राजनांदगांव
सहकारी बैंक में बढ़े 16 हजार नए किसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 नवंबर। समर्थन मूल्य पर अगले माह एक दिसंबर से धान की खरीदी की प्रशासनिक तैयारी अंतिम दौर में है। जिला सहकारी बैंक के जरिये नांदगांव और कवर्धा के 240 सोसायटियों में तकरीबन 25 अरब रुपए की धान की खरीदी की जाएगी। प्रति एकड़ किसान अधिकतम 15 क्विंटल धान बेचने के लिए पात्र होंगे। राज्य सरकार किसानों से 2500 रुपए क्विंटल धान खरीदेगी।
पिछले साल धान बेचने के लिए एक लाख 96 हजार 88 किसानों ने पंजीयन कराया था। इस साल पंजीयन की संख्या 2 लाख 12 हजार 40 हो गई है। यानी धान बेचने के लिए 15 हजार 952 नए किसानों ने पंजीयन कराया है। मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल 2 लाख 56 हजार 819 हेक्टेयर से उपजे फसल की सरकार ने खरीदी की थी। मौजूदा साल में अब दो लाख 65 हजार 217 हेक्टेयर की उपज की खरीदी की जाएगी। यानी 14 हजार 700 हेक्टेयर में बढ़ोत्तरी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक दोनों जिले में तकरीबन एक करोड़ क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी। पिछले कुछ बरसों से साल-दर-साल किसानों की संख्या और फसल बेचने में इजाफा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक जिला सहकारी बैंक 24 अरब 86 करोड़ 40 लाख 93 हजार की लागत से धान की खरीदी करेगा। राजनांदगांव जिले में अकेले 145 सोसायटियों में खरीदी की जाएगी। कवर्धा जिले में 95 सोसायटियों में खरीदी की तैयारी की गई है। धान खरीदी के लिए सोसायटियों को तैयार कर लिया गया है। पिछले कुछ दिनों से सोसायटी संचालक आंदोलनरत थे। अब हड़ताल समाप्त हो गया है। ऐसे में धान खरीदी को लेकर अड़चने अब दूर कर ली गई है।
धान खरीदी के प्रति किसानों का बढ़ा सरकार पर भरोसा-नवाज
जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने किसानों की संख्या और हेक्टेयर में बढ़ोत्तरी को किसानों का सरकार के प्रति बढ़ते भरोसे का प्रतीक करार देते कहा कि राज्य सरकार की बेहतर धान खरीदी की नीति से किसान बेहद प्रभावित हैं। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाए जाने के बावजूद अपनी इच्छाशक्ति से 2500 रुपए क्विंटल पर खरीदी की। राजीव गांधी न्याय योजना इसी नीति का एक हिस्सा है। श्री खान ने कहा कि राजनांदगांव और कवर्धा के किसान धान खरीदी नीति को एक तरह से समर्थन दे रहे हैं। नतीजतन नए किसानों की संख्या और उपज का दायरा भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक संबलता देने के लिए मुख्यमंत्री संकल्पित हैं। इस साल अच्छे फसल होने से किसानों को लाभ मिलेगा।