दन्तेवाड़ा
शबद कीर्तन, अरदास के बाद चला लंगर का दौर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 19 नवंबर। बचेली में सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी का 552वां प्रकाश पर्व शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रंग बिरंगी झालरों से झिलमिलाते नगर के वार्ड 3 स्थित गुरुद्वारा में गुरु ग्रंथसाहिब का पाठ किया गया। शब्द कीर्तन से संगत निहाल हुआ।
गुरूद्वारा गुरू सिंघ सभा के सदस्य ने बताया कि इस दिन सिख धर्म के प्रथम गुरू का जन्म हुआ था। इस पर्व को प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। हिंदू पंचाग के अनुसार कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन यह पर्व मनाया जाता है। निशान साहिब जी का चोला बदली के बाद श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी का पाठ हुआ। इसके बाद 12 बजे तक शब्द कीर्तन हुआ। तत्पश्चात लंगर का आयोजन हुआ। जिसमें सिक्ख समुदाय के लोगों के अलावा नगर के सभी लोग इस पर्व में शामिल हुए। गुरूद्वारा पहुंचकर मत्था टेककर लंगर प्रसाद ग्रहण किये। इस पूरे पर्व के आयेजन में सिक्ख समुदाय के लोगों के अलावा सभी धर्मों के लोगों ने अपना योगदान देते हुए सहयोग किया।