कोण्डागांव
सामाजिक कार्यकर्ता ने कलेक्टर को दी थी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 अक्टूबर। अतिसंवेदनशील ग्राम कड़ेनार में निवासरत् सोनाधर सेठिया के माता-पिता की छोटी उम्र में ही गुजर जाने के पश्चात् सोनाधर के सामने विकट परिस्थितियों ने जन्म लिया। माता-पिता के बाद अपने बड़े पिता के साथ वह ग्राम कड़ेनार में ही निवास कर रहा था, परन्तु आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के कारण वह अपनी पढ़ाई पांचवीं कक्षा के आगे जारी नहीं रख सका।
सोनाधर बचपन से ही पढ़ाई का शौकीन था। वह पढ़ाई के साथ चित्रकला में इच्छुक था, परंतु विकट स्थितियों के कारण वह पढ़ाई-लिखाई छोडक़र कार्य करने जाया करता था। ऐसे में सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बागड़े द्वारा कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा को अनाथ बालक के संबंध में जानकारी दी गई।
जानकारी प्राप्त होने पर कलेक्टर ने शिक्षा विभाग आदिम जाति कल्याण विभाग को तुरंत बच्चे की हरसंभव मदद हेतु निर्देशित किया। जिस पर सहायक आयुक्त संकल्प साहू द्वारा विभागीय अधिकारियों को बच्चे से मुलाकात कर उसे नजदीकी आश्रम में प्रवेश कराने हेतु भेजा गया। अधिकारियों द्वारा सोनाधर सेठिया को कड़ेनार के निकटतम अनुसूचित जनजाति बालक आश्रम कांगा में छठवीं कक्षा में प्रवेश दिलाया गया।
आश्रम में आवासीय परिसर के साथ स्कूल होने से सोनाधर को अपनी चिंताओं से मुक्ति मिल गई। स्कूल में प्रवेश पाकर सोनाधर ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए जिला प्रशासन का आभार जताया। सोनाधर को अब शिक्षा के साथ खेल गतिविधियों एवं चित्रकला को आगे ले जाने में अनुकूल वातावरण प्राप्त हो रहा है। जिस पर उसके परिजनों द्वारा भी संतोष व्यक्त किया गया।