गरियाबंद
शिक्षा स्थाई समिति की बैठक में कई निर्णय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 30 जुलाई। आदिवासी विकास खंड छुरा के जनपद पंचायत छुरा में जनपद उपाध्यक्ष गौरव मिश्रा शिक्षा समिति के अध्यक्ष के द्वारा 28 जुलाई को शिक्षा स्थायी समिति की बैठक आहुत की गई थी।
शिक्षा स्थाई समीति के सदस्य नीलकंठ ठाकुर ने आगे जानकारी दी कि लगातार विभिन्न अखबार के मीडिया ग्रुप में छप रही शिक्षा विभाग के अनियमितता व भ्रष्टाचार के विषय को लेकर यह अनिवार्य बैठक रखी गई थी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पूर्व मे प्रस्तावित समस्त सहायक शिक्षकों, शिक्षकों को एक सत्रांत तक शैक्षणिक व्यवस्था के लिए समायोजन/व्यवस्था किया गया था। जिसके परिपालन में सभी शिक्षक साथी मूल शाला वापस भी हुए थे। मगर कुछ रसूखदार शिक्षकों ने तात्कालीन बीईओ को उच्च स्तरीय अधिकारियों के मौखिक दबाव के चलते व्यवस्था पर ही पदस्थ रहने का आदेश बनवा लिया था। बिना शिक्षा समिति के प्रस्ताव व संज्ञान में लिये बगैर निर्णय को पुन: यथा स्थान में पदस्थ रहने का आदेश प्रसारित किया था। जिसे जनपद उपाध्यक्ष गौरव मिश्रा व स्थायी शिक्षा समिति के सदस्य नीलकंठ ठाकुर ने मीडिया में प्रकाशित समाचार को पढक़र आनन-फानन में शिक्षा स्थाई समिति की बैठक आहुत की गई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि पूर्व मे प्रस्तावित समस्त सहायक शिक्षक, शिक्षकों को मूल शाला में ही पदस्थ रह कर शैक्षणिक कार्य करना होगा।
यदि समिति के प्रस्तावित निर्णय को अमान्य करने वाले सहायक शिक्षक , शिक्षक व अधिकारी के प्रति उचित निर्णय लेने का का भी प्रस्ताव किया गया।
समिति द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि कोई भी स्थायी शिक्षा समिति के प्रस्ताव व निर्णय को सहायक शिक्षक, शिक्षक व जिम्मेदार अधिकारी राजनीति करते हैं तो वह नौकरी छोडक़र कर मैदान में उतरे। वही उन लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, जिला प्रभारी मंत्री, जिला कलेक्टर, एसडीएम छुरा, डीईओ गरियाबंद को शिकायत करने की बात सदस्यों ने कही।
बैठक में जनपद उपाध्यक्ष गौरव मिश्रा,स्थायी शिक्षा समिति के सदस्य नीलकंठ सिंह ठाकुर, अशोक पटेल, संत राम नेताम, सुखबती टांडे, तत्कालीन बी ई ओ आर एन साहू, आर सी सी महेश साहू,बाबू विरेन्द्र ठाकुर, पंचायत इंस्पेक्टर कयाराम यादव उपास्थित थे।