राष्ट्रीय
रांची, 28 सितंबर । झारखंड के पाकुड़ जिले के पाकुडिया में जहरीला भोजन खाने से 125 से भी ज्यादा बच्चे बीमार हो गये। बीमार बच्चों को इलाज के लिए पाकुडिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट में भर्ती कराया गया है।
घटना पाकुडिया के सिदो-कान्हू मुर्मू मेमोरियल इंग्लिश स्कूल की है।
स्कूल के हॉस्टल में बच्चों को रात का खाना दिया गया था। तभी एक बच्चे को परोसी गयी सब्जी में मरी हुई छिपकली दिखी। इसे देखकर खाना खा रहे दूसरे बच्चे उल्टी करने लगे।
इसके बाद धीरे-धीरे बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी और उसके बाद स्कूल मैनेजमेंट ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए बीमार में से 42 बच्चों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुड़िया में भर्ती कराया गया, जबकि 86 बच्चों को बंगाल के रामपुरहाट के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए रात में ही भर्ती कराया गया।
घटना की सूचना पाकर जिले के सिविल सर्जन डा. मंटू कुमार टेकरीवाल व मुख्यालय डीएसपी बैजनाथ प्रसाद भी अस्पताल पहुंचे।
मामले को लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी एसके झा ने बताया कि इलाजरत सभी बच्चों की स्थिति बेहतर है। खतरे की कोई बात नहीं है। अधिकांश बच्चों को उल्टी की शिकायत थी जिसके बाद उन्हें जरूरी दवाएं दी गयी हैं। कई बच्चों ने खाना नहीं खाया था और वे भी दूसरे बच्चों को उल्टी करता देख, उल्टी करने लगे थे।
मामले के बाद पूरी मेडिकल टीम तैनात की गयी थी जिससे पूरी परिस्थिति से निपटा जा सके। स्कूल मैनेजमेंट को भोजन पकाने में सावधानी बरतने तथा उसे परोसने से पहले जांच करने के लिए कहा गया है। सभी बच्चे जल्द ही ठीक हो जायेंगे। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और भारत की हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक्स अकाउंट से कई पोस्ट किए। पीएम ने कहा, ''डॉ. एमएस स्वामीनाथन के निधन से गहरा दुख हुआ। हमारे देश के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय में, कृषि में उनके अभूतपूर्व काम ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया और हमारे देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की।"
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कृषि में अपने क्रांतिकारी योगदान के अलावा, डॉ. स्वामीनाथन इनोवेशन के पावरहाउस और कई लोगों के लिए एक प्रेरक गुरु थे। अनुसंधान और परामर्श के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने अनगिनत वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
''मैं डॉ. स्वामीनाथन के साथ अपनी बातचीत को हमेशा याद रखूंगा। भारत को प्रगति करते देखने का उनका जुनून अनुकरणीय था। उनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।''
स्वामीनाथन का 98 साल की उम्र में गुरुवार को चेन्नई में निधन हो गया है। 7 अगस्त 1925 को तमिलनाडु के तंजावुर जिले में जन्मे स्वामीनाथन एक कृषि वैज्ञानिक, पादप आनुवंशिकीविद, प्रशासक और मानवतावादी थे।
उन्होंने धान की अधिक उपज देने वाली किस्मों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिली कि भारत के कम आय वाले किसान अधिक उपज पैदा करें। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 सितंबर । दिल्ली के सरकारी के स्कूलों के छात्र और शिक्षक मोबाइल एप्लिक्शन के माध्यम से सीधे विभाग को स्कूल व पढ़ाई-लिखाई से जुड़े सुझाव व शिकायत भेज सकेंगे। इस बाबत शिक्षा निदेशालय ने 'डीओई निरीक्षण' ऐप की शुरुआत की है।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने इस मोबाइल एप्लीकेशन को लॉन्च किया। यह इनोवेटिव एप्लिकेशन छात्रों और शिक्षकों को स्कूल से संबंधित समस्याओं को उठाने और स्कूल प्रशासन द्वारा उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए सशक्त बनाने को लेकर डिज़ाइन किया गया है।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, "शिक्षा विभाग का यह तकनीकी हस्तक्षेप स्कूल में छात्रों और शिक्षकों की जरूरतों को तेज़ी से पूरा करने में बेहद मददगार साबित होगा। डीओई निरीक्षण ऐप हमारे स्कूलों को बेहतर बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षक व विद्यार्थी स्कूल में महत्वपूर्ण स्टेकहोल्डर के रूप में भूमिका निभाते हैं, वे सीधे विभाग तक अपने सुझावों और शिकायतों को भेज सकते है।"
उन्होंने कहा कि इनके सुझावों के साथ हमें अपने स्कूलों में ज़रूरी बदलाव लाने में मदद मिलेगी। इन शिकायतों पर त्वरित संज्ञान लिया जा सकेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली सरकार छात्रों और शिक्षकों के जीवन को आसान बनाने के लिए विभिन्न तकनीकी हस्तक्षेप शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। डीओई निरीक्षण ऐप के साथ रोज़मर्रा में स्कूल में आने वाली चुनौतियों का सामना करने वाले छात्र इन मुद्दों को आसानी से अपने प्रिंसिपल के ध्यान में ला सकते हैं।
छात्रों और शिक्षकों को अपनी चिंताओं के समाधान के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। छात्र और शिक्षक समान रूप से अपने स्कूलों से संबंधित किसी भी प्रकृति के प्रश्न और शिकायत दर्ज करने के लिए ऐप का उपयोग कर सकते हैं। एक बार जब उनकी समस्याएं सबमिट हो जाती हैं, तो वे ऐप के भीतर अपने शिकायत की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।
शिकायतों और प्रश्नों से निपटने की पूरी प्रक्रिया की क्षेत्रीय, जिला और मुख्यालय स्तर पर डीडीई द्वारा बारीकी से निगरानी की जाती है। छात्र व शिक्षक इस एप्लीकेशन को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते है। इंस्टालेशन पर, उपयोगकर्ताओं को ड्रॉपडाउन सूची से अपना 'लॉगिन प्रकार' चुनना होगा, जिसमें छात्र, शिक्षक, स्कूल, डीडीई और मुख्यालय जैसे विकल्प शामिल हैं।
इसके बाद उपयोगकर्ता अपने संबंधित छात्र या शिक्षक आईडी दर्ज करके आगे बढ़ सकते हैं। डैश बोर्ड पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। साथ ही वो समस्या से जुड़ी फोटो भी ऐप पर अपलोड कर सकते हैं। शिक्षा विभाग का मानना है कि दिल्ली सरकार का डीआई निरीक्षण ऐप शिक्षा प्रणाली के भीतर पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता सुनिश्चित करेगा।
स्टेकहोल्डर्स के बीच सीधे संचार को बढ़ावा देकर, यह दिल्ली में शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। छात्र व शिक्षक दोनों ही गूगल प्ले स्टोर से यह ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। (आईएएनएस)।
बेंगलुरु 28 सितंबर । बेंगलुरु में एमएनसी कंपनी से जुड़ी एक महिला कर्मचारी ने उत्पीड़न को लेकर अपने लिव इन पार्टनर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। शिकायत गिरिनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है और पुलिस ने मामले को जांच के लिए ले लिया है। आरोपी की पहचान रफीक बादशाह के रूप में हुई है।
महिला का आरोप है कि आरोपी ने खुद को हिंदू बताकर उससे दोस्ती की। आरोपी रफीक ने फेसबुक पर अपना नाम गुरुप्रसाद बताया। दोनों का परिचय हुआ और एक-दूसरे को पसंद करने लगे। वे एक साथ रहने लगे। बाद में महिला को आरोपी की असली पहचान के बारे में पता चला। यह भी पता चला कि वह ऑटो चालक है।
इसके बाद भी पीड़िता उससे प्यार करती थी और उसके साथ संबंध बनाती रही। लेकिन, आरोपी ने पीड़िता को परेशान करना शुरू कर दिया। यह सहन न कर पाने के कारण महिला अपने माता-पिता के घर वापस चली गई। इसके बाद भी आरोपी उसे आए दिन प्रताड़ित करता था। महिला ने आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गुहार लगाई थी। जांच जारी है। (आईएएनएस)।
देहरादून, 28 सितंबर (आईएएनएस)। देहरादून के रायवाला थाना क्षेत्र में पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। होटल की आड़ में चल रहे देह व्यापार का पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के कब्जे से तीन पीड़ित लड़कियों को बचाया गया। तीनों यूपी की देवरिया की रहने वाली हैं।
इस घिनौने धंधे को चला रही महिलाएं ग्राहक को सोशल मीडिया के माध्यम से पहले कॉलगर्ल की फोटो भेजती हैं। इसके बाद कॉलगर्ल के दाम बताए जाते हैं। कॉलगर्ल का चयन होने के बाद ग्राहक से एडवांस में पैसे ले लिए जाते हैं। उसके बाद कॉलगर्ल को भेजा जाता है।
थाना प्रभारी निरीक्षक होशियार सिह पंखोली ने बताया कि रायवाला क्षेत्र में देह व्यापार का धंधा संचालित होने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने रायवाला बाजार स्थित बिष्ट रेस्टोरेंट में छापा मारा। इस कार्रवाई में जिस्मफरोशी का कारोबार चलाने वाले चमोली निवासी आनंद को पकड़ा। उसके मोबाइल से कई कॉल गर्ल्स के नंबर भी बरामद हुए हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी करीब छह महीने से किराए पर होटल चला रहा था। लेकिन, भवन स्वामी ने अभी तक उसका सत्यापन नहीं कराया था। (आईएएनएस)।
हैदराबाद, 29 सितंबर । हैदराबाद के बंदलागुडा में पांच किलोग्राम का गणेश लड्डू गुरुवार को रिकॉर्ड 1.26 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ।
नीलामी सनसिटी में रिचमंड विला सोसायटी में हुई। सोसायटी की महिलाओं का एक समूह मिठाई खरीदने के लिए एकत्र हुआ। पिछले साल इस लड्डू की कीमत 60.48 लाख रुपये थी।
आयोजकों ने कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल चैरिटी कार्यों में किया जाएगा। इस बीच, प्रसिद्ध 21 किलोग्राम बालापुर गणेश लड्डू 27 लाख रुपये में नीलाम हुआ।
तुर्कयमजल के दसारी दयानंद रेड्डी, जिन्होंने इस साल इसे खुली नीलामी में खरीदा था, अपनी जीत से खुश थे क्योंकि आखिरी बार वह मामूली अंतर से हार गए थे।
2022 में इस लड्डू को स्थानीय किसान वी. लक्ष्मा रेड्डी ने 24.60 लाख रुपये में खरीदा था।
बालापुर गांव में वार्षिक नीलामी वार्षिक गणेश विसर्जन जुलूस की शुरुआत का प्रतीक है, जो शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर हैदराबाद के मध्य में हुसैन सागर झील तक पहुंचती है।
स्थानीय नेताओं की उपस्थिति में आयोजित नीलामी में गैर-स्थानीय लोगों सहित कुल 35 बोलीदाताओं ने भाग लिया।
सैकड़ों भक्तों के जोरदार जयकारों के बीच, खुली नीलामी में भाग लेने वालों ने लड्डुओं के लिए बोली लगाई, जिसके बारे में उनका मानना है कि यह उनके लिए सौभाग्य लाता है।
हर साल नीलामी का आयोजन करने वाली बालापुर गणेश उत्सव समिति के अनुसार, 1994 में आयोजित पहली नीलामी में लड्डू 450 रुपये में बेचा गया था। इसे कोलानू मोहन रेड्डी ने खरीदा था, जो लगातार पांच वर्षों तक सफल बोलीदाता बने रहे।
जैसे ही उन्होंने बोली जीतकर समृद्धि का दावा किया, लड्डू और अधिक लोकप्रिय हो गया। तब से, इस मिठाई की लोकप्रियता और कीमत में वृद्धि हुई है।
ऐसा माना जाता है कि इससे विजेता को समृद्धि मिलती है, इसलिए हर साल व्यवसायी और राजनेता बोली लगाने के लिए एक-दूसरे से होड़ करते हैं।
विजेता न केवल लड्डुओं के टुकड़े अपने परिवार और दोस्तों के बीच बांटते हैं, बल्कि अवशेषों को अपने कृषि क्षेत्रों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों में भी छिड़कते हैं। (आईएएनएस)।
सांसद दानिश अली को संसद में गालियां देने वाले बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी को चुनावों से जुड़ी नई जिम्मेदारी सौंप दी गई है. सवाल उठ रहे हैं कि कार्रवाई करने की जगह उन्हें नई जिम्मेदारी देकर पार्टी क्या संदेश देना चाह रही है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
राजस्थान में जल्द होने वाले विधान सभा की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने बिधूड़ी को टोंक जिले में पार्टी की समन्वय समिति का सदस्य बना दिया है. कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि उन्हें जिला इन-चार्ज के बराबर जिम्मेदारी दी गई है.
बिधूड़ी ने खुद 'एक्स' पर जानकारी दी कि वो बीजेपी की टोंक जिला समन्वय समिति की बैठक में शामिल हुए थे. उन्होंने इस बैठक की तस्वीरें भी साझा कीं, जिनमें वो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और अन्य नेताओं के साथ बैठक में चर्चा करते नजर आ रहे हैं.
टोंक ही क्यों
मीडिया रिपोर्टों में यह भी बताया गया है कि बिधूड़ी को यह जिम्मेदारी दिए जाने का फैसला टोंक जिले के जातीय समीकरण को देख कर लिया गया है. टोंक में गुर्जर समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं और बिधूड़ी खुद उसी समाज से हैं.
जिले में मुस्लिम मतदाता भी काफी बड़ी संख्या में हैं और अटकलें लग रही हैं कि ऐसे जिले में बिधूड़ी की नियुक्ति हिंदू मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के लिए की गई है. बिधूड़ी ने 22 सितंबर, 2023 को लोक सभा में बीएसपी के सांसद दानिश अली के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था.
इसके बाद लोक सभा के स्पीकर ओम बिरला ने बिधूड़ी को दोबारा ऐसा ना करने की हिदायत दी थी और उनके शब्दों को संसदीय रिकॉर्ड से हटा देने के आदेश दिए थे. बीजेपी ने भी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
सजा की जगह पुरस्कार: विपक्ष
विपक्ष ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. अब विपक्ष के कई नेताओं ने पार्टी में उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जगह उन्हें नई जिम्मेदारी दिए जाने की आलोचना की है. तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने एक्स पर लिखा कि बीजेपी ने बिधूड़ी को पुरस्कार दिया है.
बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद हैं. यह लोकसभा में उनका दूसरा कार्यकाल है. इससे पहले वो 11 सालों तक दिल्ली विधानसभा के सदस्य थे.
उन्होंने 2019 में अपने चुनावी हलफनामे में अपने बारे में जो जानकारी दी थी, उसके मुताबिक उनके पास 18 करोड़ रुपये की संपत्ति है. उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. इनमें जानबूझकर दूसरों को चोट पहुंचाने और मानहानि जैसे अपराध शामिल हैं. (dw.com)
जयपुर, 28 सितंबर। राजस्थान के कोटा में नीट की तैयारी कर रहे एक और छात्र ने आत्महत्या कर ली है। इसी के साथ यहां इस साल आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या 26 हो गई है।
20 वर्षीय छात्र मोहम्मद तनवीर ने बुधवार रात अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के महाराजगंज का रहने वाला तनवीर नीट की तैयारी के लिए पिछले साल से पिता और बहन के साथ कोटा में रह रहा था।
तनवीर के पिता कोटा के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में टीचर हैं। तनवीर घर पर रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। उसकी बहन भी नीट की तैयारी कर रही है।
पुलिस तनवीर की आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। तनवीर के परिजनों से पूछताछ की जा रही है। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 सितंबर । बसपा सांसद दानिश अली प्रकरण में जांच का आदेश देने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का आभार जताते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि आज यह जांच इसलिए संभव हो पा रही है क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है।
उन्होंने आगे कहा, नहीं तो इससे पहले मनमोहन सरकार के कार्यकाल के दौरान 2006 में लोकसभा में हुई मारपीट, 2012 में सोनिया गांधी की मारपीट और 2014 में तेलंगाना बनने के समय हुई फाईट के मामले में न तो जांच के लिए कोई कमेटी बनी और न ही किसी को सजा हुई।
याद दिला दें कि कई विपक्षी सांसदों द्वारा लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के जवाब में भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे, रवि किशन और भाजपा राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर दानिश अली के व्यवहार की जांच करवाकर कार्रवाई करने की मांग की थी।
निशिकांत दुबे ने गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला और लोकसभा सचिवालय के आधिकारिक एक्स अकाउंट को टैग करते हुए जांच शुरू होने की जानकारी दी।
उन्होंने इसके लिए आभार जताते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार, उन्होंने दानिश अली प्रकरण में लोकसभा सचिवालय की कमेटी को जांच का ज़िम्मा सौंपा।
आज यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है, नहीं तो पहले लोकसभा ने 2006 में आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस का जूता व माइक मारपीट, 2012 में सोनिया गांधी की मारपीट व 2014 में तेलंगाना बनने के समय फैटा-फाइट व सांसद को घायल देखा, ना कमेटी बनी ना सजा हुई।"
"विशेषाधिकार समिति को जांच की जिम्मेदारी..."
सूत्रों के मुताबिक, रमेश बिधूड़ी-दानिश अली प्रकरण में लगभग 11 सांसदों की शिकायत के आधार पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पूरे मामले की जांच करने की जिम्मेदारी सदन की विशेषाधिकार समिति को सौंप दी है। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 सितंबर । बसपा सांसद दानिश अली प्रकरण में जांच का आदेश देने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का आभार जताते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि आज यह जांच इसलिए संभव हो पा रही है क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है।
उन्होंने आगे कहा, नहीं तो इससे पहले मनमोहन सरकार के कार्यकाल के दौरान 2006 में लोकसभा में हुई मारपीट, 2012 में सोनिया गांधी की मारपीट और 2014 में तेलंगाना बनने के समय हुई फाईट के मामले में न तो जांच के लिए कोई कमेटी बनी और न ही किसी को सजा हुई।
याद दिला दें कि कई विपक्षी सांसदों द्वारा लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के जवाब में भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे, रवि किशन और भाजपा राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर दानिश अली के व्यवहार की जांच करवाकर कार्रवाई करने की मांग की थी।
निशिकांत दुबे ने गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला और लोकसभा सचिवालय के आधिकारिक एक्स अकाउंट को टैग करते हुए जांच शुरू होने की जानकारी दी।
उन्होंने इसके लिए आभार जताते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार, उन्होंने दानिश अली प्रकरण में लोकसभा सचिवालय की कमेटी को जांच का ज़िम्मा सौंपा।
आज यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है, नहीं तो पहले लोकसभा ने 2006 में आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस का जूता व माइक मारपीट, 2012 में सोनिया गांधी की मारपीट व 2014 में तेलंगाना बनने के समय फैटा-फाइट व सांसद को घायल देखा, ना कमेटी बनी ना सजा हुई।"
"विशेषाधिकार समिति को जांच की जिम्मेदारी..."
सूत्रों के मुताबिक, रमेश बिधूड़ी-दानिश अली प्रकरण में लगभग 11 सांसदों की शिकायत के आधार पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पूरे मामले की जांच करने की जिम्मेदारी सदन की विशेषाधिकार समिति को सौंप दी है। (आईएएनएस)।
श्रीनगर (उत्तराखंड) 27 सितंबर उत्तराखंड के पौड़ी जिले के श्रीनगर में 10 वर्षीय एक बालिका ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए तेंदुए से न केवल अपनी जान बचाई बल्कि अपने छोटे भाई को भी उसके चंगुल से निकालने में सफल रही ।
खिर्सू ब्लॉक के गांव भटोली में सोमवार देर शाम हुई इस घटना में सात वर्षीय बालक की पीठ पर तेंदुए के पंजों के तीन नाखून लग गए जिससे वह मामूली रूप से घायल हो गया ।
गढ़वाल वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी ललित मोहन नेगी ने 'पीटीआई भाषा' को बताया कि प्रियांशी अपने भाई प्रिंस के साथ बरामदे में पढ़ रही थी कि तभी अचानक तेंदुआ आ धमका और कुर्सी पर बैठे प्रिंस की ओर झपटा।
अचानक हुए हमले के बावजूद प्रियांशी ने स्वयं को संभालते हुए अपने भाई को कुर्सी समेत पीछे खींच लिया और जिस मेंज पर दोनों पढ़ रहे थे, उसे तेंदुए की ओर पलट दिया।
इस बीच, बच्चों की चीख पुकार सुनकर उनके माता-पिता और अन्य परिजन भी बरामदे में पहुंचे लेकिन तब तक तेंदुआ भाग गया था ।
नेगी ने बताया कि हमले में प्रिंस की पीठ पर तेंदुआ का पंजा लग गए जिसके बाद उसे उपचार के लिए बेस अस्पताल श्रीकोट लाया गया । प्राथमिक उपचार के बाद प्रिंस को घर भेज दिया गया ।
वन अधिकारी ने बताया कि तेंदुए के हमले में घायल होने पर बच्चे के परिजनों को तत्काल दो हजार रुपये दिए गए वहीं शेष राशि भी उन्हें जल्द दे दी जाएगी ।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग की टीम को गांव में तैनात कर दिया गया है । (भाषा)
चंडीगढ़, 28 सितंबर पंजाब पुलिस ने 2015 के मादक पदार्थ मामले में बृहस्पतिवार को कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गिरफ्तार कर लिया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक मंजीत सिंह के नेतृत्व में पंजाब पुलिस की एक टीम ने सुबह करीब छह बजे खैरा के चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापा मारा।
विधायक के बेटे ने फेसबुक पर ‘लाइव’ आकर दिखाया कि पंजाब पुलिस की एक टीम खैरा को पकड़ने के लिए उनके आवास पर पहुंची है।
वीडियो में खैरा पुलिस टीम के साथ बहस करते और गिरफ्तारी वारंट दिखाने को कहते देखे जा सकते हैं। विधायक छापेमारी करने वाले टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों से उनकी पहचान भी पूछते नजर आ रहे हैं।
पुलिस ने खैरा को बताया कि उन्हें स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम मामले में गिरफ्तार किया जा रहा है। जब खैरा ने पुलिस दल से पूछा कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है, तो एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें फाजिल्का के जलालाबाद ले जाया जा रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अप्रैल 2023 में पुलिस उप महानिरीक्षक स्वप्न शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया था और 2015 के मामले की जांच के आधार पर खैरा को गिरफ्तार किया गया है।
भगवंत मान सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि उन्हें फर्जी मामले में पकड़ा जा रहा है और राज्य में ‘‘जंगल राज’’ चल रहा है।
इस बीच, पंजाब कांग्रेस ने आप सरकार पर हमला बोलते हुए उस पर राजनीतिक प्रतिशोध में लिप्त होने का आरोप लगाया। कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने खैरा की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की।
वडिंग, खैरा की गिरफ्तारी के बाद उनके आवास पहुंचे और उनके बेटे महताब खैरा और परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे विधायक के साथ खड़े हैं।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा कि पंजाब पुलिस की यह कैसी जांच हैं जिसमें आठ साल बाद खैरा को गिरफ्तार किया गया है।
वडिंग ने कहा, ‘‘यह दर्शाता है कि राज्य में 'जंगल राज' है।" और उन्होंने पंजाब पुलिस की कार्रवाई के दौरान चंडीगढ़ पुलिस की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में वडिंग ने कहा, ‘‘विधायक सुखपाल खैरा जी की गिरफ्तारी से राजनीतिक प्रतिशोध की बू आ रही है। यह विपक्ष को डराने का एक प्रयास है और मूल मुद्दों से (लोगों का) ध्यान भटकाने के लिए पंजाब में आप सरकार की एक चाल है। हम सुखपाल खैरा के साथ खड़े हैं और इस लड़ाई को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाएंगे।’’
बाजवा ने कहा, ‘‘वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी बेहद निंदनीय है। पंजाब में आप सरकार काफी नीचे गिर गई है और प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। सुखपाल सिंह खैरा मुखर रहे हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार द्वारा किए गए गलत कार्यों और अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाई है।’’
उन्होंने कहा, "कानून के दायरे में रहते हुए पंजाब कांग्रेस उन्हें रिहा कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।’’
मादक पदार्थ से जुड़ा यह मामला मार्च 2015 में फाजिल्का के जलालाबाद में दर्ज किया गया था। इसमें नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी और बाद में उन्हें स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया था।
पुलिस ने आरोपियों पास से दो किलोग्राम हेरोइन, सोने के 24 बिस्कुट, एक देसी पिस्तौल, एक .315 बोर की पिस्तौल और दो पाकिस्तानी सिम कार्ड बरामद किए थे।
पुलिस जांच के दौरान बाद में खैरा का नाम सामने आया था।
उच्चतम न्यायालय ने 2017 में खैरा के खिलाफ निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगा दी थी, जिन्हें मामले में अतिरिक्त आरोपी के तौर पर तलब किया गया था।
खैरा को 2015 के मादक पदार्थ मामले से जुड़े धन शोधन के आरोप में 2021 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 2022 में उन्हें जमानत मिल गई।
उच्चतम न्यायालय ने फरवरी 2023 में, 2015 के मादक पदार्थ मामले में खैरा के खिलाफ समन आदेश को रद्द कर दिया था। (भाषा)
नवादा, 28 सितंबर बिहार के नवादा नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक कृषि फार्म के समीप बृहस्पतिवार को सुबह तेज रफ्तार से जा रहे एक ट्रक से कुचल कर तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया ।
नवादा नगर प्रखंड विकास पदाधिकारी अंजनी कुमार ने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए और घायल को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि मृतकों के आश्रितों को मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना के तहत तात्कालिक आर्थिक सहायता के तौर पर 20-20 हजार रुपए दिए गए हैं ।
मृतक और घायल व्यक्ति स्थानीय सब्जी मंडी में मजदूरी करते थे और सड़क पार करने के दौरान ट्रक की चपेट में आ गए। हादसे के बाद ट्रक चालक अपना वाहन लेकर फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है। (भाषा)
नई दिल्ली, 27 सितंबर । हरदीप सिंह निज्जर और अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श दल्ला ने पंजाब के युवाओं को लालच देकर आतंकी वारदातों को अंजाम देने की साजिश रची थी। इसका खुलासा एनआईए की चार्जशीट में हुआ है। शूटरों को कनाडा का वीजा, शानदार नौकरी और अच्छी कमाई का इंतजाम करने के बदले में आतंकी वारदातों को अंजाम देना था। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 सितंबर । स्नैपचैट की पेरेंट कंपनी स्नैप ने अपने ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) डिवीजन से लगभग 170 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है और इकाई बंद कर दी है।
स्नैप के सीईओ इवान स्पीगल ने कर्मचारियों को लिखे एक नोट में कहा कि जब से उन्होंने पहली बार एआर एंटरप्राइज रणनीति अपनानी शुरू की है तब से कई चीजें बदल गई हैं।
स्पीगल ने कहा, “हमने अपने एआर एंटरप्राइज व्यवसाय को बंद करने का कठिन निर्णय लिया है। पिछले कुछ महीनों में हमारे विकल्पों की खोज करने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि खुदरा विक्रेताओं के लिए हमारे उद्यम की पेशकश को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण निवेश की आवश्यकता होगी और हम इस समय वह निवेश नहीं कर सकते हैं।''
उन्होंने बुधवार देर रात कर्मचारियेां को सूचित करते हुए कहा, ''एआर एंटरप्राइज टीम के कुछ सदस्य कैमराकिट, प्रायोजित एआर विज्ञापन और स्नैपचैट पर हर दिन एआर के साथ जुड़ने वाले 250 मिलियन से अधिक लोगों का समर्थन करने के लिए स्नैप पर बने रहेंगे, लेकिन लगभग टीम के 170 सदस्य अब स्नैप पर काम नहीं करेंगे।''
स्नैप सीईओ ने स्वीकार किया कि जेनरेटिव एआई के आगमन ने सभी आकार की कंपनियों के लिए अपने ग्राहकों के लिए ट्राई-ऑन अनुभव बनाना आसान बना दिया है और "हमारे लिए अपनी पेशकश को अलग करना कठिन बना दिया है"।
स्पीगल ने कहा, ''इसके अलावा हमारे व्यावसायिक प्रदर्शन ने इस वृद्धिशील अवसर में निवेश करने की हमारी क्षमता को कम कर दिया है। हमें अपने संसाधनों को अपने मुख्य विज्ञापन व्यवसाय पर केंद्रित करना पड़ा है।''
कंपनी ने कहा कि जो हमारा व्यवसाय छोड़ रहे हैं उन टीम के सदस्यों को एक पैकेज और आउटप्लेसमेंट देकर उन्हें समर्थन देने की पूरी कोशिश की जाएगी।
स्नैप ने पिछले साल अपने 6,400 कर्मचारियों में से 20 प्रतिशत कार्यबल, यानि लगभग 1,280 कर्मचारियों को निकाल दिया था।
स्नैपचैट की पेरेंट कंपनी ने इस साल दूसरी तिमाही के दौरान 1.07 बिलियन डॉलर का राजस्व दर्ज किया, जो पिछली तिमाही से अधिक है लेकिन साल-दर-साल कम है।
पहली तिमाही में सार्वजनिक कंपनी के रूप में स्नैप के राजस्व में पहली गिरावट देखी गई, जिससे पिछले वर्ष की तुलना में बिक्री में 7 प्रतिशत की गिरावट आई। (आईएएनएस)।
रोजगार पर अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय की ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में 15 प्रतिशत से ज्यादा ग्रैजुएट बेरोजगार हैं. यही नहीं, 25 साल से कम उम्र के ग्रैजुएटों के बीच बेरोजगारी दर 42 प्रतिशत है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
हाल ही में जारी की गई अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय की 'स्टेट ऑफ वर्किंग इंडिया 2023' रिपोर्ट ने भारत में रोजगार को लेकर चिंताजनक तस्वीर पेश की है. रिपोर्ट के मुताबिक 2019 के बाद से भारत में नियमित वेतन की नौकरियों के सृजन की रफ्तार कम हुई है.
रिपोर्ट ने इसके लिए अर्थव्यवस्था में आई मंदी और कोविड-19 महामारी को जिम्मेदार ठहराया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के बाद की बेरोजगारी दर महामारी से पहले की दर से कम है, लेकिन ग्रैजुएशन और उससे ऊपर की शिक्षा हासिल कर चुके लोगों में 15 प्रतिशत से ज्यादा लोग बेरोजगार हैं.
युवा ग्रैजुएटों में यह दर और ज्यादा है. 25 साल से कम के ग्रैजुएटों में 42 प्रतिशत बेरोजगार हैं. ज्यादा उम्र के और कम पढ़े-लिखे लोगों में बेरोजगारी दर सिर्फ दो से तीन प्रतिशत के बीच है. 25 से 29 साल के ग्रैजुएटों में 22.8 प्रतिशत, 30 से 34 साल के ग्रैजुएटों में 9.8 प्रतिशत, 35 से 39 साल के ग्रैजुएटों में 4.5 प्रतिशत और 40 साल से ज्यादा के ग्रैजुएटों में 1.6 प्रतिशत बेरोजगार हैं.
महिलाएं अभी भी रोजगार से दूर
रिपोर्ट कहती है कि इसका मतलब है ग्रैजुएट लोगों को बाद में नौकरियां मिल रही हैं, लेकिन उसके बाद सवाल यह उठता है कि यह किस तरह की नौकरियां हैं और यह उनके कौशल और आकांक्षाओं से मेल खाती हैं या नहीं. रिपोर्ट कहती है कि इन सवालों पर और रिसर्च करने की जरूरत है.
महिलाओं में रोजगार की दर 2004 के बाद से या तो रुकी हुई रही या गिर गई. लेकिन 2019 के बाद से यह दर बढ़ी है, लेकिन इसमें एक पेंच है. रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के बीच आर्थिक दबाव की वजह से स्वरोजगार बढ़ा है. कोविड-19 से पहले 50 प्रतिशत महिलाएं स्वरोजगार में थीं, लेकिन महामारी के बाद यह संख्या बढ़ कर 60 प्रतिशत हो गई.
इसका मतलब है कि नियमित वेतन नौकरी की जगह महिलाओं के बीच स्वरोजगार बढ़ा और इस वजह से उनकी कमाई घट गई. इसके अलावा महिलाओं और रोजगार के बीच के रिश्ते पर कई और कारक हावी हैं. जैसे रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन परिवारों में सास मौजूद नहीं है उनके मुकाबले वो परिवार जिनमें सास है लेकिन बाहर काम नहीं करती है, उन परिवारों में बहू के किसी नौकरी में लगे होने की संभावना 20 से 30 प्रतिशत कम है.
हालांकि महिलाओं के लिए अच्छी खबर यह है कि उनके और पुरुषों के बीच वेतन की असमानता में 18 सालों में थोड़ी सी गिरावट आई है. जहां 2004 में वेतनभोगी महिलाएं पुरुषों की कमाई का 70 प्रतिशत कमा रही थीं, वहीं 2017 तक संख्या 76 प्रतिशत हो गई थी. हालांकि उसके बाद से यह संख्या वहीं अटकी हुई है और इसमें कोई बदलाव नहीं आया है.
दलितों को मिला रोजगार, स्थिति निराशाजनक
रिपोर्ट कहती है कि 2011 से 2022 के बीच में नियमित वेतन पाने वाले दलित श्रमिकों की संख्या बढ़ी है, लेकिन दूसरी जातियों के श्रमिकों के मुकाबले दलित श्रमिक कैजुअल नौकरियों में ज्यादा हैं.
2021-22 में करीब 22 प्रतिशत दलित श्रमिक नियमित वेतन पा रहे थे, जबकि दूसरी जातियों के 32 प्रतिशत श्रमिक नियमित वेतन पा रहे थे. लेकिन दलित श्रमिकों में से 40 प्रतिशत कैजुल नौकरियां कर रहे थे, जबकि दूसरी जातियों के श्रमिकों में सिर्फ 13 प्रतिशत कैजुअल नौकरियां कर रहे थे. (dw.com)
कर्नाटक28 सितंबर । अंतरजातीय विवाह करने पर एक मूक-बधिर जोड़े और नवजात का बहिष्कार करने को लेकर चित्रदुर्ग जिला प्रशासन देवराहल्ली के ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है
सूत्रों के अनुसार, महिला और उसके बच्चे को महिला पुनर्वास केंद्र ले जाया गया है। अधिकारी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं।
एन. देवराहल्ली की सविथ्रम्मा और आंध्र प्रदेश के मणिकाथा दोनों मूक-बधिर हैं। तीन साल पहले इन्होंने शादी कर ली थी। महिला डिलीवरी के लिए अपने घर आई और एक महीने पहले उसने एक बच्चे को जन्म दिया।
हालांकि, गांव के लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और दूसरी जाति के व्यक्ति से शादी करने के लिए उसका गांव से बहिष्कार कर दिया।
मणिकथा, रेड्डी समुदाय से हैं जबकि सविथ्रम्मा ग्रांडा जोगी जाति से है। दोनों बेंगलुरु में निजी कंपनियों में काम करते हैं और एक-दूसरे को पसंद करने लगे और 2021 में उन्होंने शादी कर ली।
जब नवविवाहित जोड़ा गांव आया, तो सविथ्रम्मा समुदाय के सदस्यों ने अंतरजातीय विवाह पर आपत्ति जताई।
उन्होंने लड़की के माता-पिता पर 30,000 रुपये का जुर्माना लगाया और जोड़े को गांव से बाहर भेज दिया। यह जोड़ा बेंगलुरु लौट आया।
समुदाय के लोगों ने सविथ्रम्मा को प्रसव के लिए घर के अंदर जाने देने को लेकर उसके माता-पिता के साथ फिर से लड़ाई शुरू कर दी।
उन्होंने धमकी दी थी कि अगर सविथ्रम्मा और पति को उनके एक महीने के बच्चे के साथ घर से बाहर नहीं भेजा गया, तो उन्हें समुदाय द्वारा स्थायी बहिष्कार का सामना करना पड़ेगा।
दंपति ने चल्लकेरे में मूक-बधिर स्कूल के स्टाफ को इस घटनाक्रम की जानकारी दी थी।
वे जोड़े को महिला पुनर्वास केंद्र ले गए और घटना की जानकारी तहसीलदार को दी।
मामला महिला एवं बाल कल्याण विभाग के संज्ञान में भी लाया गया।
तहसीलदार राहन पाशा पुनर्वास केंद्र पहुंचे और दंपति को सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समुदाय के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सूत्रों ने बताया कि प्रशासन इस घटना को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने और गांव में जागरूकता अभियान चलाने पर विचार कर रहा है। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली/जयपुर, 28 सितंबर । राजस्थान का विधान सभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात के नेताओं की फौज को राजस्थान में उतार दिया है। भाजपा ने अलग-अलग प्रदेशों से आने वाले इन नेताओं को राजस्थान के अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंप कर भाजपा नेताओं को विजयी बनाने का टास्क सौंपा है।
जम्मू कश्मीर से लोक सभा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को जयपुर शहर का और प्रदेश से ही आने वाले एक अन्य सांसद जुगल किशोर को जयपुर देहात उत्तर का प्रभारी बनाया गया है।
जम्मू कश्मीर के अन्य नेताओं की बात करें तो राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह को जयपुर देहात दक्षिण, पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता को दौसा, प्रदेश से आने वाले राष्ट्रीय सचिव नरेंद्र सिंह को श्रीगंगानगर, राज्य के पूर्व विधायक देवेंद्र राणा को जोधपुर शहर और पूर्व विधायक शक्ति परिहार को बाड़मेर जिले का प्रभारी बनाया है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को करौली जिले का प्रभारी बनाया गया है। प्रदेश से जुड़े अन्य नेताओं की बात करें तो उत्तराखंड सरकार के मंत्री धन सिंह रावत को धौलपुर, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव दीप्ति रावत को उदयपुर शहर और उत्तराखंड के प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार को बारां जिले का प्रभारी बनाया गया है।
दिल्ली से लोक सभा सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक, प्रवेश वर्मा को जोधपुर देहात दक्षिण, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर को पाली, विधायक अजय महावर को जालौर, पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को सिरोही, पूर्व मेयर जय प्रकाश को जैसलमेर और पूर्व प्रदेश महासचिव कुलजीत चहल को भरतपुर जिले का प्रभारी बनाया गया है।
हरियाणा से लोक सभा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को सवाई माधोपुर, प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ को झुंझुनू, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को भीलवाड़ा, लोक सभा सांसद सुनीता दुग्गल को अलवर उत्तर, सांसद नायाब सैनी को अलवर दक्षिण, विधायक सत्य प्रकाश जरावता को बीकानेर देहात, विधायक महिपाल ढाढा को हनुमानगढ़, हरियाणा के पूर्व प्रदेश महासचिव संदीप जोशी को चुरू,अरविंद यादव को अजमेर देहात, प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा को नागौर शहर, विधायक लक्ष्मण यादव को नागौर देहात, विधायक कमल गुप्ता को जोधपुर देहात उत्तर और पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी को डूंगरपुर का प्रभारी बनाया गया है।
पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को सीकर जिले का, प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा को बीकानेर शहर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन को कोटा शहर का प्रभारी बनाया गया है।
अन्य राज्यों के नेताओं की बात करें तो उत्तर प्रदेश से लोक सभा सांसद संगम लाल गुप्ता को बालोतरा का प्रभारी बनाया गया है। वहीं विजयपाल सिंह तोमर को सुनील जाखड़ के साथ सीकर जिले में तैनात किया गया है। उत्तर प्रदेश से राज्य सभा सांसद अनिल जैन को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के साथ जयपुर शहर में तैनात किया गया है।
गुजरात से विधायक अर्जुन सिंह चौहान को उदयपुर देहात, प्रवीण माली को बांसवाड़ा, मुकेश पटेल को राजसमंद, हिमाचल प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती को कोटा देहात, विधायक हंसराज को बूंदी, पूर्व सांसद सुरेश चंदेल को झालावाड़, विधायक विक्रम ठाकुर को चितौड़गढ़ और एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युवराज बोध को प्रतापगढ़ का प्रभारी बनाया गया है।
भाजपा ने इनके ऊपर ज़ोन के अनुसार भी अलग-अलग नेताओं को प्रभारी बनाया है। बीकानेर सेंट्रल जोन का इंचार्ज हरियाणा के विधायक असीम गोयल को बनाया गया है, वहीं जयपुर का सेंट्रल जोन इंचार्ज हिमाचल प्रदेश के संगठन महासचिव सिद्धार्थन को बनाया गया है।
इसी तर्ज पर उत्तराखंड के संगठन महासचिव अजय कुमार को भरतपुर, उत्तर प्रदेश के एमएलसी महेंद्र सिंह को अजमेर, दिल्ली के संगठन महासचिव पवन राणा को उदयपुर और हिमाचल प्रदेश के विधायक त्रिलोक जामवाल को कोटा का सेंट्रल जोन इंचार्ज बनाया है। (आईएएनएस)।
चंडीगढ़, 28 सितंबर । पंजाब कांग्रेस के फायरब्रांड विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गुरुवार को ड्रग्स मामले में उनके चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पंजाब पुलिस ने अभी तक उनकी गिरफ्तारी और उन पर लगे आरोपों पर कोई बयान जारी नहीं किया है।
खैरा फेसबुक पर लाइव हुए जब वो और पुलिसकर्मी छापेमारी को लेकर बहस करते नजर आ रहे हैं।
हालांकि, एक पुलिस अधिकारी को खैरा को यह कहते हुए देखा गया कि एनडीपीएस मामले में एक एसआईटी का गठन किया गया है, जिसके पास उनके खिलाफ ड्रग्स तस्करी के सबूत हैं।
इस पर खैरा को अधिकारी से यह कहते हुए सुना गया कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही एनडीपीएस मामले को रद्द कर चुका है। बाद में खैरा पुलिस उसे गिरफ्तार कर पंजाब के जलालाबाद ले गयी। (आईएएनएस)।
नवादा, 28 सितंबर । बिहार के नवादा जिले के नगर थाना क्षेत्र में एक बेकाबू ट्रक ने सड़क पर जा रहे मजदूरों को कुचल दिया। इस घटना में तीन मजदूरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो मजदूर गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
पुलिस के मुताबिक, कई मजदूर अन्य दिनों की भांति गुरुवार की सुबह मंडी में काम करने के लिए नवादा जा रहे थे। इसी दौरान गया की ओर से नवादा आ रहा एक अनियंत्रित ट्रक पांच मजदूरों को कुचलते हुए आगे निकल गया।
नवादा के नगर थाना प्रभारी अरुण कुमार सिंह ने आईएएनएस को बताया कि इस दुर्घटना में तीन मजदूरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। सभी मजदूर केवट नगर के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
मृतकों की पहचान प्रह्लाद कुमार, समीर कुमार तथा आकाश कुमार के रूप में की गई है। उधर, घटना से आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया। बाद में पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझा बुझाकर सड़क से हटा दिया। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 सितंबर । दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) चुनाव के नतीजे आ गए हैं। एनडीटीएफ शिक्षक संगठन के प्रोफेसर एके भागी को एक बार फिर डूटा का अध्यक्ष चुना गया है। डूटा चुनाव में प्रोफेसर भागी को 4182 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी आदित्य नारायण मिश्रा को 3787 वोट मिले। एके भागी 395 मतों से विजयी रहे।
दिल्ली विश्वविद्यालय में कई विपक्षी शिक्षक संगठनो ने शिक्षक संघ (डूटा) चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक यूनाइटेड टीचर्स अलायंस का गठन किया था। इस गठबंधन ने डूटा अध्यक्ष पद के लिए डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया था। आदित्य नारायण आम आदमी पार्टी के शिक्षक विंग से जुड़े हैं। आम आदमी पार्टी से जुड़े होने के बावजूद उन्हें कांग्रेस, लेफ्ट व अन्य विपक्षी शिक्षक संगठनों का समर्थन हासिल है।
वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के मौजूदा अध्यक्ष व फिर से अध्यक्ष का चुनाव लड़े प्रोफेसर एके भागी बीजेपी के करीबी हैं। यह चुनाव बुधवार को चुनाव हुए थे। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक शिक्षकों ने वोट डाले। इसके बाद बुधवार शाम 6 बजकर 30 मिनट से वोटो की गिनती शुरू हो गई थी।
डूटा कार्यकारिणी में नियुक्त 15 सदस्यों के परिणाम भी घोषित कर दिए गए हैं। एनडीटीएफ शिक्षक संगठन के पांचों उम्मीदवार विजयी घोषित किए गए। इसमें डॉ.कमलेश रघुवंशी, डॉ.चमन सिंह, अदिति नारायणी पासवान, डॉ. आकांक्षा खुराना विजयी रहे। इनके अलावा जीतने वाले अन्य उम्मीदवार डॉ.त्रियम्बक चुंबक को 6929 मत, डॉ. आभादेव 6918 डॉ.अमित सिंह, 6816 डॉ.रुद्रशीष चक्रवर्ती 5688, डॉ.सुधांशु कुमार 5264, डॉ.एन .सचिन 5197, डॉ.देवनंदन 4939, डॉ.बिमलेंद्र तीर्थंकर 4769, डॉ.आनंद प्रकाश 4517, डॉ.अनिल कुमार को 4296 और डॉ.संजीव कौशल को 4109 मत मिले। बाकी 6 सदस्यों की बुरी तरह हार हुई। डीटीएफ व एएडीटीए का एक-एक उम्मीदवार हार गया।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के चुनाव में एनडीटीएफ व डेमोक्रेटिक यूनाइटेड के बीच सीधा मुकाबला था। अध्यक्ष पद के लिए एनडीटीएफ की ओर से दयालसिंह कॉलेज में रसायन विज्ञान के प्रोफेसर ए.के.भागी थे। वहीं डेमोक्रेटिक यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन की ओर से अरबिंदो कॉलेज के शिक्षक डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा चुनाव मैदान में थे।
बता दें कि एक दशक बाद विश्वविद्यालय व कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति व पदोन्नति होने के कारण सबसे अधिक वोट पोल हुआ। चुुुुनाव में 9,565 सदस्यों में से 8187 ने वोट डाला। (आईएएनएस)।
इंफाल, 28 सितंबर । प्रसिद्ध मणिपुरी फिल्म अभिनेता राजकुमार कैकू उर्फ सोमेंद्र ने दो युवा छात्रों की निर्मम हत्या पर अपना गुस्सा प्रकट करते हुए बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और राज्य सरकार पर राज्य में मौजूदा जातीय संघर्ष से निपटने में अक्षमता का आरोप लगाया।
दो कुकी फिल्मों सहित 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके कैकू ने अपना इस्तीफा राज्य भाजपा नेताओं को सौंप दिया, जबकि राज्य के शीर्ष नेताओं ने उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।
इंफाल पश्चिम जिले के थांगमीबंद क्षेत्र के निवासी कैकू ने पिछला लोकसभा चुनाव 2019 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और बाद में नवंबर 2021 में भाजपा में शामिल हो गए।
एक सेलिब्रिटी अभिनेता होने के नाते कैकू ने पिछले साल के विधानसभा चुनावों में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के लिए भारी भीड़ जुटाई थी। पार्टी ने 60 सदस्यीय सदन में 32 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था।
कैकू ने अपने इस्तीफे में कहा, "मेरी प्राथमिकता 'जनता पहले और पार्टी बाद में' है, इसीलिए मैंने इस कठिन समय में जनता के साथ जुड़ने के लिए अपना दिमाग लगाया।"
उन्होंने कहा, "यह देखना निराशाजनक है कि सरकार ने चार महीने से अधिक समय से राज्य में जारी अव्यवस्था को ठीक करने के लिए अभी तक सक्रिय कदम नहीं उठाया है।"
किसी राजनीतिक दल के तहत काम करने पर अपनी मर्जी से लोगों की सेवा करने में असमर्थता व्यक्त करते हुए कैकू ने कहा, "मैंने भाजपा छोड़ने के लिए अपना दिमाग लगाया।"
उन्होंने कहा, "मैं यह सोचकर भाजपा में शामिल हुआ कि पार्टी अपनी डबल इंजन सरकार के साथ हमारे राज्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। बेशक, इसने सीएम एन. बीरेन सिंह के तहत पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव लाए। इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने सोचा कि केंद्रीय नेता चल रहे मुद्दे पर तेजी से कार्रवाई करेंगे और संघर्ष को समाप्त करेंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि केंद्रीय नेता लोगों के दर्द और दुख पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं और वे लोगों की हर उम्मीद के खिलाफ हैं।"
कुकी-ज़ो विधायकों और नागरिक निकायों की उनके समुदाय के लिए एक अलग प्रशासन की मांग पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "अब मैं सार्वजनिक व्यवस्था बहाल करने के लिए लोगों के अभियान में शामिल होने के लिए एक स्वतंत्र नागरिक हूं।"
इस बीच, मणिपुर पुलिस ने नेता का नाम लिए बिना कहा कि अनियंत्रित भीड़ ने एक राजनेता के घर पर हमला करने की कोशिश की, संयुक्त सुरक्षा बलों ने आंसूगैस के गोले दागकर भीड़ को खदेड़ दिया।
पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अनियंत्रित भीड़ ने एक पुलिस जिप्सी को निशाना बनाया और उसे जला दिया, जबकि एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की और उसके हथियार छीन लिए। मणिपुर पुलिस इस तरह की कार्रवाई की निंदा करती है और ऐसे उपद्रवियों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाएगी। हथियारों की बरामदगी और उपद्रवियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।'' (आईएएनएस)।
अहमदाबाद, 27 सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उनका लक्ष्य भारत को वैश्विक विकास का इंजन बनाना है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि देश जल्द ही दुनिया की आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरेगा।
‘वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन’ के 20 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि उन्होंने 20 साल पहले ‘वाइब्रेंट गुजरात’ के छोटे-छोटे बीज बोए थे और आज यह एक बड़े पेड़ के रूप में विकसित हो गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्य को भारत का विकास इंजन बनाने के लिए वाइब्रेंट गुजरात का आयोजन किया। 2014 के बाद हमारा लक्ष्य भारत को वैश्विक वृद्धि का इंजन बनाना है।’’
उन्होंने कहा कि देश ऐसे मोड़ पर खड़ा है कि वह जल्द ही वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह मेरी आपको गारंटी है कि अब से कुछ वर्षों में, आपकी आंखों के सामने, भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।’’
मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे एक साधारण शुरुआत से, वाइब्रेंट गुजरात कार्यक्रम एक संस्थान में बदल गया है और बाद में कई राज्यों ने इसका अनुसरण करते हुए निवेश शिखर सम्मेलन आयोजित किए।
मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात की सफलता के विभिन्न चरणों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि हर काम तीन चरणों से गुजरता है- पहले उसका मजाक उड़ाया जाता है, बाद में उसे विरोध का सामना करना पड़ता है और अंत में उसे स्वीकार किया जाता है, खासकर तब जब विचार समय से पहले का होता है।’’
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ऐसे समय में सफल हुआ जब तत्कालीन केंद्र सरकार (पूर्ववर्ती संप्रग सरकार) राज्य की औद्योगिक प्रगति के प्रति 'उदासीन' थी। (भाषा)
दतिया, 27 सितंबर मध्य प्रदेश के दतिया जिले में भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन के दौरान एक तालाब में डूबने से चार नाबालिगों की मौत हो गई, जबकि तीन को बचा लिया गया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि दो नाबालिगों की हालत गंभीर है, उनका इलाज चल रहा है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना निरावल बिदानिया गांव में चल रहे 10 दिवसीय गणेश उत्सव के दौरान मंगलवार शाम को हुई। कुछ बच्चे एक मूर्ति के विसर्जन के लिए तालाब पर पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने सात बच्चों को तालाब में डूबते देखा तो पुलिस को सूचित किया।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रदीप शर्मा ने बताया कि उनमें से चार की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य को बचा लिया गया।
उन्होंने बताया कि मृतकों में तीन लड़कियां भी शामिल हैं। मृतकों की उम्र 14 से 16 साल के बीच है।
शर्मा ने बताया कि बचाए गए तीन नाबालिगों में से दो की हालत गंभीर है और उन्हें ग्वालियर के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। (भाषा)
उज्जैन (मध्य प्रदेश), 27 सितंबर मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में लगभग 12 वर्षीय एक लड़की सोमवार को सड़क पर खून से लथपथ हालत में पाई गई और मेडिकल जांच में उसके साथ बलात्कार किए जाने की पुष्टि हुई है।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच और सीसीटीवी फुटेज की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 25 सितंबर को यहां मिली लड़की संभवत: पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की रहने वाली है, लेकिन उसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है क्योंकि वह पुलिस को अपना नाम और पता ठीक से नहीं बता पा रही है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन शर्मा ने कहा, "लगभग 12 साल की एक बच्ची सोमवार को उज्जैन के महाकाल पुलिस थाना क्षेत्र में एक सड़क पर खून से लथपथ पाई गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सा जांच में उसके साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है।’’ एसपी ने कहा कि चूंकि नाबालिग की हालत गंभीर है इसलिए उसे आगे के इलाज के लिए मंगलवार को इंदौर ले जाया गया।
उन्होंने बताया कि महाकाल थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और घटना की जांच जारी है।
उन्होंने कहा, "मामले की जांच और सीसीटीवी फुटेज की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।" इस बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने पीड़िता को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाने की मांग की।
कमलनाथ ने बुधवार को अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर कहा, ‘‘ उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ अत्यंत क्रूरतापूर्ण दुराचार का मामला देखकर रूह कांप गई। 12 साल की बेटी के साथ जिस तरह का दुष्कृत्य हुआ उससे मानवता शर्मसार हो जाती है। ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश में कानून का राज खत्म हो गया है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं जबकि जनता परेशान है। (भाषा)