जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 27 नवंबर। सक्ती विकासखंड अंतर्गत बोरदा के आश्रित ग्राम कंचनपुर में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समुदाय के संयुक्त बैनर तले संविधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती रेना जमील कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ विजय लहरे विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुषमा जायसवाल, भास्कर सिंह मरकाम, टी आर दिनकर, रमेश जाटवर, अनिल जगत, सतीश चंद्र भार्गव, एस एस सिदार, गौतम बंजारे, सरवन सिंह सिदार, लाखन सिंह सिदार, पुरुषोत्तम धिरहे, मनीराम सांडे, पी डी खूंटे, एच एल कोसले को आमंत्रित किया गया था।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एसडीएम रेना जमील ने कहा कि संविधान को ऐसे नहीं बनाया है कि जितने में उसे बना दिया गया है उतने में वह समाप्त हो जाए, इसे आपके भविष्य को ध्यान में रखकर बनाया गया है कि जब जरूरत पड़ेगी। क्योंकि समाज हमारा एक जैसा तो नहीं है। छत्तीसगढ़ का सक्ती एक पार्ट है तो दूसरा पार्ट कोई दूसरा जिला हो सकता है। दोनों में समानता बहुत कम होती है, कुछ-कुछ चीजों में रहने का तरीका खानपान संस्कृति बहुत कुछ बदल जाता है, एक गांव से दूसरे गांव में ही बदल जाता है। संविधान में इतने बातों का ध्यान रखा गया है कि जब कभी एक नई चीज की जरूरत हो तब उसमें यह जोड़ा जा सकता है। इसके लिए पार्लियामेंट में जिसे आप ने चुना है, उनके द्वारा यह संविधान बनाया जाता है।
संविधान दिवस के अवसर पर विशाल शोभायात्रा नगर में निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में समिति के सदस्यों ने उपस्थिति दी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अनिल मरकाम, रामप्रकाश जाफरी, जीपी बंजारे, डीके खुटे, मनोहर खूटे, देव भारद्वाज, रोहित धीरहे, तरुण कुर्रे, लखन सिदार एवं सदस्यों ने सराहनीय योगदान दिया।