बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 23 नवंबर। मध्यान्ह भोजन की राशि न मिलने से नाराज महिलाओं द्वारा आज चक्काजाम कर दिया। पैसे के भुगतान के लिए आंदोलनरत महिलाओं को पुलिस द्वारा जबरन बस में बैठाने पर हंगामा किया। वहीं अपर कलेक्टर विनायक शर्मा ने बताया कि महिलाओं के पैसे का भुगतान जुलाई तक हो गया है और हम प्रयास में लगे हुए हैं कि नवंबर तक इनका पेमेंट हो जाए, जैसे ही भुगतान होगा आबंटन किया जाएगा।
आंदोलनरत समूह की महिलाओं का कहना है कि बीते 6 महीने से मध्यान्ह भोजन संचालित कर रहे हैं। समूह को पैसा नहीं मिला है प्रत्येक समूह 70 से 80000 के कर्जे में हैं और बीते लगभग 1 सप्ताह से बालोद जिले के अधिकांश विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन व्यवस्था ठप पड़ी हुई है।
बालोद नगर के टल्ली चौक में एकत्र हुए थे, परंतु प्रशासन द्वारा उन्हें उठने की बात कहते हुए थाना ले जाने की धमकी देते हुए बस में बैठा दिया गया, उसके बाद से बस को हिलाया भी नहीं गया है जहां पर महिलाएं बस के सामने व बस में बैठकर जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां पर प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं। एसडीएम के साथ भी महिलाओं की बहस हुई, साथ ही मध्यान भोजन प्रभारी भी महिलाओं से चर्चा करने पहुंचे हुए हैं, परंतु यहां पर महिलाएं मानने को तैयार ही नहीं है और उनका प्रदर्शन जारी है।
बालोद जिले के गुरुर विकासखंड मध्यान भोजन संचालक समूह की अध्यक्ष ज्योति ठाकुर ने बताया कि यहां पर हम लोग शासन-प्रशासन से लगातार विनती कर रहे हैं, परंतु प्रशासन द्वारा कोई भी बात नहीं सुना गया है जिसके कारण हम यहां शांतिपूर्ण ढंग से चक्काजाम करने वाले थे, ऐसे ही हमें बस में बैठा दिया गया है अब न थाना ले जा रहे हैं न हमें चक्काजाम करने दे रहे हैं जिसे हम सब आक्रोशित हैं और जब तक हमारा भुगतान नहीं होता हम यहां से हिलेंगे नहीं।
महिलाओं का कहना है कि हम लोग क्या आरोपी हैं जो हमारे साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहे है। हम शांतिपूर्ण ढंग से चक्काजाम कर रहे हैं। महिलाओं का कहना है कि वर्तमान में हम कर्ज में आकर बच्चों को खाना खिला रहे हैं और हमारे साथ यहां की प्रशासन ऐसा व्यवहार कर रही है।