-आमिर अहमद
एक स्वस्थ हार्ट आपके शरीर के सुचारू रूप से काम करने के लिए बेहद जरूरी है. यह ख़ून को पंप करता है, जिससे शरीर के हर हिस्से तक ऑक्सीजन और ज़रूरी पोषक तत्व पहुंचते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़, दुनिया में सबसे ज़्यादा मौतें हृदय रोग से होती हैं. हर साल लगभग एक करोड़ अस्सी लाख लोग इसकी वजह से अपनी जान गंवा देते हैं.
हर पांच में से चार मौतें हार्ट अटैक और स्ट्रोक की वजह से होती है.
हृदय रोग विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर आप चाहें तो हर दिन थोड़ा-थोड़ा करके अपने दिल का ख़्याल रख सकते हैं.
विशेषज्ञों के मुताबिक़, एक स्वस्थ वयस्क के लिए रेस्टिंग हार्ट रेट 60 से 100 बीट प्रति मिनट होती है.
अमेरिकी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. इवान लेविन के अनुसार, "अगर शुरू से संतुलित आहार, नियमित व्यायाम किया जाए और तंबाकू से दूरी बनाई जाए, तो हृदय को नुक़सान से बचाया जा सकता है."
लेकिन क्या सिर्फ स्वस्थ हृदय होने से ही हार्ट अटैक रुक सकता है या इसका ख़तरा कम हो जाता है?
हार्ट अटैक आख़िर होता क्या है?
अगर आपको ऐसा आभास हो कि आपको हार्ट अटैक आने वाला है तो सबसे पहले डॉक्टर को दिखाएं. दिल का दौरा तब पड़ता है जब आपके हार्ट तक ऑक्सीजन लेकर जाने वाले ख़ून की आपूर्ति रुक जाती है.
ऐसे में हृदय की मांसपेशियों को नुक़सान पहुंच सकता है या वे काम करना बंद कर सकती हैं. अगर समय रहते व्यक्ति को इलाज न मिले तो यह हमेशा के लिए नुक़सान पहुंचा सकता है.
अगर हृदय का एक बड़ा हिस्सा इस तरह से प्रभावित होता है तो इसकी धड़कन रुक जाती है, जिसे कार्डियक अरेस्ट यानी 'दिल का दौरा' कहा जाता है और इससे व्यक्ति की मौत हो सकती है.
हार्ट अटैक से होने वाली क़रीब आधी मौतें लक्षण शुरू होने के शुरुआती तीन से चार घंटे के अंदर हो जाती हैं. इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि हार्ट अटैक के लक्षणों को महसूस करते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
दिल के दौरे की सबसे बड़ी वजह कोरोनरी हृदय रोग है. इस स्थिति में एक तरल वसा वाला पदार्थ धमनियों में जमा हो जाता है, जिससे धमनियां सिकुड़ जाती हैं और ख़ून का प्रवाह बाधित होने लगता है.
हर साल अमेरिका में क़रीब 8 लाख 5 हज़ार लोगों को दिल का दौरा पड़ता है. इनमें से 6 लाख 5 हज़ार लोग पहली बार इस स्थिति का सामना कर रहे होते हैं, जबकि 2 लाख लोग पहले भी हार्ट अटैक झेल चुके होते हैं.
यूएस सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक़, यह आंकड़ा बताता है कि हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है.
कैसे पता करें कि आप हार्ट अटैक के शिकार हो सकते हैं?
अटैक की स्थिति में सीने से बाजुओं तक दर्द महसूस हो सकता है.
हार्ट अटैक जब पड़ता है तो कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं, लेकिन सबसे आम लक्षण सीने में दर्द का होना है. यह दर्द अक्सर तेज नहीं होता बल्कि भारी दबाव और जकड़न जैसा महसूस होता है.
कुछ महिलाओं को ये दर्द सीने के साथ-साथ गर्दन और दोनों बाजुओं में भी महसूस हो सकता है.
कैलिफ़ोर्निया की हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एलिन बारसेघियन कहती हैं कि हार्ट अटैक की शुरुआत अक्सर एसिडिटी जैसी लग सकती है. हालांकि, एसिडिटी की तुलना में हार्ट अटैक में शरीर के अन्य हिस्सों जैसे बाएं हाथ, जबड़े, पीठ और पेट में भी दर्द हो सकता है.
इसके अलावा व्यक्ति को चक्कर आना, सिर घूमना, ज़रूरत से ज़्यादा पसीना आना, सांस लेने में तकलीफ़ होने जैसे लक्षण शामिल हैं.
हालांकि, कुछ हार्ट अटैक अचानक होते हैं, लेकिन कई बार इसके लक्षण कुछ घंटे या कई दिन पहले भी दिखाई देने लगते हैं.
अगर किसी व्यक्ति को सीने में दर्द हो रहा है और आराम करने पर भी वह ठीक नहीं हो रहा है, तो यह एक चेतावनी हो सकती है.
डॉ. एलिन बारसेघियन का कहना है, "अगर तीन घंटे के अंदर ख़ून का बहाव ठीक नहीं हुआ तो प्रभावित हृदय की मांसपेशियां मरने लगती हैं. मैं सलाह देती हूं कि जब तक एंबुलेंस न पहुंचे तब तक एक एस्पिरिन (दवा) ले लें."
विशेषज्ञ इस बात पर ज़ोर देते हैं कि अगर आपको लगे कि आपको दिल का दौरा पड़ रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
अमेरिका के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. इवान लेविन का कहना है कि व्यक्ति को ख़ुद को अपने जोखिमों से परिचित होना चाहिए.
वे कहते हैं, "व्यक्ति को उम्र, वज़न, धूम्रपान, शराब पीने की आदत के साथ-साथ अपने परिवार के इतिहास का पता होना चाहिए."
उनका कहना है कि यह सब जानते हुए अगर आप सीने में दर्द महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से इलाज के लिए संपर्क करना चाहिए.