रायपुर
सरगुजा संभाग के प्रमुख का नोटिस का जवाब देने से इंकार
भाजपा में विवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 सितंबर। प्रधानमंत्री जनकल्याण जागरूकता अभियान संगठन से नाता तोडऩे के फरमान का विरोध शुरू हो गया है। सरगुजा के संभागीय प्रमुख ने तो नोटिस का जवाब देने से भी इंकार कर दिया है।
महामंत्री (संगठन) पवन साय ने प्रधानमंत्री जनकल्याण जागरूकता अभियान संगठन से नाता तोडऩे के लिए पदाधिकारियों को निर्देश जारी किए थे। छत्तीसगढ़ में पूर्व उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने अभियान के राष्ट्रीय महामंत्री हैं। पार्टी के जिलाध्यक्ष संरक्षक हैं। खुद पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह राष्ट्रीय संरक्षक हैं। साय के निर्देश के बावजूद पार्टी नेता संगठन से अलग नहीं हो रहे हैं।
बताया गया कि सरगुजा में तो जिलाध्यक्ष ने संभागीय प्रमुख को नोटिस जारी कर संगठन से नाता तोडऩे के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। संभागीय अध्यक्ष विनोद हर्ष ने एक बयान में कहा कि भाजपा के हम सभी लोग पुराने एवं निष्ठावान कार्यकर्ता हैं और उसी भावना के साथ हम सभी ने प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए जा रहे कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम सब अपने-अपने क्षेत्रों में इस अभियान को गति प्रदान कर रहे थे। किन्तु तात्कालिक घटनाक्रम के अनुसार प्रदेश महामंत्री संगठन द्वारा अभियान से जुडऩे के संदर्भ में कार्यकर्ता को अपनी जिम्मेदारी एवं स्वविवेक से निर्णय करने हेतु सार्वजनिक निर्देश जारी किया था तत्पश्चात हम सभी पदाधिकारियों द्वारा समस्त कार्यक्रमों को आगामी समय के लिए शिथिल करने का सर्वसम्मति से निश्चय किया था, औरं पार्टी के वरिष्ठ जनों के अंतिम निर्णय के सम्बन्ध में प्रतीक्षारत थे।
लेकिन भाजपा जिला सरगुजा द्वारा 24 सितंबर को जिलाध्यक्ष द्वारा निजी वाट्सएप से प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान से जुड़े पदाधिकारियों को वाट्सएप नोटिस भेजी गई जिसमें पार्टी के पद में रहने अथवा अभियान के पद में रहने के संदर्भ में निर्णय कर किसी एक पद से 3 दिन के अंदर तत्काल इस्तीफा देने के लिए चेतावनी जारी की गई। उक्त घटनाक्रम पश्चात हम सभी कार्यकर्ता आहत हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी नोटिस जारी करने का अधिकार सिर्फ प्रदेश भाजपा अनुशासन समिति को है किन्तु जिला स्तर पर नोटिस देने का यह पहला मामला सामने आया है।
विनोद हर्ष ने कहा कि अब हम जिला स्तर की इस वाट्स ऐप नोटिस पर किसी भी प्रकार का जवाब प्रेषित नहीं करेंगे। यदि भाजपा प्रदेश अनुशासन समिति हम सबको इस सम्बन्ध में कोई नोटिस जारी करती है तो ही उसका जवाब देंगे। साथ ही पार्टी के हर आदेश को शिरोधार्य मानते हुए समस्त निर्देशों का पूर्णत: पालन करेंगे।