बस्तर
बच्चों की सामाजिक संगठनों ने की मदद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 28 नवंबर। मेकाज में रविवार की सुबह एक जहरखुरानी महिला को भर्ती किया गया था, कुछ घंटों के अंदर ही उसकी मौत हो गई। महिला की मौत के साथ ही 4 बच्चों के सिर से माँ-पिता का साया हट गया। बच्चों के पास खाने को न ही पैसा था, न ही किसी को जानकारी देने के लिए फोन। ऐसे में मेकाज पुलिस सहायता केंद्र में पदस्थ आरक्षक ने अनाथ बच्चों की मदद की, वहीं इस घटना की जानकारी लगते ही सामाजिक संगठनों ने उसकी मदद के लिए पैसे भी इकठ्ठा कर अनाथ बच्चों को देने की बात कही।
मेकाज चौकी में पदस्थ सुखलाल गोयल ने बताया कि बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र के पेरमपल्ली निवासी राजे सोढ़ी पति स्व भीमा सोढ़ी (40 वर्ष) ने शनिवार को अज्ञात कारणों के चलते घर में कोई न होने पर जहर खा लिया, जिसके बाद आसपास के लोगों ने उसे बेहतर उपचार के लिए बीजापुर अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उसे मेकाज भेज दिया गया। रविवार की सुबह 5 बजे के लगभग भर्ती किया गया और 8 बजे के लगभग उसकी मौत हो गई।
माँ की मौत की खबर लगते ही साथ में आई 14 वर्ष की बेटी व 10 वर्ष का बेटा सोढ़ी हूँगा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सोढ़ी ने बताया कि पिता की मौत पहले ही हो चुकी है, ऐसे में माँ भी छोडक़र चली गई, जेब में न पैसा था और न ही किसी का फोन नंबर, ऐसे में आरक्षक सुखलाल गोयल ने बच्चों को न सिर्फ नाश्ता कराया बल्कि खाना भी खिलाया, उसके बाद उसूर थाना प्रभारी से लेकर अन्य लोगों से बच्चों की परेशानियों के बारे में अवगत कराया।
इसकी जानकारी जैसे ही सोसल मीडिया के माध्यम से जगदलपुर व आसपास के लोगों को लगी, वे बच्चों की मदद करने के लिए आगे आने लगे और देखते ही देखते 15 हजार रुपये मृतक के परिजनों को देने के लिए जुट गए, वहीं काँग्रेस के यशवर्धन राव ने सोशल मीडिया में खबर को देखने के बाद मामले की जानकारी बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी को दी। जिसके बाद बीजापुर के लोगों ने अस्पताल में जाकर पंचनामा तैयार कराने में जुट गए। शाम तक महिला का पीएम भी हो गया, साथ ही जितने भी सामाजिक संगठनों ने बच्चे की मदद की, उन्हें भी बच्चों ने धन्यवाद दिया।