राजनांदगांव
सी-60 फोर्स की मारक क्षमता के सामने नक्सल संगठन हिला
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 23 नवंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली पुलिस की नक्सल ऑपरेशन में दक्ष सी-60 फोर्स नक्सलियों पर कहर ढा रही है। फोर्स की मारक क्षमता हाल ही के महीनों में नक्सलियों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। 13 नवंबर को एकमुश्त दो दर्जन नक्सलियों को मारने के बाद से गढ़चिरौली के पुलिस अफसरों की सटीक रणनीति ने दूसरे राज्यों के लिए एक उदाहरण पेश किया है। 13 नवंबर को गढ़चिरौली के जवानों ने सीसी मेंबर दीपक तिलतुमड़े और उसके साथ मौजूद साथियों में 26 नक्सलियों को मार गिराया। दीपक तिलतुमड़े का मारा जाना गढ़चिरौली पुलिस के लिए अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी है। फोर्स ने गुजरे सवा साल में नक्सलियों के एक बड़े कैडर का सफाया कर दिया है।
गढ़चिरौली पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने हर तीसरे-चौथे महीने में नक्सलियों को निशाना बनाया है। पिछले 14 माह के कार्यकाल में फोर्स ने 54 नक्सलियों को ढेर कर दिया। फोर्स ने एक खास रणनीति के तहत नक्सलियों पर राजनांदगांव-गढ़चिरौली सीमा पर ही ज्यादा वार किया है। फोर्स की जमीनी तैयारी बड़ी संख्या में मारे नक्सलियों से साफ जाहिर भी हो रही है। करीब तीन माह पहले भी नांदगांव की सरहद से सटे कुरखेड़ा डिवीजन में फोर्स ने 13 नक्सलियों को बचने का मौका नहीं दिया। फोर्स के लगातार प्रहार से नक्सलियों की सांगठनिक ताकत कमजोर पड़ गई है। इस बीच फोर्स नक्सलियों को संभलने का मौका भी दे रही है। यानी नक्सली यदि समर्पण करने के लिए कदम बढ़ा रहे तो फोर्स उनका स्वागत भी कर रही है। यही कारण है कि 9 नक्सलियों ने हथियार छोडकऱ नक्सलपंथ पर तौबा कर लिया। पुलिस ने नक्सलियों को एकदम से घेरने के साथ ही जंगल से 17 कुख्यात नक्सलियों को भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया।
सूत्रों का कहना है कि नक्सलियोंं पर फोर्स लगातार धावा बोलकर जंगल में उनकी गतिविधियों का विस्तार नहीं होने दे रही है। पुलिस के हाथों साथियों के मारे जाने से संगठन के भीतर कैडरों में जान बचाने को लेकर आपाधापी का माहौल भी बन रहा है। दीपक तिलतुमड़े के साथ मौजूद नक्सलियों में कुछ नक्सली घायल हालत में छुपे हुए फिर रहे हैं। गढ़चिरौली में नक्सलियों का जंगल में रहा दबदबा खात्मे की ओर बढ़ रहा है।
एसपी अंकित गोयल ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि नक्सलियों को मुख्यधारा में लाना पुलिस की पहली प्राथमिकता में है, लेकिन पुलिस पर हमला करने और आम लोगों में खौफ का माहौल बनाने का जवाब देने के लिए भी पुलिस तैयार है। इस बीच गढ़चिरौली पुलिस के लिए गुजरा सवा साल नक्सल मोर्चे में कामयाबी के शिखर पर पहुंच गया है। सी-60 फोर्स को महाराष्ट्र के पुलिस अफसरों ने इस तरह तैयार किया है कि मुठभेड़ में नक्सलियों पर वार सटीक अंदाज में किया जाए। बहरहाल नक्सल संगठन के लिए गढ़चिरौली में हुए बड़ी जनहानि से उबरना एक कठिन चुनौती बन गई है। वहीं पुलिस भी जवाबी हमले की संभावना के आधार पर हाईअलर्ट में है।