कोरिया
फसलें रौंदी, तोड़े मकान, वन विभाग मौके पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 नवंबर। कोरिया जिले के कोरिया वनमण्डल बैकुंठपुर अंतर्गत वन परिक्षेत्र खडग़वां के सीमावर्ती क्ष़ेत्र में कुछ दिनों पूर्व फिर से 42 सदस्यीय हाथियों का दल लौट आया जो अब उक्त वन परिक्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र से मरवाही वन मण्डल क्षेत्र की ओर जाने की संभावना जताई जा रही है। हलांकि दल अभी तक कोरिया वनमंडल में ही डेरा डाले हुए है।
इस संबंध में परिक्षेत्राधिकारी अर्जुन सिंह का कहना है कि फिलहाल दल यही डटा हुआ है, हमारी टीम ने बीते तीन दिनों से रातदिन ग्रामीणों को हाथी से दूर रहने की हियादत दे रही है। अभी तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। फसल और मकान का मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है।
कोरिया जिले के कोरिया वनमंडल के खडग़वां वन परिक्षेत्र में हाथियों का 42 सदस्यीय दल ने गत दिवस दो ग्रामीणों के आवास को क्षति पहुंचा रहा है साथ ही खलिहान में रखे व खेत में खडी 15 किसानों के फसलों को हाथियों ने क्षति पहुंचा चुका है। तीन चार दिनों से खडगवॉ वन परिक्षेत्र के कोडा वन वृत व सकडा वन वृत जो कि कोरिया कोरबा जिले की सीमावर्ती क्षेत्र है जिन क्षेत्रों में हाथियों के दल द्वारा दो दलों में विभक्त होकर विचरण कर रहे थे। इस क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी के कारण ग्रामीण दहशत में रहे और रात होने के साथ ही अपने घरों में भी असुरक्षित महसूस कर रहे थे।
24 नवंबर को हाथियों का दल वन परिक्षेत्र खडग़वां के कोडा वृत अंतर्गत ग्राम नेवरी के बैरडंडा होते हुए कांसबहरा, कटरा, बेलझरिया होते हुए कोडा क्षेत्र में मौजूद रहा। वहीं वन विभाग की टीम लगातार हाथियों के आवाजाही पर नजर बनाये हुए हैं। साथ ही लोगों को हाथियों से दूर रहने व उनसे किसी प्रकार की छेड़छाड़ नही करने की सलाह दी जा रही थी।
प्रभावितों को पक्के मकानों में पहुंचाया
एक दिन पूर्व 23 नवंबर को कोडा वृत क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी व उनकी बड़ी संख्या को देखते हुए वन विभाग द्वारा हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों केा महादेवपाली में ग्रामीणों को पक्के मकानों में रात्रि के समय पहुंचाया गया ताकि ग्रामीणों को सुरक्षित रखा जा सके। ज्ञात हो कि महादेवपाली कोरबा व कोरिया जिले की सीमावर्ती क्षेत्र का गांव है। इसी क्षेत्र में दो-तीन दिनों से हाथियों की आवाजाही बनी हुई थी, जिसके कारण ग्रामीण हाथियों से भयभीत रहे।
डेढ़ माह में दूसरी बार लौटे हाथी
कोरिया वन मण्डल के खडगवॉ वन परिक्षेत्र में डेढ़ माह पूर्व यही हाथियों का दल एक सप्ताह से अधिक समय तक विचरण करता रहा, तब हाथियों के दल द्वारा क्षेत्र में कई ग्रामीणों के घरों केा तोडकर नुकसान पहुंचाया गया था साथ ही खड़ी फसलों को भी रौदकर नुकसान पहुंचाया गया था। तब इस क्षेत्र से हाथियों का दल मनेंद्रगढ वन मण्डल होते हुए मप्र के टांकी क्षेत्र में चला गया था और कुछ दिनों तक उक्त क्षेत्र में भ्रमण करने के बाद हाथियों का दल फिर से उसी रास्ते खडगवॉ वन मण्डल के बेलबहरा, कोड़ा सकडा क्षेत्र में पहुुंच गया था इस क्षेत्र में तीन चार दिनों तक हाथियों का दल विचरण करता रहा।