अंतरराष्ट्रीय
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल। आईफोन विनिर्माता एप्पल ने अपने उपयोगकर्ताओं को पेगासस जैसे परिष्कृत स्पाइवेयर हमलों को लेकर आगाह करते हुए कहा है कि सीमित संख्या में लोगों को इनका निशाना बनाया जा रहा है।
स्पाइवेयर हमलों की जद में आने वाले लोगों में पत्रकार, कार्यकर्ता, राजनेता और राजनयिक शामिल हैं।
हालांकि, एप्पल ने इन हमलों को लेकर जारी एक सूचना में कहा कि अक्सर ऊंची लागत आने की वजह से कम संख्या में ही स्पाइवेयर को तैनात किया जाता है लेकिन भाड़े के स्पाइवेयर से हमले ‘जारी हैं और वैश्विक’ स्तर पर किए जा रहे हैं।
एप्पल ने 10 अप्रैल को जारी इस खतरे की अधिसूचना में पिछले शोध और रिपोर्टों के आधार पर यह संकेत दिया है कि ऐसे हमलों का ताल्लुक ऐतिहासिक रूप से सरकार से जुड़े पक्षों से रहा है।
यह अधिसूचना ऐसे समय आई है जब भारत समेत करीब 60 देशों में इस साल चुनाव होने जा रहे हैं।
दिग्गज फोन विनिर्माता ने कहा, ‘‘खतरे की सूचनाएं उन उपयोगकर्ताओं को सूचित करने और मदद करने के लिए तैयार की गई हैं, जिन्हें व्यक्तिगत रूप से भाड़े के स्पाइवेयर हमलों से निशाना बनाया गया हो। संभवतः ऐसा इसलिए हो कि वे कौन हैं या क्या करते हैं। ऐसे हमले नियमित साइबर आपराधिक गतिविधियों एवं उपभोक्ता मालवेयर की तुलना में बहुत अधिक जटिल होते हैं क्योंकि भाड़े के स्पाइवेयर से हमला करने वाले बहुत कम संख्या में विशिष्ट व्यक्तियों और उनके फोन को लक्षित करने के लिए असाधारण संसाधनों का उपयोग करते हैं।’’
एप्पल ने कहा कि भाड़े के स्पाइवेयर हमलों की कीमत लाखों डॉलर होती है। इसके अलावा हमले की अवधि कम होने से उनका पता लगा पाना और उन्हें रोक पाना खासा मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा अधिकांश उपयोगकर्ताओं पर ऐसे हमले कभी भी नहीं किए जाते हैं।
कंपनी ने कहा, ‘‘नागरिक समाज संगठनों, प्रौद्योगिकी फर्मों और पत्रकारों से मिली सूचनाओं और शोध से पता चलता है कि इसपर आने वाली ऊंची लागत और जटिलता को देखते हुए ये हमले ऐतिहासिक रूप से सरकारी पक्षों से जुड़े रहे हैं। इनमें सरकारी की तरफ से भाड़े के स्पाइवेयर विकसित करने वाली निजी कंपनियां भी शामिल हैं जिनमें एनएसओ ग्रुप का स्पाइवेयर पेगासस भी है।’’
पेगासस स्पाइवेयर ने उपयोगकर्ता के व्हाट्सएप पर सिर्फ एक मिस कॉल देकर उसके मोबाइल फोन को अपने नियंत्रण में ले लिया था।
एप्पल ने कहा कि स्पाइवेयर हमलों की अत्यधिक लागत और विश्वव्यापी प्रकृति उन्हें आज सबसे उन्नत डिजिटल खतरों में शामिल करती है।
ऐसी स्थिति में स्पाइवेयर हमलों से बचने के लिए एप्पल ने उपयोगकर्ताओं को लॉकडाउन मोड को सक्रिय करने का सुझाव दिया है।
कंपनी ने कहा, ‘‘एप्पल ऐसे हमलों का पता लगाने के लिए पूरी तरह से आंतरिक खतरे-खुफिया जानकारी और जांच पर निर्भर करती है। हालांकि, हमारी जांच कभी भी पूरी तरह निश्चित नहीं हो सकती है लेकिन खतरे की ये सूचनाएं अत्यधिक भरोसे वाले अलर्ट हैं। इसे बहुत गंभीरता से लिया जाना चाहिए।''
पिछले वर्ष एक सर्वेक्षण से पता चला था कि दुनियाभर में लगभग 49 प्रतिशत संगठन कर्मचारियों के उपकरणों पर हमले या सुरक्षा उल्लंघन का पता लगाने में असमर्थ हैं।
साइबर सुरक्षा फर्म ‘चेक पॉइंट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में पिछले छह महीनों में मोबाइल मालवेयर से प्रभावित संगठनों का साप्ताहिक औसत 4.3 प्रतिशत था, जबकि एशिया-प्रशांत क्षेत्र का औसत 2.6 प्रतिशत था। (भाषा)
दुनिया में बैंक धोखाधड़ी से जुड़े सबसे बड़े मामलों में से एक के तहत 67 साल की ट्रूंग माई लेन को मौत की सज़ा दी गई है.
वियतनाम के इतिहास में ये अब तक का सबसे अनोखा मुकदमा है.
ट्रूंग माई लेन पर देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक साइगॉन कॉमर्शियल बैंक को 11 साल तक लूटने का आरोप है.
लेन ने बैंक से 44 बिलियन डॉलर का लोन लिया था. अभियोजकों का कहना है कि इसमें से 27 बिलियन डॉलर की वसूली कभी नहीं की जा सकती.
लेन वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर की रहने वाली हैं.
शुरुआती दिनों में वो अपनी मां के साथ ब्यूटी प्रोडक्ट बेचती थीं. साल 1986 में कम्यूनिस्ट पार्टी की तरफ़ से आर्थिक सुधार की शुरुआत के बाद उन्होंने जमीन और संपत्ति खरीदना शुरू कर दिया.
1990 के दशक तक, वो बड़े होटल और रेस्तरां की मालकिन बन गईं और साल 2011 आते-आते शहर में उनकी पहचान एक प्रसिद्ध व्यवसायी के रूप में हो गई.
बीजिंग, 11 अप्रैल । 135वां चीनी आयात और निर्यात मेला (कैंटन मेला) 15 अप्रैल से 5 मई तक क्वांगचो में तीन चरणों में आयोजित होगा। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पूरे साल नियमित रूप से संचालित होता है। अब सभी तैयारी सुचारू ढंग से चल रही है।
बताया जाता है कि वर्तमान मेले का क्षेत्रफल 15 लाख 50 हजार वर्ग मीटर है और 74 हजार मंडप स्थापित होंगे। 50 देशों और क्षेत्रों के 29 हजार से अधिक उद्यम मेले में भाग लेंगे, जो इतिहास में एक नया रिकॉर्ड है। इन उद्यमों में निर्यात कंपनियों की संख्या 28 हजार 600 है और आयात कंपनियों की संख्या 680 है। 4,300 से अधिक उद्यम पहली बार मेले में हिस्सा लेंगे।
वर्तमान मेले में राष्ट्रीय उच्च तकनीक उद्यमों, श्रेष्ठ निर्माण उद्यमों और विशेष छोटे नए उद्यमों की संख्या 5,500 से अधिक है, जो पिछले मेले की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। अनुमान है कि मेले में 10 लाख नए उत्पाद प्रदर्शित होंगे।
इनमें हरित उत्पादों और स्वतंत्र बौद्धिक संपदा अधिकार वाले उत्पादों की संख्या अलग-अलग तौर पर 4 लाख 50 हजार और 2 लाख 50 हजार से ज्यादा होगी, जो दोनों पिछले मेले से अधिक हैं।
आंकड़ों के अनुसार कैंटन मेले की स्थापना के बाद से अब तक 93 लाख से अधिक विदेशी व्यापारियों ने मेले में भाग लिया है। वैश्विक भागीदारों की संख्या 195 तक पहुंच गयी है। इससे चीन और विभिन्न देशों व क्षेत्रों के बीच व्यापारिक आदान-प्रदान और मित्रवत आवाजाही बढ़ी है। (आईएएनएस)
बीजिंग, 11 अप्रैल। चीनी सामान्य सीमा शुल्क प्रशासन से मिली खबर के अनुसार चीन के हांगचो शहर में आयोजित 8वीं चीन-अमेरिका-यूरोप त्रिपक्षीय उपभोग उत्पाद सुरक्षा की मंत्रिस्तरीय बैठक में उपभोग उत्पाद सुरक्षा सहयोग को और गहरा करने पर "चार पहलुओं" पर सहमति कायम हुई।
उपभोग उत्पाद सुरक्षा के लिए "सामान्य मानक" बनाना, उपभोग उत्पाद सुरक्षा की "सामान्य निगरानी" को गहरा करना, उपभोक्ता अधिकारों की "सामान्य सुरक्षा" पर निरंतर ध्यान केंद्रित करना और उपभोग उत्पादों की "सामान्य सुरक्षा" की रक्षा करने का प्रयास करना।
यह बैठक चीनी सामान्य सीमा शुल्क प्रशासन, अमेरिकी उपभोग उत्पाद सुरक्षा आयोग और यूरोपीय आयोग के न्याय और उपभोक्ता मामलों के महानिदेशालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई।
बैठक का विषय "डिजिटल इंटेलिजेंस से जुड़ें और सुरक्षा साझा करें" है। तीनों पक्षों ने व्यापार डिजिटल इंटेलिजेंस की पृष्ठभूमि में उपभोग उत्पाद सुरक्षा सहयोग और सूचना साझाकरण को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित करके चर्चा की।
तीनों ने एकमत होकर कहा कि वे तीन पक्षों, सरकारों, उद्योगों और व्यवसायों के बीच समन्वय और सह-शासन को मजबूत करना जारी रखेंगे, अपनी-अपनी जिम्मेदारियां और भूमिकाएं निभाएंगे और नई चुनौतियों का मुकाबला करेंगे।
साथ ही निरंतर उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान के ढांचे के तहत, पेशेवर क्षेत्रों में परियोजना सहयोग, आदान-प्रदान, सेमिनार और पेशेवर प्रशिक्षण को गहरा करेंगे और सूचना संचार और तकनीकी परामर्श को मजबूत करेंगे। (आईएएनएस)
बीजिंग, 11 अप्रैल। चाय या कॉफी? चाय और कॉफी! जब आप चीन के मनमोहक दक्षिण-पश्चिमी प्रांत युन्नान में हों, तो निर्णय लेना आसान होता है। युन्नान को "विश्व के चाय स्रोत" की प्रतिष्ठित उपाधि प्राप्त है, साथ ही यह विश्व स्तर पर कुछ बेहतरीन कॉफ़ी की खेती भी करता है।
हाल ही में युन्नान प्रांत की सीपीसी समिति के सचिव वांग निंग ने चाइना मीडिया ग्रुप के सीजीटीएन संवाददाता को दिए एक इन्टरव्यू में दर्शकों को युन्नान की चाय और कॉफी के असाधारण स्वाद का प्रत्यक्ष स्वाद लेने के लिए आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा कि युन्नान की कॉफी वास्तव में असाधारण है। इस प्रांत के पास लगभग 76,667 हेक्टेयर कॉफी के बागान हैं, जो सालाना डेढ़ लाख से 2 लाख टन कॉफी का उत्पादन करते हैं। यह चीन के कॉफ़ी उत्पादन का 95 प्रतिशत हिस्सा है।
युन्नान प्रांत के शीर्ष नेता के रूप में वांग निंग अपने प्रांत में उत्पादित कॉफ़ी के प्रशंसक हैं, उन्होंने कहा कि युन्नान कॉफी की गुणवत्ता उत्कृष्ट है। युन्नान की अरेबिका कॉफ़ी दुनिया की कुछ प्रीमियम कॉफ़ी के स्तर की है। इसका स्वाद वाकई बहुत अच्छा है।
इसके अलावा, वांग निंग ने यह भी कहा कि युन्नान चाय का उद्गम स्थल भी है, जहां फु-अर शहर अंतर्राष्ट्रीय चाय समिति द्वारा "विश्व का चाय स्रोत" होने के लिए प्रसिद्ध है।
उन्होंने कहा कि चाय उद्योग के मानक तय करते हैं कि केवल सौ साल से अधिक पुराने पेड़ ही पुरानी चाय के पेड़ के योग्य हैं। युन्नान प्रांत में चिंगमाई पर्वत में लगभग 1,333 हेक्टेयर पुराने चाय के जंगल हैं, जहां एक हज़ार साल से अधिक समय से चाय की खेती की जाती रही है।
वांग निंग के अनुसार, वर्तमान में, युन्नान प्रांत में चाय उद्योग का कुल उत्पादन अब 150 अरब युआन तक पहुंच गया है, जिससे यह प्रांत के 60 लाख चाय किसानों के लिए पैसा कमाने वाला स्रोत बन गया है। चाय उत्पादन से उनकी आय में बड़ी वृद्धि हो रही है। (आईएएनएस)
बीजिंग, 11 अप्रैल। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा हाल ही में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि साल 1959 में तिब्बत में लोकतांत्रिक सुधार के बाद से लेकर अब तक, पिछले 65 वर्षों में तिब्बती अर्थव्यवस्था ने छलांग लगाकर विकास हासिल किया है।
आंकड़ों के मुताबिक, साल 1959 से साल 2023 तक, तिब्बत की जीडीपी 17.4 करोड़ युआन से बढ़कर 239.267 अरब युआन तक हो गई, जिसकी औसत वार्षिक वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत थी। प्रति व्यक्ति जीडीपी तत्काल के 142 युआन से बढ़कर अब तक के 65,642 युआन तक हो गयी।
बताया गया है कि देश द्वारा तिब्बत में निवेश बढ़ाये जाने के कारण, स्वायत्त प्रदेश में परिवहन, ऊर्जा, जल संरक्षण आदि बुनियादी ढांचे का निर्माण तेजी से आगे बढ़ा है, संबंधित सहायता स्थितियों में लगातार सुधार किया जा रहा है, तिब्बत में विकास की गति में काफी वृद्धि हुई है। साल 2023 में पूरे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में आम सार्वजनिक बजट राजस्व 23.662 अरब युआन तक पहुंच गया है, यहां आधुनिक उद्योग के तेजी से विकसित होने और आत्म-विकास क्षमताओं में लगातार सुधार होने वाला नया पैटर्न बना है।
यह भी बताया गया है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस (नवंबर साल 2012 में आयोजित) के बाद से, तिब्बत ने ऐतिहासिक रूप से पूर्ण गरीबी को समाप्त कर दिया है और आर्थिक विकास में एक नई छलांग लगाई है। 2012 से 2023 तक, तिब्बत की आर्थिक विकास दर लगातार कई वर्षों से देश में शीर्ष पर है। सभी निवासियों की प्रति व्यक्ति प्रयोज्य आय 11.7 प्रतिशत की औसत वार्षिक दर से बढ़ी, जो इसी अवधि के दौरान आर्थिक विकास दर से 3 प्रतिशत अधिक थी।
साल 2023 में, प्रति व्यक्ति की जीडीपी 65 हज़ार युआन से अधिक हो गई, जिसमें 40 हज़ार युआन से अधिक की संचयी वृद्धि हुई, जो सबसे बड़ी वृद्धि वाली अवधि थी। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, तिब्बत में द्वितीयक उद्योग तेजी से विकसित हुआ है, यहां प्रारंभिक तौर पर तिब्बती जातीय विशेषताओं से समृद्ध औद्योगिक उत्पादन प्रणाली बनाई गई है।
वहीं, तृतीयक उद्योग का पैमाना दिन-ब-दिन बढ़ रहा है, साल 2023 में, आर्थिक वृद्धि में तृतीयक उद्योग का योगदान 57.6 प्रतिशत तक पहुंच गया, और यह तिब्बत के आर्थिक विकास के लिए एक नया इंजन बन गया है। यह भी कहा गया कि साल 2023 में, तिब्बत के कई मुख्य आर्थिक संकेतक देश की विकास दर में आगे थे।
क्षेत्रीय जीडीपी वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से 4.3 प्रतिशत अधिक थी, शहरी और ग्रामीण निवासियों की प्रति व्यक्ति प्रयोज्य आय की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से क्रमशः 1.4 और 1.7 प्रतिशत अधिक थी, अचल संपत्ति निवेश की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से 32.1 प्रतिशत ज्यादा थी, उपभोक्ता वस्तुओं की कुल खुदरा बिक्री की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से 13.9 प्रतिशत अधिक थी। इनके अलावा, तिब्बत में कुल व्यापार के आयात और निर्यात की मात्रा में 138.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। (आईएएनएस)
हनोई, 11 अप्रैल वियतनाम में अब तक के सबसे बड़े वित्तीय धोखाधड़ी मामले में हो ची मिन्ह शहर की एक अदालत ने रियल एस्टेट कारोबारी ट्रूओंग माई लैन को बृहस्पतिवार को मौत की सजा सुनाई।
सरकारी मीडिया ‘थान नियेन’ ने यह जानकारी दी।
रियल एस्टेट कंपनी ‘वान थिन्ह फैट’ की 67 वर्षीय अध्यक्ष पर 12.5 अरब डॉलर की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था, जो देश की 2022 की जीडीपी का लगभग तीन प्रतिशत है।
लैन ने 2012 से 2022 के बीच ‘साइगॉन ज्वाइंट स्टॉक कमर्शियल बैंक’ पर अवैध रूप से नियंत्रण किया ताकि हजारों मुखौटा कंपनियों की आड़ में धन का गबन किया जा सके।
लैन को अक्टूबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था। (एपी)
लंदन, 11 अप्रैल ब्रिटेन के आव्रजन अधिकारियों ने वीजा शर्तों का उल्लंघन कर गद्दे तथा केक फैक्ट्री में अवैध रूप से काम करने के संदेह में 12 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है जिनमें 11 पुरुष और एक महिला हैं।
ब्रिटेन के गृह कार्यालय द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, आव्रजन प्रवर्तन अधिकारियों ने इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र में गद्दे के कारोबार से जुड़ी एक इकाई पर छापा मारा। अधिकारियों को खुफिया सूचना मिली थी कि वहां अवैध रूप से काम हो रहा है।
बयान के अनुसार अधिकारियों ने अवैध रूप से काम करने के आरोप में सात भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
गृह कार्यालय के अनुसार चार और भारतीय नागरिकों को पास की एक केक फैक्ट्री से गिरफ्तार किया गया, जिन पर वीजा शर्तों के उल्लंघन का आरोप है। इसके अलावा एक भारतीय महिला को भी आव्रजन अपराधों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि चार लोगों को ब्रिटेन से बाहर करने या भारत निर्वासित किए जाने पर विचार होने तक हिरासत में लिया गया है। वहीं शेष आठ लोगों को इस शर्त पर जमानत दी गई है कि वे नियमित रूप से गृह कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।
इस बीच, यदि यह आरोप साबित हो जाता है कि संबंधित फैक्टरी में अवैध श्रमिकों को नियुक्त किया गया था और रोजगार-पूर्व जरूरी जांच नहीं करायी गयी थी तो दोनों इकाइयों को जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। (भाषा)
वाशिंगटन, 11 अप्रैल भारतीय-अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने 50 लाख अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं और 15 से अधिक प्रभावशाली निर्वाचित अधिकारियों तथा संगठनों का समर्थन प्राप्त किया है जिससे आगामी चुनाव में एक प्रभावशाली उम्मीदवार के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हो गई है।
थानेदार मिशिगन का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं और 2022 के चुनाव में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए थे।
सांसद के प्रचार अभियान दल ने बुधवार को बताया कि थानेदार को 5,100,462 अमेरिकी डॉलर नकद मिले हैं।
थानेदार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘ समुदाय और प्रतिष्ठित संगठनों से इस प्रकार का अभिभूत कर देने वाला समर्थन मिलने से सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘साथ मिलकर हम प्रगति, समानता और मिशिगन के सभी नागरिकों के लिए अवसरों को हासिल करने की लड़ाई जारी रखेंगे।’’
थानेदार को सांसद एमी बेरा, जूडी सी, रॉबर्ट गार्सिया, मार्सी कैप्टूर, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति, टेड लियू, सेठ मैगजीनर, ब्रैड शर्मन, दीना टाइटस का समर्थन हसिल हुआ है।
इनके अलावा, ‘ह्यूमन राइट्स कैम्पेन’, ‘लेबरर्स इंटरनेशनल यूनियन ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ ( एलआईयूएनए), ‘नेशनल एजुकेशन एसोसिएशन’, ‘मिशिगन एजुकेशन एसोसिएशन’ और ‘न्यूटन एक्शन अलायंस’ वह संगठन हैं जिन्होंने थानेदार का समर्थन किया है। (भाषा)
सियोल, 11 अप्रैल । उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने सैन्य टकराव होने पर दुश्मनों को बिना किसी हिचकिचाहट के "मौत का झटका" देने का संकल्प जताया है। यह जानकारी राज्य मीडिया ने गुरुवार को दी।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि, किम ने बुधवार को किम जोंग-इल यूनिवर्सिटी ऑफ मिलिट्री एंड पॉलिटिक्स की अपनी यात्रा के दौरान यह बात कही।
केसीएनए के मुताबिक," किम ने कहा कि अब युद्ध के लिए पहले से कहीं अधिक अच्छी तरह से तैयार होने का समय आ गया है और उत्तर कोरिया को इसके लिए और अधिक दृढ़ता से तैयार होना चाहिए।"
किम ने विश्वविद्यालय को नई सैन्य प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया इस साल हथियारों के परीक्षण में तेजी ला रहा है। इसमें समुद्र और जमीन से क्रूज मिसाइलों का प्रक्षेपण और सुपर-बड़े मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर से फायरिंग अभ्यास शामिल हैं।
पिछले हफ्ते, इसने हाइपरसोनिक वारहेड से युक्त एक नई मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण का दावा किया था।
--आईएएनएस
कराची, 11 अप्रैल। पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के एक सीमावर्ती शहर के पास तीर्थयात्रियों से भरी एक बस गहरी खाई में गिर गई, जिससे कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 38 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
तीर्थयात्री बलूचिस्तान के खुजदार जिले में सुदूर मुस्लिम सूफी दरगाह शाह नूरानी जा रहे थे, तभी बुधवार को हब शहर में उनकी बस खाई में गिर गई।
जिस जगह पर हादसा हुआ, वह कराची से करीब 100 किलोमीटर दूर है।
गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने घटना पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि ऐसा लगता है कि चालक ने एक मोड़ पर नियंत्रण खो दिया जिससे बस खाई में जा गिरी।
सभी यात्री सिंध प्रांत के थट्टा शहर के रहने वाले थे।
नकवी ने कहा, ''वाहन बुधवार को दोपहर करीब दो बजे थट्टा से निकला और बुधवार रात करीब आठ बजे दुर्घटना का शिकार हो गया।''
हब में एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतकों और घायलों को कराची के सिविल अस्पताल ले जाया गया। शवों की पहचान की गई, जिनमें से कुछ एक ही परिवार के थे।
खराब सड़कें, सुरक्षा जागरूकता की कमी और यातायात नियमों की घोर उपेक्षा अक्सर पाकिस्तान में घातक दुर्घटनाओं का कारण बनती है। (भाषा)
मनीला, 11 अप्रैल। फिलीपींस की नौसेना का एक प्रशिक्षण हेलीकॉप्टर बृहस्पतिवार को राजधानी के दक्षिण इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार दो पायलट की मौत हो गई। सेना और पुलिस ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक रॉबिन्सन आर22 हेलीकॉप्ट मनीला के दक्षिण में स्थित कैविटे शहर के मैदानी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। फिलहाल यह नहीं पता चल सका है कि इस हादसे में कोई स्थानीय नागरिक हताहत हुआ है या नहीं।
सेना के प्रवक्ता कर्नल फ्रांसेल पाडिला ने कहा कि दोनों पायलट ने 'आपातकालीन प्रक्रियाओं' का उपयोग किया था। इस दुर्घटना में दोनों पायलट घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। (एपी)
तेल अवीव, 10 अप्रैल। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को कहा कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में मानवीय सहायता की पहुंच को बढ़ाने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे हैं।
बाइडन ने व्हाइट हाउस में कहा, ''हम देखेंगे कि उन्होंने (नेतन्याहू) मुझसे किये वादों को पूरा करने के सिलसिले में क्या-क्या किया।''
बाइडन और नेतन्याहू के बीच पिछले सप्ताह हुई बातचीत के बाद से ट्रकों की आवाजाही बढ़ गयी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इजराइल को गाजा के उत्तर में एक और प्रवेश बिंदु को खोलना चाहिए। (एपी)
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरान की चेतावनी के बीच इसराइल को हरसंभव मदद का वादा किया है. ईरान ने इसराइल कार्रवाई की चेतावनी दी है.
पिछले दिनों सीरिया में हुए हमले में कई ईरानी मारे गए थे. बाइडन ने कहा, "हम इसराइल की सुरक्षा के लिए हरसंभव मदद करेंगे."
ईद के मौक़े पर अपने संदेश में ईरानी नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई ने कहा था कि सीरिया की राजधानी दमिश्क में इसराइल का हमला ईरान पर हमला है.
उन्होंने कहा, "जब उन्होंने हमारे दूतावास के इलाक़े पर हमला किया, वो ऐसा था जैसे उन्होंने हमारी ज़मीन पर हमला किया हो." उन्होंने इसराइल को सज़ा देने की बात कही.
एक अप्रैल को ईरानी दूतावास की इमारत पर हमले में 13 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ईरान के कई वरिष्ठ सैनिक अधिकारी भी थे.
इसराइल ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन ऐसा माना जाता रहा है कि इसके पीछे इसराइल ही है. इस हमले के बाद से ही इलाक़े में मौजूद इसराइली और अमेरिकी सैनिक हाई अलर्ट पर हैं. (bbc.com/hindi)
रफ़ा सीमा पर रह रहे फ़लस्तीनीयों ने बीबीसी अरबी के शो 'ग़ज़ा लाइफ़लाइन' में बात की है और बताया है कि बीते साल की ईद और इस साल की ईद उनके लिए कितनी अलग है.
हारून अल-मेदललका कहना है कि "दर्द, बर्बादी, विस्थापन और लगातार गोलाबारी के बावजूद, हम लोग जीवन से प्यार करने वाले लोग हैं."
रफ़ा के एक शेल्टर होम में रहने वाले हारून ने बताया कि कुछ फ़लस्तीनी महिलाएं कुकीज़ बना रही हैं. वे उन अनाथ बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रही हैं जिन्होंने इसराइल के हमलों में अपने माता-पिता और घरवालों को खो दिया है.
अला-अल-एद्दाह भी बीबीसी को बताते हैं कि रिकॉर्ड संख्या में लोगों के मारे जाने के कारण "हर कोई इस ईद पर दुखी है."
वह कहते हैं, पहले वे "ईद की बधाई देने के लिए रिश्तेदारों और पड़ोसियों के घर जाते थे और बच्चे खुशियाँ मनाते थे," लेकिन अब वो लोग "विस्थापन में रह रहे हैं."
हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि वे मज़बूत रहेंगे, ईद मनाएंगे, रिश्तेदारों को बुलाएंगे और उन लोगों से मिलेंगे जिनके अपने मारे गए हैं.
आज ईद के मौके पर दक्षिणी ग़ज़ा में रहने वाले कई लोग अपने लोगों की कब्रगाह पर जा रहे हैं तो कई लोगों ने नमाज़ अदा दी .
बीबीसी पत्रकार ने मैं दक्षिणी शहर राफा में रह रही 40 साल की एक महिला एल्हाम से बात की.
एल्हम का घर अब मलबे का ढेर बन गया है, केवल एक कमरा है जो बमबारी से बच गया और उसका परिवार अब उसी में रहता है.
रफ़ा में 15 लाख फ़लस्तीनियों ने शरण ले रखी है.
बीबीसी पत्रकार ने उनसे पूछा- क्या वो इस साल ईद मना रहे हैं और अगर हां तो कैसे?
उन्होंने बताया, "हमारी कोई ईद नहीं है, कोई नए कपड़े नहीं हैं, त्योहार की कोई झलक नहीं है."
"यह युद्ध में शहीद हुए हमारे बच्चों के लिए आंसुओं से भरा बहुत दुखद दिन है, मेरी बहन के बच्चे भी मारे गए हैं."
रमज़ान का महीना ईद के त्योहार के साथ खत्म होता है. लेकिन ग़ज़ा में हालात बद से बदतर होते जा रहा हैं.
ग़ज़ा में भुखमरी की स्थिति है, एल्हाम बताती हैं कि वह खाने का इंतज़ाम नहीं कर पा रही हैं.
वो कहती हैं, "मेरे पास खुद के लिए खाना नहीं है. मेरे बच्चों ने थोड़ा ब्रेड और चीज़ खाया है लेकिन मैंने खाना नहीं खाया."
नबील सामी अल-सरौरा 10 साल के हैं. वह इस माहौल में भी सकारात्मक रहने की कोशिश करते हैं. उनका कहना है कि युद्ध और डर के बावजूद, वह "दुनिया के बाकी बच्चों की तरह ईद की खुशी मनाएंगे."
वे कहते हैं, "पिछले साल की ईद ख़ुशियों से भरी थी, लेकिन इस बार युद्ध और लगातार बमबारी के कारण डर ही डर फैला है." (bbc.com/hindi)
इस साल अप्रैल-मई महीने में भारत से क़रीब छह हज़ार श्रमिक इसराइल जाएंगे. इस बारे में इसराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई है.
अक्तूबर 2023 से ग़ज़ा पर इसराइली हमलों के कारण इसराइल कामगारों की कमी की समस्या से जूझ रहा है.
संघर्ष शुरू होने से पहले फ़लस्तीनी क्षेत्र से काफ़ी संख़्या में लोग इसराइल काम करने जाते थे.
वेस्ट बैंक से क़रीब 80 हज़ार और ग़ज़ा से क़रीब 17 हज़ार लोग काम करने के लिए इसराइल जाया करते थे. मगर सात अक्तूबर के बाद से ये आवाजाही बंद है.
भारतीय श्रमिकों को एयर शटल के ज़रिए सब्सिडी के तहत इसराइल ले जाया जाएगा.
पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से बताया गया कि विदेशी श्रमिकों की सबसे बड़ी तादाद जल्द निर्माण क्षेत्र से जुड़े कामों को करने के लिए इसराइल पहुंचेगी.
गवर्मेंट टू गवर्मेंट समझौते के तहत भारत से मज़दूर इसराइल भेजे जाएंगे.
भारत की ओर से इन कामगारों को इसराइल भेजने की कोशिशें ऐसे वक़्त में तेज़ हुई हैं, जब 19 दिसंबर 2023 को इसराइली पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी से फ़ोन पर बात की थी और भारतीय मज़दूरों को जल्दी भेजने की गुज़ारिश की थी.
ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस यानी एआईटीयूसी के जनरल सेक्रेटरी अमरजीत कौर ने द हिंदू से कहा, ''ये क़दम भारतीय आचरण के ख़िलाफ़ है. हम इसराइल से सीज़फ़ायर चाहते हैं. हम मज़दूरों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं. मज़दूर संगठन अब अदालत का रुख़ करने का सोच रहे हैं.'' (bbc.com/hindi)
लाहौर, 10 अप्रैल। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल को सऊदी अरब से वापस इस्लामाबाद लाने वाली पीआईए की उड़ान को लाहौर हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया, जिससे सैकड़ों अन्य यात्रियों को असुविधा हुई। मीडिया में आयी खबर में बुधवार को यह जानकारी दी गई।
दिलचस्प है कि यह घटना हाल में प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा उनके कार्यक्रमों में उनके लिए लाल कालीन बिछाने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद हुई है। वीआईपी संस्कृति को खत्म करने और जन सेवा के दायरे में विनम्रता की संस्कृति को प्रोत्साहित करने का संकेत देने वाली प्रधानमंत्री की घोषणा ने काफी प्रशंसा अर्जित की थी।
पीआईए प्रवक्ता के हवाले से ‘डॉन’ अखबार ने खबर दी कि जेद्दा से इस्लामाबाद के लिए रवाना पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की उड़ान को सोमवार को लाहौर हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया और इस विमान से शरीफ और उनकी बेटी मरियम सऊदी अरब की यात्रा से वापस आ रही थीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 393 यात्रियों को ले जा रही उड़ान संख्या पीके 842 को सोमवार रात साढ़े 10 बजे इस्लामाबाद में उतरना था, लेकिन इसे यहां अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तरफ मोड़ दिया गया और विमान यहां रात 09:25 बजे उतरा।
सूत्रों के हवाले से खबर में कहा गया है कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य अति विशिष्ट लोग लाहौर में उतरे, जिससे इस्लामाबाद जाने वाले सैकड़ों अन्य यात्रियों को असुविधा हुई।
लगभग 79 यात्रियों को उतारने के बाद, उड़ान अंततः इस्लामाबाद के लिए रवाना हुई और रात साढ़े 10 बजे के बजाय 11:17 बजे इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। पिछले महीने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद शरीफ अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत सऊदी अरब गये थे। (भाषा)
बीजिंग, 10 अप्रैल । दक्षिण चीन के हैनान प्रांत के दक्षिण-पश्चिमी तट पर मछली पकड़ने वाली एक नाव और एक कमर्शियल शिप के बीच टक्कर के बाद लापता हुए सभी आठ लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, मछली पकड़ने वाली नाव "युएनान आओयू 36062" 3 अप्रैल को सुबह लगभग 0:15 बजे सान्या बंदरगाह से लगभग 60 समुद्री मील पश्चिम में पनामा के कंटेनर जहाज "एसआईटीसी दानंग" से टकरा गई। इसके बाद, मछली पकड़ने वाली नाव डूब गई और उसमें सवार आठ लोग लापता हो गए।
बुधवार दोपहर तक सभी आठ शव पानी से बरामद कर लिए गए और बचाव अभियान समाप्त हो गया।
पनामा का कंटेनर जहाज सान्या बंदरगाह पर खड़ा है और दुर्घटना की जांच चल रही है।
(आईएएनएस)
हांगकांग, 10 अप्रैल हांगकांग की एक बड़ी इमारत में बुधवार को आग लगने से कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 36 अन्य लोग घायल हो गए।
हांगकांग के जॉर्डन में ‘न्यू लकी हाउस’ से लगभग 250 लोगों को बचाया गया और आग पर काबू पा लिया गया है। इस इमारत में अधिकतर आवासीय इकाइयां हैं।
अग्निशमन सेवा विभाग ने कहा कि आग 16 मंजिला इमारत की पहली और दूसरी मंजिल पर लगी, जहां एक जिम और अतिथि कक्ष स्थित थे।
अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारण की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जिन पांच लोगों की मौत हुई है वे जाहिर तौर पर इमारत से बचकर निकलने की कोशिश कर रहे थे।
‘न्यू लकी हाउस’ में 200 इकाइयां हैं और इसका निर्माण 1964 में किया गया था।
हांगकांग के मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि संबंधित विभागों को सभी पीड़ितों को सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। (एपी)
मॉस्को, 10 अप्रैल रूस के सुदूर पूर्वी अंतरिक्ष परिसर से भारी वजन ले जाने में सक्षम एक नये रॉकेट के परीक्षण-प्रक्षेपण का दूसरा प्रयास बुधवार को निरस्त करना पड़ा।
वोस्तोचन स्पेसपोर्ट से अंगारा-ए5 रॉकेट का प्रक्षेपण अपने निर्धारित समय 0900 जीएमटी(ग्रीनविच मीन टाइम) से लगभग दो मिनट पहले रद्द कर दिया गया।
सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए-नोवोस्ती ने कहा कि इसका कारण रॉकेट के केंद्रीय ब्लॉक के ऑक्सीडाइजर टैंक की दबाव प्रणाली की विफलता थी।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कहा कि अगला प्रक्षेपण प्रयास कम से कम एक दिन के लिए स्थगित रहेगा।
रोस्कोस्मोस के प्रमुख यूरी बोरिसोव ने कहा कि इससे पहले मंगलवार को पहला प्रयास तब नाकाम हो गया था जब स्वचालित सुरक्षा प्रणाली ने ऑक्सीडाइजर टैंक दबाव प्रणाली में तकनीकी खराबी दर्ज की थी। यह अंगारा-ए5 का चौथा प्रक्षेपण किया जाना था, इसके पहले इसके तीन प्रक्षेपण उत्तर-पश्चिम रूस के प्लेसेत्स्क लॉन्चपैड से किये जा चुके हैं।
वर्ष 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद रूस ने कजाकिस्तान से बैकोनूर कोस्मोड्रोम पट्टे पर लिया और अपने अधिकांश अंतरिक्ष प्रक्षेपणों के लिए इसका उपयोग करना जारी रखा। कजाकिस्तान के साथ समझौता वर्ष 2050 तक प्रति वर्ष 11.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की एवज में बैकोनूर को रूस को पट्टे पर देने की अनुमति देता है। (एपी)
वाशिंगटन, 10 अप्रैल प्रवासी भारतीयों के एक प्रमुख संगठन ने अमेरिकी सरकार की विभिन्न एजेंसियों, विश्वविद्यालयों और छात्र संघों से हाल के महीनों में भारतीय मूल के छात्रों की मौत की घटनाओं में वृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए काम करने का आग्रह किया है।
फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज (एफआईआईडीएस) के एक विश्लेषण में पाया गया कि इन घटनाओं के कारणों में संदिग्ध गोलीबारी/अपहरण, सुरक्षा जानकारी के अभाव में पर्यावरण संबंधी मौतें (मोनोऑक्साइड विषाक्तता, हाइपोथर्मिया), आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले मानसिक मुद्दे और संदिग्ध दुर्घटनाओं से लेकर हिंसक अपराध तक शामिल हैं।
एफआईआईडीएस ने कहा कि अधिकारियों को सुरक्षा शिक्षा बढ़ानी चाहिए, खोज और बचाव प्रक्रियाओं में सुधार करना चाहिए, भारतीय विद्यार्थियों के साथ रैगिंग के खिलाफ सख्त नियम लागू करना चाहिए; जोखिमों और सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करनी चाहिए।
वर्ष 2024 की शुरुआत से अब तक भारत से अमेरिका आए और भारतीय-मूल के कम से कम छह छात्रों की मौत हो चुकी है।
पिछले महीने से लापता एक 25-वर्षीय भारतीय छात्र इस सप्ताह अमेरिकी शहर क्लीवलैंड में मृत पाया गया था।
पिछले हफ्ते ओहायो में एक भारतीय छात्र उमा सत्य साई गड्डे की मौत हो गई और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पिछले महीने, भारत के 34-वर्षीय प्रशिक्षित शास्त्रीय नर्तक अमरनाथ घोष की मिसौरी के सेंट लुइस में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पिछले महीने, वाणिज्य दूतावास ने बोस्टन में 20-वर्षीय भारतीय छात्र अभिजीत पारुचुरू की मौत के बारे में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था। कनेक्टिकट में रहने वाले पारुचुरू के माता-पिता जांचकर्ताओं के सीधे संपर्क में थे और उनकी मौत की शुरुआती जांच में किसी भी तरह की साजिश से इनकार किया गया था।
पर्ड्यू विश्वविद्यालय में 23-वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्र समीर कामथ पांच फरवरी को इंडियाना में एक संरक्षित क्षेत्र में मृत पाया गया था।
दो फरवरी को, भारतीय मूल के आईटी कार्यकारी विवेक तनेजा (41) को वाशिंगटन में एक रेस्तरां के बाहर हमले के दौरान जानलेवा चोटें आईं।
एक अन्य त्रासदी में, 25-वर्षीय भारतीय छात्र विवेक सैनी को जॉर्जिया में एक बेघर नशेड़ी ने पीट-पीटकर मार डाला।
अमेरिका में भारतीय छात्रों की दुखद मौतों में बढ़ोतरी ने भारत-अमेरिकी समुदाय के साथ-साथ भारतीय आबादी के बीच महत्वपूर्ण चिंताएं बढ़ा दी हैं।
दस से अधिक विद्यार्थियों की मौत से संबंधित डेटा इकट्ठा करने वाली बोस्टन की डॉ. लक्ष्मी थलांकी ने कहा, ‘‘भारतीय छात्रों की मौत की घटनाओं में अचानक वृद्धि चिंताजनक और संदिग्ध है।’’
एफआईआईडीएस ने विदेश विभाग, न्याय विभाग, शिक्षा विभाग, विश्वविद्यालयों, छात्र संगठनों के साथ-साथ भारत-अमेरिकी समुदाय को विभिन्न सिफारिशें सौंपीं।
एफआईआईडीएस में नीतियों और रणनीति मामलों के प्रमुख खांडेराव कांड ने कहा, ‘‘हालांकि उनकी (भारतीय विद्यार्थियों की) मौतों में हालिया वृद्धि चिंताजनक है और अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो अमेरिकी विश्वविद्यालयों की सुरक्षा को लेकर भारतीयों का भरोसा डगमगाएगा, जिससे छात्रों की आमद पर और असर पड़ सकता है।’’
एफआईआईडीएस ने भारतीय-अमेरिकी छात्रों की चिंताओं और सुरक्षा से संबंधित एक सर्वेक्षण शुरू करने की भी घोषणा की। (भाषा)
जिनेवा, 10 अप्रैल भारत में 2022 में हेपेटाइटिस बी और सी संक्रमण के कुल 3.50 करोड़ मामले सामने आए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक हेपेटाइटिस बी और सी के संक्रमण की संख्या के मामले में भारत चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।
हेपेटाइटिस यकृत की सूजन होती है, जिसके कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं और यह जानलेवा भी हो सकती है।
डब्ल्यूएचओ की ओर से मंगलवार को जारी वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट-2024 के अनुसार 2022 में दुनिया भर में 25.40 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी से पीड़ित हुए जबकि हेपेटाइटिस सी से पीड़ित होने वाले लोगों की संख्या पांच करोड़ रही।
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार भारत में 2022 में हेपेटाइटिस बी के 2.98 करोड़ मामले सामने आए जबकि हेपेटाइटिस सी से संक्रमित होने वालों की संख्या 55 लाख रही।
चीन में हेपेटाइटिस बी और सी के मामलों की कुल संख्या 8.3 करोड़ रही जो विश्व भर में सामने आए कुल मामलों का 27.5 प्रतिशत है।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हेपेटाइटिस बी और सी के कुल 3.5 करोड़ मामले सामने आए जो दुनियाभर में सामने आए कुल मामलों का 11.6 प्रतिशत है।
हेपेटाइटिस वायरस के पांच मुख्य प्रकार हैं, जिन्हें प्रकार ए, बी, सी, डी और ई कहा जाता है। हालांकि, वे सभी यकृत रोग का कारण बनते हैं, वे संचरण के तरीकों, बीमारी की गंभीरता, भौगोलिक वितरण और रोकथाम के तरीकों सहित महत्वपूर्ण तरीकों से भिन्न होते हैं।
डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को बताया कि विश्व में हेपेटाइटिस के कारण जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और यह बीमारी वैश्विक स्तर पर मौत का दूसरा प्रमुख संक्रामक कारण है। दुनिया भर में हेपेटाइटिस के संक्रमण के कारण प्रत्येक वर्ष करीब 13 लाख लोगों की मौत होती है।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के 187 देशों के नए आंकड़ों से पता चलता है कि हेपेटाइटिस से होने वाली मौतों की अनुमानित संख्या 2019 में 11 लाख से बढ़कर 2022 में 13 लाख हो गई है। इनमें से 83 प्रतिशत मौतें हेपेटाइटिस बी के कारण जबकि 17 प्रतिशत मौतें हेपेटाइटिस सी के कारण होती हैं।
डब्ल्यूएचओ ने विश्व हेपेटाइटिस शिखर सम्मेलन में जारी इस रिपोर्ट में कहा, ‘‘प्रतिदिन, हेपेटाइटिस बी और सी संक्रमण के कारण दुनिया में 3,500 लोगों की मौत हो रही है।’’
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा, ‘‘यह रिपोर्ट एक परेशान करने वाली तस्वीर पेश करती है: हेपेटाइटिस संक्रमण को रोकने में विश्व स्तर पर प्रगति के बावजूद, मौतें बढ़ रही हैं क्योंकि हेपेटाइटिस से पीड़ित बहुत कम लोगों का निदान और उपचार किया जा रहा है।’’ (भाषा)
वाशिंगटन, 10 अप्रैल भारत के जैन धर्मगुरु लोकेश मुनि को जनता के कल्याण और मानवता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए अमेरिका के ‘प्रेसिडेंट्स गोल्ड वालेंटियर सर्विस’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
भारत में ‘अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र’ के संस्थापक मुनि को मंगलवार को अमेरिका के संसद भवन में डेमोक्रेटिक सांसद ब्रैड शर्मन ने इस पुरस्कार से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति जो बाइडन के हस्ताक्षर वाले प्रशस्तिपत्र में कहा गया,‘‘ मैं जन कल्याण में आपके योगदान के लिए आपको मुबारकबाद देता हूं साथ ही इस महान देश और मानवता की सेवा के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।’’
‘प्रेसिडेंट्स वॉलेंटियर सर्विस अवार्ड’ का चयन अमेरिकी सरकार की एक स्वतंत्र एजेंसी ‘अमेरीकॉर्प्स’ करती है।
प्रशस्तिपत्र में कहा गया है,‘‘ अमेरिका की कहानी हममें से किसी एक पर आधारित नहीं है और न ही हममें से कुछ पर, बल्कि यह हम सब पर आधारित है। जन कल्याण का जिम्मा खुद ही संभालने के लिए मैं आपको बधाई देता हूं और आपको ‘प्रेसिड़ेंट्स गोल्ड वॉलेंटियर सर्विस अवार्ड’ प्रदान करके इस देश में 500 घंटों की सेवा को रेखांकित करते हुए गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। ’’
जैन मुनि ने कहा कि उनको प्रदान किया गया पुरस्कार जैन धर्म के सिद्धांतों, इसके संस्थापक भगवान महावीर और समृद्ध भारतीय संस्कृति का सम्मान है।
जैन मुनि ने राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रति आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि अमेरिका और भारत मानवता के कल्याण के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे। (भाषा)
मेलबर्न, 10 अप्रैल । क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के पूर्व अध्यक्ष जैक क्लार्क का एडिलेड में 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया है, शासी निकाय ने बुधवार को यह जानकारी दी। क्लार्क 1999 में निदेशक के रूप में सीए बोर्ड में शामिल हुए और 2008 से 2011 तक इसके अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
उन्होंने दक्षिण ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (एसएसीए) में निदेशक के रूप में भी 21 साल बिताए और 2012 में उन्हें एसएसीए का मानद आजीवन सदस्य बनाया गया। सीए अध्यक्ष के रूप में, क्लार्क ने कई महत्वपूर्ण पदों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें प्रशासन और उच्च प्रदर्शन में कमीशनिंग रिपोर्ट शामिल थीं। जिसने इन क्षेत्रों में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की प्रथाओं को आकार देने और आधुनिकीकरण करने और बिग बैश लीग के शुभारंभ में मदद की।
सीए के चेयरमैन माइक बेयर्ड ने कहा, "जैक ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और एसएसीए के साथ अपनी प्रमुख भूमिकाओं में ऑस्ट्रेलियाई, दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उत्कृष्ट योगदान दिया था और पूरे खेल में उन्हें जानने वाले सभी लोग उन्हें बहुत पसंद करते थे। प्रशासन और उच्च प्रदर्शन सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जैक का नेतृत्व विशेष रूप से उल्लेखनीय था। उस समय के दौरान जब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ा, खेल के प्रति जैक का जुनून तुरंत किसी को भी दिखाई देने लगा जिसने उसके साथ क्रिकेट में एक दिन का आनंद लिया।''
बेयर्ड ने कहा, "क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से, मैं जैक की पत्नी सू, उनकी बेटियों जॉर्जी और लुसी, उनके विस्तारित परिवार और कई दोस्तों, उन सभी भाग्यशाली लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं जो उन्हें जानते हैं।"
1954 में रेनमार्क में जन्मे क्लार्क ने दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई प्रीमियर क्रिकेट प्रतियोगिता में ग्लेनेल्ग क्रिकेट क्लब के लिए खेला, इसके बाद एक वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया। क्लार्क केरी पैकर क्रिकेट फाउंडेशन के निदेशक, लॉर्ड्स टैवर्नर्स क्लब के सदस्य और दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई ब्रैडमैन लाइब्रेरी अपील समिति के सदस्य भी थे।
सभी स्तरों पर क्रिकेट के प्रति उनका विशाल उत्साह स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट प्रशासन में उनके लंबे और सफल करियर के लिए प्रेरणा था, जिसमें आईसीसी में ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करना भी शामिल था।
"एसएसीए बोर्ड में जैक के 21 साल दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है और खेल के प्रति उनका जुनून उन सभी के लिए स्पष्ट था जो उन्हें जानते थे।
विल रेनर ने कहा, "जैक खेल के सच्चे पात्रों में से एक था। उसकी हंसी और जीवन के प्रति उत्साह प्रभावशाली था और हम उसे बहुत याद करेंगे। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं उसकी पत्नी सू और बेटियों जॉर्जी और लुसी के साथ हैं।"
(आईएएनएस)
वेलिंगटन, 10 अप्रैल । न्यूजीलैंड के पूर्व लेग स्पिनर जैक अलबास्टर का 93 साल की उम्र में मंगलवार देर रात क्रॉमवेल में निधन हो गया। देश की क्रिकेट संचालन संस्था ने यह जानकारी दी है।
अलबास्टर ने 1955-1972 तक 21 टेस्ट खेले, जिसमें 12 वर्षों (1956 से 1968 तक) में फैले प्रारूप में न्यूजीलैंड द्वारा हासिल की गई पहली चार जीतें शामिल थीं, और ऐसा करने वाले वह एकमात्र खिलाड़ी थे। कुल मिलाकर, उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए अपने टेस्ट करियर में 38.02 की औसत से 49 विकेट लिए।
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, "न्यूजीलैंड क्रिकेट को लेग स्पिनर जैक अलबास्टर के निधन पर गहरा दुख हुआ है, जिनका कल रात 93 वर्ष की आयु में क्रॉमवेल में निधन हो गया। साउथलैंड और @ओटागोक्रिकेट के चैंपियन, जैक ने 1955-1972 तक 21 टेस्ट खेले (न्यूजीलैंड क्रिकेट द्वारा हासिल की गई पहली चार जीत सहित) 38.02 की औसत से 49 विकेट लिए।''
न्यूजीलैंड के क्रिकेटर के रूप में, अलबास्टर ने 1955-56 में भारत और पाकिस्तान, 1958 में इंग्लैंड, 1961-62 में दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया और 1971-72 में वेस्ट इंडीज की यात्रा के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत किया।
घरेलू क्रिकेट में ओटागो का प्रतिनिधित्व करते हुए स्पिनर ने 143 मैचों में 500 प्रथम श्रेणी विकेट लिए। अपने खेल करियर के समाप्त होने के बाद, अलबास्टर ने इन्वरकार्गिल में किंग्सवेल हाई स्कूल के प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया और 1981 में उसी शहर में साउथलैंड बॉयज़ हाई स्कूल के रेक्टर के रूप में भी काम किया।
उनके परिवार में उनके छोटे भाई, ग्रेन अलबास्टर हैं, जो वर्तमान में 90 वर्ष के हैं और ओटागो के लिए 96 प्रथम श्रेणी मैच खेलने के बाद न्यूजीलैंड के पूर्व चयनकर्ता और प्रबंधक थे।
अलबास्टर के निधन के बाद अब ट्रेवर मैकमोहन, जो अभी 94 वर्ष के हैं, न्यूजीलैंड के सबसे उम्रदराज़ जीवित टेस्ट खिलाड़ी बन गए हैं।
(आईएएनएस)