बीजापुर
अफसरों ने बताया फोर्टिफाइट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 अक्टूबर। जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के मिन्नूर व गोरला पंचायत में कथित प्लास्टिक चावल वितरण को लेकर सोशल मीडिया में वायरल हुई खबर के बाद हडक़ंप मच गया। जबकि खाद्य व नागरिक आपूर्ति निगम के अफसरों ने उसे आंगनबाड़ी व मध्यान्ह भोजन में दिए जाने वाला फोर्टिफाइट चावल बताया है।
बताया गया है कि मिन्नूर व गोरला पंचायत के ग्रामीणों को अक्टूबर माह का चावल वितरण किया गया है। ग्रामीण उस चावल को बनाने घंटों पानी में रखने के बाद भी उस पर लसलसापन होने से ग्रामीण उसे प्लास्टिक का चावल बता रहे हैं। इस कथित प्लास्टिक चावल की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोगों में हडक़ंप मच गया है।
अब इस बात की सफाई देने खाद्य व नागरिक आपूर्ति निगम के अफसरों ने सामने आकर इसे आंगनबाड़ी व मध्यान्ह भोजन में दिए जाने वाला फोर्टिफाइट चावल बताया है।
नागरिक आपूर्ति निगम में जिला प्रबंधक जीएस कश्यप ने बताया कि यह कोई प्लास्टिक चावल नहीं है। यह फोर्टिफाइट चावल है। जिसे आंगनबाड़ी व मध्यान्ह भोजन के लिए दिया जाता है। उन्होंने बताया कि यह प्रोटीनयुक्त चावल है, जो खून की कमी को रोकता है। साथ ही भ्रूण विकास एवं खून निर्माण में सहायक है। इसके अलावा यह खून के निर्माण और नर्वस के सामान्य कामकाज में भी सहायक है। इसे प्रति 50 किलो में 500 ग्राम व प्रति 1 क्विंटल में 1 किलो मिक्स किया जाता है।
सहायक खाद्य अधिकारी बीएल पदमाकर ने बताया कि प्लास्टिक चावल की बात महज अफवाह है। जिसे प्लास्टिक चावल बताया जा रहा है दरअसल वह फोर्टिफाइट चावल है।