बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 नवंबर। छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने तीन कृषि कानूनों की वापसी के केंद्र के निर्णय को देश की जनता और अन्नादाताओं की जीत कहा है। बलौदाबाजार जिला कांग्रेस कमेटी की प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में किसी भी अन्याय के विरोध में किया जाने वाला शांतिपूर्ण जनआंदोलन जरूर सफल होता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन कानूनों के खिलाफ न सिर्फ किसानों के आंदोलन का समर्थन किया था, कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के नेतृत्व में देशभर इन कानूनों का विरोध किया। राहुल गांधी ने कहा था मोदी सरकार से एक दिन इस कानून को वापस लेने बाध्य होना पड़ेगा, क्योंकि यह कानून देश के किसानों के हितों के खिलाफ है।
अंतत: केंद्र ने एक साल से अधिक समय की हठधर्मिता के बाद कानून को वापस लिया। जिन किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी समर्थक न जाने क्या-क्या कहा गया अंतत: उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के सामने मोदी सरकार को झुकना पड़ गया। इन कानूनों को पहले ही वापस ले लेते तो इन कानूनों के विरोध के कारण चलाए जा रहे आंदोलन में देशभर में 600 से अधिक किसानों की जाने नहीं जाती।
आशा है प्रधानमंत्री की यह घोषणा पूरी ईमानदारी होगी, इसके पीछे केंद्र सरकार की कोई और छुपी मंशा नहीं होगी। पूर्व विधायक जनकराम वर्मा ने कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों का हटना पूरे देश के किसानों की जीत है। पूरे देश की जनता के दबाव में ये कानून वापस लिया गया है। पे्रस वार्ता में जिला कांगे्रस कामेटी के अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, जिपं सदस्य परमेश्वर यदु, रूपेश ठाकुर अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शहर, विक्रम गिरी अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ग्रामीण, तुलसी वर्मा, केके वर्मा, मनोज प्रजापति, दिगंबर साहू, संतोष यादव, सुखदेव साहू, खिलावन जायसवाल, जतीराम साहू, सोनू वर्मा उपस्थित थे।