बीजापुर
नक्सलियों ने किया था अगवा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 नवंबर। नक्सलियों ने सातवें दिन अपहृत सब इंजीनियर को रिहा कर दिया है। आज बीजापुर के बीहड़ों में कथित जन अदालत लगाकर नक्सलियों ने मीडिया व पत्नी की मौजूदगी में सब इंजीनियर को छोड़ा। इस दौरान सब इंजीनियर की पत्नी अर्पिता रो पड़ी। अर्पिता ने समाज जनप्रतिनिधि और मीडिया के लोगों को सकुशल रिहाई के लिए धन्यवाद दिया है।
ज्ञात हो कि पीएमजीएसवाय के सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा व चपरासी लक्ष्मण परतागिरी का 11 नवंबर को नक्सलियों ने उस वक्त अपहरण कर लिया था। जब दोनों मोटरसाइकिल में सवार होकर सडक़ निर्माण का काम देखने गोरना मनकेली की तरफ गये हुए थे। शुक्रवार को चपरासी लक्ष्मण परतागिरी को नक्सलियों ने छोड़ दिया था। इसके बाद से लगातार सब इंजीनियर की पत्नी अर्पिता अपने तीन साल के बच्चे कियान और मीडियाकर्मियों के साथ जंगलों में जाकर पति की रिहाई के लिए गुहार लगा रही थी। सब इंजीनियर लकड़ा की रिहाई को लेकर विधायक विक्रम मंडावी सामाजिक संगठनों ने अपील भी की थी।
सब इंजीनियर की रिहाई को लेकर चार दिनों से बीहड़ों में डटे रहे मीडियाकर्मियों की कोशिश बुधवार को एक बार फिर रंग लाई और नक्सलियों ने बीजापुर के जंगलों में जन अदालत लगाकर मीडिया की मौजूदगी में सब इंजीनियर लकड़ा को उनकी पत्नी अर्पिता के हवाले कर दिया।
सब इंजीनियर लकड़ा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया है कि उनके साथ कुछ अनहोनी नहीं हुई। नक्सली लगातार गोंडी भाषा मे बातचीत कर रहे थे। नक्सलियों के द्वारा काफी पूछताछ के बाद मुझे दर्जनों गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों के जन अदालत लगाकर मीडिया के सामने छोड़ा गया।
इस दौरान सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा की पत्नी अर्पिता भावुक हो गई और उनके आंसू छलक पड़े। अर्पिता ने समाज जनप्रतिनिधि और मीडिया के लोगों को सकुशल रिहाई के लिए धन्यवाद दिया है।