दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 24 सितंबर । जिला ग्रंथालय दंतेवाड़ा में शिक्षा विभाग द्वारा जारी पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 कार्यक्रम अनुसार बच्चों के शिक्षा गुणवत्ता को फोकस करते हुए सभी शालाओं में 10 काम को फोकस करने जिला नोडल अधिकारी और विकासखंड के मेंटर्स की बैठक आयोजित की गई।
समग्र शिक्षा के द्वारा चल रहे विभिन्न योजनाओं के साथ इन दस काम मे गढ़बो नवा भविष्य, सौ दिन सौ कहानियां, सफलता के लिये कौशल-बस्ता विहीन विद्यालय, अंगना म शिक्षा, अटल टिंकरिंग लेब, खिलौने बनाकर कक्षा में उपयोग, विद्यार्थी विकास सूचकांक, कबाड़ से जुगाड़, अकादमिक मॉनिटरिंग का उपयोग और राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारियों के द्वारा इन दस काम की क्रियान्वयन एवम जवाबदेही की जानकारी प्रदान की गई। जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा, जिला मिशन समन्वयक एस एल शोरी के निर्देशन पर सहायक परियोजना समन्वयक ढलेश आर्य के नेतृत्व में दो साल से कोरोना से हुए नुकसान की भरपाई हेतु बच्चों के दक्षता सुधार इन दस काम से किये जाने हेतु यह बैठक आहूत की गई थी। 12 नवम्बर को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे किया जाना है जिसके लिये अभी से तैयारी किया जा रहा है।
बच्चों को उनकी कक्षा अनुरूप दक्षता हासिल करने सभी खंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्रोत समन्वयक, संकुल समन्वयक को बैठक में निर्देश दिया गया कि अपने स्तर पर आवश्यक तैयारी कर लेवे। बैठक में सहायक परियोजना समन्वयक ढलेश आर्य, खंड शिक्षा अधिकारी डी आर ध्रुव, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी राममिलन रावटे, खंड स्रोत समन्वयक रामचंद्र नागेश, अनिल शर्मा, राजेंद्र मरसकोले सहायक अध्यापक डाइट, संकुल समन्वयक रमेश साहू, खोमेंद्र देवांगन, नेहा नाथ, ममता वर्मा, और समस्त विकासखंड के चालीस मेंटर उपस्थित थे।