपक्षी नेताओं के बयान में और मीडिया के सुर्खियों में होगी। लेकिन धरातल की जानकारी जैसे 2017 में मीडिया और विपक्षी नेताओं को नहीं पता चली और 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा के साथ रालोद जो इन लोगों के साथ था, उसके बाद भी 64 सीटें जीती, तब भी नहीं पता चली। 2022 में 400 पार का नारा देने वाले अखिलेश यादव की साइकिल जब पंचर हो गई तो उनको भी पता नहीं चला। जो 2024 में समर्थन भाजपा को मिल रहा है ऐसा कभी नहीं मिला होगा।
सवाल : जाति विरोध का असर क्या पहले चरण के चुनाव में दिखा ?
जवाब : जो विरोध करने वाले लोग हैं, वो गिने चुने हैं। संपूर्ण समाज न मोदी जी का विरोधी है न भाजपा का। अगर मान लीजिए किसी समाज का एक लाख व्यक्ति है तो उसमें से 10 व्यक्ति विरोध करते हैं बाकि लोग समर्थन में खड़े हैं और नहीं बोलते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि वह समर्थन में नहीं हैं। मतलब ऐसे गिने चुने कहीं विरोध में होंगे तो अपनी निजी स्वार्थों के कारण होंगे। लेकिन बाकी लोग मोदी जी और भाजपा के समर्थन में हैं और जो विरोध में हैं वह भी कमल का बटन ही दबाएंगे।
सवाल : विपक्ष भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का बार-बार आरोप लगा रहा है।
जवाब : देखिए, इस देश में जो जांच एजेंसियां हैं वह अपना काम कर रही हैं। उनके आंकड़ों के हिसाब से केवल 3 प्रतिशत राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े हुए लोग उस जांच के दायरे में हैं। उनके खिलाफ जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की है। जांच एजेंसी अंतिम अथॉरिटी नहीं होती है। जांच एजेंसियों की स्थापना भाजपा ने नहीं किया है। यह आजादी के बाद की तत्काल स्थापित एजेंसियां हैं। अब आज कार्रवाई हो रही है वह किसी राजनीतिक दल के नेता और पदाधिकारी हैं या कहीं मंत्री हैं तो उनके अपराध को क्षमा कर दिया जाए तो भारत का संविधान और कानून इसकी अनुमति नहीं देता है। जो गलत करेगा उसे सजा मिलेगी।
सवाल : विपक्ष बसपा को भाजपा की बी टीम होने का दावा करता रहा है। लेकिन इस बार यह चीज देखने को मिली कि मायावती ने जितने उम्मीदवार उतारे हैं वो भाजपा का ही वोटबैंक काट रहे हैं।
जवाब :कोई हमारी टीम नहीं है। भाजपा भाजपा है। विरोधी पार्टियां विरोधी पार्टियां हैं। उनकी पार्टी की ओर से जो उम्मीदवार उतारना चाहें वो उतारें। लेकिन भाजपा अभी 2019 के चुनाव में सपा-बसपा के गठबंधन को धूल चटा चुकी है। इसलिए उनके पार्टी से कौन उम्मीदवार आ रहा है, यह हम लोग नहीं देखते। देश और प्रदेश की जनता सिर्फ एक चीज देख रही है कि हमारे उम्मीदवार सिर्फ नरेंद्र मोदी जी हैं।
सवाल : आप किसी पर व्यक्तिगत आरोप व टिप्पणी नहीं करते, लेकिन जैसे राम गोपाल यादव ने आप पर टिप्पणी की, इस बारे में आप क्या कहते हैं।
जवाब : पीएम मोदी को कांग्रेस ने गाली दी और कांग्रेस मुक्त भारत देश हो गया। अखिलेश यादव हों या उनके चाचा, उनके खिलाफ अपशब्दों को प्रयोग नहीं करूंगा। मैं राष्ट्रीय स्व्यं सेवक संघ का कार्यकर्ता रहा हूं। इसके अलावा मैं ऐसे परिवार से हूं जहां किसी विचार का विरोध किया जाता है, व्यक्तिगत नहीं। मैं उनको सिर्फ इतना कहूंगा कि उस गाली का जवाब जनता कमल का बटन दबाकर देगी।
सवाल : इस बार ध्रुवीकरण का मुद्दा दिख नहीं रहा है।
जवाब : देखिए तुष्टिकरण की राजनीति समाप्त हो गई है। संतुष्टिकरण की राजनीति शुरु हो गई है -- सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास। इसी को लेकर पीएम मोदी के नेतृत्व देश तीव्र गति के साथ आगे बढ़ रहा है। किसी दल विशेष का तुष्टीकरण का एजेंडा था, वह अब सफल होता नहीं दिख रहा है। जातिवाद की जगह लोगों ने विकास को स्वीकार कर लिया है।
सवाल : विपक्ष द्वारा बार बार यह आरोप लगाया जा रहा है कि आप लोग सत्ता में दोबारा आएंगे तो संविधान बदल देंगे।
जवाब : भाजपा संविधान बदल देगी, यह एक सुनियोजित तरीके से अफवाह फैलाने व गुमराह करने का असफल प्रयास है। भाजपा समान नागरिक संहिता लाएगी। अगर संविधान बदलना है तो यह संविधान में व्यवस्था है कि इस देश में एक देश और एक कानून होना चाहिए। भाजपा सत्ता में आएगी तो एक वोटर लिस्ट और एक चुनाव कराने का काम करेगी। मतलब वन नेशन वन इलेक्शन कराने का काम करेगी। जम्मू कश्मीर से 370 हटाना संविधान बदलना है, तो इस प्रकार के आरोप लगाकर गुमराह कर सकते हैं। दरअसल यह विपक्ष की साजिश है भाजपा को बदनाम करने की। उन्हें डर है कि अगर भाजपा दोबारा सत्ता में आई तो भ्रष्टाचारियों को छोड़ेगी नहीं।
सवाल : कांग्रेस की तरफ से भारी भरकम रोजगार का वादा कर खाली पदों की सूची बताई जा रही है? इस पर क्या कहेंगे ?
जवाब : कांग्रेस झूठ बोलने की ऑटोमैटिक मशीन है। यह झूठ बोलो, अफवाह फैलाओ और गुमराह करो' की नीति का अनुसरण कर रही है और उसी पर चल रही है। जब से स्वतन्त्र भारत के इतिहास में इसने राजनीति शुरू की तभी से झूठ बोल रही है। चुनाव के माध्यम से सत्ता में आने के बाद से कांग्रेस ने जो भी कहा उसने अपने उस वादे को कभी पूरा नहीं किया। इधर, भाजपा जब से नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सत्ता में आने के साथ ही 'जो कहा सो किया' के अपने वादे को निभाती आ रही है। इसी कांग्रेस ने राज्यों में चुनाव जीतने के लिए पुरानी पेंशन का वादा किया था और जब घोषणापत्र जारी किया तब पुरानी पेंशन योजना का जिक्र तक नहीं है। इसी कांग्रेस ने 'गरीबी हटाओ' का नारा दिया था, लेकिन कभी 'गरीबी' नहीं हटाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सब मुद्दों पर कोई नारा नहीं दिया, लेकिन '25 करोड़ लोगों को गरीबी' से बाहर निकालने का काम किया। 'कांग्रेस पार्टी झूठ बोलने की ऑटोमैटिक मशीन है, इसकी मैन्युफैक्चरिंग में ही गड़बड़ी है। कांग्रेस के डीएनए में है कि वह जो वादे करेगी, वह कभी पूरे नहीं होंगे। उनके वादों के पूरा होने की कोई गारंटी नहीं है। इसके उलट, भाजपा जो कहती है, वह करती है। भाजपा बिना कहे खाली पदों को भरेगी। जरूरत के अनुसार नए पद भी सृजित किये जायेंगे। इस देश की युवा पीढ़ी का सम्मान और प्रतिभा का सदुपयोग भाजपा सरकार में ही हुआ है। भाजपा ही आगे भी युवा शक्ति का सदुपयोग करने में सक्षम है। कांग्रेस के पास तो विपक्ष का नेता पद पाने के लिए भी सांसदों की संख्या नहीं होंगे। 2014 और 2019 से भी बुरा हाल 2024 में होगा।
सवाल : इस चुनाव में फैक्टर क्या है?
जवाब : देखिए, इस चुनाव का फैक्टर यह है कि यह कोई साधारण चुनाव नहीं है। यह चुनाव देश को पांच साल नहीं 100 साल आगे ले जाने वाला है। जो कांग्रेस 60 साल के शासन में नहीं कर सकी, वह पीएम मोदी के नेतृत्व में उससे 4 गुना अधिक 10 गुना 10 वर्ष के शासन में हुआ। 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। 1 करोड़ से अधिक गरीब दीदीयां लखपति बनी हैं। भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए 52 करोड़ जन धन खाते खोले और 34 लाख करोड़ की विभिन्न योजनाओं के पैसे लोगों के खाते में भेजे गए और एक रुपए का घोटाला नहीं हुआ। कांग्रेस के पीएम राजीव गांधी संसद में खड़े होकर कहते थे कि हम दिल्ली से एक रुपए भेजते हैं तो 15 पैसा पहुंचता है। भ्रष्टाचार की अम्मा कांग्रेस पार्टी है, वह मुकाबले से बाहर है। उसको प्रत्याशी खोजने नहीं मिल रहे हैं। अरुणाचल प्रदेश का समाचार मैंने पिछले दिनों पढ़ा तो देखा कि 10 भाजपा के विधायक निर्विरोध इसलिए निर्वाचित हुए क्योंकि कांग्रेस के पास लड़ाने के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे थे। इससे आप समझ सकते हैं कि भाजपा का तूफान किस तेजी से चल रहा है और जनता मोदी जी के समर्थन में किस तेजी के साथ खड़ी है।
सवाल : सपा ने अपना मूल कैडर वोटर मुस्लिम और यादव को छोड़कर आपकी तरह अन्य पिछड़ी जातियों को टिकट देने का काम किया है।
जवाब : का वर्षा जब कृषि सुखानी। जब सपा की हैसियत थी कि किसी को विधायक और सांसद बनवा सकती थी, तब तो आपने उनको पूछा नहीं। जब एक पिछड़ी जाति के गरीब मां-बाप का लड़का देश का प्रधानमंत्री बन गया और फिर से बनने जा रहे हैं तो फूट डालो और सांसद बना लो, यह संभव नहीं है। मतदाता बहुत समझदार है। पिछड़े और अगड़ा वर्ग भाजपा के साथ हैं। सभी वर्ग भाजपा के साथ हैं। हम सबका साथ सबका विकास करते हैं, इसलिए सबका विश्वास और समर्थन हमारी पार्टी और पीएम मोदी को मिल रहा है।
सवाल : पीएम मोदी ने नारा दिया है 400 पार का, तो क्या यह संभव है?
जवाब : देखिये चार जून, चार बजे, चार सौ पार। फिर एक बार प्रचंड बहुमत से मोदी सरकार। जो नारा 2014 में दिया था कि 272 प्लस, तो 283 जीती थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में नारा था 300 पार, तो 303 जीते। 2024 का नारा है 400 पार तो मुझे पूरा विश्वास है कि देश पीएम मोदी का दीवाना है। मोदी जी देशवासियों के दीवाने हैं। मतलब वन-वे ट्रैफिक नहीं है। टू-वे ट्रैफिक है। जनता भी चाहती है कि मोदी जी के नेतृत्व में 400 पार हो। मोदी जी की अपील का बहुत गहरा असर लोगों में हुआ है। सबको विश्वास है कि भारत को विश्व में विकसित व शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में खड़ा करना है, गरीबी से मुक्त भारत बनाना है तो और सभी क्षेत्रों में भारत को प्रगति के पथ पर आगे ले जाना है, रेल मार्ग हो - सड़क मार्ग हो, हवाई मार्ग हो, जलमार्ग हो सबको चालू करना है। हर खेत तक सिंचाई का भी पानी हो, हर घर तक पीने का भी पानी हो, हर घर में बिजली भी हो, यह सब कुछ करना है। मुझे विश्वास है कि इस लक्ष्य को पीएम मोदी ने 370 भाजपा और 400 प्लस भाजपा गठबंधन के लिए कहा है। यूपी के 80 की 80 लोकसभा सीट जीतेंगे। यूपी में सपा, बसपा और कांग्रेस का खाता नहीं खुलेगा।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 22 अप्रैल । कर्नाटक में नेहा हिरेमथ हत्याकांड मामले में बीजेपी ने सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। बीजेपी ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर कानून-व्यवस्था नियंत्रित नहीं कर पाने का आरोप लगाया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र मैसूर में प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे, वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष अशोक तुमकुरु में प्रदर्शन करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और जगदीश शेट्टर हावेरी और बेलगावी संसदीय क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे। हिंदुत्व नेता और बीजेपी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल और कलबुर्गी में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष सी. मंजुला ने सोमवार को छह बजे कैंडल मार्च निकालने का भी ऐलान किया है।
मंजुला ने कहा कि हिंदुओं पर लगातार हमले तेज होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "सरकार इस पूरे मामले की जांच में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास कर रही है। सरकार ने इस पूरे मामले में गलत सूचना भी उपलब्ध कराई है। वह उडुपी शहर के एक कॉलेज से आए टॉयलेट वीडियो रिकॉर्डिंग मामले में भी गलत जानकारी दे रही है। बेलगावी में सामने आए एक महिला की नग्न परेड मामले में भी सरकार ने गुमराह करने की कोशिश की।"
कांग्रेस पार्षद की बेटी नेहा की पिछले हफ्ते हुबली में उसके कॉलेज में नाराज प्रेमी फयाज कोंडिकोप्पा ने हत्या कर दी थी।
नेहा के पिता निरंजन हिरेमथ ने सख्त लहजे में कह दिया है कि अगर जांच के साथ छेड़छाड़ की गई तो वो और उनका परिवार सुसाइड कर लेंगे।
कांग्रेस नगरसेवक निरंजन हिरेमथ ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से निवेदन किया है कि वो उनकी बेटी को इंसाफ दिलाने की दिशा में कदम बढ़ाएं।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी निरंजन हिरेमथ के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे।
(आईएएनएस)
पिथौरागढ़, 22 अप्रैल । उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में एक तेज रफ्तार वाहन अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरा, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए।
घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है, जहां उनका उपचार हो रहा है।
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलोंं को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। घटना की सूचना मिलने के बाद एएसआई सुंदर सिंह मौके पर पहुंचे और पूरी वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। चार लोगों के शव को खाई से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
पुलिस के मुताबिक, ये सभी लोग किसी शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ये लोग दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का शिकार हो गए। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 22 अप्रैल । संयुक्त राज्य अमेरिका में पढ़ रहे तेलंगाना के दो छात्रों की एरिजोना में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
उनके परिवारों को मिली सूचना के मुताबिक, निवेश मुक्का और गौतम कुमार पारसी की शनिवार रात (स्थानीय समय) पियोरिया में उस समय मौत हो गई, जब उनकी कार दूसरी कार से जा टकराई। दोनों की उम्र 19 वर्षीय थी।
रिपोर्ट के अनुसार, निवेश करीमनगर जिले के हुजूराबाद शहर का रहने वाला था, वहीं गौतम कुमार जनगांव जिले के स्टेशन घनपुर का रहने वाला था। दोनों एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग कर रहे थे।
दोनों अपने दोस्तों के साथ विश्वविद्यालय से घर लौट रहे थे, तभी सामने से आ रही कार ने उनके वाहन को टक्कर मार दी। निवेश और गौतम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य घायल हो गए।
निवेश डॉक्टर दंपत्ति नवीन और स्वाति का बेटा था। दोनों छात्रों के परिवारों ने भारत सरकार से शवों को वापस लाने में मदद की अपील की है।
(आईएएनएस)
रांची, 21 अप्रैल । झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर उनकी भाभी और दुमका लोकसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी सीता सोरेन ने सोशल मीडिया पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने रविवार को रांची में हेमंत सोरेन के समर्थन में हो रही इंडिया गठबंधन की रैली के ठीक पहले एक्स पर हेमंत सोरेन का कंधे पर गठरी ढोता हुआ पोस्टर शेयर किया, इस पर लिखा, “कदम-कदम बढ़ाए जा, झारखंड को नोच खाए जा।”
पोस्टर में इस स्लोगन को इंडिया एलायंस का एंथम बताया गया है। सीता सोरेन ने लिखा है, “बाती में तेल नहीं, जनता से कोई मेल नहीं। भ्रष्टाचार और अत्याचार से गठबंधन को परहेज नहीं। जिस प्रकार दीया बुझने से पहले खूब तेजी से फड़फड़ाता है, ठीक उसी प्रकार अपना राजनीतिक अस्तित्व मिटने से पहले इंडी गठबंधन वाले आखिरी बार फड़फड़ा रहे हैं।”
उन्होंने रैली को लेकर सोशल मीडिया पर कई और पोस्ट शेयर किए। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा है, “मुंह में सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए इन नेताओं को झारखंड के आदिवासियों और जल-जंगल-जमीन से कोई सरोकार नहीं है, ये बस अपना अस्तित्व बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। इन्हें लगता है कि जनता इनके कारनामे को नहीं जानती है, लेकिन इन्हें ये नहीं पता कि जनता इनके इरादे से अच्छी तरह वाकिफ है।”
उन्होंने आगे लिखा है, “गरीब आदिवासियों की जमीन छीनने वाले आज लोकतंत्र को खतरे में बता रहे हैं। लेकिन वो ये भूल जाते हैं कि जनता के सामने ये नौटंकी नहीं चलने वाली। जनता जानती है कि गरीब के हक पैसा छीनने वाला ये घमंडिया गिरोह ही लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है।”
(आईएएनएस)
जयपुर, 21 अप्रैल । राजस्थान के झालावाड़ जिले में शादी समाराेेह से लौट रहे नौ लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई। वे लोग जिस वैन में सवार थे, वह एक ट्रक से टकरा गई।
वैन में 10 लोग सवार थे और वे मध्य प्रदेश के डूंगरी (खिलचीपुर) में एक शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे।
यह हादसा जिले के अकलेरा थाना क्षेत्र में भोपाल रोड पर आज सुबह तीन बजे हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वैन में फंसे घायलों को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
अकलेरा पुलिस थाने के निरीक्षक संदीप विश्नोई ने आईएएनएस को बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची।
इंस्पेक्टर ने कहा, "अस्पताल ले जाए गए 10 घायलों में से नौ को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि एक का इलाज किया जा रहा है। वह खतरे से बाहर है।"
विश्नोई ने बताया, अकलेरा कस्बे से शुक्रवार को एक बारात मध्य प्रदेश के खिलचीपुर इलाके में गई थी। वैन में सवार 10 लोग शनिवार देर रात शादी समारोह से लौट रहेे थे। इसी दौरान ''एनएच-52 पर अकलेरा के पास उनकी वैन एक ट्रक से टकरा गई।''
मृतकों में से सात एक ही गांव के थे और उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने मौतों पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा," हृदयविदारक सड़क हादसे की खबर सुनकर मन दुखी है। मैं ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं।"
उन्होंने कहा, "शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इस कठिन समय में हम आपके साथ हैं।"
(आईएएनएस)
रांची, 21 अप्रैल । रांची में रविवार को इंडिया गठबंधन में शामिल दलों की संयुक्त रैली हो रही है। इसे 'उलगुलान' रैली का नाम दिया गया है। इसके मतलब को लेकर खासा विवाद खड़ा हो गया है।
दरअसल, उलगुलान जनजातीय भाषा-संस्कृति का शब्द है। ऐतिहासिक संदर्भों में इसका उपयोग आदिवासी अस्मिता एवं जल, जंगल, जमीन पर होने वाले हमलों के खिलाफ विद्रोह या क्रांति के लिए किया जाता रहा है।
चूंकि आदिवासी मूल रूप से प्रकृति पूजक होते हैं और जल, जंगल, जमीन प्रकृति के घटक हैं, इसलिए इससे जुड़े उलगुलान शब्द को भी इनकी संस्कृति में बेहद पवित्र माना जाता है।
स्वतंत्रता संग्राम के महान आदिवासी नायक भगवान बिरसा मुंडा ने 1899-1900 में अंग्रेजी हुकूमत और उनके द्वारा पोषित साहूकारों-सूदखोरों के अत्याचारों को आदिवासियों के स्वशासन-स्वराज और पहचान पर हमला बताते हुए उलगुलान का ऐलान किया था।
अब रैली के लिए उलगुलान शब्द के इस्तेमाल पर विवाद खड़ा हो गया है। रैली की मेजबानी कर रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा की कोशिश है कि वह राज्य के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को आदिवासी अस्मिता पर हमले के तौर पर प्रचारित करे और लोकसभा चुनाव में भावनात्मक मुद्दे के रूप में इसे भुनाए।
यही वजह है कि रैली के मुख्य मंच पर हेमंत सोरेन को जेल की सलाखों के भीतर दर्शाती एक बड़ी तस्वीर रखी गई है और जगह-जगह पर मोटे अक्षरों में उलगुलान शब्द लिखा गया है।
हेमंत सोरेन की पत्नी और रैली की मुख्य मेजबान कल्पना सोरेन ने इस रैली को लेकर सोशल मीडिया पर लिखा, "यह देश के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए, संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता के लिए, अन्यायपूर्ण तरीके से जेल में बंद जननेताओं की रिहाई के लिए, जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए झारखंड और झारखंडियत की रक्षा के सवालों के लिए उलगुलान है।"
भाजपा ने रैली के लिए उलगुलान शब्द के इस्तेमाल पर गहरी आपत्ति दर्ज कराई है। झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, "आदिवासी समाज की जमीनों और उनके संसाधनों को लूटने और तबाह करने वाले उलगुलान जैसे पवित्र शब्द का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं? इंडी गठबंधन के साथियों को इतिहास में झांककर उलगुलान विद्रोह के बारे में पढ़ना चाहिए।"
भाजपा नेता ने आगे कहा कि उलगुलान विद्रोह मूल निवासियों के संसाधनों, उनकी जमीनों, उनके अधिकारों को जमीदारों और साहूकारों द्वारा छीने जाने के विरोध स्वरूप उत्पन्न हुआ था। आज इंडी गठबंधन उन्हीं साहूकारों और जमीदारों की तरह आदिवासी समाज की जमीनों को हड़पकर उलगुलान जैसे शब्द का राजनीतिकरण कर जनता को बरगलाने का प्रयास कर रहा है।
भाजपा नेता ने इस रैली के बारे में सोशल मीडिया पर लिखा, "यह भ्रष्टाचारियों का भ्रष्टाचारियों के लिए भ्रष्टाचारियों द्वारा आयोजित किया जा रहा सम्मेलन है।"
(आईएएनएस)
साहिबगंज, 21 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता नजरूल इस्लाम ने माफी मांग ली है। उन्होंने सदर एसडीओ की कोर्ट में पेश होकर लिखित माफीनामा पेश किया। नजरूल के खिलाफ साहिबगंज नगर थाने में बीडीओ सुबोध कुमार ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने सहित अन्य मामलों में केस दर्ज कराया था। इसके बाद एसडीओ कोर्ट ने उन्हें नोटिस भेजा था।
नजरूल इस्लाम शनिवार को अपने समर्थकों के साथ नगर थाना पहुंचे और बयान दर्ज कराया। इसके बाद वह साहिबगंज सदर एसडीओ कोर्ट में हाजिर होकर लिखित रूप से अपना पक्ष रखा। नजरूल इस्लाम झामुमो की केंद्रीय कमेटी का सदस्य हैं। वह पार्टी के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती पर एक कार्यक्रम में उनके भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया था। वीडियो में वह पीएम नरेंद्र मोदी के “अबकी बार 400 पार” के नारे का जिक्र करते हुए कहते हैं,“ मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं कि 400 सीट नहीं, 400 फिट के अंदर नरेंद्र मोदी को गाड़ दिया जाएगा।“
नजरूल के इस वीडियो को भाजपा के कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। विवाद बढ़ने पर नजरूल ने वीडियो जारी कर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था,“मैं एक प्रोफेसर हूं, अच्छे-बुरे की परख है। यदि मेरे बातों से किसी को ठेस पहुंचा है, तो माफी मांगता हू। मेरा कहने का तात्पर्य था कि हम पीएम की गारंटी 400 के अंदर गांठ बांध देंगे।”
अब नजरूल इस्लाम ने एसडीओ कोर्ट में लिखित तौर पर कहा है कि उनके कहने का आशय ऐसा नहीं था, जैसा वीडियो में बताया गया है। इसके बावजूद वह अपने बयान पर खेद व्यक्त करते हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 अप्रैल । दिल्ली में लाल किले के पास 36 वर्षीय कैब ड्राइवर को लूटने और उसकी हत्या में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस ने रविवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान लोनी निवासी फिरोज के रूप में हुई।
दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले घटना के सिलसिले में तीन आरोपियों अनीता उर्फ रुखसार (28), साजिद (19), सलमान (24) को गिरफ्तार किया था। फिरोज फरार था और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने ठिकाने बदल रहा था।
उत्तरी दिल्ली के डीसीपी एमके मीणा ने कहा कि फिरोज के ठिकाने के बारे में गुप्त जानकारी मिली थी। सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी ने कहा कि जब आरोपी को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, तो उसने पुलिस टीम पर गोली चला दी। इस पर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। आरोपी के बाएं पैर में चोटें आईं हैं। उसे अरुणा आसिफ अली अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 21 अप्रैल । पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के रायगंज लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मियों की सबसे अधिक तैनाती होगी, जहां 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होगा।
उत्तरी दिनाजपुर जिले के तीन निर्वाचन क्षेत्र रायगंज, दार्जिलिंग और बालुरघाट हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के सूत्रों ने कहा, "इस समय सीएपीएफ की 303 कंपनियां पश्चिम बंगाल में हैं। इनमें से 272 कंपनियां तीन लोकसभा क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी।"
रिपोर्ट के अनुसार, तीन लोकसभा क्षेत्रों में से एक रायगंज में सबसे ज्यादा 111 कंपनियां तैनात की जाएंगी। दार्जिलिंग में 88 और बालुरघाट में 73 कंपनियां तैनात की जाएंगी।
रायगंज के लिए तैनात की जाने वाली 111 कंपनियों में से, अधिकतम तैनाती इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए होगी।
सूत्रों ने कहा, "रायगंज को विशेष जांच के दायरे में रखने के कई कारण हैं, जैसा कि चुनाव आयोग (ईसीआई) ने 19 अप्रैल को पहले चरण में कूच बिहार के मामले में किया था।"
पता चला है कि रायगंज के 1,730 मतदान केंद्रों में से 418 बूथ (24 प्रतिशत) अत्यधिक संवेदनशील हैं। यह आंकड़ा दार्जिलिंग की तुलना में अधिक है, जहां 20 प्रतिशत बूथ अतिरिक्त संवेदनशील हैं। बालुरघाट के मामले में यह आंकड़ा 19 प्रतिशत है।
पहले चरण में 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों को वेब-कास्टिंग के तहत कवर किया गया था और दूसरे चरण में भी इसी तरह का पालन किया जाएगा। इस वेब-कास्टिंग के माध्यम से सीईओ कार्यालय के अधिकारी सीधे अपने कंट्रोल रूम से मतदान केंद्रों के घटनाक्रम पर नजर रख सकेंगे।
(आईएएनएस)
गुना 21 अप्रैल । मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक युवती के साथ ज्यादती करने वाले आरोपी के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
मामला गुना जिले के नानाखेड़ी इलाके का है। यहां अयान पठान नाम के युवक ने एक युवती के साथ मारपीट की थी। युवती की आंखों में भी चोट आई है। आरोपी ने युवती के शरीर के जख्मों पर मिर्ची पाउडर भी डाला।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन ने रविवार को उसके अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से जमींदोज करा दिया। आरोपी ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण कर रखा था। इस पर पहले नोटिस भी दिया गया था। जवाब नहीं मिला, तो प्रशासन ने मकान के उस हिस्से को तोड़ दिया, जो अतिक्रमण कर बनाया गया था।
ज्ञात हो कि युवती के साथ गुरुवार को आरोपी ने दरिंदगी की थी। झाड़ू के पिछले हिस्से से युवती की आंखों पर हमला किया था और मारपीट की थी। उसके शरीर के घाव पर उसने मिर्ची पाउडर भी डाल दिया था।
युवती के परिजन आरोपी को फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इस घटना पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी चिंता जताई थी।
उन्होंने एक्स पर लिखा था कि गुना की बेटी के साथ बर्बरता का समाचार विचलित कर देने वाला है। अपराधी को सख्त से सख्त सजा मिले, ताकि कोई हैवान हमारी बहन-बेटी के सम्मान से खिलवाड़ न कर सके।
(आईएएनएस)
मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश), 21 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के एक गांव में पिछले साल अगस्त में गर्मियों में छह वर्षीय शिवांश ने पहली बार पानी में उछल-कूद की और खुशी का अनुभव किया।
आजादी के लगभग 76 साल बाद उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर की पहाड़ियों पर स्थित लहुरिया दाह गांव के लोगों को पहली बार पाइप से पानी की सप्लाई की गई।
तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट दिव्या मित्तल ने पाइपलाइन से पानी की सप्लाई शुरू कराई।
अब तक गांव के 1,200 लोग पानी के लिए पास के झरने पर निर्भर थे, जो गर्मियों में सूख जाता था। ऐसे में गांव में पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए टैंकर ही एकमात्र साधन थे। इसके लिए गांव वालों को पैसा देना पड़ता था।
गांव के निवासी कौशलेंद्र गुप्ता ने कहा, "हम पूरे साल भर का बजट पानी पर खर्च कर रहे थे। लहुरिया दाह तक पानी की पाइपलाइन लाने का काम कितना कठिन था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उचित योजना के अभाव में करीब एक दशक पहले बीच में ही काम रोक दिया गया था। जल जीवन मिशन में भी गांव को शामिल नहीं किया गया।"
एक अन्य निवासी जीवनलाल यादव ने पुरानेे दिनों को याद करते हुए कहा कि दूध बेचने के लिए वे मैदानी इलाकों में जाते थे और कंटेनर में पानी लेकर वापस आते थे।
उन्होंने कहा कि 25-30 सालों से गांव में टैंकरों से पानी की आपूर्ति होती थी और उनका पूरा बजट इसी पर खर्च हो जाता था। इस दौरान अक्सर लोगों के बीच झगड़े होते थे और तनाव पैदा होता था।
कौशलेंद्र गुप्ता ने कहा कि 4.87 करोड़ रुपये से अधिक की पिछली परियोजना के नतीजे नहीं आने और गांव तक पानी की आपूर्ति नहीं होने के बाद, हमने जिला मजिस्ट्रेट से मुलाकात की और उन्होंने समस्या पर ध्यान दिया। उन्होंने नए प्रयास शुरू किए और 10 करोड़ रुपये से अधिक की नई परियोजना को मंजूरी दी गई।
लहुरिया दाह, देवहार ग्राम पंचायत की सीमा में आता है। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के भूभौतिकीविदों और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों की मदद मांगी और कठोर चट्टानी सतह पर स्थित गांव तक पानी की पाइपलाइन ले जाने के लिए उपयुक्त तकनीक का पता लगाने के लिए जल जीवन मिशन, यूपी जल निगम, नमामि गंगे के अधिकारियों और मुख्य विकास अधिकारी की एक संयुक्त टीम का गठन किया।
इसके बाद इस गांव के लिए अलग से एक प्रस्ताव शासन को भेजा गया, जिसे मंजूरी मिल गई। आखिरकार 31 अगस्त 2023 को गांव में नल से पानी की सप्लाई शुरू हो गई।
गांव में एकमात्र कुएं का उपयोग वर्षा जल संचयन के लिए किया गया है, जबकि जानवरों के लिए पानी इकट्ठा करने के लिए एक कृत्रिम बांध बनाया गया है।
मध्य प्रदेश सीमा पर मिर्ज़ापुर जिला मुख्यालय से 49 किमी दूर स्थित लहुरिया दाह में कोल, धारकर, यादव, पाल और केशरवानी समुदायों की मिश्रित आबादी है।
(आईएएनएस)
चित्तौड़गढ़, 21 अप्रैल । राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में श्री सकल जैन समाज की ओर से महावीर जयंती का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने भगवान महावीर की एक भव्य शोभा यात्रा निकाली।
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के नेतृत्व मे अन्य पदाधिकारियों और समाज सेवी संस्थाओं ने इस शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
जानकारी के अनुसार, चित्तौड़गढ़ में सकल जैन समाज की ओर से गांधी चौक से भगवान महावीर की एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो विभिन्न मार्गो से होते हुए गांधीनगर स्थित मांगलिक धाम पहुंची जहां समाज के लोगों ने विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया।
वहीं शोभायात्रा का चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के नेतृत्व मे भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ कई समाजसेवी संस्थाओं की ओर से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
समाजसेवी संस्थाओं की ओर से शीतल पेय और आइसक्रीम का वितरण किया गया। इस भव्य शोभायात्रा के दौरान सकल जैन समाज के महिला एवं पुरुषों ने विशेष वेशभूषा धारण की हुई थी।
इस कार्यक्रम के दौरान अहिंसा के संदेश को जन जन तक पहुंचाया गया। आयोजकों ने कहा कि आज के युग में इस तरह के संदेश की बहुत जरूरत है।
(आईएएनएस)
नालंदा, 21 अप्रैल । जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म उत्सव जैन अनुयायी बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। रविवार को भगवान महावीर की 2623वीं जन्मोत्सव पर दो दिवसीय महोत्सव के पहले दिन कुंडलपुर समिति के द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई।
नन्हे बाल रूप को विशेष रथ पर विराजमान कर जैन श्रद्धालुओं ने गाजे बजे एवं गीत नृत्य कर भगवान महावीर को नगर भ्रमण कराया।
उनके अनुयायियों ने शोभा यात्रा के दौरान भगवान महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाया।
इसके बाद भगवान महावीर के मुख्य मंदिर में विराजमान प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक किया गया। इस मौके पर कुंडलपुर के जैन मंत्री विजय कुमार जैन ने बताया कि कुंडलपुर की इस धरा पर चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर जी का जन्म हुआ था।
इसी धारा पर से भगवान महावीर ने पूरे विश्व मैं सत्याहिंसा का संदेश दिया था। उन्होंने जन-जन को जियो और जीने दो के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया था।
(आईएएनएस)
झालावाड़, 21 अप्रैल । राजस्थान के झालावाड़ में एक बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहां बेकाबू ट्रॉली ने एक वैन को टक्कर मार दी जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई।
बताया गया है कि वैन में 10 लोग सवार थे जिसमें से 9 की मौत हो गई है।
सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे।
हादसा अकलेरा के समीप पंचोला गांव में हुआ जहां एक बेकाबू ट्रॉली ने एक वैन को टक्कर मार दी जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई।
घटनास्थल पर पुलिस पहुंच गई है और घायल एक व्यक्ति को हॉस्पिटल में पहुंचाया गया है।
हादसा इतना भयानक था कि वैन के परखच्चे उड़ गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई।
(आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 20 अप्रैल। कांग्रेस ने शनिवार को ओडिशा की दो लोकसभा सीटों और 13 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की एक नई सूची जारी की। पार्टी ने एक लोकसभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों को बदल दिया है, जिनके नाम पहले जारी सूची में शामिल थे।
क्योंझर लोकसभा सीट पर मोहन हेम्ब्रम की जगह बिनोद बिहारी नायक को उम्मीदवार बनाया गया है।
इसी तरह, कंधमाल संसदीय क्षेत्र के तहत कंटामाल विधानसभा क्षेत्र पर मनोज कुमार आचार्य के स्थान पर शरत कुमार प्रधान को मैदान में उतारा है। संजय कुमार मंडल ने अस्का संसदीय क्षेत्र के तहत कबिसूर्यानगर विधानसभा सीट पर बिपिन बिहारी स्वैन की जगह ली है।
पार्टी ने जयंत कुमार भोई के स्थान पर भुवनेश्वर लोकसभा सीट के तहत जयदेव विधानसभा क्षेत्र के लिए कृष्णा सागरिया को भी नामांकित किया।
कांग्रेस ने हाई प्रोफाइल संबलपुर लोकसभा क्षेत्र से दुलाल चंद्र प्रधान को मैदान में उतारा है, जहां भारतीय जनता पार्टी से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और बीजू जनता दल के दिग्गज नेता प्रणब प्रकाश दास पहले ही प्रचार अभियान में उतर चुके हैं। देवकांत शर्मा को कांग्रेस ने अस्का लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है।
एक अन्य बड़े घटनाक्रम में, पार्टी ने पुरी लोकसभा क्षेत्र के निमापारा विधानसभा क्षेत्र से निष्कासित वरिष्ठ नेता सुरेश कुमार राउत्रे के बड़े बेटे सिद्धार्थ राउत्रे को टिकट दिया है।
कांग्रेस ने पूर्व बीजद विधायक सिप्रा मलिक को भी मैदान में उतारा, जो 18 अप्रैल को केंद्रपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी में शामिल हुई थीं।
इस बीच, अमिता बिस्वाल, मनोज कुमार प्रधान और ज्ञान रंजन पटनायक को क्रमशः झारसुगुड़ा, खंडापाड़ा और पिपिली विधानसभा क्षेत्रों से नामांकित किया गया है।
पार्टी ने अब तक 147 विधानसभा क्षेत्रों में से 136 और 21 लोकसभा क्षेत्रों में से 19 पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं।
पार्टी ने सुंदरगढ़ जिले की दो विधानसभा सीटें बीरमित्रपुर और बोनाई निर्वाचन क्षेत्र भी क्रमशः झारखंड मुक्ति मोर्चा और माकपा के लिए छोड़ दी हैं।
-- (आईएएनएस)
गढ़वा, 21 अप्रैल । झारखण्ड में गढ़वा जिले के चिनियां वन क्षेत्र मे एक बार फिर जंगली हाथियों का आतंक देखने को मिला है। चिनियां थाना क्षेत्र के चिरका टोला मे एक दर्जन से अधिक हाथियों का झुण्ड अचानक आ धमका, जिसके बाद गांव मे अफरा तफरी मच गई। लोग जान बचा कर भागने लगे तभी महुआ चुन रहे दशरथ सिंह नामक एक व्यक्ति हाथी के सामने आ गया जिसे हाथी ने अपने पैरों तले कुचल दिया।
घटना की जानकारी जैसे ही वन विभाग और पुलिस को लगी, तत्काल दोनों टीम घटनास्थल पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे मे लेते हुए पोस्ट मॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
मौके पर ग्रामीणों ने वन विभाग के प्रति आक्रोश जताते हुए कहा कि पिछले चार माह से हाथी इस इलाके मे तबाही मचाये हुए है, लेकिन इसको देखने वाला कोई नहीं। कभी आदमी को मार रहा है तो कभी घर गिरा रहा है तो कभी फसलों को नुकसान पंहुचा रहा है, हमलोग बेबस हो गए हैं, कोई सुनने वाला नहीं है।
वहीं वन विभाग ने तत्काल सहायता के रूप मे दस हजार रूपए की आर्थिक मदद की, जबकि मुआवजा के लिए आश्वासन दिया, लेकिन हाथी भगाने पर चुप्पी साध गए।
(आईएएनएस)
रांची, 21 अप्रैल। रांची में रविवार को होने वाली इंडिया गठबंधन की महारैली के लिए नेताओं-कार्यकर्ताओं और समर्थकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा की मेजबानी में दोपहर दो बजे से शुरू होने वाली रैली को गठबंधन की 28 पार्टियों के टॉप नेता संबोधित करेंगे। गठबंधन ने इसे उलगुलान न्याय महारैली का नाम दिया है। जनजातीय संस्कृति में उलगुलान का अर्थ क्रांति या विद्रोह है। इस रैली को गठबंधन की पार्टियां द्वारा अपना चुनावी एजेंडा सेट करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है।
रांची के धुर्वा इलाके के प्रभात तारा मैदान में होने वाली रैली को संबोधित करने के लिए मुख्य रूप से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, आप के सांसद संजय सिंह, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पंजाब सीएम भगवंत मान, दीपंकर भट्टाचार्य, तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी के प्रतिनिधि डेरेक ओ ब्रायन सहित अन्य नेता पहुंचने वाले हैं।
रैली की मुख्य मेजबान पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन कर रही हैं। रैली में झारखंड की विभिन्न सीटों पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी भी मौजूद रहेंगे। झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन खुद रैली की व्यवस्था पर निगरानी रख रहे हैं।
उन्होंने गठबंधन के नेताओं के साथ रैली स्थल पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया है। पूरा शहर होर्डिंग्स और बैनरों से पटा है। बसों, एसयूवी और अन्य गाड़ियों पर सवार लोग सुबह से रैली स्थल पर पहुंचने शुरू हो गए हैं। इंडिया गठबंधन की पार्टियों का दावा है कि रैली में पांच लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे।
झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि इस रैली में जुटने वाले लोग 'दही-चूड़ा खाएंगे और भाजपा को भगाएंगे' का संदेश लेकर पूरे राज्य में जाएंगे।
दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे 'यह भ्रष्टाचारियों का भ्रष्टाचारियों के लिए भ्रष्टाचारियों द्वारा आयोजित किया जा रहा सम्मेलन' करार दिया है। उन्होंने आदिवासी संस्कृति में पवित्र क्रांति के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 'उलगुलान' शब्द का इस्तेमाल रैली के लिए किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि आदिवासी समाज की जमीनों और उनके संसाधनों को लूटने तथा तबाह करने वाले उलगुलान जैसे पवित्र शब्द का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं?
(आईएएनएस)
भोपाल, 21 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो चुका है। इस बार के चुनाव में पिछले चुनाव से मतदान का प्रतिशत कम रहा। इससे प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है।
मतदान का कम प्रतिशत उनके लिए अबूझ पहेली बना हुआ है। राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं और यहां चार चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में मतदान छह संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, शहडोल और सीधी में हुआ है। यहां मतदान का प्रतिशत जो सामने आया है वह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में कम है।
राज्य की सबसे चर्चित सीट छिंदवाड़ा में इस बार मतदान 79.83 प्रतिशत हुआ। अगर हम वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव पर गौर करें तो यहां 82.39 और वर्ष 2014 में 79.05 प्रतिशत हुआ था।
वहीं सीधी संसदीय क्षेत्र में इस बार मतदान का प्रतिशत 56.50 रहा है जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 69.50 प्रतिशत था। इसके अलावा वर्ष 2014 के यहां मतदान 56.86 प्रतिशत हुआ था।
पहले चरण में शहडोल संसदीय क्षेत्र में हुए मतदान का प्रतिशत 64.68 रहा, जबकि वर्ष 2019 में यहां 74.73 प्रतिशत मतदान हुआ था। जबकि यहां वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 62.20 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
जबलपुर संसदीय क्षेत्र में इस बार 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मतदान का उपयोग किया, वहीं 2019 में यहां 69.43 प्रतिशत हुआ था। जबकि 2014 में 58.53 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
मंडला संसदीय क्षेत्र में 72.84 प्रतिशत मतदान हुआ, जबिक वर्ष 2019 में 77.76 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां वर्ष 2014 में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ था।
बालाघाट संसदीय क्षेत्र में इस बार 73.45 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि वर्ष 2019 में यहां 77.61 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले थे। वहीं यहां वर्ष 2014 में 68.21 प्रतिशत मतदान हुआ था।
राज्य में पहले चरण में छह संसदीय क्षेत्र में हुए मतदान में मतदान का प्रतिशत बीते चुनाव के मुकाबले कम रहने पर राजनीतिक दल चिंतित हैं। सभी दल के नेता अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश नायक का कहना है कि भाजपा ने जो दल बदल कराया है उससे उनकी पार्टी के अंदर असंतोष है। कम मतदान प्रतिशत का सीधा नुकसान भाजपा को होने वाला है और कांग्रेस पहले चरण में बढ़त हासिल कर रही है।
मुकेश नायक के तर्क पर भाजपा नेता अजय सिंह यादव तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार से लेकर नेता तक चुनाव से पहले ही यह मान चुके हैं कि उनकी हार तय है। यह बात पहले चरण के चुनाव प्रचार में भी नजर आई है। कांग्रेस का कार्यकर्ता प्रचार तक के लिए नहीं निकला। मतदान के दिन तो बूथ पर भी कांग्रेस के एजेंट नहीं थे।
वहीं भाजपा का कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के प्रचार अभियान में जी जान से जुटा रहा। कांग्रेस का कार्यकर्ता तो मतदान करने ही नहीं निकला और मतदान का प्रतिशत कम रहने की वजह भी यही है।
भाजपा का हर बूथ पर 70 फ़ीसदी वोट हासिल करने के साथ पिछले चुनाव के मतदान से 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य है। जो वोट पड़े हैं उसमें 70 फ़ीसदी वोट भाजपा के उम्मीदवार को मिलेंगे।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 20 अप्रैल । कोलकाता के पास हावड़ा में फुटपाथ पर बेहोश मिली बिहार के बांका जिले की 95 वर्षीय महिला शनिवार को अपने परिवार से मिल गईं। उन्होंने सहयोग के लिए पुलिस व शौकिया रेडियो ऑपरेटरों के संगठन पश्चिम बंगाल रेडियो क्लब (डब्ल्यूबीआरसी) को धन्यवाद दिया और लोकसभा चुनाव में वोट देने की इच्छा जताई।
महिला सजमू निशा सजोमन ने बचावकर्ताओं से दो गुहार लगाई थी। वह अपने परपोते-पोतियों से मिलना चाहती है, क्योंकि वे तभी भोजन करते थे, जब वह उन्हें कहानियां सुनाती थीं और वह सलमानपुर गांव में अपने घर के पास बूथ पर आखिरी बार अपना वोट डालना चाहती हैं।
डब्ल्यूबीआरसी के सचिव अंबरीश नाग विश्वास ने कहा,“कुछ राहगीरों ने सबसे पहले महिला को बेहोश पड़ेे देखा। इसके बाद गोलाबारी पुलिस स्टेशन को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सजमू को एक अस्पताल में भर्ती कराया। अधिक गर्मी कारण शरीर में पानी की कमी हो जाने से वह बेहोश हो गईं थीं। स्वस्थ होने के बाद पुलिस ने डब्ल्यूबीआरसी से संपर्क किया। अपने व्यापक नेटवर्क के जरिए डब्ल्यूबीआरसी सैकड़ों खोए हुए लोगों को उनके परिवारों से मिला चुका है। महिला ने अपने परपोते के बारे में बताया और कहा कि वह सलमानपुर की रहने वाली हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह वोट डालना चाहती हैं।”
पुलिस ने उत्तरप्रदेश के सलमानपुर में तलाश शुरू की तो डब्ल्यूबीआरसी ने बिहार में। आख़िरकार पता चला कि उनके हुलिए से मिलती-जुलती एक महिला बिहार के बांका के सलमानपुर गांव से लापता है। महिला के परिवार से संपर्क करने पर उनके पोते-पोतियां उनकी तस्वीर दिखाए जाने पर रोने लगे। उनमें से एक तुरंत हावड़ा के लिए ट्रेन में चढ़ गया।
नाग बिस्वास ने कहा,“ महिला के परिवार के सदस्यों ने हमें बताया कि सजमू के लापता होने के बाद से बच्चे ठीक से खा भी नहीं रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने घर के बगल में एक जर्जर स्कूल भवन में स्थापित होने वाले मतदान केंद्र में इस लोकसभा चुनाव में आखिरी बार मतदान करना चाहती हैं। निर्वाचक फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) में उनकी उम्र 89 वर्ष दर्ज है, लेकिन वास्तव में वह 95 वर्ष की हैं। नाग बिस्वास ने कहा, हम चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने के उनके उत्साह से प्रभावित हैं।
(आईएएनएस)
नोएडा/गाजियाबाद, 20 अप्रैल । यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा का परिणाम घोषित हो गया है। नोएडा में ओवरऑल दसवीं का 95.11 और 12वीं का 84.96 प्रतिशत रिजल्ट रहा है। गाजियाबाद में दसवीं का 94.29 प्रतिशत रिजल्ट रहा है।
गौतमबुद्ध नगर में 10वीं में कुल 22 हजार 828 छात्र छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिसमें से 21 हजार 554 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। वहीं, 20 हजार 501 छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। परीक्षा परिणाम 95.11 प्रतिशत रहा है। इस बार गौतबुद्ध नगर में दसवीं में तनिश ने टॉप किया है। तनिश को 95.83 प्रतिशत अंक मिले हैं। तनिश एसडीएस इंटर कॉलेज नवादा दनकौर का छात्र है।
वहीं, 12वीं की परीक्षा में इस बार 1,91,709 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। 18,554 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। 15,764 छात्र-छात्राएं पास हुए। इस बार परीक्षा परिणाम 84.96 प्रतिशत रहा। इस बार जिले में 12वीं में निधि रानी ने टॉप किया है। निधि ने 93.88 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। वे मिहिर भोज गर्ल्स इंटर कॉलेज की स्टूडेंट हैं। दूसरे स्थान पर नीरज सोलंकी रहे। नीरज ने 93.40 प्रतिशत अंक हासिल किए। नीरज शिवराज शर्मा इंटर कॉलेज का छात्र है।
गाजियाबाद में 10वीं का रिजल्ट 94.29 प्रतिशत रहा। 10वीं में 30017 छात्र-छात्रा पंजीकृत थे। इसमें से 28,534 ने परीक्षा दी। 26,906 छात्र-छात्रा परीक्षा में पास हुए हैं। महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज के छात्र टिमोथी मंडल 96.83 प्रतिशत अंक लाकर 10वीं के गाजियाबाद के टॉपर बने हैं। दूसरे नंबर पर इसी कॉलेज के छात्र हर्ष पाल ने 96.50 प्रतिशत अंक पाए हैं। तीसरे नंबर पर केएन मोदी कॉलेज मोदीनगर के छात्र आदित्य सिरोही ने 95.67 प्रतिशत अंक पाए हैं।
10वीं के टॉप-10 टॉपर लिस्ट में 5 लड़कियां और 11 लड़के शामिल हैं। गाजियाबाद में 12वीं में रोज वैली पब्लिक स्कूल विजयनगर के छात्र ध्रुव चौहान 96.40 प्रतिशत अंक के साथ जिला टॉपर बने हैं। सरस्वती इंटर कॉलेज कविनगर के छात्र अंश ने 95.80 प्रतिशत अंक लाकर जिले में दूसरा स्थान पाया है। केएन मोदी कॉलेज मोदीनगर के छात्र विवेक कुमार, एस धरम इंटर कॉलेज के छात्र अंकुश और महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज के छात्र आर्यन शर्मा ने 12वीं में जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
(आईएएनएस)
जम्मू, 20 अप्रैल । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को जम्मू संभाग के रियासी जिले के अरनास इलाके से हथियार और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया।
पुलिस ने कहा कि सूचना मिली थी कि अरनास क्षेत्र में एक ठिकाने पर हथियार और गोला बारूद रखे हुए हैं। जानकारी पर कार्रवाई करते हुए एक अभियान शुरू किया गया।
पुलिस ने कहा, "हमने दो डेटोनेटर, असॉल्ट राइफल के 12 कारतूस, एक पुल-थ्रू, आईईडी वाला टेप रिकॉर्डर, ऐसा ही एक कैलकुलेटर, एक बैटरी और कुछ कनेक्टिंग तार बरामद किए हैं।"
पुलिस ने बताया कि इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है।
(आईएएनएस)
लखनऊ/प्रयागराज, 20 अप्रैल । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने शनिवार को 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित कर दिए। हाईस्कूल में 89.55 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए तो इंटर में 82.60 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए।
इस बार हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में सीतापुर के परीक्षार्थियों ने प्रदेश में टॉप किया है। हाईस्कूल में सीतापुर की प्राची निगम ने 98.50 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में टॉप किया है, जबकि फतेहपुर की दीपिका सोनकर (98.33 प्रतिशत) दूसरे और सीतापुर की ही नव्या सिंह (98 प्रतिशत) तीसरे स्थान पर रहीं।
इंटर में सीतापुर के शुभम वर्मा ने 97.80 प्रतिशत के साथ पहला स्थान हासिल किया है, जबकि बागपत के विशु चौधरी (97.60 प्रतिशत) दूसरे और अमरोहा की काजल सिंह (97.60 प्रतिशत) तीसरे स्थान पर रहीं।
हाईस्कूल में कुल पास परीक्षार्थियों में 12,38,422 बालक और 12,23,604 बालिकाएं शामिल हैं। बालकों का 86.05 और बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 93.40 है। परीक्षार्थियों में बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 7.35 अधिक है।
इंटर में कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थियों में 10,43,289 बालक तथा 9,82,778 बालिकाएं हैं। बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 77.78 तथा बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 88.42 है। पूरे परीक्षार्थियों में बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 10.64 अधिक है।
शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. महेंद्र देव और माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिब्यकान्त शुक्ल ने परीक्षाफल घोषित करते हुए बताया कि वर्ष 2024 की बोर्ड परीक्षा के साथ माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नए कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं।
इस वर्ष यूपी बोर्ड ने पहली बार रिकॉर्ड 12 कार्य दिवसों में परीक्षा संपन्न कराई है और साथ ही रिकार्ड 12 कार्य दिवसों में ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य सकुशल पूरा कराकर बोर्ड परीक्षा का परिणाम 100 वर्षों के इतिहास में साल 2023 के बाद दूसरी बार सबसे पहले जारी किया है।
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं 22 फरवरी से 9 मार्च के बीच कुल 8,265 परीक्षा केंद्रों पर संपन्न हुई थी। वहीं, हाईस्कूल एवं इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 16 से 30 मार्च के बीच प्रदेश के विभिन्न जिलों में निर्धारित कुल 259 मूल्यांकन केंद्रों पर मात्र 12 कार्य दिवसों में संपन्न हुआ।
हाईस्कूल की परीक्षा में कुल 29,36,353 संस्थागत और 11,982 व्यक्त्तिगत समेत कुल 29,47,335 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए। इनमें 27,38,999 संस्थागत तथा 10,365 व्यक्तिगत यानी कुल 27,49,384 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए।
सम्मिलित परीक्षार्थियों में से 14,39,243 बालक तथा 13,10,121 बालिकाएं शामिल रहीं। इनमें 24,55,041 संस्थागत तथा 6.985 व्यक्तिगत समेत कुल 24,62,026 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए।
संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 89.63 तथा व्यक्तिगत का उत्तीर्ण प्रतिशत 67.39 है। संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 22.24 अधिक है।
इंटर में 24,25,426 संस्थागत और 15,25,581 व्यक्तिगत समेत कुल 25,78,007 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए। 23,16,910 संस्थागत तथा 1,35,920 व्यक्तिगत समेत कुल 24,52,830 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। सम्मिलित परीक्षार्थियों में 13,41,356 बालक तथा 11,11.474 बालिकाएं रहीं।
वहीं, 19,08,647 संस्थागत तथा 1,17,420 व्यक्तिगत समेत कुल 20,26,067 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए। संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 82.38 तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 86.39 रहा।
संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 4.01 कम है। इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 52,295 परीक्षकों द्वारा संपन्न किया गया। वर्ष 2023 की तुलना में इंटर के कुल परीक्षार्थियों की संख्या में 1,90,173 की कमी हुई है।
(आईएएनएस)
चतरा, 20 अप्रैल । झारखंड में लोकसभा चुनाव से पहले चतरा में मुस्लिम संगठनों ने महागठबंधन के प्रत्याशी केएन त्रिपाठी के बहिष्कार का ऐलान किया है। इस ऐलान से महागठबंधन और कांग्रेस में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में मुस्लिमों ने शनिवार को बैठक बुलाई, जिसमें महागठबंधन और कांग्रेस के बहिष्कार का फैसला किया गया।
गौर करने वाली बात यह है कि ये वही मुस्लिम हैं, जिन्होंने कांग्रेस और महागठबंधन के साथ जीने-मरने की कसमें खाई थीं।
दरअसल, महागठबंधन और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से इस सीट पर केएन त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा है। यहां के मुस्लिमों को यही आपत्ति है कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद भी यहां किसी मुस्लिम प्रत्याशी को चुनावी मैदान में ना उतारकर केएन त्रिपाठी पर दांव आजमाया गया, इसलिए मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने आनन फानन में बैठक बुलाकर महागठबंधन और कांग्रेस के प्रत्याशी के बहिष्कार का ऐलान किया।
बैठक के दौरान बुद्धिजीवियों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चतरा के मुसलमान को अपनी जागीर समझने की भूल करना छोड़ दे। अब मुसलमान पूरी तरह से जाग चुके हैं। किसी भी परिस्थिति में भाजपा का भय दिखाकर कांग्रेस पार्टी और महागठबंधन के प्रत्याशी मुसलमानों का वोट नहीं ले पाएंगे।
उन्होंने कहा, हम सिर्फ दरी बिछाने वाले मुसलमान नहीं हैं। झारखंड में आदिवासियों के बाद दूसरे नंबर पर हमारी आबादी है। हम 20 प्रतिशत आबादी के साथ कई बार गोड्डा और धनबाद समेत अन्य लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। बावजूद महागठबंधन ने 14 में से किसी एक सीट पर भी मुस्लिम को प्रत्याशी नहीं बनाया, ये दुर्भाग्यपूर्ण है।
--(आईएएनएस)