महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 सितम्बर। महासमुंद जिले में वर्तमान फसल सत्र 2021-22 में कल दिनांक 23 सितंबर की स्थिति में 73 फीसदी गिरदावरी कर फसल प्रविष्टि की गयी है। कलेक्टर डोमन सिंह सहित जिले के अनुविभागीय अधिकारी भी खेतों में उतरकर चल रहे गिरदावरी कार्य का सत्यापन कर रहे हैं। इस दौरान वे वास्तविक रकबे का फसल प्रविष्टि गिरदावरी का सत्यापन कर ऑनलाईन प्रविष्टि की स्थिति भी जान रहे हैं।
डिप्टी कलेक्टर डॉ. नेहा कपूर भू.अभिलेख ने बताया कि वर्ष 2021-22 में खरीफ फसल प्रविष्टि का 73 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण हो गया है। इसमें महासमुंद तहसील में 88.69 फसल प्रविष्टि कर ली गई है। वहीं बसना तहसील में 83.59 प्रतिशत पूर्ण हुआ है। इसी तरह पिथौरा तहसील में 73.62 प्रतिशत, सरायपाली 71.8 और बागबाहरा तहसील में 64.15 प्रतिशत फसल प्रविष्टि दर्ज की जा चुकी है। कलेक्टर डोमन सिंह ने शेष फसल प्रविष्टि 30 सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हंै।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि निजी कृषि भूमि के 11 लाख 268 कुल खसरे में से 7 लाख 95 हजार 52 खसरों की फसल प्रविष्टि की जा चुकी है। शेष 3 लाख 18 हजार 64 गिरदावरी और प्रविष्टि का काम जारी है। गिरदावरी रिपोर्ट बनाने का काम चल रहा है। इस बार मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की भूमिका की सत्यापन किया जा रहा है। इसी आधार पर तय होगा कि इस साल जिले में कितने मात्रा में धान की खरीदी की जाएगी। गिरदावरी कार्य में अब सिर्फ एक सप्ताह ही बचा है। जिले में सिर्फ 27 प्रतिशत् गिरदावरी शेष हैए जो तय समय.सीमा पर पूरी हो जाएगी।
गिरदावरी के लिए राजस्व विभाग के कलेक्टर सहित एसडीएम, पटवारी, राजस्व निरीक्षक द्वारा किसानों के खेतों में खसरों का भौतिक सत्यापन कर रहे हैं कि खेत में कौन सी फसल बोई गई है। खसरे के अंतर्गत फसल, पेड़, मकान, सिंचाई सुविधा आदि की भी जानकारी ली जा रही है एवं खसरे में इसकी प्रविष्टि भी की जा रही है। गिरदावरी का काम 1 अगस्त से शुरू हुआ था जो 30 सितम्बर तक पूरा किया जाना है।