बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 सितंबर। मंगलवार को नगरपालिका परिषद बीजापुर, नगर पंचायत भोपालपटनम व भैरमगढ़ के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने ठेका प्रथा को बंद कर नियमितीकरण करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
नियमितीकरण को लेकर नगरपालिका व नगर पंचायत के सैकड़ों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने नगर पालिका परिषद के सांस्कृतिक भवन में एकजुट होकर लामबंद हुए। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि ठेका प्रथा को बंद कर 10 दिनों के भीतर अनियमित कर्मचारियों को नियमित करेंगे, लेकिन सरकार बने ढाई साल होने के बाद भी अपने वादों पर अमल नहीं किया गया।
दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष मुमताज खान ने बताया है कि ठेकाप्रथा को खासतौर से बंद कर नियमितीकरण करने की मांग शासन से की गई है। श्रीमती खांन ने जानकारी देते हुए आगे बताया है, कि नगरीय निकाय नगरपालिका परिषद और नगर पंचायत में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे। वर्ष 1998 से 2016 के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियम के विरुद्ध 1 दिसंबर 2016 से प्लेसमेंट एजेंसी को सौंप दिया गया है, जो पूर्णत: गलत है। जबकि पहले दैनिक वेतन भोगी के तौर पर वेतन दिया जाता था। जिले के तीनों नगर पालिका व नगर पंचायतों में कुल 120 कर्मचारी कार्यरत हैं, जो पिछले 13 वर्षों से अपनी सेवायें दे रहे हंै।
उन्होंने बताया कि इसके बाद भी सरकार ने उन पर ध्यान नहीं दिया तो आगामी दिनों में दैनिक वेतन भोगी संघ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी। इधर दैवेगो को नगर पालिका परिषद बीजापुर के अध्यक्ष बेनहुर रावतिया, पार्षद प्रवीण डोंगरे व पार्षदों ने समर्थन दिया हैं।