रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 नवम्बर। एल आई सी सहित देश के सारे सार्वजनिक क्षेत्रों मे देश की आम जनता, मजदूर, किसान, व्यापारी व आम कर्मचारियों का पैसा लगा हुआ है यह संस्थान देश का एक मजबूत स्तंभ है। इसको बचाने के लिए सबको एकजुट होना होगा। देश नहीं बिकने दूंगा का नारा लगाने वाला व्यक्ति आज बैंक, बीमा, इस्पात, कोयला, रेलवे सहित सारी संपतियों को बेच रहा है। एल आई सी देश की अर्थव्यवस्था को ताकत देती है और उस पर करोड़ो लोगों का विश्वास है। इसे बेचना जनभावनाओ के खिलाफ है ।
केंद्र सरकार एक एक कर देश के सार्वजनिक संस्थान बेच रही यह देश हित के खिलाफ है। हाल ही में मोदीजी ने कृषि कानूनों को वापस लेकर थूक के चाटे बर पडिस का उदाहरण पेश किया। जिस किसान आंदोलन को उन्होंने देशद्रोही, खालिस्तानी, पाकिस्तानी, आतंकवादी कहकर बदनाम किया, उन्ही किसानों की एकजुट ताकत के सामने उन्हे झुकना पड़ा। झुकती है दुनिया झुकने वाला चाहिए। हमे पूरा विश्वास है कि बीमा कर्मियों के आंदोलन की ताकत के सामने उन्हे दूसरी बार भी झुकना पड़ेगा।
रायपुर के इस ऐतिहासिक आनंद समाज वाचनालय मे महात्मा गांधी का दो बार आगमन हुआ था और यहाँ से उन्होंने स्वतंत्रता संघर्ष को तेज किया था। आज इसी भवन से बीमा कर्मियों का कंवेंशन निजीकरण के खिलाफ आवाज उठा रहा है। इस आंदोलन को यूनियन के दायरे से निकालकर बीमा धारको व आम जनता के आंदोलन में तब्दील करना होगा। उक्त विचार छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 23 नवंबर को राजधानी के आनंद समाज वाचनालय मे आल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लाईज एसोसिएशन द्वारा आयोजित एल आई सी के आई पी ओ के खिलाफ राज्य स्तरीय कंवेंशन मे व्यक्त किए।
इस कंवेंशन मे प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने उपस्थित होकर एलआईसी सहित देश की परिसंपतियो की नीलामी की मोदी सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए निजीकरण के खिलाफ जारी आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
कंवेंशन को आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल उपेंडी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव आर डीसीपी राव, माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव संजय पराते, एवं जनता दल सेक्युलर के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन अग्रवाल ने संबोधित करते हुए बीमाकर्मियों द्वारा एल आई सी को बचाने हेतु जारी संघर्ष के प्रति एकजुटता व्यक्त की।
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पोयाम तथा समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तनवीर अहमद ने कंवेंशन को शुभकामना संदेश प्रेषित कर देश के सबसे सफल व शक्तिशाली वित्तीय संस्थान एल आई सी के आई पी ओ का विरोध किया। कंवेंशन की अध्यक्षता करते हुए आल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लोईज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष काम बी सान्याल ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र इस देश के आधुनिक मंदिर है लेकिन भाजपा सरकार इन मंदिरों को ही बेच रही है। देश की संपतियों को बेचे जाने का जबरदस्त विरोध जारी है। एलआईसी ने राष्ट्र की संपत्ति का उपयोग राष्ट्र निर्माण मे किया है और 40 करोड़ पालिसिधारको को जोडा है जो अनेक देशो की जनसंख्या से भी अधिक है।
कंवेंशन का मुख्य प्रस्ताव पेश करते हुए आल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लाईज एसोसिएशन के सहसचिव का धर्मराज महापात्र ने कहा कि उदारीकरण के नाम पर निजीकरण की जो अंधाधुंध मुहिम आरंभ हुई है वह घातक है। आजादी के बाद कांग्रेस की सरकारो ने सार्वजनिक व राष्ट्रीयकृत उद्योगों की स्थापना की थी। मोदी सरकार इसे पूर्णत: बेच रही है। इसके पूर्व भाजपा की ही बाजपेयी सरकार ने देश मे जीवन बीमा व आम बीमा के क्षेत्र मे एलआईसी व जीआईसी के एकाधिकार को समाप्त कर दिया था और 26 प्रति शत एफडीआई के साथ आई आर डी ए कानून बनाया था। एलआईसी की उपलब्धियों का विस्तृत उल्लेख करते हुए उन्होंने आम जनता से आव्हान किया कि एल आई सी सहित समस्त राष्ट्रीयकृत उद्योगों की रक्षा के लिए आगे आये। कंवेंशन के अंत मे सर्वसम्मति से मुख्य प्रस्ताव को पारित किया गया। कंवेंशन का संचालन आरडीआईईयू के महासचिव सुरेंद्र शर्मा ने किया। बीमाकर्मियो ने इस अवसर पर जनगीत भी प्रस्तुत किये। आरडीआईईयू के अध्यक्ष अलेक्जेंडर तिर्की द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कंवेंशन समाप्त हुआ।