खेल
मैनचेस्टर, 26 जुलाई । इंग्लैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो को वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही तीन मैचों की घरेलू सीरीज के लिए टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली टीम के लिए फिर से रेड-बॉल क्रिकेट खेलने का सपना नहीं छोड़ा है। सीरीज के लिए बाहर किए जाने के बावजूद, 34 वर्षीय खिलाड़ी टेस्ट टीम में वापसी के लिए उत्सुक हैं। मई 2022 में ब्रैंडन मैकुलम की मुख्य कोच के रूप में नियुक्ति के बाद से वह इंग्लैंड की रेड-बॉल टीम का अहम हिस्सा बने हुए थे।
बेयरस्टो की अनुपस्थिति में, इंग्लैंड ने सीरीज के लिए विकेटकीपर जेमी स्मिथ को चुना और उन्होंने लॉर्ड्स में डेब्यू टेस्ट पारी में 70 रन बनाए। उन्होंने पूरी सीरीज के लिए इंग्लैंड की प्लेइंग 11 में अपना स्थान बरकरार रखा क्योंकि मेजबान टीम ने एजबेस्टन में सीरीज के तीसरे और अंतिम टेस्ट में कोई बदलाव नहीं किया। इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट कप्तान माइकल वॉन द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह टेस्ट टीम में वापसी करना चाहते हैं, बेयरस्टो ने बीबीसी से कहा, "मैं बस इंग्लैंड के लिए खेलना चाहता हूं।" बेयरस्टो, जो सेमीफाइनल में भारत से हारने वाली इंग्लैंड की टी20 विश्व कप टीम का हिस्सा थे, ने कहा कि व्यस्त अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बाद परिवार के साथ कुछ समय बिताना शानदार था।
वह गुरुवार को मैनचेस्टर ओरिजिनल्स पर वेल्श फायर की आठ विकेट की जीत के लिए द हंड्रेड में वापस लौटे। उन्होंने कहा, "यह एक शानदार समय रहा है। मैंने घर से दूर सात महीनों का सबसे अच्छा समय बिताया।" विकेटकीपर ने कहा, "यही वह चीज है जिसका आपको त्याग करना पड़ता है, घर पर समय बिताना, लेकिन साथ ही जब आप इतने समय के लिए बाहर होते हैं, तो इसका असर भी होता है।" वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के समापन के बाद, इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज से पहले घरेलू मैदान पर अगस्त-सितंबर में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए श्रीलंका की मेजबानी करेगा। (आईएएनएस)
दांबुला, 26 जुलाई । रेणुका सिंह ठाकुर और राधा यादव के 3-3 विकेटों के बाद उप-कप्तान स्मृति मंधाना की नाबाद 55 रन की विस्फोटक अर्धशतकीय पारी से भारत ने बांग्लादेश को एकतरफा अंदाज में शुक्रवार को 10 विकेट से रौंदकर महिला एशिया कप के खिताबी मुकाबले में 9वीं बार प्रवेश कर लिया। भारत ने बांग्लादेश को आठ विकेट पर 80 रन पर सीमित करने के बाद 11 ओवर में बिना कोई विकेट खोए 83 रन बनाकर शानदार जीत हासिल की। भारत का फाइनल में आज शाम पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से रविवार को मुकाबला होगा। शानदार फॉर्म में चल रही मंधाना ने शेफाली वर्मा के साथ 11 ओवर में 83 रन की मैच विजयी अविजित साझेदारी की।
मंधाना ने मात्र 39 गेंदों में नाबाद 55 रन में 9 चौके और 1 छक्का लगाया, जबकि शेफाली ने 28 गेंदों पर नाबाद 26 रन में 2 चौके लगाए। भारत ने यह मुकाबला 54 गेंद शेष रहते ही जीत लिया। मंधाना ने 11वें ओवर में नाहिदा अख्तर पर लगातार तीन चौके मारकर मैच समाप्त किया। इससे पहले दांबुला के रंगिरी दांबुला अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में इस मुकाबले में बांग्लादेश महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन उसके इस फैसले को गलत साबित करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश को 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 80 रनों पर ही सीमित कर दिया। इस मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच भारत की रेणुका सिंह ठाकुर ने चार ओवर में 10 रन देकर तीन विकेट लेकर बांग्लादेश के शीर्ष क्रम को ऐसा झकझोरा कि फिर वह वापसी नहीं कर पायी। राधा यादव ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लिए। पूजा वस्त्रकर और दीप्ति शर्मा को 1-1 विकेट मिला। बांग्लादेश की ओर से ओपनर दिलारा अख्तर और मुर्शिदा खातून क्रमशः 6 और 4 रन बनाकर रेणुका सिंह की गेंद पर आउट हो गईं। इश्मा तंजीम ने भी नंबर तीन पर 8 ही रन बनाए और वह रेणुका सिंह का तीसरा शिकार बनीं।
बांग्लादेश महिला टीम की ओर से कप्तान और विकेटकीपर निगार सुल्ताना ही एकमात्र टिकने वाली बल्लेबाज रहीं, जिन्होंने 51 गेंदों का सामना किया। हालांकि उनकी 32 रनों की संघर्ष भरी पारी का अंत राधा यादव ने कर दिया। राधा यादव ने रूमाना अहमद को भी 1 रनों के निजी स्कोर पर चलता कर दिया। बांग्लादेश का निचला क्रम भी राबेया खान (1), रितु मोनी (5), नाहिदा अख्तर (0) के साथ बिना किसी खास योगदान के आउट हो गया। 9वें नंबर की बल्लेबाज शोरना अख्तर ने इस दौरान 18 गेंदों पर 19 रनों की पारी खेलकर बांग्लादेश का स्कोर 80 तक पहुंचाया। इस मुकाबले में भारत की स्पिनर और तेज गेंदबाज दोनों को विकेट मिले। रेणुका ठाकुर ने बतौर तेज गेंदबाज और राधा यादव ने बाएं हाथ की स्पिनर के तौर पर शानदार गेंदबाजी की। इसके अलावा स्टार स्पिनर दीप्ति शर्मा ने भी चार ओवर में 14 रन देकर 1 विकेट लिया। --(आईएएनएस)
दांबुला, 26 जुलाई । महिला एशिया कप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने भारत को जीत के लिए 81 रनों का टारगेट दिया है। दांबुला के रंगिरी दांबुला अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में हो रहे इस मैच में बांग्लादेश महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और टीम इंडिया की गेंदबाजी ने बांग्लादेश को 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 80 रनों पर ही सीमित कर दिया। इस मुकाबले में भारत की रेणुका सिंह ठाकुर ने चार ओवर में 10 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। राधा यादव ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लिए। पूजा वस्त्राकर और दीप्ति शर्मा को 1-1 विकेट मिला। बांग्लादेश की ओर से ओपनर दिलारा अख्तर और मुर्शिदा खातून क्रमशः 6 और 4 रन बनाकर रेणुका सिंह की गेंद पर आउट हो गईं। इश्मा तंजीम ने भी नंबर तीन पर 8 ही रन बनाए और वह रेणुका सिंह का तीसरा शिकार बनीं।
बांग्लादेश महिला टीम की ओर से कप्तान और विकेटकीपर निगार सुल्ताना ही एकमात्र टिकने वाली बल्लेबाज रहीं, जिन्होंने 51 गेंदों का सामना किया। हालांकि उनकी 32 रनों की संघर्ष भरी पारी का अंत राधा यादव ने कर दिया। राधा यादव ने रूमाना अहमद को भी 1 रनों के निजी स्कोर पर चलता कर दिया। बांग्लादेश का निचला क्रम भी राबेया खान (1), रितु मोनी (5), नाहिदा अख्तर (0) के साथ बिना किसी खास योगदान के आउट हो गया। 9वें नंबर की बल्लेबाज शोरना अख्तर ने इस दौरान 18 गेंदों पर 19 रनों की पारी खेलकर बांग्लादेश का स्कोर 80 तक पहुंचाया। इस मुकाबले में भारत की स्पिनर और तेज गेंदबाज दोनों को विकेट मिले।
रेणुका ठाकुर ने बतौर तेज गेंदबाज और राधा यादव ने बाएं हाथ की स्पिनर के तौर पर शानदार गेंदबाजी की। इसके अलावा स्टार स्पिनर दीप्ति शर्मा ने भी चार ओवर में 14 रन देकर 1 विकेट लिया। महिला एशिया कप 2024 में भारतीय महिला टीम ने अपने ग्रुप मैचों में सर्वाधिक 6 अंकों के साथ टॉप किया था। भारत ने तीनों ग्रुप मुकाबले जीते थे। बांग्लादेश की टीम ग्रुप बी में थी, जिसने तीन में दो मैच जीतने के बाद अपने ग्रुप में दूसरा स्थान हासिल किया था। महिला एशिया कप 2024 का दूसरा सेमीफाइनल श्रीलंका और पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीमों के बीच दांबुला में शुक्रवार शाम को ही खेला जाएगा। --(आईएएनएस)
पेरिस, 26 जुलाई । जैसे ही दुनिया शुक्रवार शाम को ओलंपिक खेलों के अब तक के सबसे अनोखे और शानदार उद्घाटन समारोह को देखने के लिए तैयार हो रही है, ऐसी संभावना है कि बारिश इस भव्य आयोजन में खलल डाल सकती है और मूड को खराब कर सकती है। फ्रांसीसी मौसम विभाग ने पेरिस क्षेत्र में आने वाली गड़बड़ी के कारण शुक्रवार शाम को समारोह के दौरान बारिश की संभावना की भविष्यवाणी की है। इसमें कहा गया है कि तापमान 20 से 24 डिग्री के आसपास रहना चाहिए। हालाँकि अब मौसम सुहावना लग रहा है, लेकिन ऐसी संभावना है कि शाम को यह पहले जैसा नहीं होगा, जब दर्शक सीन नदी के किनारे राष्ट्रों की पारंपरिक परेड के साथ शानदार शो देखेंगे।
माटेओ-फ्रांस के अनुसार, "सुबह के समय बादल छाए रहने के कारण हल्की बारिश होती है। दोपहर में बारिश कम होने के साथ इसमें सुधार देखा जाता है।" "दोपहर और शाम को, बहुत बादल छाए रहने के कारण, पेरिस क्षेत्र में बारिश हो सकती है। फिलहाल, उद्घाटन समारोह के दौरान बारिश के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है; पूर्वानुमान की पुष्टि की जानी बाकी है।" हालाँकि, खेल और ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मंत्री एमिली औडिया-कास्टेरा ने आरएमसी मॉर्निंग शो में वादा किया था, "बारिश उद्घाटन समारोह को खराब नहीं करेगी! इससे शो की गुणवत्ता खराब नहीं होगी।" उद्घाटन समारोह भारतीय समयानुसार रात 11:00 बजे शुरू होगा। जगमगाती शाम में राष्ट्रों की परेड के दौरान लगभग 100 नावें सीन नदी के किनारे लगभग 10,500 एथलीटों को ले जाती हुई दिखाई देंगी। ओलंपिक ग्रीष्मकालीन खेलों के इतिहास में पहली बार होगा कि उद्घाटन समारोह किसी स्टेडियम के बाहर आयोजित किया जाएगा। -(आईएएनएस)
पेरिस, 26 जुलाई । 'ड्रोन उड़ान घोटाले' के बाद, जिसने कनाडा की महिला फुटबॉल टीम के लिए 2024 पेरिस ओलंपिक की शुरुआत में बाधा उत्पन्न की है, कनाडा ओलंपिक समिति ने टूर्नामेंट के अंत तक मुख्य कोच बेव प्रीस्टमैन को निलंबित करने की घोषणा की है। टूर्नामेंट के समापन के बाद, कनाडा सॉकर टीम के साथ बेव का भविष्य निर्धारित करने के लिए एक 'स्वतंत्र बाहरी समीक्षा' आयोजित करेगा। सीओसी ने अपनी वेबसाइट पर बयान पढ़ा, "पिछले 24 घंटों में, पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों से पहले, विरोधियों के खिलाफ ड्रोन के पिछले उपयोग के संबंध में अतिरिक्त जानकारी हमारे ध्यान में आई है। इन नए खुलासों के आलोक में, कनाडा सॉकर ने महिला राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच को निलंबित करने का निर्णय लिया है।
बेव प्रीस्टमैन को पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के शेष भाग के लिए और हमारी हाल ही में घोषित स्वतंत्र बाहरी समीक्षा के पूरा होने तक निलंबित कर दिया है। '' सहायक कोच एंडी स्पेंस शेष खेलों के लिए टीम का मार्गदर्शन करेंगे। यह घटना न्यूजीलैंड के खिलाफ कनाडा की महिलाओं की शुरुआती भिड़ंत से पहले हुई जब कीवी टीम ने अपने प्रशिक्षण सत्र के दौरान एक ड्रोन उड़ाए जाने की सूचना दी, एक ड्रोन जो कनाडाई टीम का था।
इस निंदनीय घटना के कारण, न्यूजीलैंड पर 2-1 की जीत के दौरान प्रीस्टमैन टचलाइन पर टीम के साथ मौजूद नहीं थीं। बेव अक्टूबर 2020 में कनाडाई टीम में शामिल हुईं और 2020 टोक्यो ओलंपिक में टीम को स्वर्ण पदक दिलाया। उनके कार्यकाल में, टीम फीफा रैंकिंग में आठवें स्थान पर है और उन्होंने हाल ही में एक नए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे वह 2027 फीफा विश्व कप तक शीर्ष पर बनी रहेंगी। प्रीस्टमैन के साथ-साथ, विश्लेषक जोसेफ लोम्बार्डी और लोम्बार्डी की देखरेख करने वाली कोच जैस्मीन मंडेर को भी टीम से घर भेज दिया गया है। --(आईएएनएस)
पेरिस, 26 जुलाई । पेरिस में भारतीय पुरुष हॉकी टीम लगातार दूसरे ओलंपिक पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी। भारत 27 जुलाई को अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगा। यह मैच भारतीय समयानुसार रात 9 बजे से खेला जाएगा। इस मुकाबले से पहले भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अपनी और टीम की तैयारियों पर भरोसा जताया। न्यूजीलैंड के बारे में बात करते हुए, भारतीय कप्तान ने कहा कि भारत के लिए वो एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी रहे हैं और पिछले साल भुवनेश्वर में विश्व कप में उनके 3-3 (4-5 शूटआउट) परिणाम की यादें इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ एक मजबूत चुनौती को दर्शाती है।
हरमनप्रीत ने कहा, "हमने हमेशा न्यूजीलैंड को एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा है और अपनी टीम ब्रीफ के दौरान इस पर विस्तार से चर्चा की है। उनके खिलाफ विश्व कप मैच की याद दिलाना अच्छा है, इसलिए हम जानते हैं कि हम मैच के किसी भी बिंदु पर गति नहीं खो सकते हैं। हमारे लिए अच्छी शुरुआत करना और खेल के दौरान दबाव बनाए रखना महत्वपूर्ण है।" यहां पहुंचने से पहले यूरोप में भारतीय टीम ने स्विट्जरलैंड में 3-दिवसीय मानसिक कंडीशनिंग शिविर में भाग लिया है। साथ ही मलेशिया, नीदरलैंड, जर्मनी और ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ हाई-ऑक्टेन अभ्यास मैच खेले हैं, जिसका लाभ उन्हें ओलंपिक के मंच पर मिलेगा। कप्तान ने कहा, "पेरिस पहुंचने से पहले हमने कुछ बहुत अच्छे अभ्यास मैच खेले और स्विट्जरलैंड में एक टीम के रूप में अनुभव कुछ अनोखा था, जो हमने पहले कभी नहीं किया।
हम अपने अभियान की शुरुआत करने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से अच्छी स्थिति में हैं।" भारत को ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड और न्यूजीलैंड के साथ एक ग्रुप में रखा गया है। भारत को अगर ओलंपिक के इतिहास में सबसे सफल पुरुष हॉकी टीम के रूप में अपना दबदबा कायम रखना है तो उसे अपने खेल में शीर्ष पर रहना होगा। हरमनप्रीत ने कहा, "यहां खेल गांव में माहौल बहुत अच्छा है। हमारे भारतीय दल के एथलीटों से मिलना और यह देखना कि हमारे दल में हमें कितना समर्थन मिल रहा है, काफी उत्साहजनक रहा और इससे हमें और भी अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिली है।" --(आईएएनएस)
दांबुला, 26 जुलाई । श्रीलंका के दांबुला में चल रही महिला क्रिकेट एशिया कप 2024 में शुक्रवार को टूर्नामेंट की दो फाइनलिस्ट टीमों का फैसला होगा। भारतीय टीम का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है। भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई और अब अपने 8वें खिताब से मात्र दो कदम दूर है। टूर्नामेंट के इस संस्करण का पहला सेमीफाइनल भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाएगा। यह मैच शुक्रवार को दांबुला में दोपहर दो बजे से शुरू होगा। जबकि दूसरा सेमीफाइनल पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच शाम 7 बजे खेला जाएगा।
महिला एशिया कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन अद्भुत रहा है। अब तक के खेले गए कुल आठ संस्करणों में भारत सात बार चैंपियन बना है। वहीं बांग्लादेश ने एक बार एशिया कप जीता है। हालांकि, मौजूदा टूर्नामेंट में भारतीय टीम बांग्लादेश के मुकाबले काफी मजबूत नजर आ रही है। लेकिन महिला एशिया कप में भारत और बांग्लादेश के बीच कुल 4 मैच खेल गए हैं और मामला बराबरी का रहा है। साल 2018 के फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश ने भारत को हराकर खिताब जीता था। यानी बांग्लादेश को कमजोर समझने की गलती भारतीय टीम नहीं करेगी। दूसरा सेमीफाइनल पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला जाएगा।
यह मुकाबला दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर का होगा। मौजूदा टूर्नामेंट में श्रीलंका भी शानदार फॉर्म में है, जबकि पाकिस्तान की टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी शामिल है। ऐसे में अगर सेमीफाइनल में भारत ने बांग्लादेश और पाकिस्तान ने श्रीलंका को हरा दिया तो भारत और पाकिस्तान के बीच महिला एशिया कप का फाइनल हो सकता है। मगर मेजबान टीम पाकिस्तान के मुकाबले मजबूत नजर आ रही है। कुल मिलाकर दोनों ही सेमीफाइनल मैच काफी रोमांचक होने वाले हैं। भारत महिला एशिया कप का प्रबल दावेदार है। हालांकि भारत की तरह ही श्रीलंका भी इस टूर्नामेंट में अब तक अपराजित रहा है। यह टी20 प्रारूप में महिला एशिया कप का पांचवां संस्करण है, जिसमें तीन बार ट्रॉफी भारत के नाम हुई है। महिला एशिया कप 2024 का फाइनल मैच रविवार को शाम 7 बजे खेला जाएगा। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 26 जुलाई । खेलों के महाकुंभ पेरिस ओलंपिक 2024 का शुक्रवार को आगाज होगा। दुनियाभर से खेल प्रशंसकों की नजरें इस पर टिकी हुई हैं। ओपनिंग सेरेमनी के साथ खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ की शुरुआत शुक्रवार यानी आज होगी। दिलचस्प बात ये है कि 128 वर्षों के इतिहास में इस बार ओलंपिक सेरेमनी सबसे अलग होगी। पेरिस 2024 ओलंपिक शुक्रवार 26 जुलाई को सीन नदी पर ऐतिहासिक ओपनिंग सेरेमनी के साथ शुरू होगा। सेरेमनी भारतीय समयानुसार रात 11:00 बजे शुरू होगी। सीन नदी पर नावों के सहारे 206 देश और एसोसिएशन के 10,500 एथलीट्स परेड करेंगे। जो शहर के बीचों-बीच ओपनिंग सेरेमनी प्रोग्राम का लुत्फ उठाएंगे। परेड 6 किलोमीटर लंबी होगी।
इस दौरान वो पेरिस के कुछ प्रतिष्ठित स्थलों से गुजरेंगे, जिनमें नोट्रे डेम, पोंट डेस आर्ट्स, पोंट न्यूफ शामिल हैं। नदी के किनारे सैकड़ों की संख्या में दर्शक उनकी हौसला अफजाई के लिए मौजूद रहेंगे। परेड ट्रोकैडेरो के सामने समाप्त होगी, जहां समारोह के अंतिम चरण और उत्सव शो होंगे। पेरिस 2024 ओलंपिक आधिकारिक तौर पर शुक्रवार, 26 जुलाई को सीन नदी पर ऐतिहासिक ओपनिंग सेरेमनी के साथ शुरू होगा, जिसमें भारत भी भाग लेगा।
इसी के साथ 16 दिनों की प्रतियोगिता का आगाज होगा। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु और अपने पांचवें ओलंपिक में भाग लेने के लिए तैयार टेबल टेनिस के दिग्गज शरत कमल पेरिस 2024 परेड ऑफ नेशंस में भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे। ओलंपिक इतिहास में पहली बार ओपनिंग सेरेमनी स्टेडियम के अंदर आयोजित नहीं होगी। यह ओलंपिक भारत के लिए बेहद खास है। इस बार जब हमारे एथलीट तिरंगे तले मुकाबले में उतरेंगे तो उनकी नजरें टोक्यो ओलंपिक से भी बेहतर प्रदर्शन करने पर होगी। उसी जोश, जज्बे और जुनून के साथ 117 सदस्यीय भारतीय दल पहली बार पदकों का आंकड़ा दहाई में बदल कर इतिहास रचने को तैयार है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 जुलाई । आईपीएल 2025 को लेकर बीसीसीाई और आईपीएल टीमें अब एक्शन में आती नजर आ रही है। जानकारी के अनुसार, 31 जुलाई को बैठक होने वाली है जिसमें आईपीएल टीमें कितनी रिटेंशन कर सकती हैं और आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी से पहले राइट टू मैच (आरटीएम) के विकल्प क्या होंगे, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी। क्रिकबज की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आईपीएल के सीईओ हेमांग अमीन ने 31 जुलाई को होने वाली बैठक के लिए गुरुवार सुबह फ्रेंचाइजी मालिकों को टेक्स्ट मैसेज भेजे, जिसमें उन्हें यह बताया गया कि जल्द बैठक की जानकारी दी जाएगी। अमीन ने यह भी संकेत दिया है कि बैठक 31 जुलाई को दोपहर या शाम को होगी। ऐसा माना जाता है कि सभी मालिकों ने बैठक के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि कर दी है। हालांकि अभी वेन्यू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन बैठक मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम परिसर में स्थित बीसीसीआई मुख्यालय क्रिकेट सेंटर में होने की उम्मीद है।
आईपीएल 2018 मेगा नीलामी के लिए, नीलामी से तीन और अन्य राइट टू मैच कार्ड का उपयोग करक फ्रेंचाइजी को अधिकतम पांच खिलाड़ियों को बनाए रखने की अनुमति थी। लेकिन 2022 में दो नई टीमों गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स की शुरूआत के परिणामस्वरूप मौजूदा टीमों को चार खिलाड़ियों को बनाए रखने की अनुमति दी गई, जिसमें कोई आरटीम कार्ड शामिल नहीं था। रिपोर्ट में बताया गया है कि बीसीसीआई द्वारा रिटेंशन की संख्या पांच या छह रखी जा सकती है।
रिटेंशन को सीमित करने के पीछे तर्क यह है कि अधिक संख्या नीलामी के उत्साह को कम कर सकती है। यदि प्रत्येक टीम आठ खिलाड़ियों को बनाए रखती है, तो दुनिया भर और भारत के शीर्ष 80 खिलाड़ी नीलामी से बाहर हो जाएंगे, जिससे पूरी नीलामी प्रक्रिया फीकी हो सकती है। राइट टू मैच विकल्प एक विवादास्पद मुद्दा है जिस पर बैठक में बहस हो सकती है, हालांकि यह संभावना है कि बीसीसीआई ने इस मामले पर पहले ही निर्णय ले लिया है। (आईएएनएस)
करनाल, 25 जुलाई । पिस्टल निशानेबाज अनीश भानवाला के माता-पिता को बेटे से पेरिस ओलंपिक में पदक की पूरी उम्मीद है। पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले अनीश एक पिस्टल शूटर हैं, जिनका जन्म 26 सितंबर 2002 को हुआ था। वे हरियाणा के करनाल जिले से हैं और 25 मीटर रैपिड फायर एयर पिस्टल में माहिर हैं। एक समय ऐसा था जब अंतरराष्ट्रीय शूटर अनीश ने मॉडर्न पेंटाथलॉन गेम (इसमें पांच खेल पिस्टल शूटिंग, फेंसिंग, स्विमिंग, हॉर्स राइडिंग और रनिंग शामिल है) से शुरुआत की थी। लेकिन पढ़ाई और पांच खेलों का प्रशिक्षण एक साथ मैनेज करना थोड़ा मुश्किल था।
इसलिए मॉडर्न पेंटाथलॉन को छोड़कर अनीश ने शूटिंग पर फोकस किया। उसके बाद अनीश ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह टीम और व्यक्तिगत निशानेबाजी में कई पदक जीत चुका है। साथ ही जूनियर चैंपियनशिप और सीनियर चैंपियनशिप, एशियन गेम्स में भी उनका दबदबा रहा है। अनीश 2017 से भारतीय निशानेबाजी टीम का हिस्सा हैं। अनीश का नाम पहली बार सुर्खियों में तब आया जब उन्होंने 2018 में ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स के 25 मीटर रैपिड फायर में देश को स्वर्ण पदक दिलाया था। इस समय वह मात्र 15 साल के थे और 10वीं कक्षा में पढ़ते थे। अनीश के पिता ने बताया कि उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में अनीश की सराहना की थी। कर्ण नगरी के निशानेबाज अनीश ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में पेरिस ओलंपिक का टिकट हासिल किया है। उनके परिवार और पूरे देश की उम्मीद उनसे गोल्ड की है। अनीश के पिता मलखान सिंह ने कहा, मैं अनीश को बस यही कहूंगा कि वो ओलंपिक में अपना बेस्ट प्रदर्शन करे। मैं पूरे परिवार और देशवासियों की तरफ से उसे शुभकामनाएं देता हूं।
25 मीटर रैपिड फायर इवेंट काफी मुश्किल होता है। इसमें 4 सेकंड के अंदर 5 राउंड फायर करने होते हैं। इसमें दिमाग बहुत शांत रखना पड़ता है और टेक्निक पर भी ध्यान देना होता है। भगवान की कृपा से अनीश की तैयारी बहुत अच्छी रही है, उम्मीद यही है कि वो अच्छा प्रदर्शन करे।'' अनीश की मां पूनम ने कहा, ''अनीश ने पिछले 10 वर्षों में कड़ी मेहनत की है। 2020 में वो ओलंपिक में बेहद करीब था लेकिन पेरिस ओलंपिक में उसने आखिरकार क्वालीफाई किया। हम सभी बेहद खुश हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि अनीश अपना बेस्ट प्रदर्शन करे और देश का मान बढ़ाए।''
अनीश के भाई ने भी उनके ओलंपिक सफर की सराहना करते हुए कहा कि उसने कड़ी मेहनत की है। चाहे टूर्नामेंट या इवेंट कोई सा भी हो उसने हमेशा अपना बेस्ट देने के लिए हर मुमकिन कोशिश की। अनीश की मां भगवान से प्रार्थना कर रही है कि बेटे का पहला ओलंपिक है और वो मेडल जरूर जीते। भाई भी खुश है और उसने बताया कि अनीश उसके साथ वहां के अनुभव शेयर कर रहा है, ऐसे में सभी को उम्मीद है कि भारत का 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में मेडल आएगा और अनीश भानवाला देश का नाम रोशन करेगा। -(आईएएनएस)
दांबुला, 25 जुलाई । भारतीय टीम महिला एशिया कप 2024 के सेमीफ़ाइनल में शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी। यह मैच दोपहर दो बजे से शुरू होगा, जिसका सीधा प्रसारण स्टारस्पोर्ट्स और हॉटस्टार पर किया जाएगा। वहीं दूसरा सेमीफ़ाइनल पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच शाम 7 बजे से खेला जाएगा। महिला एशिया कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन अद्भुत रहा है।
अब तक के खेले गए कुल आठ संस्करणों में भारत सात बार चैंपियन बना है लेकिन 2018 में बांग्लादेश की ही टीम ने भारत के विजय रथ को रोका था। उस संस्करण के फ़ाइनल में बांग्लादेश की टीम ने भारत को सिर्फ़ 112 रनों के स्कोर पर ऑलआउट कर दिया था, जिसे उन्होंने तीन विकेट शेष रहते प्राप्त कर लिया था। हालिया समय में भी बांग्लादेश और भारत के बीच कुछ रोमांचक मुकाबले हुए हैं। 2023 में जब भारतीय महिला टीम आईसीसी विमेंस चैंपियनशिप के तहत वनडे सीरीज़ खेलने गई थी, तब बांग्लादेश की टीम ने कड़ी टक्कर दी थी और सीरीज़ बराबरी पर ख़त्म हुई थी। हालांकि 2024 में जब भारतीय टीम टी20 सीरीज़ खेलने के लिए बांग्लादेश गई थी, तब उन्होंने मेज़बानों को 5-0 से हरा दिया था। मंधाना-शेफ़ाली और नाहिदा-राबेया साबित हो सकती हैं प्रमुख खिलाड़ी शेफ़ाली वर्मा इस एशिया कप में अभी तक दूसरी सबसे अधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने अब तक 166.1 की स्ट्राइक रेट से 158 रन बनाए हैं। नेपाल के ख़िलाफ़ उन्होंने ताबड़तोड़ 81 रनों की पारी खेली थी।
वहीं स्मृति मंधाना पिछले कुछ महीनों से बेहतरीन फ़ॉर्म में हैं। नेपाल के ख़िलाफ़ तो उन्होंने बल्लेबाज़ी नहीं की थी लेकिन एशिया कप में उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 45 रनों की बढ़िया पारी खेली थी। हाल ही में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मंधाना ने तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में 114 की औसत से 343 रन बनाए थे। इस एशिया कप में सबसे ज़्यादा विकेट लेने के मामले में नाहिदा अख़्तर और राबेया ख़ान दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। दोनों गेंदबाज़ों ने तीन-तीन पारियों में पांच-पांच विकेट लिए हैं। इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा बांग्लादेश की बल्लेबाज़ मुर्शीदा ख़ान भी बढ़िया लय में हैं। उन्होंने दो पारियों में 65 की औसत से 130 रन बनाए हैं। टीमें: भारत : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उपकप्तान), अरुंधति रेड्डी, सोभना आशा, ऋचा घोष, उमा छेत्री, जेमिमाह रॉड्रिग्स, दीप्ति शर्मा, राधा यादव, रेणुका सिंह, पूजा वस्त्रकर, शेफ़ाली वर्मा, श्रेयंका पाटिल, संजीवन सजना, दयालन हेमलता बांग्लादेश : निगार सुल्ताना (कप्तान), नाहिदा अख़्तर, दिलारा अख़्तर, इश्मा तंज़ीम, जहांआरा आलम, मारूफ़ा अख़्तर, मुर्शीदा अख़्तर, राबेया ख़ान, ऋतु मोनी, रुब्या हैदर, रूमाना अहमद, सबिकुन नाहर, शोरिफ़ा ख़ातून, शोरना अख़्तर --(आईएएनएस)
दाम्बुला, 25 जुलाई (भाषा) भारतीय महिला क्रिकेट टीम शुक्रवार को यहां एशिया कप सेमीफाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ जीत की प्रबल दावेदार के तौर पर मैदान में उतरेगी जिसमें शेफाली वर्मा की निगाहें आक्रामक प्रदर्शन करने पर लगी होंगी जबकि स्मृति मंधाना भी बड़ा स्कोर बनाने के लिए बेताब होंगी।
शेफाली ने अभी तक 158 रन बनाए हैं जिससे वह टूर्नामेंट में दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं। निगार सुल्ताना की टीम के खिलाफ शेफाली को अच्छी शुरूआत करानी होगी क्योंकि विपक्षी टीम के पास धीमी गति के गेंदबाजों की भरमार है।
भारतीय महिला टीम ने सभी तीनों मुकाबलों में प्रतिद्वंद्वी टीम को मात दी है। उसने पाकिस्तान के खिलाफ सात विकेट से, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ 78 रन से और नेपाल के खिलाफ 82 रन के अंतर से जीत हासिल की।
हालांकि कप्तान हरमनप्रीत कौर जानती हैं कि एशिया कप में सेमीफाइनल और फाइनल ही सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। इसलिये बांग्लादेश की टीम टूर्नामेंट के इस चरण में खतरनाक टीम हो सकती है।
भारत के लिए शुरुआत काफी अहम होगी इसलिये शेफाली चाहेंगी कि उनकी सीनियर सलामी जोड़ीदार मंधाना भी अच्छा प्रदर्शन करें। बायें हाथ की यह खिलाड़ी पाकिस्तान के खिलाफ 45 रन की पारी के दौरान शानदार फॉर्म में थी।
ग्रुप लीग चरण में भारतीय टीम यूएई और नेपाल से भिड़ी थी जिनका गेंदबाजी आक्रमण इतना शानदार नहीं है लेकिन अब उसे निश्चित रूप से बांग्लादेश की अच्छी धीमी गेंदबाजों से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
बायें हाथ की स्पिनर नाहिदा अख्तर और युवा लेग स्पिनर राबिया खान दोनों ने पांच पांच विकेट लिए हैं। नाहिदा भारत के अनुभवी बल्लेबाजी लाइन अप पर दबाव बनाना चाहेंगी जबकि लेग ब्रेक गेंदबाज राबिया विकेट लेने की कोशिश करेंगी।
मध्यम गति गेंदबाजी विभाग में अनुभवी जहांआरा आलम के साथ रितु मोनी शामिल हैं।
भारत के लिए हरमनप्रीत, ऋचा घोष और जेमिमा रोड्रिग्स मध्यक्रम में हैं जबकि हरफनमौला दीप्ति शर्मा और पूजा वस्त्रकार उनका अच्छा साथ निभायेंगी।
दूसरी पारी में दाम्बुला स्टेडियम की पिच काफी धीमी हो रही जिससे भारत इस पिच पर लक्ष्य का बचाव करना चाहेगा। हालांकि सेमीफाइनल दोपहर में होगा।
ऑफ स्पिनर दीप्ति ने अब तक तीन मैचों में आठ विकेट लेकर गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर राधा यादव से तुलना की जाये तो उनका 4.66 का इकोनोमी रेट भी उतना ही प्रभावशाली रहा है।
भारत की नयी गेंद की जोड़ी रेणुका सिंह ठाकुर और पूजा वस्त्रकार ने शानदार प्रदर्शन किया है।
बांग्लादेश के पास इतनी प्रभावशाली बल्लेबाज नहीं हैं जिससे अगर भारत 140 से अधिक रन बना लेता है तो फाइनल में जगह बनाने के लिए यह स्कोर काफी हो सकता है।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत:
हरमनप्रीत कौर (कप्तान), ऋचा घोष (विकेटकीपर), उमा छेत्री (विकेटकीपर), स्मृति मंधाना (उपकप्तान), शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, पूजा वस्त्राकर, अरुंधति रेड्डी, जेमिमा रोड्रिग्स, रेणुका ठाकुर, दयालन हेमलता, आशा शोभना, राधा यादव, श्रेयंका पाटिल, सजना सजीवन।
बांग्लादेश:
निगार सुल्ताना जोटी (कप्तान), शोर्णा अख्तर, नाहिदा अख्तर, मुर्शिदा खातून, शोरिफा खातून, रितु मोनी, रूबिया हैदर झेलिक, सुल्ताना खातून, जहांआरा आलम, दिलारा अख्तर, इश्मा तंजीम, राबिया खान, रुमाना अहमद, मारुफा अख्तर, सबिकुन नाहर जेस्मीन।
मैच भारतीय समयानुसार दोपहर दो बजे शुरू होगा।
नई दिल्ली, 25 जुलाई । तीन बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन और रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता जर्मनी की एंजेलिक केर्बर ने पेरिस 2024 के बाद पेशेवर टेनिस टूर्नामेंट से संन्यास का ऐलान किया है। 36 वर्षीय जर्मन खिलाड़ी पेरिस खेलों में महिला एकल और युगल दोनों प्रतियोगिताओं लॉरा सीजमंड के साथ भाग लेंगी। केर्बर 2023 में अपनी बेटी के जन्म के बाद से अपने पहले खेलों में भाग लेंगी। केर्बर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "ओलंपिक शुरू होने से पहले, मैं कह सकती हूं कि मैं पेरिस 2024 को कभी नहीं भूलूंगी, क्योंकि यह एक टेनिस खिलाड़ी के रूप में मेरा आखिरी पेशेवर टूर्नामेंट होगा जबकि यह वास्तव में सही निर्णय हो सकता है, ऐसा कभी महसूस नहीं होगा। सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं इस खेल को पूरे दिल से प्यार करती हूं।
मैं उन यादों और अवसरों के लिए आभारी हूं जो इसने मुझे दिए हैं।'' "मैंने अब तक जिन ओलंपिक में भाग लिया है, वे सिर्फ़ प्रतियोगिताएं नहीं हैं क्योंकि वे एक टेनिस खिलाड़ी के रूप में मेरे जीवन के विभिन्न अध्यायों का प्रतिनिधित्व करते हैं: शुरुआत, शिखर... और अब, फिनिश लाइन।" "लंदन 2012 में ओलंपिक ऐसे समय में आया, जब मैंने टूर पर अपना सफल सीजन बिताया था। मैं लगातार रैंकिंग में ऊपर चढ़ रही थी। हर जीत ने मुझे अपने संदेहों को दूर करने और अपने आत्मविश्वास को मजबूत करने में मदद की। यह सब नई शुरुआत की तरह लगा और मैं उत्साह से नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई।" उन्होंने आगे लिखा, "एक साल पहले 2011 में, मैंने टेनिस से लगभग मुंह मोड़ लिया था और अपने बचपन के सपनों को छोड़ दिया था।जब मैं रियो 2016 में ओलंपिक में पहुंची, तो मैंने साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था।
"मेरा रजत पदक जीतने का सफर भावनाओं के सैलाब में डूबा हुआ था, जिसके कारण मैं न्यूयॉर्क में अपना दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने और रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने में सफल रही। अगले साल की गिरावट दुखद थी, लेकिन मैंने अपना सबक सीखा और विंबलडन 2018 मेरा सबसे बड़ा इनाम था।" अब पेरिस 2024 उस सबसे अविश्वसनीय यात्रा की समाप्ति रेखा को चिह्नित करेगा, जिसका मैंने कभी अपने हाथ में रैकेट लेकर बड़े होने का सपना देखा था। ऐसी कई और बातें हैं जो मैं कहना चाहती हूं और लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं, जो मैं अपना आखिरी मैच पूरा करने के बाद करूंगी...लेकिन अभी के लिए, मैं समय निकालूंगी और कोर्ट पर इस अंतिम सफर के हर सेकंड का आनंद लूंगी। आप सभी के समर्थन के लिए धन्यवाद। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है।" 2024 ओलंपिक टेनिस स्पर्धाओं के लिए ड्रॉ गुरुवार को निकाले जाएंगे। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 जुलाई । प्रणव सूरमा ने ट्रायल में नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करते हुए एफ51 श्रेणी क्लब थ्रो में पेरिस पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया। बेंगलुरु में हाल ही में आयोजित ट्रायल में प्रणव ने एफ51 श्रेणी के क्लब थ्रो में 37.23 मीटर की थ्रो हासिल की, जो पिछले विश्व रिकॉर्ड 36.22 मीटर से अधिक है। इस शानदार प्रदर्शन के बाद प्रणव सूरमा ने कहा, "मई में कोबे में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक नहीं जीत पाना निराशाजनक था। इसके बाद मेरे कोच नवल सिंह और मैंने कड़ी मेहनत की। अब पेरिस जाने पर, इस प्रदर्शन ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है।" प्रणव के कोच नवल सिंह ने कहा, "प्रणव हमेशा से ही कड़ी मेहनत करता आया है लेकिन कभी-कभी बाहर का शोर खिलाड़ी की एकाग्रता को तोड़ सकता है।
मेरा काम उसका ध्यान वापस उसके खेल पर लाना था। मुझे पूरा यकीन है कि वह पेरिस पैरालंपिक में देश को गौरवान्वित करेगा।" एक दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के बाद, प्रणव ने अपनी ताकत और उद्देश्य को पुनः प्राप्त करने के लिए खेलों की ओर रुख किया। उनकी इस लगन और कड़ी मेहनत का फल उन्हें तब मिला जब उन्होंने 2023 में हांगझोऊ में आयोजित एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीता और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर खुद को एक मजबूत प्रतियोगी के रूप में स्थापित किया। --(आईएएनएस)
पल्लेकले, 25 जुलाई । भारत और श्रीलंका के बीच शुरू हो रहे सीमित ओवरों की सीरीज से पहले श्रीलंका को दूसरा झटका लगा है। दुष्मंथा चमीरा के बाद अब जानकारी मिल रही है कि नुवान तुषारा भी चोटिल हो गए हैं। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार, श्रीलंकाई टीम के मैनेजर महिंदा हलंगोदा ने पुष्टि की है कि तुषारा के बाएं हाथ की एक उंगली में चोट लगी है। यह चोट इतनी गंभीर है कि उन्हें बाहर होना पड़ेगा। हलंगोदा ने कहा कि चोट बुधवार देर रात अभ्यास के दौरान लगी थी। तुषारा उस समय फ़ील्डिंग अभ्यास कर रहे थे।
फिलहाल के लिए उनकी चोट की गंभीरता को देखते हुए, यह लग रहा है कि उन्हें कम से कम भारत के खिलाफ टी20 सीरीज़ से बाहर होना पड़ेगा। तुषारा की चोट श्रीलंकाई टीम के लिए एक बड़ा झटका है, जो पहले से ही एक अन्य प्रमुख तेज गेंदबाज दुष्मंथा चमीरा की कमी से जूझ रही है। तुषारा के बाहर होने के कारण, बाएं हाथ के गेंदबाज दिलशान मदुशंका उनकी जगह ले सकते हैं, हालांकि आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है।
तुषारा इस साल लगातार श्रीलंका के टी20 टीम का हिस्सा रहे हैं। वह विश्व कप में उनके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक थे, जहां उन्होंने तीन मैचों में आठ विकेट लिए थे। इस साल की शुरुआत में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 20 रन देकर पांच विकेट लिए थे, जिसमें से तीन विकेट हैट्रिक के जरिये आई थी। श्रीलंका और भारत के बीच पहला टी20 शनिवार को पल्लेकेले में खेला जाएगा। - (आईएएनएस)
मेलबर्न, 25 जुलाई । सभी फॉर्मेट में खेलने वाले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को पांच साल में पहली बार भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ की तैयारी के लिए चार शेफ़ील्ड शील्ड मैच खेलने का अच्छा मौक़ा मिला है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को घरेलू सीज़न के कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें महिलाओं की नई टी20 प्रतियोगिता भी शामिल है। यह प्रतियोगिता एडिलेड और सिडनी में 10 दिनों तक चलेगी। पिछले सीज़न की तरह ही पुरुषों के लिए वनडे कप और शेफ़ील्ड शील्ड दोनों में सात-सात मैच होंगे। लेकिन लंबे समय के बाद पहली बार मल्टी-फॉर्मेट खिलाड़ियों को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी जीतने के लिए शील्ड मैचों के जरिए तैयारी करने का शानदार मौक़ा मिलेगा। इस साल सितंबर में ऑस्ट्रेलिया की टीम सीमित ओवर की सीरीज़ के लिए इंग्लैंड जाएगी। यह दौरा 29 सितंबर को समाप्त होगा। इसके बाद खिलाड़ियों को 8 अक्टूबर से शुरू होने वाले शील्ड सीज़न से पहले एक सप्ताह का समय मिलेगा।
अगर तेज़ गेंदबाज़ों को पहले राउंड से आराम दिया जाता है, तब भी खिलाड़ियों के पास 22 नवंबर से भारत के ख़िलाफ़ शुरू होने वाली सीरीज से पहले तीन मैच होंगे। पैट कमिंस सितंबर में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ होने वाले सीमित ओवरों के दौरे पर मौजूद नहीं रहेंगे, जबकि मिचेल स्टार्क इंग्लैंड के ख़िलाफ़ केवल वनडे सीरीज़ में खेलेंगे। जोश हेजलवुड दोनों फॉर्मेट में शामिल हैं। स्टार्क ने 2020-21 के बीबीएल के दौरान एनएसडब्लू के लिए मैच खेले थे। कमिंस और हेजलवुड ने नवंबर 2019 के बाद से शील्ड मैच नहीं खेला है। वहीं मिचेल मार्श ने भी 2019 के बाद से केवल दो शील्ड मैच खेले हैं। शील्ड मैचों के लिए मल्टी-फॉर्मेट खिलाड़ियों की उपलब्धता 4 नवंबर से शुरू होने वाली पाकिस्तान की सीमित ओवरों की यात्रा से प्रभावित होने की संभावना है। टी20 मैचों (14-18 नवंबर) की भारत श्रृंखला की शुरुआत के क़रीब होने का मतलब है कि इस सीरीज़ में टेस्ट में शामिल नहीं होने वाले खिलाड़ियों का ही चयन किया जाएगा। अक्टूबर के अंत में दो ऑस्ट्रेलिया ए-इंडिया ए मैच भी हैं, इस सीरीज़ के लिए कई खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट से बाहर होना पड़ेगा।
शील्ड मैचों की भरमार से मैट रेनशॉ, मार्कस हैरिस और कैमरन बैनक्रॉफ्ट जैसे खिलाड़ियों को अपनी चयन संभावनाओं को बढ़ाने का मौक़ा मिलेगा। हालांकि ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम अभी काफ़ी हद तक सेट है, लेकिन वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में एक रिजर्व बल्लेबाज़ का चयन करना चाहेंगे। कुल मिलाकर बीबीएल ब्रेक से पहले छह शील्ड मैच खेले जाएंगे। इसके बाद प्रत्येक राज्य फ़रवरी और मार्च में चार और मैच खेलेगा। शील्ड के शेड्यूल को फिर से वनडे कप के साथ जोड़ा जाएगा, जो 22 सितंबर से शुरू होगा, जिसमें वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया दोनों प्रतियोगिताओं में लगातार चौथी बार ख़िताब जीतने का लक्ष्य रखेगा। शील्ड का फ़ाइनल 26 से 30 मार्च के बीच होगा, जबकि 50 ओवर के फॉर्मेट का फ़ाइनल और डब्लूएनसीएल का फ़ाइनल 1 मार्च और 2 मार्च को होगा। --(आईएएनएस)
पेरिस, 25 जुलाई । पेरिस ओलंपिक के लिए टेबल टेनिस इवेंट के ड्रॉ का ऐलान कर दिया गया है। भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम को पेरिस ओलंपिक के शुरुआती दौर में चार बार के स्वर्ण पदक विजेता चीन से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। महिला टीम का सामना राउंड ऑफ 16 में रोमानिया से होगा। इसके बाद दूसरे राउंड में उसका सामना रियो 2016 की रजत पदक विजेता जर्मनी से हो सकता है।
पेरिस ओलंपिक 2024 की ओपनिंग सेरेमनी 26 जुलाई को होगी लेकिन भारत इस ओलंपिक में अपना पहला अभ्यास 25 जुलाई से ही शुरू करने जा रहा है। भारत ने पहली बार टेबल टेनिस में टीम स्पर्धाओं के लिए क्वालीफाई किया है। दूसरी ओर, चीन ने 2008 में ओलंपिक में टीम स्पर्धाओं की शुरुआत के बाद से सभी संस्करणों में पुरुष स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है। महिला एकल स्पर्धा में स्टार पैडलर मनिका बत्रा जिन्हें 18वीं सीड दी गई है, ग्रेट ब्रिटेन की अन्ना हर्सी के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। रियो 2016 में डेब्यू करने के बाद अपने तीसरे ओलंपिक में भाग ले रही मनिका ने टोक्यो 2020 में महिला एकल में तीसरे दौर में जगह बनाई। दूसरी ओर, हर्सी अपना ओलंपिक डेब्यू करेंगी। एक अन्य भारतीय श्रीजा अकुला को 16वीं सीड दी गई है और वह अपने राउंड-ऑफ-64 मैच में स्वीडन की क्रिस्टीना कल्बर्ग से भिड़ेंगी।
पुरुष एकल में अनुभवी शरत कमल जो अपना रिकॉर्ड पांचवां ओलंपिक खेल रहे हैं, पहले दौर में स्लोवेनिया के 27 वर्षीय डेनी कोजुल से भिड़ेंगे। हरमीत देसाई अपने अभियान की शुरुआत प्रारंभिक दौर से करेंगे। देसाई का सामना 27 जुलाई को जॉर्डन के जैद अबो यमन से होगा। पुरुष और महिला एकल में प्रारंभिक दौर में तीन-तीन मैच होंगे। प्रारंभिक दौर के विजेता राउंड ऑफ 64 के लिए क्वालीफाई करेंगे। यदि हरमीत प्रारंभिक दौर जीत जाते हैं तो उनका सामना विश्व नंबर-5 फ्रांसीसी खिलाड़ी फ़ेलिक्स लेब्रून से होगा। पेरिस ओलंपिक में टेबल टेनिस प्रतियोगिताएं 27 जुलाई से 10 अगस्त के बीच होंगी। सभी पांच प्रतियोगिताएं, जिनमें पुरुष एकल, महिला एकल, मिश्रित युगल, पुरुष टीम और महिला टीम शामिल है, साउथ पेरिस एरिना में खेली जाएंगी। --(आईएएनएस)
(अमनप्रीत सिंह)
पेरिस, 25 जुलाई। भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु लगातार तीसरे ओलंपिक खेलों में पदक जीतकर इतिहास रचने के लिए किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ रही हैं और उन्होंने अपना यह लक्ष्य हासिल करने के लिए पिछले कुछ महीनो में अलग-अलग तरीकों से कड़ा अभ्यास किया है।
सिंधु ने रियो ओलंपिक में रजत और तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। अगर वह पेरिस ओलंपिक में पोडियम पर पहुंचने में सफल रहती है तो फिर वह पदकों की हैट्रिक पूरी करने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन जाएंगी।
सिंधु पिछले कुछ समय से अच्छी फॉर्म में नहीं चल रही है लेकिन उन्होंने कहा कि पिछले आठ महीने प्रकाश पादुकोण के साथ बिताने से उनका आत्मविश्वास बढ़़ा है और वह लगातार तीसरा पदक जीतने के लिए तैयार है।
सिंधु ने पोर्टे डे ला चैपल एरिना में अभ्यास सत्र के बाद कहा,‘‘निश्चित रूप से पदक जीतना मेरा लक्ष्य है। यह पहला हो या दूसरा या फिर तीसरा यह मायने नहीं रखता। मैंने दो पदक जीते हैं और मैं तीसरे पदक के बारे में सोच कर खुद पर दबाव नहीं बनना चाहती हूं।’’
उन्होंने कहा,‘‘जब भी मैं ओलंपिक में भाग लेती हूं तो वह मेरे लिए नया ओलंपिक होता है। इसलिए मैं जब भी ओलंपिक में खेलने के लिए उतरती हूं तो मेरा लक्ष्य पदक जीतना होता है। उम्मीद है कि मैं जल्द ही हैट्रिक पूरी करूंगी। ’’
पेरिस आने से पहले सिंधु ने जर्मनी के सारब्रुकेन में स्पोर्टकैंपस सार में अभ्यास किया जहां की समुद्र तल से ऊंचाई, मौसम और परिस्थितियां फ्रांस की राजधानी के समान हैं। परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने के लिए वहां उन्होंने अपने कमरे में एक हाइपोक्सिक चैंबर (कम ऑक्सीजन) बनाया और कुछ दिनों तक वहीं सोईं। हाइपोक्सिक चैंबर खिलाड़ी के शरीर को अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर खेलने के लिए तैयार करने में मदद करते हैं।
सिंधु ने कहा,,‘‘मैं अभ्यास के लिए अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर नहीं जा सकती थी। मेरे पास बहुत अधिक समय नहीं था और इसलिए मैंने सोचा कि कहीं और जाने से बेहतर होगा कि यहीं उस तरह की परिस्थितियां तैयार की जाएं।’’
इस स्टार भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने अपने स्ट्रोक्स में सुधार किया है और लंबी रैलियों में वह पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
सिंधु से पूछा गया कि पादुकोण के साथ अभ्यास करने से उन्हें क्या अंतर महसूस हुआ, उन्होंने कहा,‘‘ स्ट्रोक में बहुत अधिक आत्मविश्वास होना। महिला एकल में अब बहुत लंबी रैलियां और लंबी अवधि के मैच होते हैं और मैंने खुद को उनके लिए तैयार किया है।’’
उन्होंने कहा,‘‘प्रत्येक प्रतिद्वंदी के खिलाफ आपको अलग शैली अपनानी पड़ती है और सही समय पर सही स्ट्रोक लगाना आवश्यक होता है। प्रकाश सर ने इस बात पर जोर दिया और हमने इस पर काम किया। बहुत सुधार हुआ है। यह आपको कोर्ट पर नजर आएगा।’’ (भाषा)
(मोना पार्थसारथी)
नयी दिल्ली, 25 जुलाई। दो साल पहले भारतीय हॉकी टीम में पदार्पण करने वाले फॉरवर्ड सुखजीत सिंह पेरिस में ओलंपिक में पदार्पण को लेकर कतई नर्वस नहीं है और आत्मविश्वास बढाने के लिये अपने अंतरराष्ट्रीय गोलों की क्लिप देखते रहते हैं ।
सुखजीत भारतीय टीम में शामिल उन पांच खिलाड़ियों (अभिषेक, राजकुमार पाल, जरमनप्रीत सिंह, संजय) में से हैं जिनके लिये पेरिस उनका पहला ओलंपिक होगा । तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम 27 जुलाई को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी ।
पंजाब के तरण तारण में जन्मे सुखजीत ने रवानगी से पहले भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘ मैने 2022 में भारतीय टीम में पदार्पण किया और एफआईएच प्रो लीग में स्पेन के खिलाफ पदार्पण मैच में ही गोल किया था । अब तक का सफर अच्छा रहा है और हर मैच में सर्वश्रेष्ठ करने की ही कोशिश रहती है ।’’
अब तक 70 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 22 गोल कर चुके सुखजीत ने कहा कि वह ओलंपिक के दबाव का सामना करने के लिये शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह से तैयार हैं ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे दबाव बिल्कुल नहीं लग रहा । हमने बड़े टूर्नामेंट खेले हैं तो दबाव का सामना करना बखूबी आता है । अपनी तैयारियों के दम पर बड़ी टीमों के खिलाफ अच्छा खेलने का यकीन है ।’’
भारत के पूल में मौजूदा चैम्पियन बेल्जियम, 2016 चैम्पियन अर्जेंटीना और विश्व कप विजेता आस्ट्रेलिया जैसे दिग्गज हैं । एफआईएच डेटा हब के आंकड़ों के अनुसार भारत ने पिछले दस साल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 48 मैचों में से आठ जीते, 33 गंवाये और सात ड्रॉ रहे हैं । वहीं बेल्जियम के खिलाफ 30 मैचों में से आठ जीते, 16 गंवाये और छह ड्रॉ खेले हैं ।
सुखजीत ने अपने पदार्पण टूर्नामेंट प्रो लीग में छह गोल किये थे । इसके बाद भारत में हुए 2023 विश्व कप में तीन गोल दागे । वह हांगझोउ में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे ।
ओलंपिक के लिये मानसिक तैयारियों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘मैने जिन मैचों में गोल किये , मैं बड़े मैचों से पहले अपनी क्लिप देखता हूं । इससे मेरा आत्मविश्वास बढता है और मैं अगले मैच में और अच्छा करने की कोशिश करता हूं । मुझे अपना पिछला प्रदर्शन ही मानसिक तौर पर और मजबूत बनाता है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘इसके अलावा एशियाई खेलों में सेमीफाइनल या फाइनल से पहले और एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान भी खेल मनोवैज्ञानिक से बात करने से काफी फायदा मिला है । वे बताते हैं कि कैसे दबाव का सामना करना है । उनसे मिले टिप्स काफी काम आते हैं ।’’
सुखजीत को उनके पिता अजित सिंह ने पहली बार हॉकी स्टिक थमाई जब वह छह वर्ष के थे । पंजाब पुलिस के पूर्व हॉकी खिलाड़ी अजित भारतीय टीम के लिये नहीं खेल सके लेकिन उन्होंने यह सपना अपने बेटे के लिये देखा ।
सुखजीत ने कहा ,‘‘ मेरे पापा पंजाब पुलिस भी हॉकी खेलते थे और उनका सपना था कि जो मैं नहीं कर सका, वो मेरा बेटा कर दिखाये । उनके सहयोग से ही मैं इस मुकाम पर हूं । उनके लिये और मेरे पूरे परिवार के लिये वह गर्व का पल होगा जब मैं पेरिस में मैदान पर उतरूंगा ।’’
सीनियर खिलाड़ियों से प्रेरणा लेने वाले 27 वर्ष के इस खिलाड़ी ने कहा ,‘‘ हमारी टीम में सीनियर खिलाड़ियों श्री भाई (पी आर श्रीजेश ) , मनप्रीत , हरमनप्रीत के पास काफी अनुभव हैं । वे हमें अपने अनुभवों के बारे में बताते हैं और अच्छे प्रदर्शन के लिये प्रेरित करते हैं । हमें कोई दिक्कत होती है तो उनसे बात कर लेते हैं ।’’
ओलंपिक खेलगांव में किन खिलाड़ियों से मिलने को लेकर बेताब हैं, यह पूछने पर उन्होंने कहा कि फिलहाल फोकस अपनी तैयारी पर ही है ।
उन्होंने कहा ,‘‘ खेलगांव में आस्ट्रेलियाई हॉकी टीम के फॉरवर्ड ब्लेक ग्रोवर्स से मुलाकात होगी जिनके खिलाफ हम काफी मैच भी खेल चुके हैं । लेकिन फोकस अपनी तैयारी पर है , खेलगांव पर नहीं ।’’
खाली समय में पंजाबी गाने सुनने के शौकीन सुखजीत ने कहा ,‘‘ टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल है और हमें यकीन है कि तोक्यो से शुरू हुआ सिलसिला पेरिस में और आगे बढेगा ।’’ (भाषा)
कोलंबो, 24 जुलाई । भारत के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले श्रीलंकाई टीम के अंतरिम कोच सनत जयसूर्या एक्शन में नजर आ रहे हैं। उन्होंने श्रीलंकाई टीम के भीतर अनुशासन की मांग की है, जिसमें प्रॉपर हेयर कट समेत अन्य चीजें शामिल हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए, पूर्व कप्तान जयसूर्या ने स्वीकार किया कि मौजूदा खिलाड़ियों में अनुशासन लाना महत्वपूर्ण है, खासकर क्रिकेट को 'जेंटलमैन गेम' बनाए रखने के लिए नियमों का पालन करना अहम है। भारत के खिलाफ सीरीज और सितंबर में श्रीलंका के इंग्लैंड दौरे के लिए अंतरिम कोच के रूप में नियुक्त किए गए जयसूर्या ने कहा, "हम टीम में अनुशासन की उम्मीद कर रहे हैं और मैं अपने कार्यकाल के दौरान केवल अंतरिम कोच हूं। मैं वह अनुशासन चाहता हूं।"
उन्होंने कहा, "हमारे क्रिकेट फैंस इन क्रिकेटरों को पसंद करते हैं। युवा क्रिकेटर वरिष्ठ क्रिकेटरों को अपना आदर्श मानते हैं। वे उनसे सीखना पसंद करते हैं। अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो इससे युवा पीढ़ी के क्रिकेटरों को भी मदद मिलेगी। इसी पृष्ठभूमि में हमने ये बदलाव किए हैं। हम क्रिकेट को जेंटलमैन गेम बनाए रखना चाहते हैं।" युवा क्रिकेटरों को अनुशासित करने के जयसूर्या के प्रयास का समर्थन करते हुए देश के खेल मंत्री हरिन फर्नांडो ने पहले देश का प्रतिनिधित्व करने वाले क्रिकेटरों में विनम्रता और अनुशासन की आवश्यकता पर जोर दिया और तर्क दिया कि विनम्र व्यवहार से मैच हारने के बाद क्रिकेटरों की अधिकांश आलोचना कम हो सकती है।
खेल मंत्री ने कहा, "अगर टीम अधिक विनम्र होती और उनका रवैया बदल जाता, तो श्रीलंका के लोग मैच हारने पर इतने आलोचनात्मक नहीं होते। लोगों में क्रिकेट के प्रति गहरा प्रेम है।" तीन टी20 मैच 27, 28 और 30 जुलाई को पल्लेकेले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेले जाएंगे। इसके बाद तीन वनडे मैच होंगे, जिनकी शुरुआत 2 अगस्त से कोलंबो में होगी। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 जुलाई । अचंत शरत कमल, जो पिछले दो दशकों से अधिक समय से भारतीय टेबल टेनिस का चेहरा रहे हैं, पेरिस ओलंपिक 2024 में रिकॉर्ड पांचवीं बार ओलंपिक उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 42 वर्षीय भारतीय दल के पुरुष ध्वजवाहक भी हैं। कई बार के राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता ने भारत को इतिहास रचने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई क्योंकि पुरुष टीम ने इतिहास में पहली बार ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया।
टेबल टेनिस के दिग्गज, जो अल्टीमेट टेबल टेनिस में चेन्नई लायंस टीम के मुख्य आधार भी रहे हैं, देश के लिए खेलने का सपना देख रहे कई युवा टेबल टेनिस खिलाड़ियों को प्रेरित कर रहे हैं। अल्टीमेट टेबल टेनिस के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, शरत, जिन्होंने 2004 एथेंस खेलों में ओलंपिक में पदार्पण किया था, ने अपने शीर्ष पांच ओलंपिक क्षणों के बारे में बात की, क्योंकि वह पेरिस में पदक के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के लिए तैयार हैं। टेनिस के दिग्गज रोजर फेडरर के साथ अप्रत्याशित लंच: पहली बार ओलंपिक में जाना किसी भी एथलीट के लिए एक खास पल होता है। यह माहौल में डूबने, खेल गांव के विशेष माहौल को महसूस करने और विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने के बारे में है। और जाहिर है, शरत का शीर्ष ओलंपिक क्षण वह है जब उन्होंने 2004 में डाइनिंग हॉल में टेनिस के दिग्गज स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर के साथ एक टेबल साझा की थी और उनके तथा यूएसए के एंडी रोडिक के बीच सौहार्द देखना सोने पर सुहागा था।
"एक दिन मैं दोपहर के भोजन के लिए बाहर गया था और जैसे ही मैं इस तरफ से प्रवेश कर रहा था, दूसरी तरफ से एक और व्यक्ति टेनिस बैग और बाल खुले रखे हुए आ रहा था। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने उसे कहीं देखा है। मैं पहचान नहीं सका वह अपने बाल खुले रखे हुए था। हम एक-दूसरे के पास से गुजरते हैं, हम वास्तव में रास्ते से गुजरते हैं। वह सामान रखने की जगह पर अपना बैग देने जाता है, मैं अंदर जाता हूं और देखता हूं कि क्या खाना है और यह अचानक मेरे दिमाग में आ जाता है , यह रोजर फेडरर है।
शरत ने याद किया, "तब मैं बहुत शर्मीला था। इसलिए, मैंने खाने के लिए कुछ लिया और उसे खोजा। वह अकेले ही एक टेबल पर बैठा था। मैं जितना संभव हो सके उसके करीब गया। मैं उसकी जगह पर नहीं जाना चाहता था, लेकिन मैं अभी भी करीब था, और मैं (उसी मेज पर) खा रहा था और फिर अचानक, एक आदमी उल्टी टोपी और शॉर्ट्स के साथ आता है और वे ताली बजा रहे थे, मैंने उसे देखा और यह एंडी रोडिक था।" महान मा लोंग के खिलाफ एक गेम जीतना: चीन के मा लोंग को सर्वकालिक महान टेबल टेनिस खिलाड़ियों में से एक माना जाता है और वह टोक्यो ओलंपिक में गत चैंपियन के रूप में आ रहे थे। कोविड महामारी के कारण टोक्यो खेलों को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया था और भारतीय खिलाड़ियों के लिए लंबे लॉकडाउन और उसके बाद की दूसरी लहर के कारण खेलों के लिए अच्छी तैयारी करना एक वास्तविक संघर्ष था। शरत ने दूसरे राउंड में पुर्तगाल के टियागो अपोलोनिया को हरा दिया था और तीसरे राउंड में उनका सामना मा लोंग से था। "मा लोंग के खिलाफ मैच मेरे करियर में अब तक खेले गए सर्वश्रेष्ठ मैचों में से एक था।
मैंने उनके साथ जो पांच बार खेला है, उनमें से मैंने उनके खिलाफ सिर्फ एक गेम जीता था और वह टोक्यो में था। और मुझे इस पर बहुत गर्व है वहां क्या हुआ, खासकर कोविड के बाद। "भारत में विशेष रूप से दूसरी लहर के बाद बहुत कठिन स्थिति थी। दुनिया के बाकी हिस्सों में लोगों ने अपना प्रशिक्षण वापस शुरू कर दिया और, भारत में लॉकडाउन के बीच में, हम अभी भी घरेलू वर्कआउट तक ही सीमित थे, मैं अपनी छत पर खेल रहा था। यह बहुत कठिन था। हमारे पास सीमित संसाधनों के साथ मैं पूरे समय भारत में प्रशिक्षण ले रहा था। उस कठिन मानसिकता से लेकर ओलंपिक तक पहुंचने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने तक, मुझे वास्तव में लगता है कि मैंने अच्छा प्रदर्शन किया।" शरथ ने दूसरा गेम 11-8 से जीता लेकिन मैच में 4-1 (7-11, 11-8, 11-13, 4-11, 4-11) से हार गए। बाद में, मा लोंग ने स्वर्ण पदक जीता। घुटने की चोट शरत के उत्साह को कम नहीं कर सकी: शरत ने लगातार दूसरे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था और अन्य शीर्ष खिलाड़ियों के साथ यूरोप में प्रशिक्षण लेकर 2008 बीजिंग खेलों के लिए खुद को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की थी। लेकिन प्रतियोगिता शुरू होने से ठीक पहले ट्रेनिंग के दौरान वह फिसलकर गिर गए और उनका घुटना क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, शरत ने चोट से निराश होने के बजाय इससे लड़ने का फैसला किया और स्पैनियार्ड अल्फ्रेडो कार्नरोस को हराकर दूसरे दौर में पहुंच गए।
दूसरे दौर में, उन्होंने ऑस्ट्रिया के अपने अच्छे दोस्त चेन वेक्सिंग का सामना किया और अपने से कहीं अधिक रैंक वाले प्रतिद्वंद्वी को पांच गेमों तक धकेल दिया। 'माम्बा' मानसिकता का अनुभव: हालाँकि वह 2008 में अपनी दूसरी ओलंपिक उपस्थिति बना रहे थे, फिर भी वह उन बड़े अंतरराष्ट्रीय सितारों से आश्चर्यचकित थे जिन्हें वह केवल ओलंपिक चरण में ही देख सकते थे। और बीजिंग में, उनके लिए विशेष क्षण उद्घाटन समारोह में अमेरिकी बास्केटबॉल के दिग्गज कोबे ब्रायंट को व्यक्तिगत रूप से देखना और 'माम्बा' मानसिकता को करीब से देखना था। निशानेबाज के ऐतिहासिक रजत पदक जीतने से पहले राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से उत्साहपूर्ण बातचीत: भारत भले ही पेरिस 2024 में पदक चार्ट पर दोहरे अंक तक पहुंचने का लक्ष्य रख रहा हो, लेकिन 2004 में, एथेंस में शरत के पहले ओलंपिक खेलों में, 20 साल पहले एक भी पदक जीतना एक बड़ी बात मानी जाती थी।
वह शाम को टीम के कोच और अब भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के महासचिव कमलेश मेहता के साथ खेल गांव में घूम रहे थे, जब उन्होंने उनसे पूछा कि क्या वह उस व्यक्ति को जानते हैं जिसके पास से वे गुजर रहे थे। इसके बाद मेहता ने शरत को राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से मिलवाया, जिन्हें एथेंस में भारत के लिए पदक की सबसे अच्छी संभावना माना जाता था और अगले दिन डबल ट्रैप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाले थे। "शायद मैंने उसे अकेले समय में परेशान किया था लेकिन वह बाहर बैठा था और आराम कर रहा था। कोच कमलेश मेहता ने कहा, 'आओ, चलें और उसे शुभकामनाएं दें।' और फिर हम दोनों गए और उसने बहुत अच्छी तरह से बात की, मेरे मैच आदि के बारे में पूछा। वह पदक जीतने में सफल रहा और उसके पदक जीतने के बाद, मेरे लिए जाकर पदक देखना बहुत आसान हो गया क्योंकि मैंने उससे एक रात पहले ही बात की थी।'' भारत पेरिस में टेबल टेनिस की टीम के साथ-साथ व्यक्तिगत स्पर्धाओं में भी भाग लेगा और शरत, अपने पांचवें ओलंपिक में, देश के लिए उस टेबल टेनिस पदक को जीतने का लक्ष्य रखेंगे। पेरिस ओलंपिक के बाद, दुनिया के शीर्ष टेबल टेनिस सितारे 22 अगस्त से 7 सितंबर तक चेन्नई में अल्टीमेट टेबल टेनिस 2024 में भाग लेंगे। --(आईएएनएस)
पेरिस ओलंपिक्स की शुरुआत से ऐन पहले 'स्पोर्ट्स एंड राइट्स अलायंस' (एसआरए) ने एक रिपोर्ट जारी कर कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों में महिला खिलाड़ियों के लिए न्याय की मांग की है.
डॉयचे वैले पर स्वाति मिश्रा की रिपोर्ट-
पेरिस ओलंपिक 2024 से ऐन पहले स्पोर्ट्स एंड राइट्स अलायंस' (एसआरए) ने एक प्रेस ब्रीफिंग में यह रिपोर्ट जारी कर भारत सरकार से मांग की कि अगर वह 2036 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी करना चाहती है, तो उसे पहले अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. इस मौके पर कुश्ती से संन्यास ले चुकीं भारतीय खिलाड़ी साक्षी मलिक भी मौजूद थीं.
रिपोर्ट में खिलाड़ियों, कोचों और अन्य सूत्रों के हवाले से आरोप लगाया गया है कि बृजभूषण सिंह ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष के तौर पर 12 साल के अपने कार्यकाल का इस्तेमाल "उत्पीड़न करने, धमकाने, करीबी मेलजोल और महिला खिलाड़ियों को सजा देने में किया."
एसआरए ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) से यह सुनिश्चित कराने की मांग की है कि मामले की स्वतंत्र जांच हो. ऐसे मामलों की शिकायत से जुड़ी प्रक्रिया में बदलाव करने की भी मांग की गई है, ताकि शोषण और उत्पीड़न से प्रभावित खिलाड़ी बिना किसी डर के मामला रिपोर्ट कर सकें और किसी भी तरह की शारीरिक, यौन या भावनात्मक उत्पीड़न की शिकायत कर सकें.
साक्षी मलिक ने क्या कहा?
इस मौके पर साक्षी मलिक ने अपने साथ हुए कथित यौन उत्पीड़न पर बात की और खेल से संन्यास लेने पर कहा, "जिस चीज से मुझे इतना प्यार था, उससे बिल्कुल ही दूर कर दिया गया है." कुश्ती महासंघ की लीडरशिप में आने की संभावनाओं पर उन्होंने बताया कि यह विकल्प खुला है और वह नेतृत्व की भूमिका में आकर चीजें बेहतर करना चाहेंगी.
डीडब्ल्यू हिंदी के एक सवाल कि क्या वह कुश्ती में वापस लौटेंगी, साक्षी मलिक ने कहा, "मेरे लिए रेसलिंग छोड़ने का फैसला आसान नहीं था. एक साल तक मैंने लड़ाई लड़ी. मेरे कुश्ती छोड़ने का एक कारण यह था कि इतने दिन प्रोटेस्ट करने के बाद, 40 दिन सड़क पर रहने के बाद अगर 'उसी' (बृजभूषण) का आदमी प्रेसिडेंट बन जाए, तो मेरे रहने का कोई फायदा नहीं."
उन्होंने आगे कहा, "मेरा रेसलिंग में लौटने का कोई इरादा नहीं है क्योंकि इतनी फाइट के बाद भी उसी का आदमी फेडरेशन में बैठा है. मैं लड़कियों को बताती रहूंगी कि हमने देर की बोलने में, लेकिन आप देर मत करना. रेसलिंग से भले ही मुझे दूर कर दिया गया, लेकिन मैं बाहर से हमेशा आवाज उठाती रहूंगी."
एसआरए ने अपनी जांच रिपोर्ट में क्या बताया?
एसआरए ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा, "भारत के राष्ट्रीय खेल प्रबंधन संस्थान महिला खिलाड़ियों को दुर्व्यवहार से सुरक्षा देने और अब्यूज की शिकायतों पर पर्याप्त कदम उठाने में नाकाम रहे हैं." रिपोर्ट में साक्षी मलिक के हवाले से बताया गया है, "मैंने अपने एक सीनियर और अपने माता-पिता को भी बताया था, जब करियर के शुरुआती दौर में मेरा उत्पीड़न किया गया."
साक्षी आगे बताती हैं, "मेरे माता-पिता को लगा कि इसके बारे में बोलने पर मेरा करियर खत्म हो जाएगा और उन्होंने मुझे शिकायत ना करने की सलाह दी. काश मुझे तब किसी स्वतंत्र संस्था के बारे में पता होता, जहां घटना होने पर आप शिकायत कर सकते हैं. खिलाड़ियों को उत्पीड़न की शिकायत करते हुए सुरक्षित महसूस हो, यह सुनिश्चित किया जाना बहुत अहम है."
2036 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक्स और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत ने दावा रखा है. 2030 में मुंबई में समर यूथ ओलंपिक्स का आयोजन होना है. एसआरए ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन के संदर्भ में संबंधित पक्षों की जिम्मेदारी और अहम हो जाती है, "भारत सरकार को तत्काल बृजभूषण सिंह और खेलों में शोषण से जुड़े अन्य मामलों पर कदम उठाना चाहिए."
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "आईओसी को सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत की ओर से की गई कोई भी दावेदारी, मानवाधिकारों में सार्थक सुधारों पर निर्भर करे. इनमें गवर्नेंस में सुधार, लीडरशिप में महिलाओं की मौजूदगी और देश के खिलाड़ियों की बोलने की आजादी शामिल हैं. 2036 के ग्रीष्मकालीन खेलों की मेजबानी से जुड़ी अपनी दावेदारी में सफल होने के लिए भारत सरकार को पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके खिलाड़ी सुरक्षित हैं."
उत्पीड़न, शोषण, सेक्सटॉर्शन के आरोप
एसआरए ने इस रिपोर्ट के लिए कई खिलाड़ियों से बात की. इसमें से एक खिलाड़ी ने आरोप लगाया कि भारत से बाहर हुए एक कुश्ती मुकाबले में मेडल जीतने के बाद बृजभूषण ने कथित तौर पर उन्हें कमरे में बुलाया. घटना के समय 20 साल की रही इस खिलाड़ी के मुताबिक, "मैंने सोचा वह बधाई देने के लिए बुला रहे हैं. वहां उन्होंने मुझे उस बिस्तर की ओर बुलाया, जिसपर वह बैठे थे. फिर एकाएक उन्होंने बिना मेरी सहमति के जबरन मुझे गले से लगा लिया." खिलाड़ी ने आरोप लगाया है कि उसी साल (बृजभूषण) सिंह ने 'यौन संबंधों' के बदले पौष्टिक सप्लिमेंट्स देने की पेशकश की. एसआरए ने इसे "सेक्सटॉर्शन" कहा है.
इसी तरह 21 साल की एक खिलाड़ी ने बताया, "उनका एकमात्र मकसद मुझे गलत तरीके से छूना था." एक 29 साल की खिलाड़ी ने एक फोटो खींचे जाने के मौके से जुड़ी घटना यूं बताई, "मैं इंतजार कर रही थी कि बाकी खिलाड़ी अपनी जगहों पर खड़े हो जाएं कि तभी (बृजभूषण) सिंह आए और मेरे बगल में खड़े हो गए. एकाएक मैंने अपने पीछे के हिस्से पर एक हाथ महसूस किया." रिपोर्ट के मुताबिक, जब इस खिलाड़ी ने पीछे मुड़कर देखा, तो वह हाथ कथित तौर पर बृजभूषण सिंह का था.
2023 की रिपोर्ट में भी उठाया था यह मुद्दा
एसआरए, दुनिया के कई गैर-सरकारी समूहों और मजदूर यूनियनों का अंतरराष्ट्रीय संगठन है. यह खेल जगत में मानवाधिकारों के पालन और इसे भ्रष्टाचार विरोधी बनाने की दिशा में काम करता है. पिछले साल भी इस संगठन ने ह्युमन राइट्स वॉच और ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के साथ मिलकर भारतीय कुश्ती खिलाड़ियों के प्रति समर्थन जताया था. 2023 की अपनी सालाना रिपोर्ट में भी एसआरए ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता बृजभूषण शरण सिंह पर महिला खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए आरोपों को जगह दी.
अलायंस ने तब भी आईओसी से अपील की थी कि वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर यह सुनिश्चित करे कि महिला खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों की निष्पक्ष जांच हो और पीड़ितों व विसलब्लोअरों को सुरक्षा दी जाए. इस मामले में 30 मई 2023 को आईओसी ने एक बयान जारी किया था. इसमें "भारतीय कानूनों के मुताबिक निष्पक्ष जांच" की मांग की गई.
जांच प्रक्रिया पर सवाल
एसआरए पहले भी इस केस की जांच से असंतुष्टि जता चुका है. अलायंस की संयोजक जोआना मारेयाउं ने आलोचना करते हुए कहा था, "भारतीय अधिकारी भले ही महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों की रक्षा करने का मजबूती से दावा करते हों, लेकिन जब देश के बड़े खिलाड़ियों की ओर से इस दावे की जांच का समय आया, तो प्रशासन ने पीड़ितों पर ही दोष लगाने और उंगली उठाने का रास्ता चुना."
उन्होंने महिला पहलवानों के प्रति समर्थन जताते हुए कहा, "चुप्पी तोड़ने और यौन शोषण का मामला सामने रखने के लिए बहुत हिम्मत चाहिए होती है. हम खिलाड़ियों के साथ हैं और आईओसी से उन्हें सुरक्षा देने की अपील करते हैं, खासतौर पर ताकत के इस बेहद असमान असंतुलन की स्थिति में." मारेयाउं खुद भी तैराक हैं और ब्राजील का प्रतिनिधित्व करते हुए चार ओलंपिक्स में हिस्सा ले चुकी हैं.
अभी कहां है मामला?
दिसंबर 2023 में बृजभूषण सिंह के करीबी माने जाने वाले संजय सिंह नए अध्यक्ष चुन लिए गए. इसके विरोध में साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने की घोषणा की. बजरंग पूनिया ने अपना पद्म श्री सम्मान लौटा दिया. इसी साल मई में दिल्ली की एक अदालत ने बृज भूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न से जुड़े आरोप तय करने का आदेश दिया.
डब्ल्यूएफआई के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर को सह-आरोपी बनाया गया है. इस केस के कारण कैसरगंज से सांसद रहे बृजभूषण सिंह को 2024 के लोकसभा चुनाव में खुद तो टिकट नहीं मिला, लेकिन उनके बेटे करण भूषण सिंह को बीजेपी ने टिकट दिया और वह जीते भी.
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की रेसलिंग टीम
विनेश फोगाट ओलंपिक में भारत की रेसलिंग टीम का नेतृत्व कर रही हैं. वह 50 किलो की श्रेणी में हिस्सा लेंगी. इससे पहले टोक्यो ओलंपिक्स में वह 53 किलो की श्रेणी में और 2016 के रियो ओलंपिक में 48 किलो की श्रेणी में थीं. भारत की ओर से भेजे गए छह सदस्यों की टीम में उनके अलावा अंतिम पंघाल, अंशु मलिक, निशा, रीतिका हुड्डा, अमन शेहरावत हैं.
विनेश फोगट का यह तीसरा ओलंपिक मुकाबला है. वह अच्छे फॉर्म में हैं. अभी 6 जुलाई को उन्होंने स्पेन के ग्रॉं प्री में महिलाओं के 50 किलो मुकाबले में जीत हासिल की. उन्होंने मैड्रिड में ही ओलंपिक खेलों के लिए प्रशिक्षण भी लिया. (dw.com)
नई दिल्ली, 24 जुलाई । महिला एशिया कप 2024 में सात बार की चैंपियन भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। इसमें सबसे बड़ा योगदान रहा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा का। उन्होंने नेपाल के खिलाफ 48 गेंद में 81 रन की आतिशी पारी के दौरान एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। हरियाणा के रोहतक से आने वाली शेफाली वर्मा की आक्रामक बल्लेबाजी क्षमता अद्भुत है। महिला क्रिकेट में उनका बेखौफ अंदाज देखकर उनकी तुलना पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग से भी की जाती है। वीरेंद्र सहवाग और शेफाली वर्मा दोनों हरियाणा से हैं। दोनों ही खतरनाक सलामी बल्लेबाजों में गिने जाते हैं।
साथ ही जिस तरह से कदमों का इस्तेमाल शेफाली करती हैं, वो सहवाग जैसा ही है। महिला एशिया कप 2024 में भी उनका बेखौफ अंदाज फैंस का दिल जीत रहा है। नेपाल के खिलाफ तूफानी पारी के बाद टूर्नामेंट में उनका नाम शीर्ष स्कोरर की लिस्ट में टॉप पर है। टीम इंडिया ने मंगलवार को नेपाल को 82 रन के अंतर से हराया। भारत ने टूर्नामेंट में लगातार तीसरी जीत दर्ज की और छह अंकों के साथ ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया। इस मैच की हीरो पूरी तरह से शेफाली रही हैं, उन्होंने 48 गेंद में 12 चौके और एक छक्के की मदद से 81 रनों की पारी खेली है। यह एक ऐसी पारी थी जिसने नेपाल की गेंदबाजों को कोई मौका ही नहीं दिया। शेफाली का साथ हेमलता ने दिया जिन्होंने 42 गेंद में 47 रनों की पारी खेली थी। प्लेयर ऑफ द मैच रही शेफाली ने इस मैच में वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। शेफाली वर्मा का टी20 इंटरनेशनल में यह 10वां अर्धशतक है।
शेफाली ने तूफानी अर्धशतकीय पारी खेलकर एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। 20 साल की शेफाली महिला टी20 इंटरनेशनल में 20 या उससे कम की की उम्र में 10 या उससे ज्यादा पचास प्लस का स्कोर बनाने वाली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटर बन गई हैं। ऐसा कर शेफाली ने महिला टी 20 इंटरनेशनल में विश्व रिकॉर्ड बना दिया है। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी। भारत ने शेफाली वर्मा और देयालन हेमलता की शतकीय साझेदारी के सहारे 20 ओवर में 3 विकेट पर 178 रन का स्कोर बनाया। जवाबी पारी में नेपाल की पूरी टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 96 रन ही बना सकी। गेंदबाजी में भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने 13 रन देकर सबसे अधिक तीन विकेट लिए। -(आईएएनएस)
दाम्बुला, 23 जुलाई । बाएं हाथ की स्पिनर सादिया इकबाल की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद सलामी बल्लेबाज गुल फिरोजा के नाबाद अर्धशतक से पाकिस्तान ने महिला एशिया कप टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट के ग्रुप ए में यूएई को 10 विकेट से रौंदकर सेमीफाइनल में जगह बनाने की ओर मजबूत कदम बढ़ाए।
यूएई के 104 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गुल की 55 गेंद में आठ चौकों से नाबाद 62 रन की पारी और मुनीबा अली (नाबाद 37) के साथ उनकी पहले विकेट की अटूट शतकीय साझेदारी से पाकिस्तान ने 14.1 ओवर में बिना विकेट खोए 107 रन बनाकर बेहद आसान जीत दर्ज की।
यूएई की टीम इससे पहले सादिया (11 रन पर दो विकेट), तुबा हसन (17 रन पर दो विकेट) और नासरा संधू (22 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने आठ विकेट पर 103 रन ही बना सकी।
यूएई की ओर से सलामी बल्लेबाज तीर्था सतीश ने 36 गेंद में पांच चौकों की मदद से सर्वाधिक 40 रन बनाए। उनके अलावा सलामी बल्लेबाज और कप्तान ईशा ओझा (16) और खुशी शर्मा (12) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए।
इस जीत से पाकिस्तान के तीन मैच में दो जीत से चार अंक हो गए हैं और टीम का सेमीफाइनल में जगह बनाने का दावा मजबूत हो गया है। यूएई की टीम तीनों मैच हारकर बाहर हो चुकी है।
शाम को दूसरा मैच गत चैंपियन भारत और नेपाल के बीच होगा। भारत दो मैच में दो जीत से चार अंक के साथ शीर्ष पर है जबकि नेपाल दो अंक के साथ तीसरे स्थान पर है। (भाषा)
नई दिल्ली, 23 जुलाई । पेरिस ओलंपिक का आगाज 26 जुलाई से होने जा रहा है जिसका समापन 11 अगस्त को होगा। यह 33वां ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल होगा और तीसरी बार पेरिस इन खेलों की मेजबानी करेगा। खेल के महाकुंभ में 10,000 से अधिक एथलीट पदक के लिए दावेदारी पेश करेंगे, जिनमें भारत से 117 एथलीट हिस्सा लेंगे। इस बार ओलंपिक में ब्रेक डांसिंग, स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग और स्केटबोर्डिंग जैसे कुछ नए गेम शामिल किए गए हैं। पेरिस ओलंपिक से भारत को काफी उम्मीदें हैं। भारतीय खिलाड़ियों की नजर टोक्यो ओलंपिक से भी बेहतर प्रदर्शन करने पर है।
भारत 117 सदस्यीय दल के साथ पेरिस ओलंपिक में भाग लेगा। भारत को ओलंपिक में सात का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा पार करने की उम्मीद बहुत अधिक है, क्योंकि भारतीय दल ने पिछले तीन वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है। भारत के पास लगभग हर खेल में अनुभव और युवाओं का अच्छा मिश्रण है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि पेरिस ओलंपिक 2024 में सबसे उम्रदराज और युवा भारतीय एथलीट कौन हैं? 44 वर्षीय टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय दल में सबसे उम्रदराज एथलीट हैं। बोपन्ना का यह ओलंपिक में तीसरा मौका होगा जबकि 14 वर्षीय धीनिधि देसिंघु भारतीय दल में सबसे कम उम्र की एथलीट हैं। बेंगलुरु की 14 वर्षीय तैराक धिनिधि देसिंघु पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की सबसे युवा एथलीट के रूप में इतिहास रचने के लिए तैयार हैं।
अगर ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों की बात करे तो, 11 साल और 11 महीने की उम्र में स्केटबोर्डर झेंग पेरिस खेलों में सबसे कम उम्र की प्रतियोगी होंगी। वह सबसे कम उम्र के ओलंपियन ग्रीक जिमनास्ट दिमित्रियोस लौंड्रास से एक साल बड़ी हैं, जिन्होंने 1896 में 10 साल और 218 दिन की उम्र में ओलंपिक में भाग लिया था। पेरिस में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी कनाडा की जिल इर्विंग होंगी जो घुड़सवारी टीम के सदस्य के रूप में 61 साल की उम्र में अपना ओलंपिक पदार्पण करेंगी। पेरिस ओलंपिक 2024 में सिर्फ 3 दिन बचे हैं और भारत के शीर्ष एथलीटों की अब अग्नि परीक्षा होगी। ओलंपिक के इतिहास में भारत के लिए पिछला यानी टोक्यो ओलंपिक सबसे यादगार रहा। भारतीय दल ने कुल सात मेडल जीते थे। मगर इस बार देश को कम से कम इस आंकड़े को दहाई अंक में बदलने की उम्मीद है। यदि ऐसा होता है, तो ओलंपिक इतिहास में पहली बार भारत दहाई के आंकड़े को छुएगा। --(आईएएनएस)