ताजा खबर
रायपुर, 11 अक्टूबर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज महानवमी पर्व के अवसर पर राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी चौक में बंगाली कालीबाड़ी समिति द्वारा सजाए दुर्गा पूजा उत्सव पंडाल में मां दुर्गा के दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने कालीबाड़ी परिसर स्थित महाकाली मन्दिर में भी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज बड़ा सौभाग्य है कि दुर्गा पूजा नवरात्रि पर बंगाली समाज द्वारा आयोजित पूजा उत्सव में शामिल होने का अवसर मिला है। काफी समय से बंगाली समाज द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है। आप सभी को दुर्गा पूजा नवरात्रि की बधाई। मातारानी से प्रार्थना है कि छत्तीसगढ़ में खुशहाली हो और सभी को उनका भरपूर आशीर्वाद मिले। मुख्यमंत्री ने आयोजन के लिए पूजा समिति को बधाई दी। इस अवसर पर राजस्व मंत्री वर्मा, विधायक राजेश मूणत व पुरंदर मिश्रा सहित बंगाली कालीबाड़ी समिति के सदस्य व बड़ी संख्या में दर्शनार्थी उपस्थित रहे।
चेन्नई, 11 अक्टूबर। तमिलनाडु में चेन्नई के पास कावरापेट्टई में एक खड़ी हुई ट्रेन से एक एक्सप्रेस ट्रेन टकरा गई और इस हादसे में कई यात्रियों के घायल होने की आशंका है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
रेलवे पुलिस ने बताया कि एक कोच के पास आग लग गई और अभी दुर्घटना के बारे में केवल कुछ ही जानकारी उपलब्ध है। पुलिस ने कहा कि कम से कम दो कोच पटरी से उतर गए हैं और बचाव दल तथा एंबुलेंस मौके पर पहुंच गए हैं।
इस दुर्घटना की जानकारी के लिए रेलवे के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। (भाषा)
चेन्नई, 11 अक्टूबर । तिरुचिरापल्ली से शारजाह जा रहे एक विमान में शुक्रवार शाम उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद बीच हवा में तकनीकी खराबी आ गई। हालांकि, पायलट विमान को सुरक्षित उतारने में सफल रहा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की और उन्हें सभी सुरक्षा उपायों का पालन करने का निर्देश दिया। बाद में उन्होंने विमान के पायलट और चालक दल के अन्य सदस्यों को इसे सुरक्षित रूप से उतारने में सफल होने के लिए बधाई दी।
पुलिस के मुताबिक, शाम करीब साढ़े पांच बजे तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ देर बाद विमान की हाइड्रॉलिक प्रणाली (लैंडिंग में इस्तेमाल ब्रेक, लैंडिंग गियर सहित अन्य उपकरणों को नियंत्रित करने वाली प्रणाली) में खराबी आ गई।
पुलिस ने बताया कि बाद में पायलट ने सूझबूझ से स्थिति को संभाला और विमान को तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतार लिया।
स्टालिन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान सुरक्षित रूप से उतार लिया गया है। लैंडिंग गियर में खराबी की खबर मिलने के बाद मैंने तुरंत फोन पर अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक की और उन्हें दमकल की गाड़ियां, एंबुलेंस और चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने सहित सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करने का निर्देश दिया।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने जिला अधिकारी को सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें जरूरी सहायता उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है। विमान को सुरक्षित उतारने के लिए पायलट और चालक दल के सदस्यों की सराहना करता हूं।”
इससे पहले, प्रोटोकॉल के तहत दमकल की गाड़ियों, बचाव कर्मियों और एंबुलेंस को हवाई अड्डे रवाना किया गया था। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) स्थिति पर लगातार नजर रख रहा था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को विजयादशमी की पूर्व संध्या पर देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह त्योहार उच्च मानवीय आदर्शों में अपनी आस्था को और मजबूत करने के लिए प्रेरित करता है।
दशहरा के त्योहार को विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है और यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘विजयादशमी के पावन अवसर पर मैं देश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। विजयादशमी का त्योहार अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह त्योहार हमें उच्च मानवीय आदर्शों में अपनी आस्था को और मजबूत करने के लिए प्रेरित करता है।’’
मुर्मू ने कहा, ‘‘इस त्योहार के साथ गरिमा, कर्तव्य के प्रति जिम्मेदारी, आचरण में शुचिता, विनम्रता और न्याय के लिए साहसपूर्ण संघर्ष की कई प्रेरक कहानियां जुड़ी हुई हैं। ये कहानियां हमारी प्रेरणा का स्रोत होनी चाहिए।’’
उन्होंने कामना की कि आस्था और उत्साह का यह त्योहार सभी के लिए सफलता, समृद्धि और खुशी लाए। (भाषा)
भुवनेश्वर, 11 अक्टूबर। ओडिशा के पूर्व विधायक निरंजन प्रधान का यहां एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
वह 67 वर्ष के थे। सूत्रों ने बताया कि मस्तिष्काघात होने के बाद करीब एक महीने से उनका इलाज किया जा रहा था और बृहस्पतिवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
प्रधान के बेटे दीपक ने कहा कि उनके पिता मधुमेह से भी पीड़ित थे।
वह पहली बार 2004 में गंजाम जिले की कोडाला विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे और पांच साल बाद भी इसी जिले की पोलासरा सीट से उन्हें जीत मिली थी।
उन्होंने बीजू जनता दल (बीजद) के टिकट पर दोनों चुनाव जीते थे।
साल 2019 में बीजद से टिकट नहीं मिलने के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे।
मुख्यमंत्र मोहन चरण माझी और नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने प्रधान के निधन पर शोक जताया है। (भाषा)
गाजियाबाद (उप्र), 11 अक्टूबर। गाजियाबाद जिले की कविनगर पुलिस ने डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी विवादास्पद यति नरसिंहानंद के करीबी सहयोगी अनिल यादव उर्फ छोटा नरसिंहानंद को एक झगड़े में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कविनगर के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अभिषेक श्रीवास्तव ने शुक्रवार को बताया, "बृहस्पतिवार रात कविनगर क्षेत्र के राजनगर डिस्ट्रिक्ट सेंटर (आरडीसी) में सड़क किनारे हुए झगड़े के बाद स्थानीय थाने की पुलिस टीम ने यादव को गिरफ्तार किया।"
यादव भी यति नरसिंहानंद के साथ पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में सह-आरोपी है, जिसके कारण इस महीने की शुरुआत में तनाव पैदा हो गया था।
गाजियाबाद के डासना मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद ने 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
उनके विवादास्पद बयान के बाद एक अनियंत्रित भीड़ ने डासना मंदिर को घेर लिया था, जिसके परिणामस्वरूप मंदिर और पुलिस कर्मियों दोनों पर पथराव हुआ था। इसके बाद आरडीसी में सड़क किनारे झगड़ा हुआ।
इसके अलावा, पुलिस ने अशांति के दौरान पुलिस के प्रयासों में बाधा डालने के लिए तीन अन्य व्यक्तियों- शाहिद, हाशिम और जावेद को गिरफ्तार किया है। इन उपद्रवों के सिलसिले में कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार मामले में लिप्त अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है। (भाषा)
मथुरा (उप्र), 11 अक्टूबर। मथुरा की एक विशेष अदालत ने एक युवक की हत्या के जुर्म में उसकी पत्नी और (महिला के) प्रेमी समेत तीन लोगों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और उनपर अर्थदंड भी लगाया है।
अपर जिला शासकीय अधिवक्ता (एडीजीसी) सुभाष चंद्र चतुर्वेदी ने शुक्रवार को बताया कि अपर जिला सत्र न्यायाधीश सुशील कुमार की त्वरित अदालत ने राजेंद्र की हत्या के मामले में उसकी पत्नी गायत्री देवी और गायत्री के प्रेमी आकाश तथा सहयोगी विकास को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
अभियोजन पक्ष के अनुसार 24 जून, 2019 को वृंदावन थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि राजेंद्र उर्फ राजू (31) पिछली शाम सब्जी खरीदने के लिए बाहर गया था और वापस नहीं लौटा। अगले दिन राजेंद्र का शव बरामद किया गया।
अभियोजन पक्ष के मुताबिक जांच के दौरान राजेंद्र के भाई नरेश ने पुलिस को बताया कि उसने 23 जून, 2019 की रात को अपने भाई को आकाश और विकास के साथ देखा था। कॉल रिकॉर्ड से मिले साक्ष्य और एक मेडिकल विशेषज्ञ सहित 11 गवाहों की गवाही से राजेंद्र की पत्नी गायत्री देवी, आकाश और विकास के अपराध को साबित करने में मदद मिली। तीनों की उम्र 30 साल के आसपास है।
पुलिस ने विवेचना पूरी करने के बाद अदालत में दाखिल अपने आरोप पत्र में कहा कि गायत्री देवी और आकाश के बीच अवैध संबंध थे तथा दोनों ने राजेंद्र की हत्या के लिए विकास की मदद ली थी। (भाषा)
बृहस्पतिवार को दिए गए फैसले में अदालत ने तीनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई और प्रत्येक पर 20,000रुपये का जुर्माना लगाया।
श्रीनगर, 11 अक्टूबर। कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने शुक्रवार को कहा कि उसने विधानसभा में विधायक दल का नेता चुनने का फैसला नयी दिल्ली में पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है।
एक अन्य फैसला करते हुए कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) को समर्थन दे दिया है।
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने यहां सीएलपी बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज हमारे विधायक दल की बैठक हुई जिसमें हमने सर्वसम्मति से केंद्रीय नेतृत्व को दल का नेता चुनने का फैसला लेने के लिए अधिकृत करने का निर्णय लिया है। हमने इस मुद्दे पर एक प्रस्ताव पारित किया है और इसे निर्णय लेने के लिए केंद्रीय नेतृत्व के पास भेज दिया गया है।’’
छह नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक यहां एम. ए. रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में हुई जिसमें कर्रा, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव गुलाम अहमद मीर, निजामुद्दीन भट, पीरजादा मोहम्मद सईद, इरफान हफीज लोन और इफ्तिकार अहमद शामिल हुए।
यह पूछे जाने पर कि निर्णय पार्टी आलाकमान पर क्यों छोड़ा गया, तो कर्रा ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन पर कोई मतभेद नहीं है, लेकिन ‘‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में ऐसा करने की परंपरा रही है... कांग्रेस के लिए यह कोई असामान्य बात नहीं है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी ने नेकां को समर्थन देने के लिए कोई शर्त रखी है, तो जेकेपीसीसी प्रमुख ने कहा कि उन्होंने कोई शर्त नहीं रखी है और पार्टी ‘‘लोगों की बेहतरी के बड़े उद्देश्य के लिए’’ ‘इंडिया’ गठबंधन की भावना को बरकरार रखना चाहती है।
नेकां को निर्दलीयों के समर्थन से बहुमत मिलने के बारे में पूछे जाने पर कर्रा ने कहा कि गठबंधन की भावना संख्या के खेल से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। (भाषा)
नासिक, 11 अक्टूबर। महाराष्ट्र के नासिक जिले के आर्टिलरी सेंटर में परीक्षण के दौरान एक गोले के फट जाने से दो अग्निवीरों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि सेना ने दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ शुरू कर दी है।
अधिकारी ने बताया कि हैदराबाद आर्टिलरी सेंटर के गनर गोहिल विश्वराजसिंह (20) और गनर सैकत (21) की नासिक जिले के देवलाली में परीक्षण के दौरान मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि अग्निवीरों की एक टीम तोप से गोले छोड़ रही थी, तभी एक गोला फट गया, जिससे दो अग्निवीर घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें देवलाली के सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि हवलदार अजीत कुमार की शिकायत के आधार पर देवलाली कैंप पुलिस थाना में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है तथा जांच जारी है।
सेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और सेना के सभी रैंक के अधिकारी बहादुर अग्निवीर (गनर) गोहिल विश्वराजसिंह और अग्निवीर (गनर) सैकत के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने प्रशिक्षण के दौरान कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।’’
सेना ने बताया कि दुर्घटना के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
सेना ने कहा कि वह गहरी संवेदना व्यक्त करती है तथा दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। (भाषा)
प्रयागराज (उप्र), 11 अक्टूबर। कुंभ मेले में मुख्य स्नान पर्वों पर विभिन्न अखाड़ों के साधुओं के शाही स्नान को लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने शुक्रवार को कहा कि दल-बल की दृष्टि से जूना अखाड़ा सबसे बड़ा अखाड़ा है, इसलिए जूना के साधु संन्यासियों को सबसे पहले स्नान करने देना चाहिए।
पुरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हाल में प्रयागराज में हुई अखाड़ा परिषद की बैठक में जूना अखाड़ा के कुछ संतों ने विचार रखा था कि पहला स्नान उनका होना चाहिए । उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र है और सभी को अपना विचार रखने का अधिकार है।
उन्होंने कहा, “मेरा स्वयं का मत है कि जूना अखाड़ा का दल-बल बहुत ज्यादा है और यह संख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा अखाड़ा है। स्नान के दौरान पीछे वाले साधु-महात्मा, आगे वाले को धक्का देते हैं। नागा साधुओं को नियंत्रित नहीं किया जा सकता। इसलिए, जूना साधुओं को सबसे पहले स्नान करने देना चाहिए।’’
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा, “हालांकि, अखाड़ा परिषद की दिवाली बाद होने वाली बैठक में इस संबंध में सर्वसम्मति से निर्णय कर लिया जाएगा। पिछले कुंभ (2019) में महानिर्वाणी अखाड़ा के साधुओं ने सबसे पहले स्नान किया था।”
उन्होंने कहा कि पहले स्नान को लेकर अखाड़ों के बीच कोई विवाद नहीं है और ये सभी साधु हैं जिन्होंने अपनी बात रखी है। (भाषा)
गंगटोक, 11 अक्टूबर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भारतीय सेना की प्रशंसा करते हुए इसे देश के सबसे विश्वस्त एवं प्रेरक संगठनों में से एक बताया। उन्होंने सीमाओं की सुरक्षा, आतंकवाद से लड़ने और जरूरत के समय असैन्य प्रशासन की मदद करने में सेना की अहम भूमिका को भी रेखांकित किया।
सिंह ने खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर के सिक्किम नहीं पहुंच पाने पर सुकमा (पश्चिम बंगाल) में एक सैन्य स्थान से डिजिटल माध्यम के जरिए सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रत्येक सैनिक के योगदान की प्रशंसा की और राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वालों को सम्मानित किया।
उन्होंने सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारतीय सेना हमारी सीमाओं की रक्षा करने और आतंकवाद से लड़ने के अलावा असैन्य प्रशासन को हर जरूरत के समय सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।’’
सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के अनुरूप देश के ‘रक्षा और सुरक्षा’ दृष्टिकोण को विस्तार देने के लिए सैन्य नेतृत्व की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि वह पिछले पांच वर्ष से सेना के कमांडरों के सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन उच्च स्तरीय चर्चाओं से सशस्त्र बलों और पूरे देश को लाभ होता है। उन्होंने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को शामिल करने में भी सेना के प्रयासों की सराहना की।
जटिल वैश्विक परिदृश्य के संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ ‘हाइब्रिड’ युद्ध समेत गैर-परंपरागत और विषम युद्ध स्थितियां भविष्य के संघर्षों का अभिन्न अंग होंगी।’’
उन्होंने सशस्त्र बलों से रणनीति बनाते समय इन कारकों पर विचार करने का आग्रह किया तथा वर्तमान और ऐतिहासिक घटनाओं से निरंतर सीखने की आवश्यकता पर बल दिया।
उत्तरी सीमाओं पर स्थिति के संबंध में, सिंह ने किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने में सेना की क्षमता पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी स्तरों पर शांतिपूर्ण समाधान के लिए वार्ता जारी रहेगी।
उन्होंने चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बावजूद पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर सड़क संपर्क को महत्वपूर्ण तरीके से सुधारने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की प्रशंसा की और कहा कि यह प्रगति जारी रहनी चाहिए।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मैं जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खतरे से निपटने में सीएपीएफ/पुलिस बलों और सेना के बीच बेहतर तालमेल की सराहना करता हूं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में समन्वित अभियान इस क्षेत्र में स्थिरता और शांति बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। हाल में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों में यह स्पष्ट हुआ है और इसके लिए मैं एक बार फिर भारतीय सेना की सराहना करता हूं।’’
सिंह ने सेना की उच्च स्तरीय अभियानगत तैयारियों और क्षमताओं की सराहना की और कहा कि इनका अनुभव वह हमेशा अग्रिम क्षेत्रों की अपनी यात्राओं के दौरान करते रहे हैं।
उन्होंने मातृभूमि की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी वीरों को भी श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने विदेशी सेनाओं के साथ स्थायी सहयोगी संबंध बनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को आगे बढ़ाने के लिए सेना द्वारा सैन्य कूटनीति में किए गए महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की।
उन्होंने हाल में हुए ओलंपिक खेलों में सेना के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के लिए भी भारतीय सेना की सराहना की। रक्षा मंत्री ने वर्षों से स्वच्छता अभियान में योगदान के लिए सेना और सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि इससे दूसरों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस बीच, सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य, सीमा पर स्थितियों और मौजूदा सुरक्षा तंत्र के सामने चुनौतियों पर व्यापक चर्चा हुई।
इससे पहले रक्षा मंत्री ने बारदांग में वर्चुअल तरीके से प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ सैन्य कमांडर और शीर्ष असैन्य और पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
प्रेरणा स्थल उन 22 सैनिकों को समर्पित एक स्मारक पार्क है जिन्होंने तीन-चार अक्टूबर, 2023 को हिमनद से आई बाढ़ में अपनी जान गंवा दी थी।
सिंह ने कहा कि यह स्मारक अपना कर्तव्य निभाते हुए बलिदान देने वाले सैनिकों की बहादुरी का प्रमाण है। (भाषा)
श्रीनगर, 11 अक्टूबर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की नवनिर्वाचित 90 सदस्यीय विधानसभा के 51 सदस्य ऐसे हैं जों पहली बार सदन के लिए निर्वाचित हुए हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) 42 सीट के साथ चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभर कर सामने आया है और उसके सबसे अधिक 24 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार विधायक बने हैं।
जम्मू के मैदानी इलाकों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सबसे अधिक 29 सीट जीती और विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से दूसरे स्थान पर है। भाजपा पहली बार बने विधायकों के मामले में भी दूसरे स्थान पर है। पार्टी के 15 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार निर्वाचित हुए हैं।
कांग्रेस का जम्मू क्षेत्र में प्रदर्शन खराब रहा लेकिन कश्मीर घाटी में उसे छह सीट मिली हैं जिनमें से दो सदस्य पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। वहीं, चुनाव जीतने वाले सात निर्दलीयों में छह पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सभी तीन निर्वाचित सदस्य और आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र विधायक पहली बार विधानसभा में पहुंचे हैं।
पहली बार विधायक चुने गए चर्चित नामों में पीडीपी के युवा अध्यक्ष एवं पेशे से कारोबारी वहीद पारा, डोडा से आप विधायक मेहराज मलिक और नेशनल कांफ्रेंस के मुश्ताक अहमद गुरू शामिल हैं, जिन्होंने ‘अपनी पार्टी’ के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी को हराया। (भाषा)
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर। राष्ट्रीय राजधानी के एक निजी अस्पताल में 23 वर्षीय एक व्यक्ति की छोटी आंत से तीन सेंटीमीटर लंबा जीवित कॉकरोच सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
वसंत कुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रक्रिया में 10 मिनट का समय लगा और इस प्रक्रिया में उन्नत एंडोस्कोपिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया।
उदर रोग विशेषज्ञ शुभम वत्स्य ने बताया कि मरीज को पिछले कुछ दिनों से पेट में तेज दर्द और खाना पचाने में दिक्कत की शिकायत थी। वत्स्य ने ही चिकित्सीय दल का नेतृत्व किया था।
वत्स्य ने बताया कि पेट के ऊपरी हिस्से की एंडोस्कोपी की गई, जिसमें पता चला कि मरीज की छोटी आंत में जीवित कॉकरोच फंसा हुआ है।
उन्होंने बताया कि दोहरे चैनल वाले एक विशेष एंडोस्कोप का उपयोग कर कीट को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि एक चैनल से हवा और पानी को अंदर डाला गया और दूसरे चैनल से कॉकरोच को बाहर निकाल लिया गया।
वत्स्य ने आगाह किया कि अगर समय पर इलाज न किया जाए तो ऐसे मामले जानलेवा हो सकते हैं। चिकित्सक ने कहा कि उन्होंने एंडोस्कोपी करके तुरंत कीट को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि संभवत: मरीज ने खाना खाते समय कॉकरोच निगल लिया होगा या सोते समय उसके मुंह में चला गया होगा। इस बारे में देरी से पता चलने पर संक्रामक विकारों सहित गंभीर जटिलताएं हो सकती थीं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर। राष्ट्रीय राजधानी के एक निजी अस्पताल में 23 वर्षीय एक व्यक्ति की छोटी आंत से तीन सेंटीमीटर लंबा जीवित कॉकरोच सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
वसंत कुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रक्रिया में 10 मिनट का समय लगा और इस प्रक्रिया में उन्नत एंडोस्कोपिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया।
उदर रोग विशेषज्ञ शुभम वत्स्य ने बताया कि मरीज को पिछले कुछ दिनों से पेट में तेज दर्द और खाना पचाने में दिक्कत की शिकायत थी। वत्स्य ने ही चिकित्सीय दल का नेतृत्व किया था।
वत्स्य ने बताया कि पेट के ऊपरी हिस्से की एंडोस्कोपी की गई, जिसमें पता चला कि मरीज की छोटी आंत में जीवित कॉकरोच फंसा हुआ है।
उन्होंने बताया कि दोहरे चैनल वाले एक विशेष एंडोस्कोप का उपयोग कर कीट को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि एक चैनल से हवा और पानी को अंदर डाला गया और दूसरे चैनल से कॉकरोच को बाहर निकाल लिया गया।
वत्स्य ने आगाह किया कि अगर समय पर इलाज न किया जाए तो ऐसे मामले जानलेवा हो सकते हैं। चिकित्सक ने कहा कि उन्होंने एंडोस्कोपी करके तुरंत कीट को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि संभवत: मरीज ने खाना खाते समय कॉकरोच निगल लिया होगा या सोते समय उसके मुंह में चला गया होगा। इस बारे में देरी से पता चलने पर संक्रामक विकारों सहित गंभीर जटिलताएं हो सकती थीं। (भाषा)
श्रीनगर, 11 अक्टूबर। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए शनिवार को राजभवन से समय मांगेगी।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “उपराज्यपाल (घाटी) आ रहे हैं । हम कल समय मांगेंगे और समर्थन पत्र पेश करेंगे तथा नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख मांगेंगे।”
उन्होंने उम्मीद जताई कि नेकां-कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के गठबंधन को समय मिलेगा ताकि “हम अपने मित्रों को समारोह में शामिल होने के लिए सूचित कर सकें।”
आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र निर्वाचित विधायक द्वारा नेकां को समर्थन दिए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन को जम्मू के लोगों का दिल जीतने और वहां फैलाए गए “दुष्प्रचार” से निपटने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव के परिणाम में जम्मू क्षेत्र में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि गठबंधन का प्रदर्शन फीका रहा है।
उन्होंने कहा, “यह उनकी (जम्मू के लोगों की) गलती नहीं है, उन्हें यह बताया गया है कि पत्थरबाजी शुरू हो जाएगी और आतंकवाद बढ़ जाएगा, लेकिन उन्हें यह एहसास नहीं हुआ कि उनकी जमीनें छीन ली गई हैं, नौकरियां छीन ली गई हैं, सब कुछ खत्म हो गया है, लेकिन वे फिर भी उनके दुष्प्रचार में फंस गए हैं। हम उनके दिलों से इस दुष्प्रचार को दूर करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम समृद्धि में रहना चाहते हैं। हमारे सामने कई बड़ी समस्याएं हैं, जिनका हमें मिलकर मुकाबला करना है। और इसमें हमें केंद्र सरकार से सहयोग की आवश्यकता है।”
नेशनल कांफ्रेस के प्रमुख ने कहा, “राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए ताकि सरकार काम कर सके। आखिरकार, यह (जम्मू-कश्मीर) भारत का मुकुट है। अगर मुकुट नहीं चमकेगा, तो देश कैसे चमकेगा।”
अब्दुल्ला ने इस बात पर सहमति जताई कि ऐसी आशंकाएं हैं कि केंद्र शासित प्रदेश में सरकार के पास सीमित शक्तियां हो सकती हैं।
उन्होंने कहा,“इसलिए हम राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कर रहे हैं ताकि सरकार काम कर सके।”
उन्होंने कहा कि सरकार गठन को लेकर गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के साथ कोई मतभेद नहीं है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर। इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन विनिर्माता ओला के खिलाफ एक साल में गुणवत्ता और बिक्री के बाद की सेवा से संबंधित 10,000 से ज्यादा उपभोक्ता शिकायतें मिली हैं।
इन शिकायतों का समाधान नहीं होने के बाद उपभोक्ता अधिकार नियामक सीसीपीए ने सामूहिक कार्रवाई शुरू करते हुए कंपनी को नोटिस भेजा है।
एक सूत्र ने कहा कि राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) को पिछले एक साल से ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं। समाधान के लिए इन शिकायतों को कंपनी के उच्चस्तर तक भेजा गया, ‘‘लेकिन इन शिकायतों के समाधान में बहुत कम दिलचस्पी दिखाई गई।’’
सूत्र ने कहा कि केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने सामूहिक कार्रवाई शुरू करते हुए इन शिकायतों की जांच शुरू की और पाया कि पिछले एक साल में एनसीएच को 10,000 से ज्यादा शिकायतें मिलीं।
सूत्र के अनुसार, उपभोक्ता शिकायतों में निःशुल्क सेवा अवधि/वारंटी के दौरान शुल्क लेना, देरी से और असंतोषजनक सेवाएं, वारंटी सेवाओं में देरी या इनकार, अपर्याप्त सेवाएं, सेवाओं के बावजूद बार-बार खराबी आना, किए गए दावों का गलत होना, अधिक शुल्क लेना और गलत चालान शामिल हैं।
एक सूत्र ने कहा कि इसके अलावा, रिफंड और दस्तावेज उपलब्ध कराने में विफलता, गैर-पेशेवर आचरण, शिकायत बंद करना और बैटरी तथा वाहन कलपुर्जों से जुड़े कई मुद्दे भी हैं।
सीसीपीए के अनुसार, कारण बताओ नोटिस जारी करने के प्रमुख आधार में उपभोक्ता अधिकारों का कथित उल्लंघन, सेवाओं में कमी, भ्रामक दावे और अनुचित व्यापार व्यवहार शामिल हैं।
सीसीपीए ने सात अक्टूबर को ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया और कंपनी को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया।
नोटिस जारी करने से पहले मुख्य आयुक्त निधि खरे और आयुक्त अनुपम मिश्रा की अध्यक्षता में सीसीपीए ने सामूहिक कार्रवाई के लिए उपभोक्ता शिकायतों की जांच की।(भाषा)
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)- माओवादी के कार्यकर्ताओं को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने के सिलसिले में शुक्रवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
प्रयागराज के रहने वाले सुधीर त्रिपाठी और सूरज निषाद की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या छह हो गई।
एनआईए ने एक बयान में बताया, “जनवरी 2023 में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और उस दौरान स्थानीय पुलिस ने हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किया था। पुलिस ने शस्त्र अधिनियम, गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और तत्कलीन भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था।”
बयान के मुताबिक, सुधीर और सूरज छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में भाकपा (माओवादी) को उत्तर प्रदेश से हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने में कथित तौर पर शामिल पाए गए।
बयान में बताया गया, “वे एक-दूसरे के साथ नियमित संपर्क में थे और एनआईए की जांच के अनुसार प्रतिबंधित माओवादी संगठन को रसद सहायता प्रदान करने की साजिश में शामिल थे। ये साजिश जारी है।” (भाषा)
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)- माओवादी के कार्यकर्ताओं को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने के सिलसिले में शुक्रवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
प्रयागराज के रहने वाले सुधीर त्रिपाठी और सूरज निषाद की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या छह हो गई।
एनआईए ने एक बयान में बताया, “जनवरी 2023 में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और उस दौरान स्थानीय पुलिस ने हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किया था। पुलिस ने शस्त्र अधिनियम, गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और तत्कलीन भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था।”
बयान के मुताबिक, सुधीर और सूरज छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में भाकपा (माओवादी) को उत्तर प्रदेश से हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने में कथित तौर पर शामिल पाए गए।
बयान में बताया गया, “वे एक-दूसरे के साथ नियमित संपर्क में थे और एनआईए की जांच के अनुसार प्रतिबंधित माओवादी संगठन को रसद सहायता प्रदान करने की साजिश में शामिल थे। ये साजिश जारी है।” (भाषा)
रायपुर, 11 अक्टूबर। पांच लाख लेकर उर्वरक सप्लाई न कर फरारी काट रहे कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया गया।
राजू नायडू निवासी फाफाडीह रायपुर लिखित शिकायत दिया कि सपल एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड नासिक के डायरेक्टर के साथ 5 लाख रुपए के उर्वरक की सप्लाई करने सौदा हुआ था। इसके एवज में राजू के द्वारा 5 लाख रुपए कंपनी के अकाउंट में भेजा गया था। लेकिन उसके बाद भी कंपनी के डायरेक्टर के द्वारा उर्वरकों की सप्लाई नहीं की गई। 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी आरोपी ने ना तो उर्वरकों की सप्लाई किया और न ही रकम वापस किया । इस पर थाना मौदहापारा अपराध दर्ज कर तलाश कर रही थी। नासिक भेजी गयी पुलिस टीम ने केशव चौहान 36 हीरापुर (दरसवाड़ी) थाना वाडनेर को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा।
प्रयागराज/रायपुर, 11 अक्टूबर। एनआईए ने माओवादियों के सप्लाई चेन को दो लोगों पर बड़ी कार्यवाही की है। नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने वाले दो सप्लायरों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम सुधीर त्रिपाठी और सूरज निषाद को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से
गिरफ्तार किया है।नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने के मामले में NIA अबतक कुल 6 आर्म्स सप्लायर्स को गिरफ्तार कर चुकी है।सुधीर और सूरज दोनों ही छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सीपीआई (माओवादी) को यूपी से हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति में सक्रिय रूप से शामिल होने की जानकारी के बाद पर गिरफ्तार किया है।
ओलंपिक कांस्य विजेता मनु भाकर टी-20 के भारतीय कप्तान सूर्या भी होंगे शामिल
रायपुर, 11 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में आयोजित खेल महोत्सव 16 अक्टूबर को उद्घाटन समारोह में विशेष अतिथि के रूप में केन्द्रीय वनमंत्री भूपेन्द्र यादव, बिहार सरकार के सहकारिता एवं वन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, केन्द्रीय वन सचिव लीना नंदन, केन्द्रीय वन महानिदेशक जितेन्द्र कुमार एवं टी-20 के भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव शामिल होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करेंगे।
छत्तीसगढ़ इस आयोजन की मेजबानी तीसरी बार कर रहा है। इस वर्ष प्रतियोगिता में 23 खेलों की 300 विधाओं में लगभग 3000 खिलाड़ियों का भाग लेंगे। इसमें देश भर के लगभग 584 महिला और 2320 पुरुष खिलाड़ी शामिल होंगे।
खेल महोत्सव में इंडोर और आउटडोर सभी तरह की खेल प्रतियोगिताएं होंगी। इसमें किकेट, हॉकी, फुटबाल, वालीबॉल, बैडमिंटन, चेस और ब्रिज खास हैं। एथलिट के सभी तरह के खेल भी आयोजित होंगे। इन खेलों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडियों को क्रमशः गोल्ड , सिल्वर एवं ब्रांज मेडल, उत्कृष्ठता का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही राज्यों के उत्कृष्ठ प्रदर्शन विनर एवं रनरअप की ट्राफी दी जाती है।
समापन समारोह में 20 अक्टूबर को ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मनु भाकर शामिल होंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 11 अक्टूबर। शुक्रवार को कार में चीतल का मांस लेकर जा रहे दो आरोपियों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया।
ज्ञात हो कि बार नवापारा इलाके में शिकारी सक्रिय हैं। यहां लगातार जंगल के पशुओं का शिकार जारी है। एक ओर जहां जंगल के पशु मैदानी इलाकों में जा रहे हैं, वहीं इनका शिकार भी हो रहा है, जिसका ताजा उदाहरण आज सामने आया है। एक कार में चीतल का मांस लेकर दो आरोपी भाग रहे थे, जिसकी सूचना पर वन विभाग की टीम ने आरोपियों को धर दबोचा।
सूत्रों की मानें तो एक कार में दो बोरियों में भरकर आरोपी चीतल का मांस लेकर जा रहे थे। इसकी सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा। जांच के दौरान कार सवार दोनों आरोपी मांस को गाड़ी से फेंककर भागने लगे। किसी तरह आरोपियों को पकड़ा गया।
फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि ये शिकारी कहां पर चीतल का शिकार किए हैं और कहां से आए थे. यह तो जरूर है कि बार नवापारा क्षेत्र में जंगल के पशुओं का शिकार जारी है।
-सेतसुको थर्लो
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए एटम बम हमले में बचे जापान के लोगों के संगठन निहोन हिंदानक्यो को साल 2024 का शांति नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई है.
नॉर्वे नोबेल समिति के अध्यक्ष जॉर्गन वात्ने फ्रिदनेस ने शुक्रवार को पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा, "दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा और नागासाकी के परमाणु बम से बचे लोगों का ये ज़मीनी प्रयास सराहनीय है."
उन्होंने कहा, "समूह ने अपने अभियान के ज़रिये परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया हासिल करने का प्रयास किया है. उनका मकसद है कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल दोबारा कभी नहीं किया जाना चाहिए. इसके लिए निहोन हिंदानक्यो समूह को शांति पुरस्कार दिया जा रहा है."
इसी संगठन से जुड़ी हैं सेतसुको थुर्लो. इस साल की शुरुआत में उन्होंने बीबीसी से बात की थी और उस दिन की दास्तां सुनाई थी जब अमेरिकी फाइटर ने परमाणु बम गिराए थे.
निहोन हिंदानक्यो का गठन 1956 में हुआ था और इसका मकसद था परमाणु हथियारों से मानव जाति को होने वाले नुकसान की आंखों देखी सुनाकर दुनिया को ख़तरे से आगाह करना.
इस संगठन की शुरुआत बम गिराए जाने की घटना के लगभग एक दशक बाद हुई थी.
6 अगस्त 1945 को अमेरिकी लड़ाकू विमान ने हिरोशिमा शहर के ऊपर यूरेनियम बम गिराया था. इसमें एक लाख 40 हज़ार से अधिक लोग मारे गए थे.
तीन दिन बाद अमेरिका ने दूसरे शहर नागासाकी को निशाना बनाया और यहां एटम बम गिराया. इसके दो हफ़्ते बाद जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया और इस तरह दूसरे विश्व युद्ध का भी खात्मा हो गया.
इस समूह के सह प्रमुख तोशियुकी मिमाकी ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा (नोबेल शांति पुरस्कार) होगा.”
हिरोशिमा का विनाश देखा
सेतसुको थर्लो हिरोशिमा के परमाणु हमले में बचने वाले खुशकिस्मतों में से एक थीं. तब वह 13 साल की थीं. इसके बाद से वो लगातार दुनियाभर में लोगों को परमाणु हथियारों के ख़तरे से आगाह करने के लिए अभियान चला रही हैं.
बम गिरते वक्त क्या हुआ था, सेतसुको ने बीबीसी को बताया, “मैंने तेज़ रोशनी देखी. मुझे ये सोचने का भी वक्त नहीं मिला कि ये क्या है क्योंकि मेरा शरीर हवा में उछल गया था और फिर मैं बेहोश हो गई.”
6 अगस्त 1945 की सुबह घड़ी में 8 बजकर 16 मिनट का समय हुआ था, अमेरिका ने ‘लिटिल बॉय’ नाम का एटम बम हिरोशिमा के ऊपर गिरा दिया. पहली बार किसी भी युद्ध में परमाणु बम का इस्तेमाल हुआ था.
सेतसुको बताती हैं, “जब मुझे होश आया, तो मैंने खुद को अंधेरे से घिरा पाया, कोई शोर नहीं था.”
“मैंने अपने शरीर को हिलाने की कोशिश की, लेकिन नहीं हिला सकी. अचानक एक हाथ मेरी पीठ पर महसूस हुआ और एक मर्दाना आवाज़ कह रही थी- हिम्मत मर हारना. कोशिश करती रहो. आगे बढ़ती रहो.”
सेतसुको उस शख्स को तो नहीं देख सकीं, लेकिन अंधेरे से निकलने के उनके निर्देशों को सुनती रहीं. वो अपने स्कूली दोस्तों की चीखें सुन सकती थी. वो चिल्ला रही थीं, “भगवान बचा लो, मम्मी बचा लो.”
इमारत जलना शुरू हो गई थी. वो लोग जो वहाँ फंस गए थे- वो ज़िंदा जल गए.
वो भूत की तरह दिख रहे थे
उस कमरे में मौजूद 30 लड़कियां जापानी सेना के लिए काम कर रही थीं. उन्हें जापानी सेना में कोड ब्रेकर के लिए रखा गया था, क्योंकि वो गणित में अच्छी थीं.
सिर्फ़ सेतसुको और दो अन्य लड़कियां ही इस हमले में बच सकीं.
सेतसुको बताती हैं, “मैं देख सकती थी कि जो शरीर कुछ ही देर पहले मनुष्य थे, वो अब किसी भी तरह से मनुष्य नहीं लग रहे थे. वो मुझे भूत नज़र आ रहे थे, क्योंकि उनके बाल खड़े हो गए थे. उनकी मांस और त्वचा पिघलकर हड्डियों से झूल रही थी और शरीर के कुछ हिस्से ग़ायब थे.”
युद्ध खत्म होने के बाद सेतसुको को 1954 में अमेरिका कि वर्जीनिया में सोशियोलॉज़ी में पढ़ाई करने का प्रस्ताव मिला. लेकिन एक अख़बार में छपे इंटरव्यू से मामला उलझ गया.
दरअसल, 1952 में अमेरिका ने दुनिया के पहले हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था जिसकी ताकत हिरोशिमा पर गिराए गए एटम बम से 1000 गुना अधिक थी.
वर्जीनिया का एक अख़बार चाहता था कि वो किसी ऐसे शख्स का इंटरव्यू करे जिसने परमाणु हमले को पहले अनुभव किया हो और हथियारों की रेस पर वो क्या सोचता है. अख़बार ने इसके लिए सेतसुको से संपर्क कर उनका इंटरव्यू किया.
ये लेख अख़बार में सेतसुको के हवाले से छपा था. ‘अब बहुत हुआ. हिरोशिमा और नागासाकी फिर कभी नहीं होने चाहिए.’ उन्होंने अमेरिकी परमाणु नीति की आलोचना की थी. बदले में उन्हें अमेरिकी से धमकियां मिली और नफरत भरी चिट्ठियां भी.
लेकिन सेतसुको ने हिम्मत नहीं हारी और उसके बाद से ही दुनियाभर में परमाणु हथियारों के खतरे को लेकर अभियान चलाती रहीं. (bbc.com/hindi)
समाज कल्याण विभाग की राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना
रायपुर, 11 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ शासन के समाज कल्याण विभाग की ओर से राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत बीपीएल परिवार के ऐसे सदस्य जिनके कमाई से परिवार की आजीविका चलती हो ऐसे कमाऊ सदस्य की मृत्यु हो जाने पर उनके वारिस मुखिया को अनुदान सहायता के रूप में बीस हजार रुपए की सहायता दी जाती है।/विष्णु के सुशासन में सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं संचालित की जा रही है।
इस योजना में वह व्यक्ति पात्र होगा जिनकी बीपीएल सर्वे सूची में नाम दर्ज हो। इस आवेदन को ग्राम पंचायत या जनपद पंचायत में ग्रामीण क्षेत्र के निवासी जमा कर सकते हैं। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र के निवासी नगर पंचायत, नगरपालिका या नगर निगम में आवेदन जमा कर सकते हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आवेदन पत्र के साथ परिवार के मृतक व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र, जिसमें मृतक की आयु मृत्यु दिनांक को 18 वर्ष से अधिक एवं 60 वर्ष से कम हो, बीपीएल प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र की छाया प्रति, एक रंगीन पासपोर्ट फोटो और छत्तीसगढ़ का मूल निवासी प्रमाण पत्र संलग्न करना अनिवार्य है।
वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के नियम विरूद्ध कार्य कर रहे थे
रायपुर, 11 अक्टूबर। राज्य नोडल एजेंसी ने आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजनांतर्गत नियम विरूद्ध कार्य करने वाले आधा दर्जन और अस्पतालों पर कार्रवाई है। इनमें सिटी 24 हॉस्पिटल रायपुर, जय पतई माता हॉस्पिटल पटेवा महासमुन्द, स्व. विद्याभूषण ठाकुर मेमोरियल हॉस्पिटल राजनांदगांव, सांई नमन हॉस्पिटल महासमुन्द, उम्मीद केयर हॉस्पिटल बालोद एवं वेगस हॉस्पिटल बिलासपुर का उक्त प्राप्त शिकायतों पर कार्यवाही करते हुये इनका योजना अंतर्गत पंजीयन निरस्त किया गया।
इन अस्पतालों पर अनावश्यक अधिक राशि वाले पैकेज ब्लॉक करने, ओपीडी के मरीजों को अनावश्यक आईपीडी मे ब्लॉक करने, बिना मरीज के पैकेज ब्लॉक करने, बिना विशेषज्ञ व सुविधा के ही संबन्धित पैकेज ब्लॉक करने, अनावश्यक आईसीयू के पैकेज ब्लॉक करने, अस्पताल मे गंदगी व अतिरिक्त नगद राशि लेने इत्यादि की शिकायतें मिली थी। इन पर अस्पतालों से जारीकारण बताओ नोटिस के जवाब संतोषजनक नहीं होने पर कार्रवाई की गई है।