सरगुजा
कहा स्थिति नहीं सुधरी तो पिछले परिणाम को दोहराने की बात भूल ही जाइये
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 22 अक्टूबर। सत्ता और संगठन के बीच तालमेल की कमी से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में पनप रहा आक्रोश आज प्रभारी सचिव सप्तगिरि शंकर उल्का के सामने फूट पड़ा। मैदानी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने ढाई-ढाई साल के फार्मूले, विधायक की अनुशासनहीनता, भाजपा और अन्य दलों से आए विरोधियों की संगठन में पैराशूट लैंडिंग, और कार्यकर्ताओं को सम्मान न मिलने पर नाराजगी जताते हुए यह तक कह दिया कि स्थिति नहीं सुधरी तो पिछले परिणाम को दोहराने की बात भूल ही जाइये।
एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिव व सांसद सप्तगिरि शंकर उल्का ने राजीव भवन में एनएसयूआई, युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस और जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग संवाद कर कार्यकर्ताओं की बातें सुनी। उन्होंने कहा कि ढाई-ढाई साल का मुद्दा हाईकमान का विषय है, इस पर मैं नहीं बोलूंगा। प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सरकार में नंबर दो स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव सब कुछ बोल चुके हैं। कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी है। कांग्रेस बड़ा संगठन है। थोड़ी बहुत ऊंच-नीच होती रहती है लेकिन अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यकर्ताओं से जो फीडबैक मिला है, उसे हाईकमान के पास रखूंगा। उम्मीद है सभी समस्याओं का समाधान हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता संगठन की रीढ़ है मुझे खुशी हुई कि आदिवासी बाहुल्य सरगुजा में कांग्रेस संगठन इतना मजबूत है प्रभारी सचिव ने इशारों ही इशारों में विधायकों और मंत्रियों को नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि जल्दी ही सबको चुनाव में जाना है कोई भी विधायक और सांसद तभी रहेगा जब जीत कर सदन में आएगा। बूथ लेबल के कार्यकर्ताओं के बिना जीत की कल्पना बेमानी है।
शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह ने राज्य सरकार की उपलब्धियां की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 चलते सरकार को काम करने का समय कम मिला है, फिर भी प्रदेश की सरकार ने बेहतर कार्य किया है। घोषणा पत्र में किए गए 70 फ़ीसदी घोषणाएं पूरी की जा चुकी है जो बाकी है, उसे जल्द ही पूरा करेंगे।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल पर बल दिया। उन्होंने कहा आज जो कांग्रेस के लिए सोच रहा है सभी कांग्रेसी हम को जोडऩे का काम करना है न कि तोडऩे का।
कार्यक्रम को लुंड्रा विधायक डॉ. प्रीतम राम, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ जेपी श्रीवास्तव, प्रदेश महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा,जिला उपाध्यक्ष अरविंद सिंह गप्पू, प्रशांत सिंह चीकू, दुर्गेश गुप्ता ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्षगण विनय शर्मा बंटी, बलराम यादव, कृपाशंकर गुप्ता, राजनाथ सिंह,तिलक बेहरा,जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, मधु दीक्षित, हेमंती प्रजापति, संध्या रवानी, नुजहत फातिमा, सीमा सोनी, नुरुल अमीन सिद्दकी सत्येंद्र तिवारी,अजय सिंह, सतीश बारी, हिमांशु जयसवाल, शुभम जयसवाल, दीपक मिश्रा, आलोक सिंह, स्वर्णिम शुक्ला, नीतीश चौरसिया, मिथुन सिंह, निक्की खान, आतिफ रजा सहित अन्य वक्ताओं ने अपनी बातें रखी। कार्यक्रम का संचालन जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश गुप्ता और आभार प्रदर्शन महामंत्री राकेश सिंह ने किया।
रोज दस जोगी पार्टी में आ रहे हैं
बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद पैराशूट लैंडिंग से अजीत जोगी को मुख्यमंत्री बनाया गया। उनके कार्यों का नतीजा हम 15 साल सत्ता से बाहर हो गए, आज तो रोज 10 जोगी पार्टी में आ रहे है, मंत्री विधायक अपने पीछे घूमने वाले को प्रदेश के किसी प्रकोष्ठ में पद दिला देते हंै। यह भी नहीं देखा जा रहा है कि वो कांग्रेस का है भी या नहीं। दुबारा सरकार बनाने हंै तो ऐसे लोगों को सबक सीखाना होगा।
स्थिति स्पष्ट करें हाईकमान
औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर कई तरह की बातें हो रही है। विरोधी इसे मुद्दा बना रहे हैं, कार्यकर्ताओं में असमंजस है, वहीं प्रशासनिक कार्य ठप पड़ गया है। यदि ढाई-ढाई साल का कोई फार्मूला है तो उसे लागू किया जाना चाहिए और यदि नहीं है तो हाईकमान आगे बढक़र खुद कह दे ऐसा कुछ नहीं था।
कार्यकताओं को मिले सम्मान
श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद ने कहा कि कार्यकर्ताओं को सम्मान दिलाना हम सब की प्राथमिकता है। कार्यकर्ताओं की भावना अनुरूप सरकार गठन के समय मुख्यमंत्री को लेकर जो भी बातें हुई है, उस पर अमल होना चाहिए। उन्होंने प्रदेश में वर्क आर्डर से कार्य देने की क्षमता बढ़ाने के लिए अध्ययन कर वर्क ऑर्डर सीमा 50 हजार से बढ़ाकर 2 से पांच लाख करने की बात कही।