महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। संविधान दिवस पर शुक्रवार को भारतीय दलित साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य इकाई के तत्वावधान में सम्यक प्रबोधन एवं सम्मान समारोह का आयोजन धमतरी स्थित गोंडवाना भवन में किया गया। कार्यक्रम में महासमुंद के युवा समाजसेवी व सरपंच तरुण को बाबा साहब डॉ अम्बेडकर सेवा श्रीसम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही शिक्षा, साहित्य, कला, संस्कृति, व्यक्तित्.व विकास जैसे विभिन्ना क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 36 अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया।
सम्यक प्रबोधन कार्यक्रम में आए हुए वक्ताओं ने कहा कि हमारे देश का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जो कि हमारे देश के महापुरुषों के अथक प्रयास व उनकी दूरगामी सोच से निर्मित किया गया है।
उन्होंने कहा कि तरुण ब्लाक अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज बागबाहरा व सरपंच ग्राम पंचायत गबौद ने समाज को संगठित करने व सामाजिक लोगों के अन्दर जागरूकता लाने का निरंतर प्रयास किया है। तरुण को सम्मानित किए जाने पर जिला युवा प्रकोष्ठ प्रगतिशील सतनामी समाज सहित सतनामी समाज के पदाधिकारियों ने हर्ष व्यक्त किया है। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर धमतरी पीएस एलमा ने की। कार्यक्रम में दौरान प्रदेश भर से सामाजिक लोग उपस्थित रहे।
एक अन्य कार्यक्रम में संविधान दिवस पर वृंदावन विद्यालय इंग्लिश मीडियम हाईस्कूल में प्राचार्य ने प्रार्थना सभा में संविधान की प्रस्तावना का पाठन किया। विद्यार्थियों को संविधान की जानकारी दी गई कि भारतीय संविधान में कुल 470 अनुच्छेद 25 भाग और 12 अनुसूचियां है। भारतीय संविधान दुनिया के किसी भी देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
संविधान का निर्माण डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में हुआ। संविधान के निर्माण से जुड़ी विस्तृत जानकारी कक्षा 10वीं की छात्रा सोनिका वर्मा ने प्रस्तुत किया। इससे जुड़े रोचक तथ्यों की जानकारी सुनिधि यादव और कक्षा छठवी का छात्र गुलशन चन्द्राकर ने प्रदान किया।
संस्था प्रमुख एमआर विश्वनाथन ने सभी को संविधान की प्रस्तावना हम भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्ना की जानकारी देते हुए उसका पालन करने एवं देश का अच्छा नागरिक बनने की प्रेरणा दी। संस्था की डायरेक्टर सुजाता विश्वनाथन ने राष्ट्र की एकता और अखंडता को सुनिश्चित करने वाली बंधुता को बढ़े की बात कही। प्राचार्य टी वनिता ने भारतीय संविधान के मौलिक अधिकार कर्तव्य आादि पर प्रकाश डाला। प्रार्थना सभा में शाला की उपप्राचार्य ललिता चंद्राकर, एम रजनी, सविता सिन्हा, यास्मीन खान, वर्षा चंद्राकर, अमृता चन्द्राकर, वेदिका दीवान, गीतेश्वरी, आशाज्योति डोरा, ओम चौधरी, दीपिका चंद्राकर, मुकेश साहू आदि उपस्थित थे।