बलौदा बाजार
सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने व पुलिस गश्त की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 नवंबर। असामाजिक तत्वों की हरकतों की वजह से नगर के खेल प्रेमी एवं खिलाड़ी अत्यधिक हलाकन है। जिला स्टेडियम हाई स्कूल एवं बीके महाविद्यालय के मैदान देर शाम व रात में असामाजिक तत्वों द्वारा जमकर उत्पात मचाया जाता है। इन स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा का अभाव एवं पुलिस पेट्रोलिंग न होने के चलते असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं।
गत दिवस असामाजिक तत्वों द्वारा पटाखे फोड़ कर जिला स्टेडियम के खिलाडिय़ों के शीशे को क्षतिग्रस्त कर दिया गया यही नहीं मुख्य दरवाजे में भी पटाखे फोडक़र उसे उसे क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया। इससे कलेक्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय से महज 100 मीटर दूरी पर असामाजिक तत्वों के हौसलों का अनुमान लगाया जा सकता है।
विदित हो कि नगर के खेल मैदान एवं जिला स्टेडियम में सुरक्षा व्यवस्था का पूर्णत अभाव है। रात्रि के दौरान लावारिस स्थिति में पड़े इन स्थलों में देर शाम से रात्रि तक असामाजिक तत्वों का बसेरा रहता है। यहां जमकर शराब पार्टी चलती है। मदिरापान पश्चात तो असामाजिक तत्वों द्वारा शराब की बोतलों को सीढिय़ों अथवा खेल मैदान के बीचो-बीच फोड़ देते हैं। वही जब सुबह खिलाड़ी अभ्यास हेतु इन स्थानों पर पहुंचते हैं तो उन्हें अत्यधिक आ सुविधाजनक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है? कई बार इन कांच के टुकड़ों की वजह से खिलाड़ी घायल भी हो जाते हैं।
स्टेडियम की सुरक्षा भगवान भरोसे
गौरतलब है कि स्टेडियम नगर पालिका के महिला स्व सहायता समूह द्वारा संचालित किया जा रहा है परंतु कोरोना कॉल लाकडाउन की वजह के बाद में खिलाडिय़ों के कम होने से ही स्व सहायता समूह की आवक भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। यह समूह सुबह शाम तो स्टेडियम में ड्यूटी करते हैं परंतु रात में स्टेडियम की सुरक्षा में कोई चौकीदार तैनात नहीं रहता जिसका फायदा असामाजिक तत्वों द्वारा उठाया जाता है।
पूर्व में भी कई अवसरों पर स्टेडियम के बाहर लगी लाइटों में भी इन तत्वों द्वारा तोडफ़ोड़ किया जा चुका है, जिसके चलते यहां के खिलाडिय़ों द्वारा चौकीदार नियुक्ति करने एवं पुलिस पेट्रोलिंग कर असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की जा रही है परंतु इस दिशा में नगरपालिका अथवा पुलिस प्रशासन सकारात्मक पहल नहीं की गई है।
स्थानीय लोगों की मांग है कि जनहित में स्टेडियम समेत अन्य खिलाड़ी खेल की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ पुलिस गश्त शुरू करें।