रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 नवम्बर। धान खरीदी एक दिसंबर से शुरू हो रही है, लेकिन कई जगहों पर अभी टोकन नहीं बंटना शुरू हुआ है। बताया गया कि जिलों में बारदाने के लिए स्थानीय स्तर पर अलग-अलग नियम बनाए गए हैं। मसलन, कई जगहों पर 25 फीसदी बारदाने किसानों से लिए जाएंगे।
धान खरीदी में इस बार बारदाने का संकट गहरा सकता है। यही वजह है कि सरकार ने किसानों के बारदाने से धान खरीदी की छूट दे दी है। कई जिलों में 25 फीसदी बारदाने किसानों के होंगे। जबकि कुछ जगहों पर आधे बारदाने किसानों से लिए जाएंगे। पिछले साल की तरह इस बार भी सभी धान खरीदी केंद्रों में आर्द्रतामापी का उपयोग होगा। जहां धान की नमी की जांच किए जा सके।
बताया गया कि धान किसी भी स्थिति में 17 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर धान क्रय नहीं किया जाएगा। इधर अधिकारियों ने कांटा-बांट एवं धर्मकांटा के सत्यापन कराने, आर्द्रतामापी यंत्र के ट्रायल के निर्देश भी दिए हैं। रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि वर्ष 2021-22 के लिए औसत अच्छी किस्म (एफएक्यू) के धान एवं मक्का के खरीदी के लिए धान कामन के लिए 1940 रुपये प्रति क्विंटल, धान ग्रेड ए के लिए 1960 रुपये प्रति क्विंटल और मक्का के लिए 1870 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाएगी। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के दौरान राज्य के किसानों से धान की नकद व लिकिंग में खरीदी एक दिसंबर से 31 जनवरी 2022 तक की जाएगी। समर्थन मूल्य पर किसानों से मक्का की खरीदी एक दिसंबर से 28 फरवरी 2022 तक की जाएगी।